The words you are searching are inside this book. To get more targeted content, please make full-text search by clicking here.

यह ई पत्रिका बैंक ऑफ़ बड़ौदा संबलपुर के चंद पहलूओं को आप सबके समक्ष प्रस्तुत करने के उद्देश्य से बनाई गई है | आशा है इस प्रयास को आप अवश्य ही सराहेंगे |

Discover the best professional documents and content resources in AnyFlip Document Base.
Search
Published by sudip1609, 2019-09-12 04:46:44

संबलसुरभि

यह ई पत्रिका बैंक ऑफ़ बड़ौदा संबलपुर के चंद पहलूओं को आप सबके समक्ष प्रस्तुत करने के उद्देश्य से बनाई गई है | आशा है इस प्रयास को आप अवश्य ही सराहेंगे |

****** े ीय मखु का सदं शे ******

संबलपरु े बक के कु ल 103 े म से एक यवु ा े ह | े क इस

ई पि का के मा यम से आपके साथ जडु ते ए मुझे अ यंत हष व आनंद
का अनभु व हो रहा है | यंू तो कोई भी पि का कसी े के जनमानस
क सािहि यक सृजनशीलता का एक ितिब ब होता है | परंतु हमारा यह यास है क हमारे

े क यह ई पि का न के वल े के टाफ़ सद य के सजृ नशील प र े य को हमारे सम
लाए वरन यह पि का अपने लेख के मा यम से कारोबारी िवकास एवं हमारे बक के साथ जड़ु े
हमारे सम त नए टाफ़ सद य को भी बक व े के नए आयाम व िविवध तकनीक
ज टलता व सकं पन को समझने म सहायक हो |
यह ई पि का के वल कु छ पृ का एक सकं लन मा नह यह हमारे े के कारोबारी िवकास
व िविवध े म कए गए अन य यास का दपण भी है |
म, इस ई पि का के साथ य व अ य प से जुड़े सम त टाफ़ सद य को हा दक बधाई
देता ँ एवं यह कामना करता ँ क आने वाले दन म हम येक े म अपना एक अिमट
छाप छोड़गे |

शभु कामना सिहत

(िववके गु ा)
े ीय मखु , सबं लपरु े

****** उप- े ीय मुख का संदशे ******

भाषा सं कृ ित क वाहक है तो सािह य उस भािषक सं कृ ित को एक िवशाल े
जन मानस तक प ँचाने का मा यम | यह हमारा सदैव यास रहता है क
हम बक, कारोबार एवं भाषा को साथ लते े ए गित के माग पर सदवै
अ िसत ह | यह मरे े िलए अ यतं स मान व गौरव का िवषय है क म आप सबके सम
क ई पि का “संबलसुरिभ” का अकं ततु कर रहा ँ |

यह ई पि का कु छ पृ के कलवे र म सपं ा दत के वल एक लघु पिु तका मा नह है | यह िवगत
दन म े ारा िविवध कारोबारी एवं अ य े म सबं लपरु े क एक अलग पहचान का
मृित िच ह है | इस पि का के मा यम से न के वल हमारा यह यास है क हम िवगत दन म
े ारा कए गए िविवध पहलु को देख, जाने बि क यह एक मा यम है क हम कस कार
े को िविवध कारोबारी व सृजना मक िशखर तक ले जाएँ |

यह मेरी आशा ही नह वरन पूण िव ास है क हमारी यह पि का “सबं ल-सरु िभ” े म पद थ
सम त टाफ़ सद य को उनके काय े म अव य ही सहायक ह गी |

सादर

(आय काश दास)
उप- े ीय मखु , संबलपरु े

*****संपादक य आमखु *****

े क इस ई-पि का “सबं ल-सरु िभ” को आप सबके सम तुत करते
ए मझु े अ यतं हष व गौराव का अनभु व हो रहा है | जसै ा क यह कहा
जाता है क “अके ला चना भांड नह फोडता” ठीक उसी कार यह सोचना
क यह ई पि का मा एक ि के यास का प रणाम है तो यह भी
गलत होगा | इस पि का के सपं ादन म कायालय के सम त िवभाग व टाफ़ सद य का सहयोग
ा आ है |
कई वष से यह िवचार मन म रहा क े ीय तर पर भी हम हमारे टाफ़ सद य के साथ
जुड़ एवं उनके व सृजना मक प र े य के िलए एक मचं का गठन कर | यह ई पि का
संबलपरु े के वृह बड़ौदा प रवार का एक लघु ितिब ब है तथा एक मा यम है िजससे हम
एक बधं न म आब हो सक |
ओिडशा के सवािधक िज़ल के साथ हम एक िवशाल व वैिव यपूण े म ब कं ग सेवा मौहयै ा
कर रहे ह | पवू त दने ा बक व पूवत िवजया बक के साथ जुडने से हमारा सबं लपुर प रवार
और अिधक िवशाल व और अिधक सश आ है |
हम यह आशा करते ह क संबल- सरु िभ के इस अंक के मा यम से आप सभी हम से और अिधक
जुडगे बि क भिव य म भी आप सभी का हे एवं मागदशन हम ा होगा |

