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☆उत्कृष्ट सूत्रसंचालन☆

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Published by , 2018-09-21 07:03:17

☆उत्कृष्ट सूत्रसंचालन☆

☆उत्कृष्ट सूत्रसंचालन☆

ख मर शल गयभ गयभ
कोण य खीर ऩम ला यण
एक ददलव पु टॐर ऩथृ ्ली
इतक त ऩरम ल त लयण

झ ड तय र वलतच न म
प्रदऴू ण च वलच यत क म?
एक घय त च य ल शन॓
प्रॎजस्टकच तय कशयच श म

ज ग शो आत तयी
ऎक धयणीच्म श क
न शीतय एकददलव
ऩ ण्म शळल म य शळीर फय॓ क !

झ ड॓ र ल झ ड॓
लॐऱ क ढ लॐऱ
एक षण अव मॐईर
वऩ॓ रॐ व य खऱॐ

चर आज तनश्चम करू
दशयलीग य वषृ ्टी करू
आऩ ऩल्म श्रभ नॐ
आऩल्म आईची ओटी बरू

गणॐळ न य मण शळद॓ ॐ(य शुयी)

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ऩौणणभा य णॐ:

१) क ळ्म आईर ठॐ लतो त यण
आणण स्लत् ऩत्कयतो भयण ||

वलच यचक्र कपयल
म व ठी जऩ पक्त ऩम ालयण ||

२) ऩम ालयण जऩण्म चॐ भशत्त्ल
ऩुन्श ऩनु ्श नको व ॓ग मर ||

ऩम ालयण घटक ॓च वभतोर
प्रत्मॐक नॐ नको क व ध मर ||

३) प्रत्मॐक नॐ ल ट उचर
ऩम ालयण जऩण्म च ||

न शी शोण य तुटलड
अन्न आणण ऩ ण्म च ||
c&p aahe

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ऩुष्ऩ ॓ ग मकल ड:

दयलऴीच आऩण झ डॐ र ल , झ डॐ जगल म्शणतो क म पयक ऩडतो क ? वगऱॐ च दवु य् म न
व ॓गत त य ल....*झ डॐ र ल * म्शणून स्लत् र लत कोणच न शी......म्शणनू झ डॐ र लूम झ डॐ
जगलूम अळी घोऴण द्म मर शली....म्शणजॐ आऩण ऩण त्म त आशोत म ची ज णील
शोईर.....

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आत्भ य भ जगद ऱॐ

प्र ण ज शरॐ व्म कू ऱ वगऱम प्र णल मचू ॐ
ऩ ण्म ल चनू क॓ ठ कोयडॐ इथॐ ढग च॓ ॐ
भ ऱ लयती उज ड कपयतॐ नग्न च ॓दणॐ
अश्रू ल चनू वमू शा ी यडतो कॐ वलरल णॐ
ज्म र त्म र कऱू र गरॐ बम जगण्म चॐ
जीलन च्म त ट त आजच्म भयण उद्म चॐ !

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दॐल जी ऩ टीर:

थकरॐरॐ जील व यॐ
व लरीर तनजरॐ शोत.ॐ

फ बऱीचॐ झ ड घय ळी
पु र ॓नी वजरॐ शोतॐ.

ऩ खय न॓ ी आऩरॐ घयटॐ
छऩय र ट ॓गरॐ शोत.ॐ

झ डॐ अवतीर तय ऩळऩु षी य शतीर.झ डॐ र ल झ डॐ जगल .

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गणऩत दवऩुतॐ:

तरु शली अवॐर उबी यश मर व लरी…

तय झ डॐ र ल ऩ लरोऩ लरी..

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यली आड:ॐ

ज॓गरतोडीभऱु ॐ ददलवंेददलव लन चॐ षॐत्र शोतॐ आशॐत कभी-कभी.

ज॓गर ततर ऩळ-ू ऩषी न भळऴॐ शोण्म च्म भ ग ला य जफ फद य म र तमु ्शी आम्शी.

क शी लऴ ंनी पक्त झू ऩ का भध्मॐच फघ मर शभऱतीर ऩषी ल प्र णी,

आऩल्म जीलन प्रभ णॐ ऩळू-ऩषी-प्र ण्म ॓च्म जीलन चवॐ दु ्ध आऩणच घॐऊम शभी.

झ डॐ र ऊ झ डॐ जगलू चर वला शभऱुनी घरुम आऩण त्म ॓न तनमशभत ऩ णी.
*यवल आड*ॐ

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Ganesh Shinde:

आऩल्म ळतॐ ीर बयऩयु ऩ णी शभऱ लॐ अव ल टत न !
भग नदीतर ल ऱूउऩव फ॓द कय
अन ् ग ल त फोअय फद॓ ी र गू कय
आऩरी ग डी व लरीत ऩ ककं ग कय मचीम न !
भग दयलऴी दश झ ड॓ र ल ल ती जगल .
आऩल्म र योज ऩ णी शभऱ लॐ अव ल टतम न
भग छत लयच ऩ णी जशभनीत जजयल
आऩरी ऩोय॓फ ऱ॓ वखु ी यश लीत अव ल टतम न
भग प्रदऴू ण ट ऱ ल ऩम ालयण व ॓ब ऱ
आऩल्म वऩतय ॓न वद्गती शभऱ ली
अव ल टतम न ,
भग दश व्म च्म ददलळी दश झ ड॓ र ल
त्म ॓च्म न ल न॓ ळ ऱॐर दॐणग्म द्म

स्लत:वुखी व्श लॐ अव ल टतम न
भग इतय च॓ ्म वुख व ठी धडऩड कय .

ज्म व ठी आऩण जगतो न तॐ वुख म च व ध्म व ध्म गोष्टीत दडरम. ऩण आऩर
क म डोळ्म त कॐ य अन ् क न त प॓ु कय.

आत च लऱॐ आशॐ फदर न शी तय मॐण यी वऩढी आऩल्म न ल न॓ ळ॓ख कॐ ल्म शळल म य शण य
न शी.

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ऩौणणभा य णॐ:
झ ड शॐ श्ल व
त ट तर घ व
चद॓ न च ल व
जगण्म च वशल व.

नवॐ क शी तनरुऩमोगी
कण कण उऩमोगी
च ख ली यव ऱ पऱॐ
ल ढत लनय ई
ऩ झयर तऱॐ.

कोणी मॐई नग॓ ्म ऩ लरी
वलझलुन आग झ ड दॐई व लरी
कोण्म क॓ ऩनीची नवॐ तनशभता ी
रुजुन फीज अक॓ ु यतॐ भ ती.

च रनु कु ऱ्श ड
झ री क टछ ट
शयलर॓ य न
ऩ लव न॓ कपयलरी ऩ ठ
दषु ्क ऱ न॓ अडरी ल ट
जग॓ र॓ न व्श ली बईु वऩ ट.

झ ड॓ दॐत त प्र ण ल मु भोपत
भग कळ र फवळीर दल ख न्म त खोकत
आत एक तयी झ ड र लु
झ ड ॓ची क ऱजी व यॐ शभऱुन घॐऊ.

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गणऩत दवऩुत:ॐ

लवुध॓ यॐचॐ दशयलॐ रॐणॐ...
र ल लनॐ ल चल लनॐ...
लव॓धु य आशॐ आभची छ न...
आम्शी य खू तीच भ न...

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ऩौणणभा य णॐ:

आज ज गततक ऩम ालयण ददन ।
भ णव व यख दवु य प्र णी न शी दशन ।

जग॓ र ॓ची त्म न॓ ी तोडू न र लरी ल ट।नवलन इभ यती॓च त्म नॐ भ ॓डर थ ट।

ळुद्ध शल आत शभऱत न शी ।
ए वी शळल म ददलव वयत न शी ।

भ नल आत तयी ज ग शो ।
ऩम ला यण च ध ग शो ।

एक तयी झ ड भ नल तू आत र ल।
लरूण य ज खय॓ चच आत तू ऩ ल।

ऩम ालयण च आत खय॓ च झ र आशॐ -श व ।
क शी ददलव ॓नी फद॓ ऩडरॐ भ नल तुझ श्ल व ।

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गणऩत दवऩतु :ॐ

रोककरॐच्म ब ऴॐत ऩम ालयण

वोव॓न ग॓ ऊन फ ई श्र लण च॓,

क शऱज म्शण मच॓ क य लण च॓,

व लरीत घ्म ऩ खरू,

अन य म चर लषृ योऩण करु.

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व॓चगत भॎभ:

झ ड व यखॐ झ डॐ
ल ढत क न शीत.
भ णव व यखी ती
ल गत क न शीत
झ डॐ म्शणत त
अजफ शी भ णवॐ
उऩक यकत्म ार शी
वोडत न शी
स्लत्च स्लत्च्म
ऩ म लय धोंड
क भ यत त.ऩ ऊव
ऩडत न शी म्शणून
ऩूज क फ ॓धत त
झ ड ॓च्म ऩ य लय
फवून वलच य त्म र
तो शी यडत आशॐ
भ णव च्म भ णवू कीर
एक नॐ तयी वलच य भर
क म शलॐ तनवग ा तुर .

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Konduskar Madam

डोंगय य नॐ उज ड झ री।
ऩषी शभऱॐन ळोधनु ग।
तनवगा रूवर क म जग लय।
क म अव लॐ क यण ग?
घ ल घ रुनी लषृ तोडरॐ।
कळी शभऱ ली छ म ग?
तनवगा आशॐ, म्शणनु कोऩर । ज णील त्म ची ठॐ ल ग।

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आत्भ य भ जगद ऱॐ :

आशॐव जयी शळल्ऩक य तू जीलन च
ल चल कृ तीनॐ भ नल वलन ळ श तनवग ाच
थ फ॓ ल शी लन तोड न ळ श अख्म ॓च
भनी ध्म व तू धय ल वूखी ऩम ालयण च
य ख ऩ तऱीत ककभ न आल ज पट क्म चॐ
उत्वल तशी वगऱम त्म ध्लनीलधका चॐ '
नको वोडू ओढम न री ऩ णी गध॓ क यव मन चॐ
ल चलूनी नदी अन व गय ऩ रन कयी तनमभ चॐ
व ॓ब ऱूनी नभॐ तनमभ व अवरॐ तझू ी मोग्म कयणी
तय जगॐर ऩुढची वऩढी वभतोर अळ ल त लयणी I

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Raju Bangar:

लषृ आभच श्ल व
लषृ आभच ध्म व
व॓लधना शोत लषृ चॐ
मॐईर जीलन व आक य.

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दॐल जी ऩ टीर:

शळस्त शयलरी आशॐ भ नल ची
ल ढर आशॐ बरत च क्रोध
र खऩटीनॐ फयॐ ऩळऩु षी
घ्म ल कॐ व्श तयी त्म च॓ फोध.
ऩळऩु क्ष्म ॓च वय॓ षण करूम
ऩम ालयण ल चलू म .

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आत्भ य भ जगद ऱॐ

चत॑ ्र तीर चत॑ ्रऩ रली

पॐ य धयी चशुफ जूर गढु म उब रून ल॓दन करुम
तनवग चा ्म म खऱॐ र

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गणऩत दवऩतु :ॐ

गणणतीम ब ऴॐत ऩम ालयण

घॐतो एक भ णूव एक ददलव त ,तीन शवशरड॓ य बयतीर इतक्म ऑजक्वजन च ढोव....

एक ऑजक्वजन शवशरड॓ यची वय वयी कक॓ भत आशॐ व तळॐ रूऩमॐ ठोव....

