The words you are searching are inside this book. To get more targeted content, please make full-text search by clicking here.
Discover the best professional documents and content resources in AnyFlip Document Base.
Search
Published by NEW INDIA ABROAD, 2023-04-24 05:21:08

New India Abroad Hindi Epaper 24042023

New India Abroad Hindi Epaper 24042023

Keywords: RNC, Republican hindu community, Indian American impact, United Punjab of America, AAPI, permanent residency in Canada, Sikh extremist Pavitar singh, Madhusmita, UK Marathon, Hinduphobia, Vivek ramaswami on WEF, Indian diaspora in Oman, Crypto currency, Eid Mubarak in USA, UN, Vedant Madhavan, Northwestern university, Hindu groups, Hindu YUVA, Dr. Nori, Ro Khanna, Indian congressman, MIT Program, Raj Subramaniam, Suhas Subramaniam, Nikki haley, California, Sikh community in USA, Indian currency in Oman, Digital payment, New Jersey Indian community, H1b visa, Mayor Erik, USA Ambassador in India, IMF, Indian economy, Global economy, Crime News, Indian origin, Taranjit singh sandhu, USA Investment in India, Indian community In France, illegal immigration in USA, UNSC, India in UNSC, Indian American women entrepreneur, Elon musk, Sunder Pichai, Incredible India, Food, Foodie, India’s foreign minister comment, Travel

*New India Abroad is a Registered trademark and not affiliated with the newspaper named India Abroad marketed in the US from 1972 to 2021. कारोबारी साझेदारी में US-भारत में कदमताल l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान जमकर व्यापार हुआ है। भारत के वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार दोनों देशों के बीच इस दौरान 128.55 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। दोनों देश इस व्यापारिक साझेदारी को आगे भी जारी रखने के लिए कोशिश कर रहे हैं। वहीं भारत और चीन के बीच व्यापार कम हुआ है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका से द्विपक्षीय व्यापार बढ़ने का चलन आगामी वर्षों में जारी रहेगा। इसके साथ ही भारत और अमेरिका आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांटेशन मैनेजमेंट (IIPM), बैंगलोर के निदेशक राकेश मोहन जोशी का कहना है कि भारत अमेरिका के लिए व्यापार के बड़े अवसर प्रदान करता है। इसकी वजह यह है कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। जोशी के मुताबिक अमेरिका उन कुछ देशों में से एक है जिनके साथ भारत का व्यापार सरप्लस है। आंकड़ों से पता चला कि चीन 2013- 14 से 2017-18 तक और 2020-21 में भी भारत का शीर्ष व्यापारिक भागीदार था। चीन से पहले यूएई सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। 2022-23 में 76.16 बिलियन डॉलर के साथ संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा। इसके बाद सऊदी अरब (52.72 अरब डॉलर) और सिंगापुर (35.55 अरब डॉलर) का नंबर आता है। आंकड़ों पर गौर करतें तो भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में 7.65 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 128.55 अरब डॉलर का हो गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन संग भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। फोटो : ट्विटर @POTUS भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। भारत और अमेरिका आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। मिशन इलेक्शन: RNC ने बनाया हिंदू और भारतीयअमेरिकी गठबंधन l संवाददाता अमेरिका के सामाजिक और राजनीतिक पटल पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय का दबदबा लगातार बढ़ रहा है। भारतीयअमेरिकी समुदाय खासतौर से सियासी गलियारों की एक सशक्त आवाज बन रहा है। लिहाजा अगले साल होने जा रहे राष्ट्रपति पद के चुनाव के मद्देनजर रिपब्लिकन पार्टी ने एक नए गठबंधन का ऐलान किया है जिसे रिपब्लिकन हिंदू एंड इंडियन अमेरिकन कोलिशन (गठबंधन) नाम दिया गया है। रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (RNC) की अध्यक्षा रोना मैक्डेनियल ने घोषणा की है कि शलभ ‘शाली’ कुमार नए गठबंधन के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे, जो समुदाय को चुनाव के लिहाज से संगठित करेंगे। इस मौके पर रोना ने कहा कि हिंदू और भारतीय अमेरिकी परिवारों के साथ रिपब्लिकन कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं। शाली के साथ इस महत्वपूर्ण गठबंधन की घोषणा करते हुए मुझे उत्साह की अनुभूति हो रही है। रोना ने कहा कि हम अमेरिका को उद्यमियों, तकनीकी नवोन्मेषकों, चिकित्सकों, आईटी पेशेवरों, सैकड़ों हजारों छोटे व्यवसायों के मालिकों और हमारी सेना में सेवा सदस्यों के रूप में मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर हिंदू और भारतीय अमेरिकी समुदाय के योगदान का जश्न मना रहे हैं। गठबंधन के ऐलान के बाद शलभ ‘शाली’ कुमार ने कहा कि अध्यक्षा मैकडैनियल एक महान रूढ़िवादी नेता और साठ लाख हिंदू अमेरिकियों की सच्ची दोस्त हैं तथा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मित्र हैं। मैं गठबंधन और कमेटी की मुखिया रोना के साथ काम करते हुए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। बड़ी संख्या में स्थाई तौर पर रिपब्लिकन मतदाता तैयार करने के साथ ही दोनों देशों के संबंधों में मजबूती लाना भी हमारा दायित्व होगा। अगले साल होने वाले चुनाव के लिए सियासी अभियान शुरू हो चुके हैं। लंदन में तिरंगे के अपमान की साजिश रचने वाले अब ऐसे किए जाएंगे बेनकाब? राधा अयंगर बनीं उप रक्षा सचिव, सीनेट ने लगाई मुहर, पेंटागन से जुड़ेंगी ...Page 2 ...Page 18 मैराथन में साड़ी पहनकर मधुस्मिता ने दौड़ लगाई! सोशल मीडिया पर छाई ...Page 5 A platform for the voice of next generation Indian Diaspora Year 1, Volume 27 Washington DC, Monday 24 April, 2023


स्थानीय चुनावों में इन उम्मीदवारों को समर्थन देगा ‘इंडियन अमेरिकन इम्क्ट’ पे l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क अमेरिका के पेंसिल्वेनिया, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, टेक्सास और वर्जीनिया में होने वाले राज्य विधायी (State legislative) और स्थानीय कार्यालय (local office) के चुनावों के लिए भारतीय अमेरिकी संगठन ‘इंडियन अमेरिकन इम्पेक्ट’ ने 9 उम्मीदवारों को समर्थन देने का फैसला किया है। संगठन का कहना है कि इन उम्मीदवारों के निर्वाचित होने पर ये उम्मीदवार अपने समुदाय में बदलाव लेकर आएंगे। संगठन ने ‘द इम्पेक्ट फंड’ के जरिए इन सभी उम्मीदवारों को समर्थन करने की अपील की है। संगठन द्वारा जारी की गई सूची में श्यामली हौथ, ममता सिंह, विक्रम विल्खु, नवीन हवानावर, रमेश प्रेम कुमार, सागर शर्मा, नदीम कय्यूम, नलिनी कृष्णनकुट्टी और केएस भास्कर का नाम है। संगठन का कहना है कि अमेरिका के कई राज्यों में नगरपालिका के चुनाव नजदीक हैं। काउंटी, नगरपालिका, स्कूल बोर्ड और राज्य विधायी के चुनाव सीधे तौर पर हमारे समुदाय और हमारे पढ़ाई कर रहे बच्चों को प्रभावित करते हैं। यह चुनाव अप्रैल और मई के महीने में होने हैं। द इम्पेक्ट फंड द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार लुइसियाना में 29 अप्रैल को आम चुनाव हैं। वहीं 2 मई को इंडियाना और ओहियो में नगरपालिका के प्राइमरी चुनाव हैं। नेब्रास्का में भी 2 मई को नगरपालिका के आम चुनाव हैं। इसके अलावा टेक्सास में नगरपालिका के आम चुनाव 6 मई को हैं। डेलावेयर में 9 मई को स्कूल बोर्ड के चुनाव होंगे। 