सादर

(सदु ीप कु मार घोष)
व र बधं क (राजभाषा)
सबं लपुर े

***** वा षक कारोबारी आकं ड*****

कारोबारी मद माच’18 माच’19 वष दर वष दर वष
वष
मागं जमा 172 200 16.71
बचत जमा 765 814 29 6.42
937 1014 49 8.3
कासा 1005 2957 78 194.17
िमयादी जमा 1952 6.3
104.53
खदु रा िमयादी जमा 671 713 42 11.82
कु ल जमा
1942 3972 2030 17.03
कु ल अि म * 1100 1230 130
खदु रा अि म * 27.99
LABOD/ODBOD को 253 296 43 0.55
-26.56
छोड़कर) 139 178 39
कृ िष अि म *
419 421 2
एमएसएमई अि म *
लाभ 45 33 -12

े के दशन के मु य बदं ु :

 े ने अपने िमयादी जमा, कु ल जमा, अि म े के कु ल औसत, कृ िष अि म व

गैर िन पा दत आि तय क वसलू ी के े म िनधा रत अपने ल य को ा कर
िलया है |

 े ारा मागं जमा के तहत 16.71 %, कु ल जमा के तहत 104.53 % , कु ल

अि म के तहत 11.93 %, खदु रा अि म के े म 17.03 % एवं कृ िष अि म

के े म वष दर वष 21.15 % क विृ दज क है |

 े िडिजटल सं वहार म अपने ल य का 140 % ा कर अिखल भारतीय

तर पर थम थान पर रहा एवं वकै ि पक िडलीवरी चनै ल के मा यम से कए

गए सं वहार म 33.22 % के साथ हमारा े 7 व पाए दान पर रहा |
 े ने सम त सरकारी कारोबार ारा पीपीएफ, सकु या समृि योजना एवं

अटल पशन योजना के सम त ल य ा कए ह |

दनाकं 06 एवं 07 अग त 2018 को े ीय कायालय सबं लपरु म शाखा बंधक क समी ा बैठक का आयोजन कया
गया | इस अवसर पर े के सम त शाखा के शाखा बंधक ने भाग िलया | इस अवसर पर े ीय मखु महोदय ने
सम त शाखा बंधक से यह आ वाहन कया क िपछली ितमाही हमारे े ने बड़े तार पर कोई कारोबारी गित दज
नह क है एवं यह आव यक है क आगामी ितमाही म हम अपने सम त ल य को ा कर एवं इस े के इितहास को
पुनः दौहराएँ |

दनाकं 06 एवं 07 अग त 2018 को े ीय कायालय सबं लपरु म शाखा बधं क क समी ा बठै क का आयोजन कया
गया | इस अवसर पर शाखा बधं क को सबं ोिधत करते ए े ीय मखु ी िववके गु ा एवं उप े ीय बधं क ी
अिन िम ा जी |
के रल म आए भयकं र बाढ़ क भयावहता के कारण कई ाण एवं धन सपं दा क हािन ई | इस गभं ीर ि थित पर बक ऑफ़
बड़ौदा , े ीय कायालय सबं लपरु के टाफ सद य ने बाढ़ पीिडत के सहयोग हते ु अपने एक दन का वते न तथा 15000/-
क अित र नकद रािश सहयोग व प मु यमं ी आपदा राहत कोष म जमा कया |

15 अग त पर बक ऑफ़ बड़ौदा के े ीय कायालय म े ीय मखु ी िववके गु ा जी ने रा वज फहराया | इस
अवसर पर उपि थत टाफ सद य व उनके प रवार वदंृ |

दनाकं 24-09-2018 को राउरके ला क म आईसीडीसी के त वावधान म आयोिजत आगं नवाडी क बठै क म एसएचजी
एवं जएे लजी के सबं धं म एक कायशाला का आयोजन कया गया | इस अवसर पर सरकारी िवभाग के ारा चलाये गए
अिभयान यथा अटल पशन योजना , सकु या समिृ योजना आ द के सबं धं म ी मानस रंजन पाढ़ी जी (व र बधं क,
िवपणन) ने जाग क कया गया | इस अवसर पर सीडीपीओ ीमती लिलता नायक भी उपि थत थी |

संबलपरु े म कसान पखवाडा का आयोजन

अनगुल शाखा दवे गढ़ शाखा

जेयपरु शाखा कं टयापसी शाखा

रा ीय एकता दवस -2018

सतकता स ाह -2018

दनाकं 29-10-2018 को े ीय कायालय सबं लपुर म सतकता स ाह का आयोजन कया गया | इस अवसर पर े ीय
बधं क ी िववेक गु ा जी ने आज के इस दौर पर िवशेष प से सवे ा े म अिधक सतक रहने क बात कही | साथ
ही उप े ीय बधं क ी अिन िम जी ने भी इस बात को रेखां कत कया क ब कं ग े समाज के साथ ओत ोत
प से जुड़ा े है अतः हम अपने कम थल म सदैव सतक रहना चािहए एवं य द कही से भी कसी भी कार क

ाचार क खबर ा होती है तो उसे अव य ही उ ािधका रय के सम रखना चािहए |
इसके साथ ही ी स यानंद नायक जी(व र बधं क, सतकता) ने े ीय कायालय के सम त टाफ को शपथ पाठ
करवाया |

सतकता स ाह के अवसर पर टाफ सद य को सतकता स ाह के अवसर पर टाफ सद य ारा शपथ
सबं ोिधत करते ए े ीय मखु ी िववके गु ा जी पाठ कया गया |
साथ ही उप े ीय बधं क ी अिन िम जी |