म्शणजॐ व यॐ शभऱून एक ददलव र शोतो एकवलळॐ रुऩम ॓च च ढोव ....

ऩूणा एक लऴ चा दशळोफ कयत दश कक॓ भत रुऩमॐ व त र ख वश वष्ट शज य ऩ चळॐ इतकी आशॐ
ठोव ....

वय वयी आमषु ्म जय ऩ वष्ट धयरॐ तय शीच कक॓ भत व ध यणऩणॐ रुऩमॐ. ऩ च कोटी शोतॐ ठोव
...

तयी भ णवू तनवग ाच क कयत आशॐ योऴ .........क कयत आशॐ योऴ ....

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आत्भ य भ जगद ऱॐ

ल॑ळ ख तीर लणल ऩटॐ ो
इततश व तीर तॐज च
त्म तॐज नॐ लव घॐऊम
य ष्रप्रॐभ आणण दॐळदशत च !

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वच॓ गत भॎभ:

एक शोत य ज
एक शोती य णी

झ ड वलन शोती
अधयु ी कश णी

गॐरॐ वला वोडू न ऩषी
आणण प्र णी

जनत म्शणत आशॐ
ऩ णी दम ऩ णी

ऐकू न त्म च॓ ी ग श ाणी
दॐल नशॐ ी ठॐ लरॐ श त

दोन्शी क नी
तभु च्म व ठी कॐ री शोती

वषृ ्टी तनभ ाण व यी
ऩण अध॓ नकु यण क यी

उघडी ऩडरी धयणी
थ फ॓ लनू लषृ तोडी

भ णव ल ढल
दशयली लषृ लल्री

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वतीळ चव्श ण:

चर र लू झ ड
करू त्म ॓ची ल ढ

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गणऩत दवऩतु :ॐ

फ र ऩम ालयण

भॐध नॐ र लरी झ डॐ च य...

झ ड र ऩ णी दॐई वयद य...

नयेंद्र त्म च॓ य खणद य...

दशयलॐ झेंडॐ नभदा ॐऩ य..

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शरन वुयॐळ अदशयॐ:

झ डॐ लरॐ ी र लू म
र लू आणण ल ढलू म
ऩम ला यण च वभतोर श
य खू आणण ल ढलू म ,
छोट्म ळ म ऩ खय न॓
शक्क ची शी घयॐ द्म न
थकरॐल्म ल टवरुन ॓

रश न थोय, फ रक न॓
झ ड ॓ची व लरी थड॓ ग य
त्म ख री शभऱॐ वखु अऩ य
पु रॐ पऱॐ आणणक ऩ नॐ
बयरी आशॐत औऴधी गणु नॐ
झ डॐ र ल दयू च दयू
थड॓ शल शभऱॐर बयऩयू
झ डशॐ ी फ्रॐ ळ तुम्शीशी फ्रॐ ळ
द:ु ख च न शी रलरॐळ
झ डॐ लॐरी र लू म
र लू आणण ल ढलू म

ळब्दयचन -शरन वुयॐळ अदशयॐ

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Sangita Patil:

ऩम ालयण लय आध रयत घोऴल क्म

ऩम ालयण लय आध रयत घोऴल क्म

ऩम ला यण ज गल लवु॓धय ल चल

व्रष र ल द योद यी आयोग्म मॐईर घयोघयी

द यी लषृ च ऩ श य , दॐऊ ऩष र आवय
द यी लषृ च ऩ श य , दॐऊ ऩष र आवय

तरु शली अवरॐ उबी यश मर व लरी…
तय झ डॐ र ल ऩ लरोऩ लरी..

लषृ र ल , जीलन ल चल

झ डचॐ झ डॐ र ऊम
पऱॐ पु रॐ लॐचमू

नको लषृ ळी कृ तन्घ
य शू वद कृ तदस.

झ ड म्शणत॓ म यॐ म
पऱ॓, पु र॓, व लरी घ्म

एक एक क गद ल चलू. .
खऩू खऩू झ डॐ जगल.ू

क लऱ कयतो क लक ल,
म्शणतो भ णव ,झ ड र ल

झ डॐ र लू ब य॓ब य,
शळल य शोईर दशयलगॐ य

ब ल तोची दॐल जयी
प्रभॐ अव लॐ तरू लयी.

वुद॓ य नषी, आक ळ त ऩषी
भ नल वलक व व ऩम ालयण व षी

ऩढु ीर वऩढीव ठी ठॐ लू ल यव
तरू लरॐ ी द खलतीर आयव

व लरी ,ऑजक्वजन, पु र ,पऱ ऩ न
लषृ च॓ ठॐ लू ददरो ज न वॐ भ न.

क ळ्म भ तीत फीज ऩॐयरॐ
ओज॓ ऱ बय ऩ णी घ तरॐ
भ तीच्म कु ळीत फीज श वरॐ
जो फ ऱ जो यॐ जो..

लवु॓धयॐचॐ दशयलॐ रॐणॐ
र ल लनॐ ल चल लनॐ

लवधु॓ य आभची छ न
य खू तीच भ न

घोऴल क्मॐ

1) ग डगॐफ फ ॓च एकच भ॓त्र, स्लच्छतचॐ ॐ ज ण त॓त्र.
2) स्लच्छत आरी अग॓ ण त, वभ ज क अध॓ य त.
3) वयु क्षषत व धन ऩ ण्म चॐ , भशत्ल ऩटल श तऩ॓ऩ च.ॐ
4) शगलण , अततव य योग च प्रव य ,शॐ तय दवू ऴत ऩ ण्म चॐ प्रश य.
5) उघड्म लय ळौच व फ वु नक , योग ॓न आभत॓ ्रण दॐऊ नक .
6) ऩ णी म्शणजॐ जीलन, शॐच आऩरॐ स्ऩद॓ न.
7) स्लच्छतॐचॐ वद॓ ॐळ ध्म नी धरु, आयोग्म आऩरॐ तनयोगी फनल.ू
8) ऩ ण्म चॐ ब ड॓ ॐ नॐशभी स्लच्छ धलु , ड व ॓ची अड॓ ी ऩऱलुन र ल .
9) वऩण्म व ठी शलॐ ळधु ्द ऩ णी, न शीतय शोईर आयोग्म ची श नी.
10) नक फवु उघड्म लय वड॓ व र ,व॓चध शभऱॐर योग य ई ऩवयण्म र .
11) व ड॓ ऩ ण्म ची मोग्म वलल्शॐल ट, ग ल त मॐईर आयोग्म ची ऩश ट.
12) वऩण्म चॐ ऩ णी घ्म ओगय ळ्म णॐ , दवू ऴत करू नक तभु च्म श त न.ॐ
13) स्लच्छत ल ळदु ्ध ऩ णी शॐ आशॐ त॓त्र , ग्र शभण आयोग्म च श च क नभत॓ ्र.
14) ज्म चॐ घयी वद॑ल स्लच्छत , न ॓दॐर तॐथॐ आयोग्म वुफत .
15) य॓ग बगल त्म ग च , भ गा जस्लक रू स्लच्छतॐच .
16) ऩ णी ळवु द्धकयण तनमशभत करू, वल चं ॐ जीलन आयोग्म वऩ॓ न्न करू.
17) ऩ ण्म च्म स्लच्छॐतॐ वलऴमी दषत घॐवू, वला योगय ईन दयू ऩऱलू .
18) स्लच्छतॐ वलऴमीची प्रत्मॐक कृ ती, दॐईर व भ जजक आयोग्म र गती.
19) ” स्लच्छत ” भ णव चॐ आत्भदळना घडवलत.ॐ
20) लम॑ जक्तक स्लच्छतचॐ ी भशती, योग ऩ वनु शभऱॐर भुजक्त.
21) श त त भोफ ईर घय त पोन , उघड्म लय ळौच र फवरम॓ कोण.
22) जलॐ ण ऩूली धलु श त, जॐलण न॓तय धलु द त.
23) नखॐ क ऩ फोट ची , न शी शोण य व्म चध ऩोट ची.
24) अवरॐ दृष्टी , तय ददवरॐ स्लच्छ वजृ ष्ट.
25) व॓ड व फ ध॓ घयोघयी , आयोग्म न ॓दॐर त्म च्म द यी.
26) व ॓डऩ ण्म र आऱ , योग य ई ट ऱ .
27) स्लच्छ वु॓दय ऩरयवय , जीलन तनयोगी तनय॓तय.
28) स्लच्छ ळ ऱ कय श त ॓नी , व॓ुदय ग णी ग ऊ भुख ॓नी.
29) स्लच्छ व॓ुदय ऩरयवय तचु , व॓दु य वुव॓स्कृ त न गरयक घडत त.
30) ग लकयी शभऱुन एक क भ करू, ळौच रम च ल ऩय करू.
31) ळौच रम अवरॐ जॐथॐ , खयी प्रततष्ठ मॐईर तथॐ ॐ.
32) वड॓ व फ ॓धण्म न शी म्शणू नमॐ, ळौच र रोट घॐऊन ज ऊ नमॐ.
33) आधी कॐ रॐ भग व ॓चगतरॐ , आधी आऩल्म घयी ळौच रम फ ॓धरॐ.

34) स्लच्छ घय , व॓ुदय ऩरयवय , ळोचखड्म च करुम ल ऩय.
35) कचय क॓ु डडच ल ऩय करू , वद॓ु य ऩरयवय तनभ ाण करू

शली अवरॐ ळदु ्ध शल ,
तय झ डॐ र ल ,झ डॐ जगल .

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गणऩत दवऩतु ॐ:

इततश व तीर ऩम ला यण

शळल जी भश य ज न॓ ी आस ऩत्र त स्ऩष्ट म्शटरॐ आशॐ की .....पणव, आ॓फ अळी वलशळष्ट झ डॐ
कद ऩी तोडू नमॐ...
क यण ती यमतॐनॐ भोठ्म प्रभॐ नॐ आऩल्म रॐकय व॓ ठी ल ढवलरी आशॐत.....ती तोडू न यमतचॐ ी श म
घॐऊ नमॐ. आयभ यव ठी र कू ड र गत अवल्म व ऩयभुरख तून आण लीत.... आऩल्म य ज्म तशी
उऩमोगी अळी आफ॓ , पणव, व गल न ल वलवलध प्रक यची लषृ च॓ ी र गलड कय ली.....

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Kishor Sir:

एक शोत य ज
एक शोती य णी
उद्म म्शणू नक
एक शोत ऩ णी

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Kishor Sir:

तनवग ाव यख न शी यॐ वोमय
गरु ू वख फध॓ ू भ मफ ऩ
त्म च्म कु ळीभध्मॐ व यॐ व्म ऩत ऩ
शभटती षण त आऩोआऩ

त्म च्म व॓गतीत कपटतो व॓दॐश
वलतऱतो षोब भ म भोश
त्म च्म व॓कीतना ी भयु वलत दॐश
बटॐ तो उजडॐ अत॓ फ हा ्म

त्म च्म स्भयण नॐ प्रक ळतॐ भन
उजऱतॐ जग षणक री
जस्थय लतॐ ऩुन्श चऱरॐरॐ चचत्त
ऩुन्श भूऱ ल ट ऩ म ख री

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य जू कोऱॐकय

जतन करूम ऩम ला यण चॐ

यषण शोईर वल ाच.ॐ

लषृ लल्री आम्श वोमयॐ लनचयॐ ..