16 मई को पेंसिल्वेनिया में नगरपालिका के प्राइमरी चुनाव और केंटकी में स्टेटवाइड प्राइमरी चुनाव होने हैं। ऐसे ही ओरेगन में भी 16 मई को नगर पालिका के आम चुनाव हैं। बता दें कि इंडियन अमेरिकन इम्पेक्ट की शुरुआत 2016 में की गई थी। संगठन का प्रमुख कार्य भारतीय अमेरिकियों को चुनाव जीतने और नेतृत्व करने में मदद करना है। इंडियन अमेरिकन इम्पेक्ट आज प्रमुख राष्ट्रीय संगठन बन गया है। संगठन का कहना है कि अमेरिका के कई राज्यों में नगरपालिका के चुनाव नजदीक हैं। काउंटी, नगरपालिका, स्कूल बोर्ड और राज्य विधायी के चुनाव सीधे तौर पर हमारे समुदाय और हमारे पढ़ाई कर रहे बच्चों को प्रभावित करते हैं। गत 19 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग में खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था। मामले में पाकिस्तानी और खालिस्तानी समर्थकों से जुड़ी साजिश के इनपुट्स मिले हैं। एनआईए ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से दर्ज मामले को अपने हाथ में ले लिया है। संगठन का कहना है कि अमेरिका के कई राज्यों में नगरपालिका के चुनाव नजदीक हैं। Photo by Element5 Digital / Unsplash लंदन में तिरंगे के अपमान की साजिश रचने वाले अब ऐसे किए जाएंगे बेनकाब l संवाददाता पिछले मार्च महीने में लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने हिंसक प्रदर्शन करते हुए तिरंगे का अपमान किया था। अब भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली है। घटना के पीछे साजिश की जांच के लिए जांच एजेंसी बहुत जल्द ही एक टीम लंदन भेज सकती है। दरअसल जांच एजेंसी को हिंसक प्रदर्शन मामले में पाकिस्तानी और खालिस्तानी समर्थकों से जुड़ी साजिश के इनपुट्स मिले हैं। जिसके बाद एनआईए ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की ओर से दर्ज मामले को अपने हाथ में ले लिया है। इस प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने 24 मार्च को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज किया था। जानकारों का कहना है कि पिछले हफ्तेब्रिटेन के प्रतिनिधियों के साथ भारत के गृह मंत्रालय (MHA) के अधिकारियों की एक मीटिंग हुई थी। इसके बाद एनआईए को जांच सौंपने का फैसला किया गया था। बता दें कि भारत सरकार ने अगस्त 2019 में एनआईए अधिनियम में संशोधन किया था। इसके तहत इस जांच एजेंसी को साइबर अपराधों और मानव तस्करी के अलावा विदेशों में भारतीयों और भारतीय हितों के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों की जांच करने का अधिकार दिया गया था। भारत सरकार ने पिछले बुधवार को दिल्ली में हुई पांचवीं भारत-ब्रिटेन गृह मामलों की वार्ता के दौरान भारतीय दूतावास पर हमले का मुद्दा उठाया था। भारत ने खालिस्तान समर्थक तत्वों द्वारा भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ब्रिटेन के शरण दर्जे के दुरुपयोग पर भी अपनी चिंताएं जताई थीं। इससे पहले विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा की अनदेखी पर भारत सरकार की तरफ से जवाब मांगा गया था। ब्रिटिश उप उच्चायुक्त को भी तलब किया गया था। भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने इस घटना को अस्वीकार्य बताया था। गौरतलब है कि 19 मार्च को लंदन में भारतीय उच्चायोग में खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान भारत के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया गया था। घटना के वीडियो में कई प्रदर्शनकारियों को खालिस्तान झंडा लिए हुए कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह के समर्थन में नारे लगाते हुए दिखाया गया था। वीडियो में दिखाया गया है कि प्रदर्शनकारियों