बक ऑफ़ बड़ौदा संबलपुर म आयोिजत ाहक सगं ो ी

दनाकं 11.11.2018 को बक ऑफ़ बड़ौदा के े ीय कायालय संबलपरु ारा एक ाहक सगं ो ी का आयोजन होटल ाडं सीबा म कया
गया ।इस अवसर पर अंचल मखु ी राज कु मार जी पधारे ।काय म का ारंभ करते ए े ीय बंधक ी िववके गु ा जी ने अचं ल

मुख एवं शाखा से पधारे ाहक का वागत कया ।
कायकम के अंतगत अंचल मखु ी राज कु मार जी ने शाखा से आए ाहक को भारतीय ब कं ग कोड एवं मानक बोड (बीसीएसबीआई)
एवं हमारे एसएमई व िविवध िव ीय उ पाद के सबं धं म जाग क कया एवं ाहक को यह आ ासन दया क उनके यके िव ीय
आव यकता के िलए हमारा बक िविवध उ पाद के साथ उनक सवे ा म त पर है । इसके उपरांत उ ह ने ाहक ारा बक के िविवध
उ पाद के सबं धं म के उ र दए ।

दनाकं 11-11-2018 को बक ऑफ़ बड़ौदा सबं लपरु े के त वावधान म एक ाहक सगं ो ी का आयोजन कया गया | िजसक अ य ता बक के
अचं ल मखु ी राजे कु मार जी (महा बधं क) ने क |

संबलपरु के िस कोशल किव प ी ी हलधर नाग

ी हलधर नाग का ज म ओिडशा के बरगढ़ िजले म 31 माच 1950 म आ | 10 वष क एक छोटी सी आयु म ही िपता
के अक मात दहे ांत के कारण बालक हलधर को तीसरी क ा के उपरांत अपना कू ली जीवन यागना पडा एवं घर प रवार
के भरण पोषण क सारी िज़ मदे ारी न हे हलधर के कं धो म आ पड़ी |परंतु हलधर (भगवान बलराम) क भांित ही उ ह ने
इस उ रदािय व को उठाया एवं एक िमठाई के दकू ान म बतन धोने का काम कया |
16 वष क आयु म इस िव ालय छोड़े ए बालक को पनु ः िव ालय म थान ा आ एक छा के प नह वरन एक

रसोईए के प म | इसके उपरांत 1000 का उधर लके र उ ह ने िव ालय के छा के िलए एक छोटी सी कॉपी कताब

क दकू ान खोली |इसी दौरान ही सन 1990 के आस पास ही उनके किव दय का ोत फु टत आ | पहले पहल कु छ
थानीय पि का म उनक रचना का काशन आ परंतु इसके उपरातं े ीय तर पर हलधर नाग एक च चत नाम हो
गए िजसक िस ी न के वल ओिडशा वरन पड़ोसी रा य छ ीसगढ़ म भी फै ली | परंतु अब हलधर नाग एक आचं िलक
किव नह वरन लोक किव र के प म िस ए|
हलधर जी ने अपनी किवता का िवषय सदवै ही शोिषत एवं हािशए पर पड़े जन सामा य को बनाया | वे भाषा म ांितकारी
, वभाव म सौ य एवं कृ ित म किव दय ह |
आज इस तृतीय क ा तक कू ली िश ा ा किव पर संबलपुर िव िव ालय के कई िव ाथ शोध कर रह ह साथ ही
हावड िव िव ालय ने उनके जीवन व का को अपने पा म म थान दया है |हाल ही म बीबीसी ने उन पर डॉ यमू ी
फ म बनाई एवं उनके जीवन व का पर चचा क | सन 2008 म उ ह भारत से सािह य के े म नोबले पुर कार हते ु
नामां कत भी कया गया था |

आज 66 वष के हलधर नाग जो क ा ३ म िव ालय से आ थक कारण से िनकल तो गए परंतु उनके किव दय ने कसी
भी बाधा को वीकार नह कया एवं अपनी किवता व रचना के कारण भारत के महामिहम रा पित ी णव मखु ज
से भारत का ततृ ीय सव स मान प ी ा कया |
सादा जीवन उ िवचार वाले यह लोक किव र शरीर पर के वल धोती एवं शाल पहनते ह एवं नंगे पाँव रहते ह | किवता
के िवषय म उनका व है क “ का म वा तिवक जीवन का अंकन होना चािहए साथ ही जन सामा य के िलए एक
संदशे भी होना आव यक है |”
कृ ितयाँ : लोकगीत, महासती उ मला ,वीर सु दर साई आ द |

घर पर भोजन पकाते ए ी हलधर नाग | भारत के भतू पवू रा पित ी णव मुखज से प ी स मान
ा करते ए ी हलधर नाग |

शाखा तर पर आव यक सरु ा इंतज़ाम

चँू क बक भारतीय रज़व बक ारा जनमानस के संिचत धन के अिभभावक के प म बनाया गया है | अतः बक क
िज़ मेदारी न के वल उसके उ अिधका रय के ित बि क उससे कई हज़ार ाहक के ित भी अिधक आव यक बन
जाती है | आज के इस दौर म यह आव यक है क शाखा व शाखा म पद थ सम त टाफ़ सद य आव यक सरु ा इंतेज़म
के ित जाग क रहे एवं अपने दैनं दन काय े म िन िलिखत िवषय का अनपु ालन सुिनि त कर :