तुकोफ य म न॓ ी म अब॓ग त भ नल आणणतनवग चा अन्मोन्म व॓फ॓ध लणना कॐ रॐर आशॐ. वषृ ्टी

चक्र वोफतच भ नली जीलन गु॓परॐरॐ अवून म तनवगा चक्र ची प्रत्मॐक कडी एकभॐक ॓ळी अळ

प्रक यॐ जोडरॐरी आशॐ की म भधीर एक जयी कडी तुटरी, न शीळी झ री तय त्म चॐ दषु ्ऩरयण भ

वक ऱ वषृ ्टी चक्र र बोग लॐ र गतीर. .

लषृ ॐ वलन छ म गॐरी
छ मॐ वलन ऩथृ ्ली तऩरी
त ऩभ नॐ जीलवषृ ्टी अलग॓ुठरी

ईतुकॐ प्रश्न लषृ तोडीनॐ तनशभरा ॐ
आणण म्शणनू व त वऩढम व॓ ठी व॓ऩत्ती गोऱ कयण्म ऩॐष व त वऩढम ॓व ठी ऩम ला यण
दटकलण्म च व॓कल्ऩ करूम .

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Ganesh Shinde:

आज जय प्रत्मॐक र झ ड॓ र ल मच॓ म ड र गर॓ तय ककती फय॓ शोईर.
आयची ल ऩयळ क ढ डोक्म तून अन ् व्श वयॏ ट झ ड॓ र लण्म व ठी.
भय ठीत कऱतम न क इ॓जग्रळभधी व ग॓ ू

झ ड र लर॓ य॓ झ ड र लर॓ य॓
म॓द च्म लऴी भी झ ड र लर य॓
ळदु ्ध शल दॐई कळी दशयल ई
ल ढर॓म उ॓ च पऱ र गर॓ य॓ //

स्लगा ब वतो भर आलड म र गर॓
गोडी ल ढरी एकॐ क ल ढल म र गर॓ ग॓ //

वल ान व च॓ गतर॓ भी ऩयत कपरून
ऩ शू नक तुटक अव॓ र ॓फन॓ दरु ून
खोदर॓ ग॓ र लर॓ ग॓ भ झ क भ व य॓
योऩर॓ शॐ पु र॓र शॐ ल ढ ल ढ अा र॓ भोशरून
छ॓ द न॓ भन शॐ ग ल ग ल कपय म र गर
भोकळ्म ज गी झ ड॓ र ल लम र गर॓
झ ड र लर॓ य॓ झ ड र लर॓ ग॓

गयज शी आजची की कऱ ल प्रत्मॐक र
व जय॓ शॐ गोजय॓ शॐ एकरच श म व थीर
प्रदऴू ण घ रलीन ऩ डीर ऩ लव र
वद॓ु य शॐ ठॐ वलर ग लच्म ऩरयवय र
झ डॐ र ल न ओयडू न व ग॓ लम र गरो
लषृ योऩण भोदशभ ज गल म र गरो
झ ड र लर य॓ झ ड र लर॓ ग॓

ळब्द - गणॐळ शळद॓ ॐ (य शुयी)

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गणऩत दवऩुतॐ:

खऩू खऩू झ डॐ र लू .
ग य ग य व लरी शभऱल.ू
पऱ ॓ची झ डॐ र लू
गोड गोड पऱॐ ख ऊ.
पु र च॓ ी झ डॐ र लू.
दॐल र पु रॐ ल शू.

ग य ग य व लरी,
गोड गोड पऱॐ,
दॐल र पु रॐ.. झ डॐ फ़क़्त एलढॐच न शी दॐत
तय झ ड भुऱॐ ऩ उव ऩडतो.
नद्म ऩ ण्म नॐ बयत त .

ळतॐ ॐ वऩक ॓नी बयत त.
डोंगय दशयलॐ शोत त.
आऩल्म र आन॓द दॐत त.
खऩू खऩू झ ड ॓चॐ शभऱून ज॓गर शोतॐ.
भग त्म ज॓गर त ल घ, शवश॓ , कोल्शॐ, शत्ती वगऱॐ प्र णी वुख नॐ य शत त. ऩषी झ ड लय घयटी
फ ॓धत त
आणण छोट्म छोट्म वऩल्र ॓न त्म त ठॐ लत त. .... चर झ डॐ र लू म ...

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वुज त ऩुयी:

नुस्तच॓ म्शणतो धयणी भ म....
ऩण ततच्म व ठी कयतो क म....?

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गणऩत दवऩुतॐ:

भ नल नॐ ल म घ रलू नमॐ षण....

भ नल नॐ ल म घ रलू नमॐ कण...

श जीलनभ॓त्र जस्लक रु म ....

आऩरी लवधु॓ य ल चलू म .....

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Ganesh Shinde:

ल चल ल चल

दषु ्क ऱ त ओयड अा शॐ ऩ णी ल चल
अबम यण्म व ग॓ तम ल घ ल चल
लन वलब ग च॓ ब्रीद जग॓ र ल चल
भन भ त्र स्पु॓ दतम भ णूव ल चल

अशबम नच आत आशॐ रॐक ल चल
वयक यनच क ढर म तव पतल
ळ र फ ह्म भरु ॓ ळोधनू द खल
म वला ध द॓ रीत शळषक ल चल

झ ड म्शणतम भर ल चल
ऩम ालयण च वभतोर ल चल
एक ददलव ऩॐरोर ल चल
कु णीतयी भ णवु की ऩण ल चल

लीज ल चल ऩवॏ ॐ ल चल
इ॓धन ल चल दॐळ ल चल
घवयण म ा वनॐ ्वकॐ ्व वश
जगण्म व ठी भूल्मॐ ल चल

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गणऩत दवऩतु ॐ:

वजील च॓ ॐ यषण...

दॐई ऩम ालयण र व॓यषण....
लनय ईचॐ यषण...
दॐई ऩम ालयण र वय॓ षण...
ऩ ण्म च्म व॓चम चॐ यषण....
दॐई ऩम ालयण र वय॓ षण...
न॑वचगका वऩ॓ त्तीचॐ यषण....
दॐई ऩम ालयण र वय॓ षण.....

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गणऩत दवऩुत:ॐ

त ऩत च रर॓म धयणीच डोक॓ , छ ती, ऩोट, अन ऩ म....

पक्तच म्शणतो धयणी भ म ऩण ततच्म व ठी कयतो क म?...

अव च च रू य दशर तय आऩरी क शी खय॑ न म ....

उद्म ज ऊन आऩरच॓ ऩोयग॓ आऩल्म र वलच यर॓ ...
फ फ - फ फ दशयलऱ म्शणजॐ क म ?

अयॐ उठ , ल चल आऩल्म आईर झटकू न श त अन ऩ म ...

आत झ ड अन लरॐ ी शळल म दवु य उऩ म क म ?..

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Ganesh Shinde:

झ डॐ र ल झ डॐ ल ढल
वद॓ ॐळ. वलता ्र कपयर
प्रत्मष झ डॐ र लत न
कोणीच न शी ददवर

ऩ णी जजयलण्म आधी
घ भ जजयल ल र गतो
झ डॐ र लण्म आधी
खड्ड खण ल र गतो

त्म च खड्ड्म त तचॐ झ ड
दयलऴी र लर॓ ज तम
ऩम ालयण ददन च भशत्ल
ओयडू न व ॓चगतर॓ ज तम॓

ऩोस्टव ् तय इतक्म कक
भॐभयी अऩुयी ऩडरी
खड्डॐ खणत न भ त्र
टीभ न शी ददवरी (दटभ - व्श टव ् ग्रुऩ)

आऩल्म र क म कय मच॓
र लण यॐ र लतीर
क शी पक्तआरॐरी
ऩोस्ट प ॒यलडा कयतीर

कोणी कय अथल नक करू
भी भ त्र वयु ल त कॐ री
म लऴी ऩम ालयण ददनी
च य झ ड॓ र लरी

गणॐळ शळद॓ ॐ (य शुयी)

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गणऩत दवऩतु ॐ:
ऩुणॐ आक ळल णीलय व दय झ रॐरी

( उऩेंद्र चचच॓ ोयॐ म च॓ ्म ओऱीतनू )

लव॓धु यॐच दशयल ळ रू,
ततर च अऩणा करू,
गड्म न॓ ो लषृ योऩण करू || ध्रु ||

नकोत व्श म , उज ड य नॐ,
नको झड म , पु रॐ तन ऩ नॐ,
पु रून म लॐ तरु,
गड्म ॓नो लषृ योऩण करू || १ ||

झ डॐ आऩरु ी, भ म भ ऊरी,
पऱ -पु र व॓ श दॐती व ऊरी,
कृ तसतॐनॐ स्भरु,
गड्म न॓ ो लषृ योऩण करू || २ ||

तनज दॐश चॐ, श र वोवनु ी,
वुखी ठॐ लती, आम्श ॓ ऩोवुनी,
नक कु णी वलवरु,
गड्म न॓ ो लषृ योऩण करू || ३ ||

लषृ जणु की, दॐल वलध त ,
प्र णल मचू जीलन द त ,
न तय व यॐ भरू,
गड्म ॓नो लषृ योऩण करू || ४ ||

ऩषी-ऩ खयॐ, गयु ॐ-ल वयॐ,
लषृ लजल्रचॐ वगॐ वोमयॐ,
ऩम ालयण गुरु,
गड्म ॓नो लषृ योऩण करू || ५ ||

लन्म-औऴधॐ, फशु गणु ॓ची,
लॐदन ॓लयी, भ त्र तम च॓ ी,

व्म धी र गॐ शरु,
गड्म ॓नो लषृ योऩण करू || ६ ||

धनदौरत शी, ठॐ लू जऩनु ी,
तम तोडु नी, नतॐ ीर कोणी,
वद॑ल यषण करू,
गड्म न॓ ो लषृ योऩण करू || ७ ||

नको वलऩजत्त, नको आऩद ,
जतन करू म , लषृ वऩ॓ द ,
व॓लधना शो करू,
गड्म ॓नो लषृ योऩण करू || ८ ||

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वभ योऩ

-------आनदं घऊे वतू ्रवचं ारनाचा-------

बाग-9

ददन ॓क:- 8-6-2016 लॐऱ:- व म 6 तॐ 10

आजचा वलऴम :- लावऴकि स्नेशवभं ेरन ( गॅदरयगं ) च्मा कामकि ्रभात प्रत्मेक गाण्माच्मा
वरु ुलातीरा काम ल कवे फोरता मेईर ककं ला कोणते कोटव ्
(ओऱी) अवाव्मात?

( वचू ना :-प्रत्मेक गाण्माचा आळम ऩाशून तवा डामरॉग कोट्व अवाला.. अलातं य नवाला ..)

नभस्काय फधं -ू बगगनींनो, देताना आम्शारा खूऩ आनदं
आऩल्मा शाती आनदं घेऊ वतू ्रवचं ारनाचा चचाि बाग - 9 PDF पाईर
शोत आशे. शे वलि आऩरेच क्रे डडट आशे.

धन्मलाद!
-वौ वगं गता ऩाटीर (भफंु ई ) - 9969393583
- श्री.गणऩत दवऩतु े (भाऱीलाडा-अशभदनगय ) - 9422855689

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गणऩत दवऩतु ॐ :

दॐल च दॐल॓ म्शणजॐ भश गणऩती र ल॓दन करून आभच्म ळ ऱॐचॐ चचभयु डॐ घॐऊन मॐत आशॐत
"दॐल श्री गणॐळ "...

