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कालसर्प योग एक ऐसा दोष है जो ग्रहों की अव्यवस्थाओं द्वारा निर्माण होता है। इस दोष को दूर करने के लिए, त्र्यंबकेश्वर मंदिर (नासिक, महाराष्ट्र) में कालसर्प योग शांति पूजा करनी चाहिए।

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Published by TrimbakPurohitSangh, 2021-06-30 08:00:35

कालसर्प योग शांति पूजा मूल्य | कालसर्प पूजा त्र्यंबकेश्वर

कालसर्प योग एक ऐसा दोष है जो ग्रहों की अव्यवस्थाओं द्वारा निर्माण होता है। इस दोष को दूर करने के लिए, त्र्यंबकेश्वर मंदिर (नासिक, महाराष्ट्र) में कालसर्प योग शांति पूजा करनी चाहिए।

Keywords: कालसर्प योग शांति पूजा मूल्य,कालसर्प पूजा त्र्यंबकेश्वर

व यं रा े जा गृ या म पु रो ह ताः

कालसप योग शांती यंबके र

जब बा क सब ह रा और के तु ह के बीच म आते है, तभी कालसप योग दोष नमाण होता

है। कालसप योग एक ऐसा दोष है जो ह क अ व ा ारा नमाण होता है। इस दोष को
र करने के लए, यंबके र मं दर (ना सक, महारा ) म कालसप योग शां त पूजा करनी चा हए।

य द कसी भी के ज म कंु डली म कालसप योग है, तो व भ कार क सम या उसके

जीवन म आती है, जैसे ापार म वफलता, श ा, नौकरी, शाद सम या, असंतोष, नाखुशी,

नराशा, र तेदार से झगड़ा या प रवार के साथ बहस आ द जैसे ब त सम याओ का सामना उस

को करना पड़ता है।

आपको इस दोष का नवारण ना सक के यंबके र यहाँ मलेगा, कालसप दोष नवारण के
लए आपको "कालसप योग शां त पूजा" करना अ नवाय है। । कसी भी कुं डली म कु ल १२

ान और नौ ह होते ह। य द सात ह जैसे ह सूय, चं मा, मंगल, बुध, बृह त, शु और
श न, रा और के तु के बा या दायी ओर त ह तभी कुं डली कालसप के योग म त जा न
जाती है।

R E A D M O R E : का ल स प दो ष न वा र ण पू जा

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व यं रा े जा गृ या म पु रो ह ताः

CONT..

का ल स प यो ग शां त पू जा क र ने के व भ का र ण :

ब त से लोग जानते ह क उनक कुं डली म कालसप दोष है, ले कन ये जानने के बाद भी इसक
उपे ा करते ह, तभी जीवन म वा त वक क ठनाइयां शु हो जाती ह।

सफल होने के लए, समाज म अपना नाम और पहचान बनाने के लए, क कुं डली म इस

दोष को ख म होना आव यक है जो क कालसप योग शां त पूजा करने से होता है।

कालसप योग शां त पूजा सभी मनोकामना और इ ा को पूरा करने के लए क जाती है।

समय के अनुसार दोष का हा नकारक भाव बढ़ता है तो जैसे ही कसी को उनक कुं डली म इस
दोष के बारे म पता चले तो इस "कालसप योग शां त पूजा" को ना सक म त यंबके र म
सप करना चा हए।

का ल स प यो ग शां त पू जा या :

कालसप योग शां त पूजा म थम त ा करते है जससे हम भगवान से शुभ फल ा त करने

और सभी दोष को बाहर नकालने क ाथना करते ह। अ सेहत पाने के लए को सूय



उपासना करनी अ नवाय है। मन क शां त पाने के लए, सभी को द प, चं मा, और वषा के देवता

(भगवान व ण) क उपासना करनी अ नवाय है। जसम सभी पु य न दय , समु और प व

तीथ ान होते ह, ज ह मनु य के सांस, जीवन के प म माना जाता है।

थम त के बाद, सबसे पहले भगवान ी गणेश क पूजा क जाती है यो क धमशा के
अनुसार कसी भी अवसर या अनु ान को शु करने से पहले भगवान ी गणेश जी क पूजा
करना अ नवाय है। भगवान ी गणेश बु के देवता जो हम एक अनोखी बु दान करते है
और साथ ही वे हमारे जीवन म सभी कार क क ठनाइय को र करते ह।

कालसप योग शां त पूजा करने से, समृ , धम क याण, वृ , और धन क ा त हमारे पूरे
प रवार के लए भगवान और ा ण के आशीवाद से ा त कया जा सकते ह।

R E A D M O R E : का ल स प दो ष न वा र ण पू जा

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