क) शाखा बंद करने से पवू शाखा प रसर म लगे अलाम िस टम क जाँच क जाए एवं यह सुिनि त कया जाए क
वह नाईट मोड पर हो |

ख) शाखा म लगे सीसीटीवी क जाँच कर ली जाए क शाखा म काम कर रहा है या नह |
ग) शाखा के बंद होने के अवसर पर िबजली का मेन ि वच बंद कया जाए | यह यान रख जाए क िबजली के वल

यपू ीएस को ही ा हो चूँ क सीसीटीवी एवं अलाम िस टम यूपीएस के मा यम से जुड़े ह | यह सिु नि त कया
जाए क सीसीटीवी एवं अलाम िस टम एवं अ य सुर ा उपकरण को िनबाध िबजली ा हो रही है |
घ) एटीएम सुर ा कम िवशषे तः ऑन साईट एटीएम के सदं भ म यह िनदश दए जाएँ क वह इन दन िवशेष तौर
पर चौक े रह | उ ह शाखा के टाफ़ सद य , थानीय पिु लस, अि शमन के आ द के फोन नंबर इस िनदश के
साथ दए जाएँ क वह आकि मक अवसर पर उ क के साथ संपक कर सक |
ङ) शाखा के संबंिधत अिधकारी समय समय पर शाखा का दौरा कर | पड़ोिसय /शाखा प रसर के मािलक को संबंिधत
टाफ़ सद य का फोन नबं र भी मुहयै ा करवाया जाए |
च) इन लंबे अवकाश के दौरान शाखा यह सिु नि त कर क शाखा इस दौरान यनु तम नकद शषे शाखा प रसर म
रख |
छ) शाखा प रसर के सम त िखड़क दरवाज़े ठीक ढंग से बदं कए गए ह |
ज) थानीय पिु लस को इस लंबे अवश के दौरान शाखा बदं होने के सबं धं म िलिख प म सिू चत क जाए एवं यह
आ ह कया जाए क वह इन दन पाने पहरे के दायरे म शाखा व िनकटवत थान पर भी नज़र रख |
झ) इस हते ु जहाँ तक संभव हो थानीय चौक दार एवं ाम सरु ा सिमितय क सेवा भी हण क जा सकती है |
ञ) परे ीमीटर सरु ा लाईट मोहयै ा क जाए एवं रात के समय पर वह बक के साइन बोड के साथ ही “ऑन” ि थित
मह |
ट) यह यान दए जाए क ऋण संबंधी सम त द तावज़े अि ितरोधी कै िबनटे / सेफ जहाँ तक संभव हो ग

म म रखे जाएँ |

ठ) शाखा के िविवध चािबय के सबं धं म जारी प रप सं या एचओ:बीआर:109:96 दनाकं 06-06-2017 का

संदभ हण कया जाए | यह धयन रख जाए कबं कं ग कारोबारी समय के उपरांत चािबयाँ ािधकृ त अिभर क
के पास ही रखी जाए एवं कसी भी समय यह शाखा प रसर म न छोड़ी जाएँ |
ड) शाखा प रसर के सम त क यथा नकद अिभर ा क , ि ल गटे एवं शटर के सम त ताले गो ेज ूरा से बदल
दए जाएँ |
ढ) सम त सरु ा उपकरण क जाँच दिै नक आधार पर क जाए एवं उपकरण के काय करने एवं इस संबंध म क
गई कारवाई के संबधं म अपनी ट पणी उपकरण जाँच रिज टर म दज क जाए |य द कोई उपकरण खराब हो
तो इस सबं ंध म हमारे ािधकृ त स वस ोिवड को सूिचत कया जाए एवं इस िववरण को रिज टर म दज कया
जाए |
ण) नकद धन ेषण से सबं ंिधत जानकारी हर समय एस एम एस मा यम से थानीय पिु लस टेशन एवं पिु लस आयु
व उप आयु को भजे ा जाए |

िच रंजन पािण ाही
सुर ा अिधकारी

बक ऑफ़ बड़ौदा,सबं लपरु े क छमाही समी ा बठै क

बक ऑफ़ बड़ौदा,सबं लपरु े क छमाही समी ा बठै क म शाखा मखु को सबं ोिधत करते ए े ीय मखु ी िववके गु ा जी व मचं ासीन
अचं ल मखु (महा बधं क) ी राजे कु मार जी (म य म) एवं उप े ीय मखु ी अिन िम जी |

िशखर का स मान

ी वले ाकं वकटे रलु सहायक महा बधं क, ी रंजन िस हा, मु य बधं क बड़िबल शाखा
राउरके ला मु य शाखा

ी तषु ारकातं िु , मु य बधं क, पॉवर ी मानस रंजन पाढ़ी, व र बधं क, े ीय
हॉउस शाखा कारोबारी िवकास बधं क

रगाली शाखा के तहत नकद रिहत ाम : गोलामाल

रगाली शाखा ारा उनके प रचालन े म आने वाले गोलामाल ाम को नकद रिहत ाम के प म हण कया गया | इस अवसर
पर ामवािसय को भारत सरकार क िडिजटल इंिडया के िवषय म अवगत करवाते ए उप े ीय बधं क ी अिन िम |