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भीनर बोरॐ भॎडभ:

भश य ष्ट्र ची ळ न म्शणजॐ र लणी,र लण्म अन ळ॓ग य यव च वुयॐख भॐऱ, घॐऊन मॐत आशॐत
आभच्म म चचभयु ड्म ....र लणी

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गणऩत दवऩुतॐ :

न च शत श॑ सवत यो की
न तभन्न श॑ नजयो की
अगय आऩ ज॑वॐ ऑडडमन्व श॑

तो क्म जरुयत श॑ शज यो की
ऩळॐ श॑ एक जफयदस्त ड न्व
"फजनॐ दॐ धडक धडक अथ ात भल्श यी"
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गणऩत दवऩतु ॐ :

भश य ष्ट्र त अनकॐ ब ऴ फोरल्म ज त त..
घ टभ थ्म लय गॐर॓ की, व त ऱ्म ऩषॐ कोल्श ऩयु ीच ठवक थोड लगॐ ऱ ज णलतो ...

तय ख नदॐळी ,लऱ्श डी , न गऩयु ी म च॓ रशॐज फदर ज त न ददवतो ...

कोकण त तय कोकणी, भ रलणी, आगऱी अळ लगॐ लगॐ ळ्म ब ऴ ऐक मर सभऱत त..

अळीच एक ब ऴ म्शणजॐ कोऱी ब ऴ ..म कोऱी फ ॓धल च॓ ्म ब ल ब लब लन च॓ वुयॐख
ओघ म कोऱी गीत भधनू अनुबल मर सभऱण य आशॐ..

घॐऊन मॐत आशॐत आभचॐ फ रकर क य

"म कोऱी ल ड्म ची ळ न"
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गणऩत दवऩुतॐ :

ऐवी कोई ग डी न शो ...

जजवॐ च फी न शो...

ऐव कोई प्रोग्र भ न शो ..

जजव भॐ त री न शो...

ऩॐळ श॑ "ग डी फ॓गर "...
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भीनर बोरॐ भॎडभ:

भश य ष्ट्र तशी अनॐक ब ऴ लगॐ लगॐ ळ्म ऩद्धतीनॐ फोरल्म ज त त,जवॐ
कोकणी,लश ाडी,भ रलणी,कोऱी,त्म तशी कोल्श ऩयू च ठवक क शी औयच,तॐव्श आऩल्म वभोय
घॐऊन मॐत आशॐत कोल्श ऩूयची झणझणीत सभयची....र लणी

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गणऩत दवऩतु ॐ :

उगलण ऱ्म वूम ार भ लऱतीच ब न आशॐ ....
उभरण ऱ्म कऱीर कोभॐजण्म ची ज न आशॐ...
आणण व गय तीर नौकॐ र ल दऱ ची ज न आशॐ ...
अवॐ एक गीत म्शणजॐ कोऱीगीत घॐऊन मॐत आशॐत आभचॐ फ रचभू ....
" ल दऱ ल य॓ वटु र॓ ग "..

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य ऊत वय:

यसवक शो ,
.....न शी म्शटर॓ तयी प्रत्मॐक च्म भन भन त आठलणीच॓ एक न जकु कप्ऩ अवतोच ! अश्म
क तयलऱॐ ी तो उजरुन ननघतो !
आजची शी प्रवन्न आणण ननल त॓ व॓ध्म क ऱ त्म आठलणीन॓ उजऱुन ट कतॐ आणण ओठ ल॓ य
मॐतॐ एकच वुयॐख ग ण॓ .....
*ददव च य झ रॐ भन॓ ...ऩ खरु शोउन॓...!*

व दय कयीत आशॐत --------------

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गणॐळ धोटॐ :

कोणत शी स्नॐशवभ॓ रॐ न च क मका ्रभ म्शटर की त्म त शभख व र लणी अवतॐच. नऊल यी नवॐ नू ,
चोऩून च ऩनू श्रग॓ य भ ड॓ ण यी र लणी व दय कयीत आशॐ आभची फ रकर क य ......

भीनर बोरॐ भॎडभ:

म कोऱील ड्म ची ळ न क शी ननय ऱीच,म च॓ ्म कडॐ वगऱॐ वण उत्व श त व जयॐ कॐ रॐ
ज त त,तॐव्श म कोऱीफ ध॓ ल ॓चॐ गीत घॐऊन मॐत आशॐत आभचॐ छोटॐ कोऱी फ ॓धल....म
कोऱील ड्म ची ळ न

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य ऊत वय:

भश य ष्ट्र ची अजस्भत ,भश य ष्ट्र च असबभ न म्शणजॐ र लणी ..अलघ्म भय ठी भन लय ग रुड
कयण य व ज म्शणजॐ र लणी
तॐव्श जोयद य ट ळ्म न्नी स्ल गत करुम ...
भय ठभोळ्म र लनीच॓ ......

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भ॓गर ऩ टीर

व ॓स्कनतक क मका ्रभ त दॐळबक्ती ऩय ग णीव ठी ल ऩय कय ल * 1) एक

वन॑ नक नॐ कम खफू कश श॑ ककवी गजयॐ की खळु फू को भशकत छोडकॐ आम शू॒ भयॐ ी ननशी वी
चचडीम को चशकत छोडकॐ आम शू॒ भझु ॐ छ ती वॐ अऩनी रग न ऐ ब यत भ ॒ भ॑ अऩनी भ ॒

की फ शो को छोडकॐ आम शू॒ ॥ 2) भॐयॐ दॐळ क रोकत॓त्र भश न श॑ जजवनॐ

जजनॐ क असबव्मक्ती क वभत क शक ददम आओ ऐवॐ रोकत॓त्र क वभभ न

कयॐ॥ 3) जज॓दगी श॑ कल्ऩन ओ की ज॓ग कु छ तो कयो इव कॐ सरए दफ॓ग जजओ ळ न

वॐ बयो उभग॓ रशय ओ वफ कॐ सरए तय॓ग ॥ 4) नशी सवपॏ जळन भन न नशी

सवपॏ झ॒डॐ रशय न क पी श॑ लतन ऩयवती म दो को नशी बूर न जो कु यफ न शू॒ उनकॐ रपझो

को आगॐ फ ध॓ न खदु कॐ सरए नशी जजद॓ गी लतन कॐ सरमॐ ननब न ॥

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गणऩत दवऩतु ॐ :

भुर॓ म्शणजॐ दॐल घयची पु रॐ..

शी पु रॐ अन भरु ॐ दॐल र प्रप्रम अवत त...

अळ पु रॐ अन भुर च॓ ी दोस्ती ऩ श मची तय क ? ...

चर तय भग घॐऊन मॐत आशॐ..

"टऩटऩ ऩडती अग॓ लयती प्र जक्त ची पु रॐ"

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भीनर बोरॐ भॎडभ:

चर गणॐळ ल॓दन झ री,कोऱीगीत झ रॐ,ब ग॓ ड नत्म झ रॐ,गयफ दश झ र ,ऩण अजून फयॐच
फ की आशॐ शो,दक्षषणॐकडीर दीऩ नत्म घॐऊन च यशी ददळ उजऱून आऩल्म ऩय॓ऩयॐत बय
घ रण्म व ठी मॐत आशॐत म त सभऱ भुरी
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भीनर बोरॐ भॎडभ:

ज्म वतू ्रध य र प्रलप्रलध ब ऴ अलगत अवतीर तो वतू ्रध य नक्कीच क मका ्रभ र लगॐ ळ्म च
स्तय लय नऊॐ न ठॐ लू ळकतो,त्म भुऱॐ एक लॐगऱ ऩरयण भ व धत मॐतो,श भ झ अनबु ल आशॐ
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------

गणऩत दवऩतु ॐ :

सवत यो वॐ च द॒ प्म य श॑..

भछरी को ऩ णी प्म य श॑...

च तक को फव॓त प्म य श॑...

दोस्तो शभंे अऩन दशद॓ सु ्थ न प्म य श॑..

इव दॐळ कॐ ख नतय ऩॐळ श॑..

"आम रव्श भ म इ॓डडम "..
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ऩ टीर वय

रखरखत्म च ॓दण्म त,चद॓ ्र आज ननयखु दॐ,ऩोणणभा ॐचॐ च ॓दणॐ शॐ,त म ंना शी र बॐ दॐ।व दय शोत आशॐ
एक पटकॐ फ ज र लणी::उगलरी ळकु ्र ची च ॓दणी.......
[08/06, 7:09 p.m.] भीनर बोरॐ भॎडभ: म वल ंभा ध्मॐ आभचॐ आददल वी फ ॓धल दश क शी भ गॐ
न शीत शो,त्म ॓च्म कडॐ रग्न त ळ॓कय ऩ लता ीची गीतॐ ग त त,अवचॐ एक भोख ड जजरशम तीर
आददल वी त यऩ नत्म व दय कयीत आशॐत...

गणऩत दवऩतु ॐ :

इनतश व कॐ ऩन्नॐ खोर कय दॐखो..

शभळॐ ऩ गरो नॐ इनतश व यच श॑..

औय व ध यण रोगो नॐ उवॐ ऩढ म श॑..

इवसरए ऩळॐ श॑ एक "सभक्व व ग॓ "...

प्रलीण त मडॐ

जील र जील र लर म्शणनू जील अव घॐऊ नकोव, घ्म मच अवॐर तय ऩयू च घॐ, अधभा ॐर ठॐ लू
नकोव.अथ ता तरूण ई र वय॑ ट कयण्म व ठी आभच फ रकर क य घॐऊन मॐत आशॐ णझग॓ णझग॓
णझग॓ ट...

वपु ्रप्रम भडभ

ळ ऱ वटु री आणण रश न भरु ध लतच घयी आरी .......
आणण आईर ख ऊची ल टी भ गू र गरी.
आत आऩण ऩश ण य आशोत इ. १री तीर भरु ीच॓ ग ण...
वटु री ग॓ ळ ऱ , पु टरी ग॓ ऩ टी...
दॐ भर आई ख ऊची ल टी...

गणॐळ सळद॓ ॐ:

नभन च ऩदशर भ न
गणऩती फ प्ऩ च
क यण तोच आशॐ प्रलघ्नशत ा
वला वक॓ ट च॓
म्शणनू च गणऩती फ प्ऩ भोयम
म्शणत नभस्क य कयत
म्शणमू
प्रथभ तुर लद॓ दतो

गणऩत दवऩुतॐ :

म भश य ष्ट्र च दोन भ॓त्र...

एक य भकष्ट्ण शयी श ल यकऱ्म च॓ ..

शय शय भश दॐल श ध यक ऱ्म ॓च ..

म च भय ठी भ तीत स नदॐल न॓ ी ऩव मद न रुजलर॓ ...

म च दॐळ लय जॐव्श जॐव्श व॓कट आरी तवॐ ्श तॐव्श भदतीच श त ऩुढॐ कॐ र म च भश य ष्ट्र न॓
,...

म च वह्म द्रीन, त्म च क यण आशॐ आम्शी बीक भ गत न शी तय भ गतो तो जोगल ....

घॐऊन मॐत आशॐत आभचॐ फ रकर क य "जोगल "...

गणऩत दवऩतु ॐ :

भश य ष्ट्र भश न रोक ॓च य ष्ट्र
म्शणजॐ भश य ष्ट्र, ....

गोद लयी ल कष्ट्ण म ॓च्म ऩ ण्म न॓ ऩ लन झ रॐर॓ य ष्ट्र म्शणजॐच भश य ष्ट्र,...

स नोफ , तकु ोफ ॓च्म अब॓गल णीनॐ अभतभम झ रॐर॓ य ष्ट्र म्शणजॐ भश य ष्ट्र.....