ने भारतीय अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और अपशब्द कहे। लंदन में भारतीय उच्चायोग के बाहर जमा हुए भारतीयों ने एकजुटता का अहसास कराया था। जांच के लिए NIA बहुत जल्द ही एक टीम लंदन भेज सकती है। फोटो : @DeccanHerald फोटो : @NH_India Indian Star LLC Published Weekly Copyright © 2022 Indian Star LLC Editor in Chief Dr. Sridhar Krishnaswami [email protected] Chief Executive Officer Rajeev Bhambri [email protected] Editor (Hindi) Dr. Rameshwar Dayal [email protected] Registered Address Indian Star LLC, 6215 Rockhurst Rd, Bethesda, MD 20817 USA A publication of Website www.NewIndiaAbroad.Com Disclaimers: 1. New India Abroad is a Registered trademark and not affiliated with the newspaper named India Abroad marketed in the US from 1972 to 2021. 2. Indian Star LLC assumes no liability for claims / assumptions made in advertisements and advertorials. Views expressed by the writers are their own. Email [email protected] Ph. 7323476511 2 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


लुईसा कीफ (सुसाना मेंडोजा की प्रतिनिधि), रणजीत सिंह (वाणिज्य दूत, शिकागो में भारतीय वाणिज्य दूतावास), कांग्रेस सदस्य राज कृष्णमूर्ति, कांग्रेस सदस्य विलियम फोस्टर, स्कॉट वेहरली और मोहम्मद क्लेटन (मेयर रिचर्ड इरविंग कार्यालय) (सभी फोटो : यूपीए की तरफ से जारी) कार्यक्रम के दौरान शानदार नृत्य ने सबका मन मोह लिया। वैसाखी पर थिरके लोग, कई दिग्गज भी जुटे, उमंग और जोश, दी बधाइयां l संवाददाता इलिनोइस केशिकागो में यूनाइटेड पंजाबी ऑफ अमेरिका (UPA) ने पिछले दिनों मॉल ऑफ इंडिया में शानदार वैसाखी मेले का आयोजन किया। उत्सव का आनंद लेने के लिए 700 से अधिक लोग पहुंचे थे। इस दौरान महाराष्ट्र मंडल की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत ढोल-ताशों की शानदार प्रस्तुति दी गई। इस कार्यक्रम ने दर्शकों को उत्साह से भर दिया। नेहा सोबती और रमेश मल्हान ने सभी का गर्मजोशी से स्वागत किया। कांग्रेस सदस्य बिल फोस्टर, राजा कृष्णमूर्ति ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को वैसाखी की बधाई दी और इस कार्यक्रम की मेजबानी के लिए यूपीए को बधाई दी। इन दोनों के अलावा कार्यक्रम में रंजीत सिंह (शिकागो में भारतीय वाणिज्य दूतावास के महावाणिज्य दूत), राज्य सीनेटर लौरा एलमैन, नेपरविले मेयर इलेक्ट स्कॉट वेहरली, अरोरा एल्डरवुमन श्वेता बैद, अरोरा एल्डरमैन जॉन लेश और इलिनोइस राज्य के नियंत्रक सुसाना मेंडोजा के प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम में यूपीए बोर्ड के अध्यक्ष ओम ढींगरा शामिल नहीं हो सके थे। उन्होंने प्रतिभा जैरथ और रमेश मल्हन को अपनी जिम्मेदारियां सौंप दी थी। यूपीए बोर्ड और कार्यकारी समिति के सदस्य : नेहा सोबती (संयुक्त सचिव), मधु उप्पल (कोषाध्यक्ष), धरम पुनवानी (अध्यक्ष), अतुल वाही (बीओडी), प्रतिभा जैरथ (बीओडी), गिरीश कपूर (बीओडी), रोजी भसीन (बीओडी), सरिता सूद (उपाध्यक्ष), अश्विनी महाजन (सचिव), और रमेश मल्हान (बीओडी) यूपीए हर साल ऐसे कार्यक्रम के दौरान समुदाय के सदस्यों को उनकी उत्कृष्ट उद्यमशीलता, तकनीकी उपलब्धियों और सामुदायिक सेवाओं के लिए मान्यता देता है। सुधीर दुरेजा को तकनीकी उपलब्धियों और सामुदायिक सेवा के लिए एक प्रतिष्ठित पंजाबी के रूप में मान्यता दी गई। डॉ. अनुजा गुप्ता को एक प्रतिष्ठित उद्यमी और सामुदायिक नेता के रूप में मान्यता दी गई। डॉ. विजय प्रभाकर को एक प्रतिष्ठित सामुदायिक सेवा नेता के रूप में मान्यता दी गई। फोटो : UPA यूनाइटेड पंजाबी ऑफ अमेरिका की तरफ से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कांग्स सदस रे ्य बिल फोस्टर, राजा कृष्णमूर्ति भी पहुंचे थे। 