वयं सहायता समहू लकं े ज व ऋण सिं वतरण िशिवर – रगाली शाखा

दनाकं 01.12.2018 को बक ऑफ़ बड़ौदा , े ीय कायालय सबं लपुर के त वावधान म आनवे ाले रगाली शाखा ारा एक वयं
सहायता समहू लकं े ज व ऋण सिं वतरण िशिवर का आयोजन कया गया |

बसंतपुर शाखा ारा आयोिजत वयं सहायता समूह िशिवर

दनाकं 15-01-2019 को सबं लपरु े के बसतं परु शाखा ारा एक वयं सहायता समहू िशिवर का आयोजन कया गया | इस
अवसर पर कु ल 6 समहू को लकं कया गया तथा 8 लाख सिं वत रत कए गए |

एक दवसीय एमएसएमई आउटरीच काय म

दनाकं 08-02-2019 को सबं लपरु े के बरगढ़ िजले म आ थक सवे ा िवभाग,िव मं ालय ,भारत सरकार के त वावधान म एक दवसीय
आउटरीच काय म का आयोजन कया गया | इस अवसर पर े ीय कायालय ,सबं लपरु क ओर से उप े ीय बधं क ी अिन िम जी ने

िशकत क |

SIGNIFICANCE OF RISK MANAGEMENT IN INDIAN BANKING SYSTEM

A banking system is a group or network of institutions that provide financial services for us. These
institutions are responsible for operating a payment system, providing loans, taking deposits, and
helping with investments and which include various risk which requires proper management to
mitigate it. So now a day’s risk management is an area that is experiencing rapid growth and it
entails many and various perspectives and views of factors that are involved, how they are
conducted and their uses. As a consequence of global financial crisis, regulators and financial
industry leaders agree on the need for a comprehensive risk management reform in the financial
field.

INTRODUCTION
Banks and financial institutions assume risks during the course of conducting business for the
purpose of realizing returns on investments. It is obvious that these risks can potentially eliminate
expected returns and entail losses for these institutions. Some are expected while others may be
unexpected. Banks and institutions typically have reserves for expected losses but unpredictable
events such as economic crisis or falling interest rates cause institutions to rely on their capital to
alleviate related losses. This is where the need of effective risk management arises.

RISK MANAGEMENT PREREQUISITES

Main prerequisites of Risk Management is ability of Indian banks to measure and manage risk
effectively. In order to measure risk, the country must have solid accounting and disclosure
standards that provide accurate, relevant, comprehensive and timely information so that banks can
assess the condition and performance of borrowers and counterparties. Banks also need reliable
information on the credit history of potential borrowers and on macroeconomic and financial
variables that can affect credit and other risks. Additionally, banks need a staff with sufficient
expertise in risk management to identify and evaluate risk. Implicit method is another way of
evaluating risk which totally depends upon the ability of borrower to repay or his willing to
maintain his credit worthiness with bank.

TYPES OF BANKING RISK

 Credit Risk: Credit risk arises from the potential that an obligor is either unwilling to perform
on an obligation or its ability to perform such obligation is impaired resulting in economic loss
to the institution.

 Liquidity Risk: Liquidity risk is the potential for loss to an institution arising from either its
inability to meet its obligations as they fall due or to fund increases in assets without incurring
unacceptable cost or losses.

 Market Risk: Market risk is the risk of losses in on and off balance sheet positions as a result of
adverse changes in market prices i.e. interest rates, foreign exchange rates, equity prices and
commodity prices.

 Operational Risk: Operational risk is the current and prospective risk to earnings and capital
arising from inadequate or failed internal processes, people and systems or from external events.

 Strategic Risk: Strategic risk is the current and prospective impact on earnings, capital,
reputation or good standing of an institution arising from poor business decisions.

 Compliance Risk: Compliance risk is the current or prospective risk to earnings, capital and
reputation arising from violations or non-compliance with laws, rules, regulations, agreements.
KEY PRINCIPLE OF EFFECTIVE RISK MANAGEMENT

Risk Appetite Determination: Financial institutions need to determine their appetite for different
types and levels of risk, carefully taking into consideration their organizational capacity to
manage such risks. Business strategy as the backbone of revenue pursuits needs to be developed
and continuously brought in line with that risk appetite.
Risk-Based Incentives and Compensation: Financial institutions should remunerate and
incentivize employees and management on the basis of long-term, risk-adjusted value added to
the organization.
Pervasive Risk Culture: Building a risk-aware culture requires recognition at all levels and by all
members of an organization including individual responsibility and accountability in identifying
and managing risks.
Strong Chief Risk Officer and Risk Function: Every financial institution should have a designated
senior executive responsible for all aspects of risk management and all types of risk. The risk
management function in every organization should be given adequate status, authority and
resources. The financial and technological resources available to the risk function are also a
measure of risk function strength and should be commensurate with the complexity and
importance of its role.

RISK MITIGATION AND CONTROL

Financial and non-financial risk can be mitigate effectively by Indian bank by using above
methods as well as by appointing the senior most official at different level to monitor the risk.
1) Risk Management Dept.:- It should be at top level of management to monitor entire bank.
2) Chief Compliance Officer: - Person should be competent to comply all guidelines of banks

and advise accordingly to bank employees and aware about various risk arising from non-
compliance.
3) Chief Risk Officer: - Every financial institution should have a designated senior executive
responsible for all aspects of risk management and all types of risk.