फयवरी सळलफ ची तरल य
फयवरी स नॐळ ची ल णी..

भय ठभोऱम यसवक व॓ ठी ग ऊ
भश य ष्ट्र ची ग णी ...

अथ ात "भय ठ भोऱ ग ण॓ "...

आत्भ य भ जगद ऱॐ:

भश य ष्ट्र ची व ॓स्कनतक प्रलप्रलधत शी भुरत् ब ऴ च॓ ी प्रलप्रलधत आशॐ . आऩण जॐ क शी आशोत
तॐ -
य कट कणखय दगड च॓ ्म दॐळ चॐ !
ज्ल यी फ जयीचॐ !
फ ॓गड वयु भईचॐ !
ओव्म अब॓ग चॐ !
र लणी गलऱणीचॐ !

ग थ गीत ईचॐ ,
ळ भच्म आईचॐ ,
भोटॐलयच्म ग ण्म चॐ ,
ळतॐ कऱ्म च्म आवूड चॐ ,
फट टम च्म च ऱीचॐ ,
आणण
फनगयल डीचॐ !
व दय कयत आशोत भश य ष्ट्र ची रोकध य !

रीन अदशयॐ :

ऩ ऊव आर की रश न भुर न॓ ऩ लव त न च मर प य आलडत,ॐ आणण अव श ऩ ऊव
भोय र शी आलडतो ल तो आन॓द नॐ आऩर प्रऩव य पु रलून न च मर र गतो तय अळ म
भोय र न च मर फोरलत आशॐत आऩरॐ फ रकर क य.... न च यॐ भोय ..

वुज त ऩयु ी

क शी.. क शी फदरत॓ न शी.. द्लऴॐ नॐ अथल प्रॐभ न.ॐ .अजनू शी तव च॓ जन्भ नत॓ य म्रतू ्त्मु मॐतो
नभॐ न.ॐ ..अव जयी अवर॓ तयी प्रॐभ च न ल आजशी अभय॓ आशॐ तॐ य ध आणण
क्रु ष्ट्ण भुऱॐ...त्म च॓ ्म च प्रभॐ च शॐ गीत आत व दय॓ शोत आशॐ...चगत चॐ फोर॓ आशॐत....ऱ ध तयॐ ी
चनु यी....

आत्भ य भ जगद ऱॐ: धकु ्म चॐ डोंगय ,
डोंगय तल्म ल ट ,
ल ट च॓ ी लऱण॓ ,
लऱण ची नषी,
नषीची ऩ न॓ ,
ऩ न ल॓ य ककयण॓ ,
ककयण च॓ ी उफ,
उफॐच घयट॓
व दय आशॐ गीत .....

भीनर बोरॐ भॎडभ:

आत म्श ऱव ,खड॓ यॐ म अन फ नू TV च्म भ ध्मभ तून घय घय त ऩोशोचरॐरॐ आशॐत,खड॓ यॐ म च्म
चयणी ज गय घॐऊन मॐत आशॐत आभचॐ ल घ्म भयु ऱी...जजॐ ुयीच्म खड॓ यॐ म ज गय र म

रीन अदशयॐ :

प्रत्मॐक च्म जीलन त कॐ व्श न कॐ व्श तयी व॓कटॐ मॐत त तवॐ ्श आऩण दॐल च्म ध ल कयतो
तळ च प्रक यॐ आऩण त्म चॐ गणु ग न शी ग त अवतो, तय अवचॐ गणु ग न ग त आशॐत..आऩरॐ
प्रलद्म थी... दॐल तझु ्म द यी आरो....

यप्रल अडॐ

ळ॓ग य, लीय, करूण, श स्म, अद्भतू , फीबत्व, यौद्र, बम नक, ळ ॓त अवॐ यव चॐ एकू ण नऊ प्रक य अवनू
नत्म च॓ ॐ प्रलप्रलध प्रक य आऩण ऩ शतो. ज्म त भश य ष्ट्र ची र लणी, ऩ॓ज फच ब ॓गड , गुजय थच
गयफ , य जस्थ नचॐ य जस्थ नी नत्म शॐ प्रक य भुख्मत: रष त य शत त. म सळल म कोऱी नत्म,
य व नत्म, रॐझीभ नत्म, ऩ श्च त्म नत्म, इत्म दी नत्मप्रक य वोफतच ब यतीम ळ स्त्रीम
नत्मकरॐर अनन्मव ध यण भशत्ल आशॐ.

तंेव्श ...ग्रुऩ घॐलनू मॐत आशॐ........
बयतन ट्मभ/कु चीऩुडी/कथकरी/भोशननअट्टभ/कथ करी/कथ्थक....

गणऩत दवऩुतॐ :

लॐणू , ऩ ल ,फ वयी म लगॐ लगॐ ळ्म न ल नॐ ओऱखर॓ ज ण य॓ शॐ ल दम ,

ऩुय तन॓ क ऱ ऩ वनू श्रीकष्ट्ण भुयरी म्शणनू तमु ्श ॓ , आम्श ॓ वल ना ऩरयचचत आशॐ..

म भयु री वयु न॓ ी य ध कळी लॐडी शोतॐ
अथ ता '

''छु भ छु भ ऩ मी॓ ल जॐ घु॓गरू " घॐऊन मॐत आशॐत आभचॐ फ रचभू..

भीनर बोरॐ भॎडभ:

आजक रच्म नत्म तून फऱ्म चद कल मत प्रक य फघ मर सभऱत त,ऩय॓तु ऩूली फ फ॓ ू नत्म ल
भ डडम नत्म म तनू अवॐ फयॐच स्ट॓ट फघ मर सभऱतीर,चर तय भग आत त्म च आस्ल द
घॐऊ

आत्भ य भ जगद ऱॐ:

फ दरोंक न भ न शो , अफ॓ योकॐ ग ल भॐ थोड व रुभ नी शो ज ए !
जरत शो खदू जग॓ र , अऩनी छ ल भॐ
मशी तो श॑ भोवभ ,
मशी तो श॑ भोवभ
आओ तूभ औय शभ फ यीळ कॐ नगभॐ गुणगुण मॐ
( एख दॐ ऩ लव चॐ ग णॐ )

गणॐळ सळद॓ ॐ:

आऩल्म दॐळ त आशॐ दॐल ददक ॓च्म
रग्न ची ऩय॓ऩय
आऩल्म प्रभ णॐ र लतो आम्शी त्म च॓ ी रग्नशी फ य तॐय
य॓गर म थ ट जजॐ ुयीत खड॓ ॐय म च्म रगन च
चर तय भग ग ठू म भुशूता त्म रग्न च

ऎकु म खड॓ यॐ म च्म रग्न र

गणऩत दवऩतु ॐ :
फऱ्म च लऱॐ ऩ वून आऩण ल ट ऩश त आश त ....
जजनॐ भश य ष्ट्र तीर तभ भ यसवक ॓च्म भन लय अचधय ज्म ग जलर॓ अळी
ती...तभु ची वल ांची ,भश य ष्ट्र ची रोककर अथ ात र लणी ...र लणी
घॐऊन मॐत आशॐत फ रचभू
"ळुक्र ची च द॓ णी "..

रीन अदशयॐ :

भय ठी वस॓ ्कनतत अनॐक रोकगीत भध्मॐ ब रूड र प य भशत्ल आशॐ, तॐ फोरीब ऴॐत अवल्म नॐ
ऩटकन वभजतॐ ल भन र ब लतॐ तय एक व॓ुदयवॐ ब रूड घॐउन मॐत आशॐत.......

आत्भ य भ जगद ऱॐ:

फय॓ क भुर न॓ ो ,
आज आम्शी ठयलरम॓ तभु च्म ळी गप्ऩ भ य मर तभु च्म च जग त म मच॓ !
म्शणजॐ कु ठ॓ ?
अयॐ भुर ॓च्म जग त , म्शणजॐ पु र च॓ ्म जग त !
स्लप्न ॓च्म जग त !
इलल्म इलल्म ऩ खय च॓ ्म जग त॓ !
( फ रगीतॐ )

लष॑ ्ट्णली भॎडभ:

तमु ्श यी म दो की भशक ईन कपज ओ भॐ श॑ प्म य शी प्म य बफखय ईन ननग शो भॐ श॑ ऐव न
शो की दरु यम दद॒ फन ज मॐ आफ तो आऩ कॐ आ नॐ इन्तज य ईन ननग शो भ॑ श॑ तो कपय
चरो आफ कॐ व भनॐ ऩळॐ कयतॐ ऐक
वनु शय गीत मॐ य तॐ मॐ भोवभ नदी क ककन य

गणऩत दवऩतु ॐ :

जजन्शें वऩनॐ दॐखन अच्छ रगत श॑,

उन्शंे य त्र ऩयु ी रगती श॑..

औय जजन्शंे वऩनॐ ऩयु कयन अच्छ रगत श॑..

उन्शंे ददन छोट रगत श॑..

ऩॐळ श॑। "प्रभॐ यतन धन ऩ मो "

रीन अदशयॐ :

अयॐ ददवरॐ क ...? अयॐ व ऩडरॐ क .....? आऩल्म एक सभत्र चॐ कोंफडॐ शयलरॐ आशॐ.तो बफच य
कॐ व्श ऩ वून ळोधतोम ऩण त्म र तॐ व ऩडत न शीमॐ.. अवॐ शॐ ब रूड वदृश्म गीत व दय कयीत

आशॐत...
गॐर॓ भ झ कोंफड यॐ... गॐर॓ भ झ
कोफड॓ ...

आत्भ य भ जगद ऱॐ:

जगद॓फ ! जगद॓फ !
तऱु ज ऩयू ची आई बल नी !
भश य ष्ट्र ची कु रस्ल सभनी !
आय ध्म दॐलत जगजननी !
सळल जी य ज च॓ ी स्पू ती दॐलत !
आददभ त !
नतच्म भ॓गर आसळल ाद नॐ आजलय भय ठी भ णवू ऩ लन झ र ,
भश य ष्ट्र भोठ झ र ,
भय ठी भुरखु स्पू तील॓त झ र !
भश य णी जजज ऊ नॐ म च आई जगद॓फचॐ ्म ऩणु ्मस्भयण लय आणण आसळल ाद लय भय ठी य ज्म
उबॐ कॐ रॐ !
य ज सळलछत्रऩतीर ह्म च भ म भ ऊरीनॐ आसळल ाद ददर . शीच भश॓ न ् भ॓गर ळक्ती
भय ठम ॓च इनतश व उबी कयती झ री !
( रोकगीत , तोकनत्म , भश य ष्ट्र गीत , इत्म दी )

उभ भॎडभ

फय॓ क भड॓ ऱी,
आभच श नलयदॐल... शु॓ड घॐण्म च्म अगदी प्रलयोध त आशॐ...
ऩण क म कयण य ओ,
भ भ च्म र डक्म भुरीर ऐळो आय भ ची ..इतकी वलम आशॐ न कक नतच्म क ळ्जीऩोटी
पक्त ग डी,फ॓गर म ॓व यखॐ अगदी ककयकोऱ व भ न ची...स्लत्च्म रॐकीव ठीच भ भ कडभॐ गणी
कयत आशॐ........
भ भ भर शु॓ड नको भरु गी द्म पक्त म गीत तून....

गणऩत दवऩतु ॐ :

पु रों कक तयश श॒वतॐ यशो..

त यो की तयश चभकतॐ य शो..

जज॓दगी भंे फव इतनी तभन्न श॑..

आऩ वद भसु ्कु य तॐ यशो ..

