व यं रा े जा गृ या म पु रो ह ताः
कालसप योग शांती यंबके र
जब बा क सब ह रा और के तु ह के बीच म आते है, तभी कालसप योग दोष नमाण होता
है। कालसप योग एक ऐसा दोष है जो ह क अ व ा ारा नमाण होता है। इस दोष को
र करने के लए, यंबके र मं दर (ना सक, महारा ) म कालसप योग शां त पूजा करनी चा हए।
य द कसी भी के ज म कंु डली म कालसप योग है, तो व भ कार क सम या उसके
जीवन म आती है, जैसे ापार म वफलता, श ा, नौकरी, शाद सम या, असंतोष, नाखुशी,
नराशा, र तेदार से झगड़ा या प रवार के साथ बहस आ द जैसे ब त सम याओ का सामना उस
को करना पड़ता है।
आपको इस दोष का नवारण ना सक के यंबके र यहाँ मलेगा, कालसप दोष नवारण के
लए आपको "कालसप योग शां त पूजा" करना अ नवाय है। । कसी भी कुं डली म कु ल १२
ान और नौ ह होते ह। य द सात ह जैसे ह सूय, चं मा, मंगल, बुध, बृह त, शु और
श न, रा और के तु के बा या दायी ओर त ह तभी कुं डली कालसप के योग म त जा न
जाती है।
R E A D M O R E : का ल स प दो ष न वा र ण पू जा
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व यं रा े जा गृ या म पु रो ह ताः
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का ल स प यो ग शां त पू जा क र ने के व भ का र ण :
ब त से लोग जानते ह क उनक कुं डली म कालसप दोष है, ले कन ये जानने के बाद भी इसक
उपे ा करते ह, तभी जीवन म वा त वक क ठनाइयां शु हो जाती ह।
सफल होने के लए, समाज म अपना नाम और पहचान बनाने के लए, क कुं डली म इस
दोष को ख म होना आव यक है जो क कालसप योग शां त पूजा करने से होता है।
कालसप योग शां त पूजा सभी मनोकामना और इ ा को पूरा करने के लए क जाती है।
समय के अनुसार दोष का हा नकारक भाव बढ़ता है तो जैसे ही कसी को उनक कुं डली म इस
दोष के बारे म पता चले तो इस "कालसप योग शां त पूजा" को ना सक म त यंबके र म
सप करना चा हए।
का ल स प यो ग शां त पू जा या :
कालसप योग शां त पूजा म थम त ा करते है जससे हम भगवान से शुभ फल ा त करने
और सभी दोष को बाहर नकालने क ाथना करते ह। अ सेहत पाने के लए को सूय
क
उपासना करनी अ नवाय है। मन क शां त पाने के लए, सभी को द प, चं मा, और वषा के देवता
(भगवान व ण) क उपासना करनी अ नवाय है। जसम सभी पु य न दय , समु और प व
तीथ ान होते ह, ज ह मनु य के सांस, जीवन के प म माना जाता है।
थम त के बाद, सबसे पहले भगवान ी गणेश क पूजा क जाती है यो क धमशा के
अनुसार कसी भी अवसर या अनु ान को शु करने से पहले भगवान ी गणेश जी क पूजा
करना अ नवाय है। भगवान ी गणेश बु के देवता जो हम एक अनोखी बु दान करते है
और साथ ही वे हमारे जीवन म सभी कार क क ठनाइय को र करते ह।
कालसप योग शां त पूजा करने से, समृ , धम क याण, वृ , और धन क ा त हमारे पूरे
प रवार के लए भगवान और ा ण के आशीवाद से ा त कया जा सकते ह।
R E A D M O R E : का ल स प दो ष न वा र ण पू जा
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