CONCLUSION

Risk management is a higher priority these days for almost all industry fields. Not many
industries have experienced the effect of risk management more profoundly than the financial
services industry. As experienced as results of economic crisis, failure to address risk from a
holistic perspective will have adverse consequences for banks, financial institutions and the
economy as a whole. Leading executives recognize that paying close attention to risk
management will not only avoid losses, but will also be a means of competitive advantage.
Therefore, risk management has never been of more vital importance than it is today.

Neeraj Kumar Patel
Officer (Risk Monitoring)

एक दवसीय िव ीय समावशे न एवं एसएचजी ऋण िवतरण िशिवर

दनाकं 26-02-2019 को सबं लपरु े के बौ िजले म एक दवसीय िव ीय समावशे न एवं एसएचजी ऋण िवतरण
िशिवर का आयोजन कया गया | इस अवसर पर 12 वयं सहायता समूह के सद य उपि थत ए िज ह कु ल 14 लाख
के ऋण वीकृ त कए गए | इस अवसर पर िजला अि णी बधं क(एसबीआई) ी आर.के से ी जी,तथा ओिडशा सरकार
के ओिडशा आजीिवका िमशन प रयोजना के िजला मुख ी एम.पी सने ापित जी ने भी िशकत क | इस अवसर पर

े ीय कायालय ,संबलपुर क ओर आरबीडीएम ी मानस रंजन पाढ़ी व कृ िष अि म िवभाग के मुख से अर वदं बाड़ा
शािमल ए | साथ ही इस अवसर पर बौ शाखा के शाखा बधं क ी राजाराम वा भी उपि थत थे |

दनाकं 26-02-2019 को सबं लपरु े के बौ िजले म एक दवसीय िव ीय समावशे न एवं एसएचजी ऋण िवतरण िशिवर
काय म का आयोजन कया गया | इस अवसर पर 12 वयं सहायता समहू के सद य उपि थत ए | इस अवसर पर िजला
अि णी बधं क(एसबीआई) ी आर.के से ी जी,तथा ओिडशा सरकार के ओिडशा आजीिवका िमशन प रयोजना के िजला मखु

ी एम.पी सने ापित जी ने भी िशकत क |

अतं ररा ीय मिहला दवस के अवसर पर िव ीय समावशे न एवं एसएचजी ऋण तरण िशिवर

दनाकं 08-03-2019 को संबलपरु े के बरगढ़ िजले म अंतररा ीय मिहला दवस के अवसर पर एक दवसीय िव ीय
समावशे न एवं एसएचजी ऋण तरण िशिवर का आयोजन कया गया | इस अवसर पर 12 वयं सहायता समहू के सद य उपि थत

ए िज ह कु ल 15.45 लाख के ऋण वीकृ त कए गए |

राजभाषा ावधान : या और य ??

इस इकाई के मा यम से जानगे क भारतीय संिवधान के अनसु ार धारा 3 (3) के िनयम व ावधान के संबंध म जानगे :

१ . राजभाषा या है ?
२. राजभाषा और जनभाषा म अतं र ?

३. धारा 3 (3) या है ?

४. कायालय म राजभाषा को कै से बढ़ाया जा सकता है ?
कसी एक े ीय कायालय म राजशे एवं अिमत एक प रप के िवषय पर बात करते ए :

राजशे : अरे अिमत भाई ये प रप मने बनाया था ज़रा इसक जाँच कर दो |
अिमत : राजेश जी प रप का िवषयव तु तो ठीक है पर यह के वल अं ेजी म य डाल रहे हो ?
राजशे : य , सभी तो अं ेजी समझते ही है फर या अब े के अनुसार हर भाषा म यह बनाना पड़ेगा ?
अिमत : राजेश जी इस िवषय म तो म ठीक से नह जानता पर हमारे कायालय म पद थ राजभाषा अिधकारी ने हम यह बताया
था क प रप एवं ऐसे ही कु छ अ य द तावज़े हदं ी एवं अं जे ी दोन भाषा म होनी चािहए |
राजशे : अ छा ! चलो ठीक है | इस बार यह अं जे ी म जाने दो अगली बार कर लगे |
अिमत : राजेश भाई मने सनु ा है क यह गलत है एवं सिं वधान के िनयम के िवपरीत है य द कोई भी द तावज़े ि भािषक नह
कया गया है तो यह राजभाषा अिधिनयम के िव होगा |
राजशे : भाई अब यह राजभाषा कौन सी भाषा है ?
अिमत : चिलए इस संबधं म हम हमारे े म पद थ राजभाषा अिधकारी िवकास जी से पछू ते ह |
दोन अपनी शंका को दरू करने हेतु िवकास जी क मज़े क तरफ जाते ह |
िवकास : अरे ! राजेश जी अिमत जी नम कार या बात है आज िनरी ण एवं अि म िवभाग दोन को राजभाषा क कै से याद
आ गई |
अिमत : िवकास जी ये हमारे राजशे भाई एक प रप िनकाल रहे थे वो भी अं ेजी म, तो मझु े याद आया क यह तो राजभाषा
अिधिनयम का उलघं न है | वो और भी कई चीज़ पूछ रहे थे तो मने सोचा आपसे ही बात हो जाए तो ब ढ़या |
िवकास : वाह अिमत जी आपको इस िवषय का ान है ब त ब ढ़या |
राजशे : भाई िवकास ये तो ठीक है पर यह तो बताओ क बार बार राजभाषा राजभाषा बोल रहे हो आिखर यह राजभाषा है