ऩळॐ श॑ एक जफयदस्त व ग॓

" प्रऩग॓ ग ऩोयी प्रऩग॓ "...

लष॑ ्ट्णली भॎडभ

This song is of goa level
People enjoy after their hard work . The song is ya ya maya ya

ऩुष्ट्ऩ ग मकल ड:

भुरगी म्शणजॐ दडु ु दडु ू ध लण यी ऩ लरॐ, ऩजंै ण च॓ छभछभ आल ज. ....ककतीशी अन्म म झ र ,
तयी ती दशभ॓ तीच॓ भूतीभत॓ उद शयण. ....ती नततक्म च दशभतीनॐ म्शणतॐम ऩश .....*अयॐ भुझॐ क्म
फॐचगॐ रूऩम॑ *

कोंडु वकय भॎडभ

भय ठी भ तीच्म गब ता ून उभररॐरी शी रोकगीत! शी ऐकत न आऩल्म र आईच्म कु ळीत
सळयल्म व यखॐ ल टत.ॐ तीच्म ऩदय च्म लत्वर गध॓ ची त्म आऩल्म र आठलण करून
दॐत त. भ झ्म म भ म भय ठीची ळब्दकऱ भन भन र बरू घ रत.ॐ नतच्म तीर न द नॐ आऩण
न द लतो ग॓ध नॐ गध॓ लतो.अवच एक रोकनत्म घॐलून मॐत आशॐत.

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कोंडवकय भॎडभ

श्र लण वऩ॓ त च दम वा गय र उध ण मॐत.त्म र ळ त॓ कयण्म व ठी कोऱीफ ध॓ ल च॓ ी मॐतॐ
न यऱीऩनू ल. अप ट ऩवयरॐल्म व गय र तॐ व ग॓ त त,तझु ्म कऩॐनॐ आभच्म ऩोट ची खऱगी
अळीच बयत य शूदॐ.चभचभत्म भ ळ ॓च खजीन तू अव च आभच्म व ठी यीत कय. म
न यऱीऩनू लरॐ कोऱील ड्म त न चग ण्म र उध ण मॐत.आत शीदयू लय कोऱील ड्म त न चग ण्म चॐ
वुय क नी ऩडत आशॐत न शी! चर तयभग आऩणशी त्म च॓ ्म आनद॓ त व सभर शोलूम

कोंडु वकय भॎडभ

भश य ष्ट्र च्म बूसभत रूजरॐरीर लणी! शीची नज कत क शी लगॐ ऱीच ,तीच शॐ रोबवल ण रूऩ
आऩल्म वभोय घॐलनू मॐत आशॐ____

व रयक :

रश न ॓ऩ वून भोठम ऩ॓ मतंा वल ंना च ज्म च्म कडॐ शट्ट न क शी न क शी भ ग ल आणण रगॐचच
सभऱल ल आव ल टत .....त्म व ठीच तॐ आऩआऩल्म ऩयीनॐ त्म र आऱप्रलत त शी......तय
भग शॐ आऩरॐ फ रचभू म त कवॐ भ गॐ य शतीर......तय भग ऩ शूम आऩल्म म छोटम
दोस्त च॓ ी भ गणी क म आशॐ तॐ ......व दय कयीत आशोत.....दॐलफप्ऩ दॐलफप्ऩ नलव र ऩ ल......

ग लड॓ ॐ वय

जजलन व॓दु य आशॐ जगनू फघ .भन र आ॓नद दॐण्म व ठी शवुन फघ .अवॐ श स्म चॐ पल यॐ
नक्करॐद्ल यॐ घॐऊन मॐत आशॐ...आभचॐ प्रलद्म थी .........

वग॓ ीत बड॓ :ॐ व॓ल द त्भक (दोघॐ सभऱून)कयत त तवॐ ्श �

क म यॐ ----अव क न र घडम ऱ र लनू क म फघतोव.
दवु य -क शी न शी यॐ दटक दटक च कयत न शी फघ न .
ऩदशर - अयॐ कव कयॐर शी टीक टीक तय ल जतमॐ आऩल्म इमत्त चौथीच्म भन त व दय
कयत आशॐत
दटक दटक ल जतॐ डोक्म त

ददरळ द वममद:

वमू ा डोक्म लय घॐऊन जॐलत न क ॓ड ब कय ख ऊन त ऩरॐल्म भ तीत प्रऩक ननभ ाण कयतो तो
ळतॐ कयी ....द ट धकु ्म च्म ऩदय आडू न य॓ग गरु फी आर अध॓ य च ् कलच बॐटु नी वूम दा म झ।् र
दयू कु ठॐ तयी झ।् दलयती ककरबफर कयती ऩषी भ॓द ल शतो ऩश ट ल य ग॓ध ठॐ उनी लषी
तलॐ ।कोम्फड आयलनु ऩश ट झ।् री उठ अवॐ व ग॓ तो। तय. ...घॐऊन मॐत आशॐ छ न नत्मप्रलऴकय
झअ् ज॓ ू भ॓जू ऩश ट ...
कक॓ ल ळतॐ कयी गीत अवरॐ तय

गणऩत दवऩतु ॐ :

तुभ ऩ णी ज॑व फनो ।...

जो अऩन य स्त खदु फन त श॑।...

ऩत्थय ज॑व न फनो ।..

जो दवू यो क य स्त बी योख रॐत श॑।..

ऩॐळ श॑ एक जफयदस्त ड न्व

"ड न "

व॓गीत ब॓ड:ॐ

भ णवॐ य ग जॐलढ वशज व्मक्त कयत त तलॐ ढम वशज जय प्रभॐ व्मक्त कय मर सळकरॐ तय
ककती फयॐ शोईर न .म जग त ब ॓डणच शोण य न शीत अव च प्रॐभ च वद॓ ॐळ घॐऊन मॐत आशॐत
इमत्त 3यी ची भुरॐ फघ तय भग.

गणऩत दवऩुतॐ :

आऩण लॐगलगॐ ऱॐ फ॓गरॐ ऩ शतो..

त्म च॓ आक य दश लॐगऱ अवतो..

ऩय॓तु आभच फ॓गर श आगऱ लगॐ ऱ आशॐ ..
चर ऩश मच न श नलीन फग॓ र ..

अथ ात
"अव ल वुद॓ य च करॐट च फग॓ र "

आभचॐ फच्चॐ क॓ ऩनी घॐऊन मॐत आशॐ...

कोंडु वकय भॎडभ

ऩ णी ख री कोवऱतॐ तवॐ ्श नतच्म ध य शोत त.प्रॐभ च्म फ फतीत भ त्र एकदभ उरट नतची
य ध शोत.ॐ शयीलय उत्कट प्रॐभ कयण यी शी य ध आऩल्म नत्म तून व दयकयत आशॐ. ग ण्म चॐ
फोर आशॐत। य ध तयॐ ी चनु यी" "" कोंडवकय"

ददरळ द वममद:

वजु॓ म सरर बन्व री म ॓च्म फ ज़ीय ल ् भस्त नी म आधनु नक एनतश सवक चचत्रऩट तीर
क।ळ फ ई आणण भस्त नन म न॓ ी ळननल य ल।ड्म लय मॐऊन जो प्रऩग॓ कॐ र तो आभच्म
छोटम श्म इमत्त ..........प्रऩग॓ ग ऩोयी

व॓गीत ब॓ड:ॐ

एख दम लऱॐ ी प्रषॐ क द द मॐण्म व ठी आऩण ल ऩरू ळकतो
क मका ्रभ तीर भुर र स्टॐजलयच थोड लऱॐ उबॐ य श मर व ॓गनू
क ऩव च्म ल तीसळल म ळोब मॐत न शी .
वभईच्म ज्मोतीर
आणण प्रॐषक ॓च्म ट ऱम सळल म जोळ मॐत न शी
कर क य च्म ज तीर .
जोऩमता प्रॐषक ॓च्म ट ऱम मॐण य न शीत शी भुर ख री उतयण य न शीत तय शोऊन.ज ऊ दॐत
म फ रकर क य व॓ ठी जोयद य ट ऱम च गजय.

गणॐळ सळद॓ ॐ:

अव ग णॐ आत आऩल्म वभोय मॐत आशॐ
ज्म ग ण्म ॓नी व॓ऩणू ा भश य ष्ट्र र प्रऩग॓ घ र मर र लर
व दय शोत आशॐ फ जीय ल भस्त नी भधीर क ळीफ ई ल भस्त नीच प्रऩग॓ ग ऩोयी प्रऩग॓

ददरळ द वममद:

ददशश॓डी गीत

रई ब यी दनु नम द यी

खऩु फनघतरी रई ब यी

आत फ़क्त आणण फ़क्त कय मची

ददशश॓डीची त॑म यी तय घऊॐ न

मॐत आशॐ कष्ट्ण न भ च्म गजय त

तझु ्म घय त न शी ऩ णी।

गणॐळ सळद॓ ॐ:

फयवू द्म ट ळ्म च॓ ऩ ऊव
ब गल फ र कर क य ॓ची शौव

ददरळ द वममद:

कोणत्म शी क मका ्रभ ची वुरुल त इवस्तलन नॐ शोतॐ ....
ददल छोट जयी अवर तयी तो वौम्म आणण ळीतर प्रक ळ दॐऊन अध॓ य दयू कयतो
त्म चप्रभ णॐ वत्म अवतॐ ....
आभच्म .....आऩल्म वभोय घॐऊन मॐत आशॐ एक ददऩ नत्म

वत्मभ सळलभ ् वु॓दयभ

वग॓ ीत बड॓ :ॐ

व॓ल द त्भक; दभरो फ फ फोरून फोरून चर चौऩ टीलय ज ऊन.बरॐ ऩुयी ख ऊ
दवु य -नको नको आऩण सभवऱ ख ऊ .झणझणतीत कोल्श ऩयू ची.
ऩदशर - अयॐ क म सभवऱ ख तोव शी फघ कोल्श ऩूयची रलग॓ ी मॐत आशॐ व ब॓ ऱ ठवक र गॐर.
तय प्रॐषक नो व दय शोत आशॐ र लणी
भर शो म्शणत त रलग॓ ी सभयची इमत्त –

गणऩत दवऩुतॐ :

गॐल्म अनकॐ दळक ऩ वून भय ठी भ णव च॓ ्म भन लय अचधय ज्म कयण य..

भन र सबडण यें एक ग्र भीण रोकगीत ....

चर तमु ्श र जत्ररॐ घॐऊन ज त आशॐत ...

आभचॐ चचभयु डॐ अथ ात

"क ठीन॓ घोंगड घॐऊ द्म की य॓ भर फी जत्ररॐ मॐऊ॓ द्म कक य॓"...

गणऩत दवऩुतॐ :

ऩ ऊव ऩडल्म लय वगऱीकडॐ ओरॐचचफ॓ ल त लयण अवतॐ...

भ तीर दश एक प्रक यच ग॓ध वुटतो..

त्म लॐऱी ऩषी झ ड लय ककरबफर ट कयत अवत त...

श च ककरबफर ट घॐऊन मॐत आशॐत
फ र कर क य ....

"ककरबफर ककरबफर ऩषी फोरती "...