या और यह हमारी साधारण भाषा से कस कार िभ है ?
िवकास : यह जानकर बड़ी स ता ई क आप इस िवषय को जानने के इ छु क है | साधारणतः हम िजस भाषा का योग
सामा यतः करते ह उसे हम संपक भाषा कहते ह एवं यही सपं क भाषा जब एक बड़े ापक े म योग म लाते ह तो उसे जन
भाषा कहा जाता है | राजशे जी या आपने यह यान दया है क कायालय म योग हेतु िजस भाषा का योग हम करते ह वह
हमारे सामा य भाषा से िभ है |
अिमत : हाँ िवकास जी यह तो मने देखा है चाहे हंदी हो या अं ेजी हम कु छ कु छ ऐसे श द का योग करते ह जो हम साधारण
बोलचाल म नह लाते |
िवकास : हां राजशे जी , साधारण श द म कायालयीन एवं शासिनक योग अथात प ाचार, नोट,ई-मेल आ द बनाते समय
हम िजस भाषा का योग करते ह उसे राजभाषा कहते ह |
राजशे : अ छा ! इसी कारण इस भाषा म हम इस भाषा से अतं र पाते ह |

िवकास :जी
अिमत : िवकास जी यह बताइए या राजभाषा के सबं ंध म कोई ावधान भी है ?

िवकास : जी हाँ | भारतीय सिं वधान के भाग 17 के अनु छेद 120 म ससं द म योग क जानवे ाली भाषा के सबं ंध म उ लेख है
वह अनु छेद 210 के तहत िवधान मंडल म योग क जानवे ाली भाषा का उ लेख कया गया है | भारतीय सिं वधान के तहत
अनु छेद 343-351 तक संघ क भाषा के सबं धं म िव तार से उ लखे कया गया है |

राजशे : इस िवषय पर ज़रा सं पे म बताइए िवकास जी |

िवकास : अनु छेद 343 के मा यम से हदं ी भाषा व इसक िलिप देवनागरी के िवषय म बताया गया है

अिमत : अ छा ! तो या िलिप दवे नागरी है तो फर अकं भी हंदी वाले ही ह गे |
िवकास : नह ,अकं वही योग म आएगँ े जो हम साधारणतः योग म लाते ह |
राजशे : मतलब अं जे ी वाले अंक ही योग कए जाएंगे |
िवकास : राजशे जी िजन अकं को आप अंगजे ी के अकं कह रहे ह वह दरअसल भारतीय अंक का अंतरा ीय प है एवं अनु छेद
343 म इसका उ लेख कया गया है क अंक के े म इ ही अकं णाली अथात भारतीय अकं के अंतरा ीय होगा अथात
1,2,3 |

राजशे : अ छा ! अब भाई यह बताओ यह प रप आ द को दो भाषा म बनाए के सबं धं म या ावधान है ?

िवकास : राजेश जी इन अनु छेद के साथ ही अिधिनयम 1963 ,1967 एवं 1976 भी राजभाषा के सबं ंध म मह वपणू िनदशे
दते े ह | 1963 के िनयम 3 (3) के तहत कायालय म योग कए जाने वाले ऐसे 14 द तावज़े ह िजनका ि भाषीकरण कया
जाना बा यतामलू क है , यह द तावेज़ िन िलिखत है :

राजभाषा अिधिनयम 1963 क धारा (3)3 के अतं गत अिनवाय प से ि भाषी जारी कए जाने वाले कागज़ात

1 सामा य आदशे General Orders
2 संक प Resolution
3 प रप Circulars
4 िनयम Rules
5 शासिनक या
Administrative or other
अ य ितवदे न reports
Press
6 ेस िव ि यां
Release/Communiques

7 सिं वदाएं Contracts
8 करार Agreements
9 अनु ि यां
1 िनिवदा ा प Licences
Tender Forms
0
Permits
1 अनु ा प
Tender Notices
1
Notifications
1 िनिवदा सचू नाएं
Reports and documents to
2 be laid before the
Parliament
1 अिधसचू नाएं

3

1 ससं द के सम
4 रखे जाने वाले

ितवदे न तथा
कागज़ प

अिमत : पर िवकास जी कायालय म तो कई िवभाग है यह ि भािषक िनकाल रहे ह या नह इसक जाचँ कहाँ से कर ?