गणॐळ सळद॓ ॐ:

ळतॐ कयी द द ची जील की प्र ण
जोडी फर॑ ची जी गणु ल न
जजल सळल ची मॐत आशॐ फ॑रजोड
ट ळ्म ॓च्म आल ज न॓ शोईर ती गोड

तॐव्श स्ल गत कय ट ळ्म ॓च्म गजय त
जजल सळल च्म फर॑ जोडीच॓

व॓गीत बड॓ :ॐ

दळका न॓ ो आऩल्म दॐळ चॐ ऩत॓ प्रध न भ ननीम भोदोजीनी आत एक ऩ ऊर स्लच्छतॐकडॐ शॐ
स्लच्छत असबम न वुरू कॐ रॐ .
ऩण आऩल्म भश य ष्ट्र तीर व॓त ग डगॐफ फ न॓ ी म नी स्लच्छत जनज गय ण ची भुशूतभा ढॐ म च्म
आधीच कॐ री आशॐ .
श च स्लच्छतॐच व॓दॐळ आभचॐ फच्चकॐ ॓ ऩनी व दय कयत आशॐत म ककतना तून ----

भीनर बोरॐ भॎडभ:

वला बक्त ॓न दळना च र ब घॐत म ल म व ठी आभचॐ फ रगोऩ र तुम्श र अष्ट्टप्रलन मक च
भदशभ व ग॓ ण य आशॐत

भीनर बोरॐ भॎडभ:

आजच्म म कसरमगु तशी दॐलव यखी क शी भ णव॓ ल लयत त ज्म भऱु ॐ वल ाचं ॐ कल्म ण
शोत,ॐ अश्म च एक दॐल भ णव भऱु ॐ धभा ळ ऱॐचॐ दॐऊऱ कवॐ झ रॐ तॐ म अब॓ग तनू ऐकू ,...धयभ
ळ ऱॐच॓ दॐउऱ झ र॓, चभत्क य झ र ,दॐल भ णवू दॐलऱ त आर

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
ग ल॓डॐ वय

एक झ ल्म नत॓ य आत दवु ऱ्म ची ऩ ऱी, क मका ्रभ आलडर अवरॐ तय शोऊ द्म ट ऱी.

वग॓ ीत बड॓ :ॐ

आज वलचा षॐत्र त ऩरु ूऴ च्म फयोफयीनॐ जस्त्रम आघ डीलय आशॐत .आत चचॐ उद शयण घ्म
दश लीच्म ननक र त भरु ीचीच टक्कॐ ल यी ज स्त .ऩण म वल ाचॐ श्रॐम ज तॐ आऩल्म ऩदशल्म
स्त्रीसळक्षषक व प्रलत्रीफ ई पु रॐ म ॓न
ऩण तयीशी व भ न्म जस्त्रम ॓न ज गॐ कयण्म व ठी आऩल्म वभोय व दय शोत आशॐ --लव
व प्रलत्रीच .

ऊठ ऊठ ग वखी
तझु ्म भध्मॐच आशॐ
यणय चगणी
म जग ची तू.ळ न.व्श ली
तुझ्म भध्मॐच आशॐ यणय चगणी
शी ज्मोत भन भन त.तलॐ त ठॐ ली .अव वद॓ ॐळ दॐण यॐ शॐ न टक लव व प्रलत्रीच .

कोंडवकय भॎडभ

रश न भुर च॓ जग क शी लॐगऱच अवत! भोठम भ णव ॓ची घय दगड भ तीनी फनत त. ऩण
ह्म रश न भुर ॓च्म घय च्म सबत॓ ी तय चक्क च क॒ रॐटच्म अवत त फय क ! तय म
चभचभत्म च ॒करॐटच्म फग॓ ल्म त आऩणशी ज लूम क ? म छोट्म ॓फयोफय, चर तय। नत्म चॐ फोर
आशॐत_____अस्व ल वु॓दय च क॒ रॐटच फ॓गर

व ई भॎडभ:

गॎदयी॓ग व ठी अरक॓ रयक स्ततु ीळब्द

वभज आऩण वतू ्रव॓च रन कयत आश त ल प्रषॐ क न॓ नॐशभी खऱॐ लनू ठॐ ल मचम॓ तॐव्श ..उद :-
एक वॐ फढकय एक ऩयप ॅभॎ ना ्व ्
सळजरी ऩयप ॅॎभना ्व,्
अपर तून अकॎ ्ट,
भ ईंड ब्रोईंग ऩयप ॅभॎ ना ्व ् ,
वुऩय,
य ॅॎकी॓ग,
व॓दु य,
अप्रनतभ,
नमनयम्म अकॎ ्ट,

भनोशयी अॎक्ट,
चड्ड-ॐ पड्डॐ ऩयप ॅभॎ ना ्व ् ,
तफर तोड,
ढोरकी पोड,
प्र ऊड ऑप,
एकदभ वद॓ु य,
अवॐ ळब्द ल ऩय लॐ ल ळलॐ टी म्शण ल.ॐ ..
एकद जोयद य ट ळ्म शोऊन ज ऊद्म ....... म च॓ ्म व ठी..
कक॓ ल जोयद य ट रीम ॒ शो ज मॐ ......कॐ सरए ।
अळ प्रक यच.ॐ .
म लय आऩरॐ भत क म आशॐ तॐ ऩण कऱ लॐ..

व॓गीत ऩ टीर भॎडभ

प्रषॐ क च॓ ्म ट ऱम सळल म ळोब मॐत न शी कर क य च॓ ्म ज तीर .
वूय म्शणत त व थ द्म
ददल म्शणतो ल त द्म
आभच्म चचभयु ड्म र
आऩल्म ट ळ्म ॓च व थ द्म
कर व दय कॐ ल्म न॓तय प्रॐषक च॓ ी द द सभऱ ली म्शणनू

गणऩत दवऩुतॐ :

गॎदरयग॓ चॐ उदघ टन झ ल्म न॓तय ऩ रक प्रषॐ क म ॓च्म व ठी अवॐ अन ऊन्व कय ल॓ ...

वुस्ल गतभ.. …….वसु ्ल गतभ……….वुस्ल गतभ…….

जजल्श ऩरयऴद प्र थसभक ळ ऱ ------- व दय कयत आशॐ व स॓ ्कनतक क मका ्रभ 2016......

म भध्मॐ व दय शोण य आशॐ वुऩयदशट ड न्व , ...र लण्म ,.. कोऱीगीतॐ ,.. फ रगीतॐ ..., फडफड गीतॐ
सवनगॐ ीत ,.. ब रुड ,...जोगल ,... कथक नत्म, ...स्लछत गीत,ॐ ...प्रलनोदी न दटक .... तयी ऩ रक ॓नी
वरु ुल तीऩ वनू ळलॐ ट ऩमतां श क मका ्रभ ळ त॓ ततॐ ऩश ल ...

आरॐल्म वला ऩ रक न॓ ी , भ न्मलय ॓नी , ग्र भस्थ नी॓ आभच्म म फ रकर क यकडॐ
कर लत॓ च्म बसू भकॐ तनू ऩश ल॓ ,..त्म ॓च॓ कौतकु कय ल॓ ...त्म च॓ ॐ गुणग न कय ल॓ ,... बयघोऴ

ट ऱम च्म गजय त त्म ॓च्म करॐर द द द्म ली...
शी नम्र प्रलनत॓ ी ..

व॓गीत ब॓ड:ॐ

एक न दोन भ णव व यी शजय .
ऩुन्श एकद शोऊन ज ऊदॐ ट ऱम च
गजय.

भनीऴ औटी:

भय ठभोळ्म जॐलण र सभयची सळल म झटक न शी, आणण क मका ्रभ म्शटल्म लय र लननसळल म
ठॐ क न शी.

रीन अदशयॐ

फ गॐत पु रल्म छ न छ न कळ्म
आभच्म चचभुकल्म न ॓, शव्म त तभु च्म ट ळ्म .
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व्म कु ऱरॐल्म चकोय र चद॓ ्र ची एक कोय शली,
तश लरॐल्म धयतीर ऩ लव ची एक वय शली,
कौळल्म व दय कयण म ा म चचभकु ल्म न ॓, तुभच्म ट ळ्म ॓ची व थ शली.
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ददल ऱीचॐ ददलॐ रखरख कयत त,
आम्शी न चतो तभु च्म ट ळ्म च॓ ्म गजय त.
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प्रलीण जगत ऩ:

आभच्म आज च्म म फ र कर क य ॓न कळ ची अऩषॐ न शी आशॐ ती पक्त तभु च्म
ट ळ्म ॓ची
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गणऩत दवऩतु ॐ :

नॐशभीच ळ ऱ एकॐ ळ ऱ
आत तयी खॐऱ ...

आत ऩ ऊव आर तय घयी शोऊ गोऱ .....

चर तय शॐ प्रलच रू म

"व ग॓ व ॓ग फोर न थ ऩ ऊव ऩडरॐ क ".....शॐ गीत व दय शोत आशॐ

प्रलीण जगत ऩ:

प्रत्मॐक र कळ न कळ ची आलड अवतॐ ऩण आभच्म फ र कर क य र तुभच्म ट ऱीची
आलड आशॐ
भग शोऊ द्म जोय त ट ळ्म च॓ आल ज

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व॓गीत बड॓ :ॐ

जननी जन्भबूभी स्लग दा प्रऩ गरयमवी
अवॐ म्शटरॐ अवरॐ तयी
आजच्म दगदगीच्म मगु त प्रत्मॐक आई शी आऩल्म भुर च॓ ्म क ऱजीनॐ घ फयरॐरी अवतॐ
.अळ घ फयरॐल्म आईर धीय दॐण्म व ठी मॐत आशॐत आभची नव्म दभ चॐ ळूय सळऩ ई
आणण गीत चॐ फोर आशॐत
एकटी एकटी घ फयरीव क आई.

रीन अदशयॐ जग॓ र ची लनय ई, वभुद्र ची रशय ई,
आत तयी ट ळ्म ल जल न ॓, द द आणण त ई.
……………………………………………
सरफ॓ ोणीच्म झ ड भ गॐ, च॓द्र झोऩर ग फ ई,
आत तयी ल जल ट ळ्म , फ फ आणण आई.

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भीनर बोरॐ भॎडभ:----

स नॐश्लय न॓ ी वला वष्ट्टीव ठी जॐ द न इश्लयकडॐ भ चगतरॐ त्म ऩव मद न नॐ आजच्म क मका ्रभ ची
व ॓गत करू।

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वभायोऩ

-------आनदं घऊे वतू ्रवचं ारनाचा-------

बाग-10

ददन ॊक:- 9-6-2016 लऱे :- व म 6 ते 10

आजचा वलऴम :- स्लाततं ्र्मददन / प्रजावत्ताक ददन मा ददलळी शोणाऱ्मा कामकय ्रभात काम ल कवे
फोरता मेईर ककं ला कोणते कोटव ् स्लाततं ्र्म
(ओऱी) अवाव्मात?

(पक्त देळबक्ती ऩय)

नभस्काय फधं -ू बगगनीनं ो, देताना आम्शारा खऩू आनदं
आऩल्मा शाती आनदं घेऊ वतू ्रवचं ारनाचा चचाय बाग - 10 PDF पाईर
शोत आशे. शे वलय आऩरेच क्रे डिट आशे.
धन्मलाद!

-वौ वगं गता ऩाटीर (भफं ई) - 9969393583
- श्री.गणऩत दवऩते (भाऱीलािा-अशभदनगय ) - 9422855689

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गणऩत दवऩतु े :

गजॊ यश शै दनु नम भें ब यत क नग ड ..

चभक यश आवभ भें देळ क सवत य ..

आज दी के ददन आओ सभरके कयें दआु ...

कक फरु ॊदी ऩय रशय त यशे नतयॊग शभ य ....