िवकास : अिमत जी जो भी ि इन द तावजे को जारी कर रहा है अथात कायालय के शासिनक धान का यह उ रदािय व
होगा क वह यह सिु नि त करे क सम त अिधिनयम एवं िनयम के उपबंध के अधीन जारी कए गए िनदशे का समिु चत प
से अनुपालन हो रहा है |

राजशे : ध यवाद िवकास जी जो आपने इसने मह वपणू िवषय के सबं ंध म हम बताया |

िवकास : राजशे जी ध यवाद तो आपका करना चािहए क आपने इस िवषय म उ सकु ता दखाई | याद रिखए राजभाषा के वल
एक ि का ि गत या नैितक दािय व नह यह हम सभी का सािं वधािनक दािय व भी है |

************************************************x***************************************************

शाखा तर पर राजभाषा रे क का चयन एवं उनके काय-दािय व

राजभाषा का काय क िनगरानी मलू तः भारत सरकार के गृह मं ालय के तहत कायरत राजभाषा िवभाग के ारा कया जाता है
| राजभाषा का मूल तभं रे णा, ो साहन एवं परु कार पर आधा रत है | परंतु यह काय एक अिधकारी िवशेष ारा पणू प से
दैिनक आधार पर कया जाना सभं व नह है | इस हेतु हमारे बक म जहाँ े ीय तर पर राजभाषा अिधकारी राजभाषा के चार
एवं सार हेतु पद थ है वह शाखा तर पर राजभाषा रे क क प रक पना भी क गई है |

चँू क राजभाषा मलू तः अनपु ालन का िवषय है अतः इन राजभाषा रे क का मूल दािय व है क वह शाखा तर पर राजभाषा के
यके सवं ैधािनक व सामािजक ावधान का अनुपालन शाखा तर पर सिु नि त कर |

मलू तः शाखा तर पर ऐसे अिधकारी िज ह हदं ी का ान हो एवं जो हदं ी म काय कर पाने म स म हो को शाखा तरीय राजभाषा
रे क के प म िचि हत कया जाता है | शाखा तरीय राजभाषा रे क के काय दािय व िन िलिखत ह :

राजभाषा रे क के काय दािय व :
 शाखा म खलु े सम त नए फाइल पर नाम हदं ी म िलखा जाए |
 उपि थित रिज टर पर सम त टाफ सद य के नाम हदं ी म िलख जाएं |
 इस बात का यान रखा जाए क शाखा म यु सम त मोहरे (सील) व लखे ा साम ी ( टेशनरी)

ि भािषक हो |
 शाखा तर पर सम त टाफ सद य के हदं ी ान तर के िवषय म एक म टर तयै ार कर िजसमे उनके

शिै क यो यता के साथ यह जानकारी हो क उ ह ने हदं ी क िश ा कस तर तक ा क है अथात
मै क तक ,उससे कम या उससे अिधक |
 इस बात का िवशषे यान रखा जाए क य द शाखा को कोई प हदं ी या ादिे शक भाषा म ा हो
तो उसका उ र के वल हदं ी या ादिे शक भाषा म ही दया जाए |
 राजभाषा रे क यह सिु नि त कर क शाखा तर पर “ राजभाषा काया वयन सिमित” का गठन कया
गया हो एवं यके ितमाही म सिमित क बठै क का आयोजन कया जाए िजसमे कायालयीन तर पर
राजभाषा के अिधकािधक योग पर चचा क जाए |
 यह सिु नि त कया जाए क शाखा तर पर कु छ वाउचर हदं ी म भी िलखे जाएँ (य द श द के िवषय
म कोई शकं ा हो तो उस अं जे ी श द को दवे नागरी हदं ी म िलखा जा सकता है |
 येक ितमाही म राजभाषा ितमाही रपोट ऑन लाइन ततु क जाए |

उ काय के मा यम से न के वल शाखा तर पर हम राजभाषा के े म अपना योगदान दान कर सकते ह वरन उ काय के
मा यम से हम जनमानस के साथ उनक भाषा म जडु सकते ह एवं अपने काय े म अनुपालन के इस मह वपूण े को िजसे
अ सर छोड़ दया जाता है को परू ा कर सकते ह |

नराकास, सबं लपरु के अ य ी रािजव रंजन िम ा (अ य सह बधं िनदेशक, महानदी कोल फ स िलिमटडे )
ने ी अिन िम ,उप े ीय बधं क तथा ी सदु ीप कु मार घोष, बधं क राजभाषा को राजभाषा परु कार शी ड
(ि तीय परु कार) देकर स मािनत करते ए |

दनाकं 15-09-2018 को े कायालय के राजभाषा िवभाग व अ य िवभाग क सहायता से बने सरल उिड़या िश ण सीडी
“आसो उिड़या िसिखबा” का िवमोचन े ीय बधं क ी िववके गु ा जी ने कया |

दनाकं 11.01.2019 को े ीय कायालय सबं लपरु म िव हदं ी दवस का आयोजन कया गया । इस अवसर पर
राजभाषा कायशाला का आयोजन कया गया िजसम े क कु ल 15 शाखा से पधारे टाफ़ सद य ने भाग िलया

े ीय बधं क ी िववके गु ा जी ने दसबं र ितमाही हते ु े ीय राजभाषा क त परु कार 'रॉ लगं ॉफ ' व
िग ट काड देकर ीमती शुभल मी को परु कृ त कया ।

दनाकं 11.01.2019 को े ीय कायालय सबं लपरु म िव हदं ी दवस का आयोजन कया गया । इस अवसर पर
राजभाषा कायशाला का आयोजन कया गया िजसम े क कु ल 15 शाखा से पधारे टाफ़ सद य ने भाग िलया ।

अतं ररा ीय मातभृ ाषा दवस के उपल य पर दनाकं 26-02-2019 को सबं लपरु े के राजभाषा मॉडल शाखा रायगढा
शाखा ारा िववके ानदं कू ल म एक ओिड़या का आविृ ितयोिगता का आयोजन कया गया एवं परु कार िवत रत
कए गए |


Click to View FlipBook Version