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ऩषु ऩ ॊ ग मकल ड :

उत्वल तीन यॊग चॊ ,
आज वजर
नतभस्तक भी त्म वल चंा
जम नॊ ी श ब यत देळ घडलर

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गणऩत दवऩतु े :

कु छ कय गजु यने की गय तभन्न उठती शो ददर भंे...

ब यत भ क न भ वज ओ दनु नम की भशकपर भें ..

शय तप न को भोड दे जो दशन्दोस्त न वे टकय ए...

च शे तये वीन शो छरनी नतयॊग उॊ च शी रशय ए .

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आत्भ य भ जगद ऱे:

वलवय स्ल थथ , वलवय वत्त ,भत्त शी तुभची वलवय !
वलवय आऱव , वलवय कु यकु य , चकु य लतृ ्तीशी वलवय !
वलवरू नक ऩरय इनतश व र , धभ थर की वॊस्कृ तीर !
थोय धीय जे ऩलजथ झ रे , त्म चॊ ्म आदळरथ !

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गणऩत दवऩुते :

ऩय क्रभ ॊची शी बभी...

ळयवलय चॊ ी न शी इथे कभी....

ज ती धभथ जयी अनेक..

तयी य शतो आम्शी एक...

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आत्भ य भ जगद ऱे:
प्र ण शन वप्रम आम्श र देळ ची भ ती
सबन्न सबन्न जयी ब ऴ अभुच्म सबन्न सबन्न जयी ज ती !

दगड चॊ अन ् खडक चॊ श देळ अवे अभुच ॥
भय ठभोऱ दणकट फऱकट थोय ददर च खय ॥

य षर व ठी इथे र खद इऴ थ फसरद न ची I
अजन ल ऱरी न शीत ऩ ने अभुच्म इनतश व ची ॥

इथल्म भ तीत फ नतद न चे ब्रीद अभय वऩकते I
मुग मुग च्म मगु ऩरु ुऴ चॊ ी भ न इथे झुकते ॥

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आत्भ य भ जगद ऱे:

फ सरद न ने इनतश व यॊगर तुभच ऩ नोऩ न
उॊ च ठे वलरे स्ल ततॊ ्र्म चे पडकत उॊ च ननळ ण ॥

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गणऩत दवऩुते :

मेथे ककती आक्रोळ तो झ र ..

मेथे ककती यकत चॊ ्म नद्म ल शल्म ...

मेथे वड ऩडर भतृ देश चॊ ..

तवे ्श च स्ल तॊत्र्मददन उदम व आर ..

मेथे तरुण नी तरुणऩण ददरे..

इच्छ आक ॊळ लॊ य ऩ णी वोडरे..

मेथे भ तबृ भु ीर च प्रमे वी भ नरे..

अन नतच्म यषन थथ वलयभयण ऩत्कयरे...

तवे ्श च स्ल तॊत्र्म उदम व आरे ...

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देल जी ऩ टीर:

स्ल ततॊ ्र्म च चढर ऩ य
क्र ॊनतक यक ॊच एकच न य
च यी ददळ ॊन सबडर ल य
इॊन्कर फच गॊुजर न य
फोर ब यत भ त की जम!!!
स्ल तॊत्र्मददन च ....

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वगॊ गत बडे :
जश ॅॎ ड र ऩय वोने की गचडडम कयती शो फवेय
लो ब यत देळ शै भेय .
लो ब यत देळ शै भये .

.ऩण आत ....
ब यत आभच देळ भश न
न शी आत वोन्म भोत्म ची ख ण
तयीशी त्म च्म वन्भ न ची घेतरी आशे आण.
अव क शीवे वलच य आत शी गचभुयडी तभु च्म ऩढु े भ डणॊ य आशे.

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आत्भ य भ जगद ऱे:

ऩ यततॊ ्र्म तजु कधी न रुचरे
फडॊ खोय त भनी
झुग रयल्म त रूढी ,
आऩुल्म ऩयॊऩय य खनु ी ॥

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Ganesh Shinde:
देळ व ठी जन्भ आऩुर
वेल आऩरु े क भ
देळ व ठी चदॊ न शोऊन
झझजो अखडॊ डत प्र ण

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Ganesh Shinde:
देळ शीच भ त
देळ जन्भद त
घडो देळवले
ऎवी फदु ्धी दे अनतॊ

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आत्भ य भ जगद ऱे:
रढत न ध य तीथी
जे ऩडती य षर व ठी
तेथरी भनृ तक ओरी
ते चदॊ न भ झ्म व ठी

ते ब ऱी येख म र
भी जन्भ घेतर मेथे

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Ganesh Shinde:
देळ श देल अवे भ झ
अळी घड ली भ झ्म श तन
तजे ोभम ऩज

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वगचन ऩयु णे :
अनेकत भंे एकत शी,
शभ यी ळ न शै।
एवसरमे तो म यों शभ य ,
ब यत देळ भश न शै।

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देल जी ऩ टीर:
ध्लज घेत श ती आठल ले
लीय अनेक,देळबभीव ठी यकत व डॊ ण ये.श त शज यो ददलवय त देळ व ठी य फण ये

इनतश व त थोडे जगन ऩश ले
अदशवॊ ेचे धडे ऩनु ्श नव्म ने गगयल ल.े
अन्म म ळी रढण्म स्लत्व ऩनु ्श सळक ले.

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आत्भ य भ जगद ऱे वय:
कु ण र द स्म ते प्म ये
कु ण र आत्भशीत व ये
शुत त्भ एक ते ठ ले
स्लदेळ प्र ण अऩ थले ॥

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देल जी ऩ टीर:
ब यतभ तेच्म म कु ळीतन आर त
'फ ऩ' आऩण म देळ चे ब ग्मवलध त
देळबकतीनी आदय द टन मेते
'फ ऩ 'न ल आऩरे घेत
देळबकतीच आऩणच आश त

अद्भत अवलषक य
पकत नी पकत आऩर च शोण य वलजम आझण जमजमक य!!!

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आत्भ य भ जगद ऱे:
भ झॊ क भ शे देळ च्म वलक व ची कश णी सरदशण यॊ ळ ईनॊ बयरेरॊ ऩने अवेर तय भी त्म तर
एक ळ ईच थेंफ नककीच आशे . ककॊ ल ....... शे देळ त वक य त्भक ऩरयलतनथ आणण यॊ च क
अवरे तय भी त्म तर एक स्ऩोक नककीच आशे !

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वगचन ऩयु णे:
If we 1.25 crore pepole,
Think in one direction,
Walk on one way,
Try to achieve one aim,
Then nothing is impossible for us and no one will catch our hands.

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ऩषु ऩ ॊ ग मकल ड :
स्ल तॊत्र्म च्म ल -म ॊनो ज गगरयकु शयी वॊदेळ ऩोचल ऩत्थय ॊतनु ी घभु ल फोर ब यत भ झ
स्लततॊ ्र झ र !!"

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आत्भ य भ जगद ऱे वय:
आज शुत त्म्म च ददन
देऊ वभ धीर यॊग
ततॊ तटु ल्म ओली र
फ ॊध एके क अबगॊ ॥

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गणऩत दवऩतु े :
जम ॊनी सरदशरी
आझ दीची ग थ
त्म ॊच्म चयणी
ठे लीतो भ थ ....

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गणेळ ग मकल ड:
आमुषम वदॊु यच अवतॊ.
ऩण त्म ची ककभत स्ल ततॊ ्र्म सळल म कऱत न शी.
भ झ्म देळ च्म स्ल तॊत्र्म व ठी जम ने प्र ण लचे रे...

जील चे भोर देऊन श देळ स्लतॊत्र के र ...
त्म प्रत्मेक र भ झ नतभस्तक शोऊन वर भ.
स्ल ततॊ ्रददन च्म श ददथक ळुबेच्छ .

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वजु त ऩयु ी:
देळ व ठी झझजत त जम ॊच्म क म ..देळ व ठी जम चॊ े जगणे...र गन त्म ॊच्म ऩवलत्र
ऩ म ...शवलत आम्श अवरी भयणें

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गणऩत दवऩतु े :
अनके त भध्मे एकत शीच आभची ळ न आशे..

देळ व ठी रढरेल्म स्ल ततॊ ्र्मलीय चॊ असबभ न आशे ...

म्शणनच भ झ ब यत भश न आशे...

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येख गड ख
वलवलधतते एकत दशच ब यत ची वलळऴे त
वलवलधतेने नटरेल्म म भ मबभी भध्मे ब ऴ लेळबऴ धभथ ज ती ऩथॊ वम्प्रद म सबन्न
अवनशी एकत आढऱते.
आनन म एकतेच्म जोय लयच आऩन गोम थ वयक यर ऩ म उत य कयण्म व ब ग ऩ डरे.
आझण श च तो वोननम च ददन
म ननसभत्त ने जभरेल्म वलथ ब यतीम न स्ल ततॊ ्र्म ददन च्म रकळ रष ळुबचे ्च्छ

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येख गड ख :‬
जगबय जजचे कौतकु के रे ज ते अश्म ब यतीम वसॊ ्कृ नतत जन्भ र आल्म च नसु ्त असबभ न
नव्शे तय गलथ आशे प्रत्मेक ब यतीम र .
आझण आज आऩल्म शम भ तचे गणततॊ ्र ददलव ;त्म ननसभत्त ने जॊभरेल्म वल चंा े स्ल गत
आशे

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ग लडॊ े वय
तन भन धन वे वद वखु ी शो,ब यत देळ शभ य !

वबी धभथ अरू ऩॊथ ऩष को ददरवे यशे वऩम य !

वलजमी शो वलजमी शो,वलजमी शो,ब यत देळ शभ य !!

लॊदनीम तुकडोजी भश य ज ...

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गणऩत दवऩतु े :
२८ देळ ७ कंे द्रळ सवत प्रदेळ..
१६५२ एकण ब ऴ ...
६ भशत्ल चे धभथ ...
ळबॊ यशन अगधक वण ..
आझण १ देळ ब यतीम अवल्म च असबभ न आशे...
स्ल ततॊ ्रददन च्म र ख र ख ळबु चे ्छ ....

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वगॊ गत बडॊ े
कम आऩको ऩत शै
शभ ये ब यत देळ ने आज तक ककवी बी देळ ऩय आक्रभण (चढ ई)नशी ककम शै . जफ जफ
अभन की जरूयत ऩडी शै तफ तफ ब यत वफवे आगे शी यश शै.कमोकी

झुकत लशी शै
जो जजॊद शै-2लेऱ

अकड तो भदु ो की
ऩशच न शै

मशी वलच य रेके आ यशे शै शभ ये नन्शेभनु ्शे फच्चे
गीत शै इॊडडम ल रे

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Ganesh Raut:
.....अखेय ती य त्र उगलरी ..
ब यत भ तेच्म ऩ म नतर गुर भीच्म ळॊखृ र गऱुन ऩडल्म !
भ थ्म लय स्ल ततॊ ्र च तजे ऩनु ्जम वमथ उगलन आर ....!
त्म च स्ल ततॊ ्र वुम चथ ्म स्ल ग त च श षण
-आथ तथ च " स्ल ततॊ ्र ददन "
.....
आजच्म स्ल ततॊ ्र ददन च्म म ध्लज योशण वोशळ्म व उऩजस्थत वलथ देळप्रेभी फ ॊध लचॊ ॊ भी भन्
ऩलकथ स्ल गत कयतो !

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कोंडवकय भॎडभ:
ददळ ददळ ॊतन स्भनृ तऩषु ऩ ॊच वगु ॊध दयलऱर । तझु ब यत स्लततॊ ्र्म च उत्वल वरु ू ज शर । 15


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