2023-24 के लिए AAPI ने चुने ये दिग्गज l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क अमेरिका में चिकित्सा पेशेवरों के सबसे बड़े जातीय संगठन अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडियन ओरिजिन (AAPI) ने 16 अप्रैल को अपने नए नेतृत्व की घोषणा की है। AAPI की अध्यक्ष का पद डॉ. अंजलि समद्दर संभालेंगी। उपाध्यक्ष के तौर पर डॉ. अमित चक्रवर्ती होंगे। वहीं सचिव के लिए डॉ. सुमुल रावल और कोषाध्यक्ष के लिए डॉ. श्रीनी गंगासानी नियुक्त किए गए हैं। बोर्ड ऑफ ट्रस्टी में तीन साल की अवधि के लिए डॉ. श्यामला एर्रामिल्ली, डॉ. हेतल गोर और डॉ. महेंद्र माहेश्वरी को चुना गया है। इसके अलावा दक्षिण पश्चिम मध्य क्षेत्रीय निदेशक के लिए डॉ. विजय गुनगंती और दक्षिण पूर्व मध्य क्षेत्र निदेशक के लिए डॉ. अनुराधा मान नियुक्त की गई हैं। AAPI के वर्तमान अध्यक्ष डॉ. रवि कोल्ली, मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. कुसुम पंजाबी और AAPI के पिछले बीओटी अध्यक्ष ने संयुक्त रूप से शिकागो में जानकारी देते हुए बताया कि डॉ. अशोक जैन, डॉ. सुनीता कनुमुरी, डॉ. शरद लखनपाल और डॉ. शशि शाह ने बतौर चुनाव अधिकारी भूमिका निभाई। जबकि AAPI के सदस्यों ने रिकॉर्ड संख्या में इस लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया में भाग लिया। डॉ. कोल्ली ने इलेक्ट्रॉनिक मतदान प्रक्रिया में मतदान करने वालों को धन्यवाद दिया और नए नेतृत्व को एक नई, विविध, संतुलित और अनुभवी टीम के रूप में वर्णित किया। AAPI के अध्यक्ष का पद संभालने वाली डॉ. अंजना समद्दर ने कहा कि AAPI के अध्यक्ष के रूप में मैं अपनी नई टीम को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बधाई देना चाहती हूं। मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रही हूं। मैं समर्पित, मेहनती, वफादार अधिकारियों और कार्यकारी समिति के सदस्यों की एक उत्कृष्ट टीम के सहयोग से चार दशक पुराने मजबूत संगठन का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी के लिए खुद को भाग्यशाली मानती हूं। मुझे AAPI को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाना है। साल 2023-24 के लिए AAPI बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के अध्यक्ष के रूप में काम करने वाले डॉ. लोकेश एडारा कहते हैं कि बीओटी अध्यक्ष के रूप में मैं एएपीआई के लक्ष्यों और मिशन को मजबूत करने की दिशा में काम करने और AAPI को अमेरिका और वैश्विक स्तर पर एक हेल्थकेयर लीडर बनाने में मदद करने के लिए उत्सुक हूं। कार्यकारी समिति के नव निर्वाचित नेताओं को बधाई देते हुए 2023-24 में निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. कठुला ने एक बयान में कहा कि मैं चुनाव के सभी विजेताओं को बधाई देना चाहता हूं। मैं विशेष रूप से सभी उम्मीदवारों को AAPI की सेवा करने के उनके जुनून और समर्पण के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। Photo : AAPI न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 3


[email protected] 30,000 के लिए कनाडा में खुल सकता है स्थायी निवास का रास्ता गिरफ्तार 17 सिखों में पवित्तर सिंह भी शामिल, प्रत्यर्पण की तैयारी l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क भारत में पंजाब पुलिस ने गुरदासपुर के भगोड़े गैंगस्टर पवित्तर सिंह और बटाला के हुसनदीप के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अमेरिकी पुलिस ने जिन 17 सिखों को गिरफ्तार किया है, उनमें ये दोनों भी शामिल हैं। सैक्रामेंटो के एक गुरुद्वारे सहित गोलीबारी की 11 घटनाओं में शामिल होने के आधार पर पुलिस ने एक बड़ा अभियान चलाकर सिख समुदाय के कई लोगों को कुछ ही दिन पहले गिरफ्तार किया है। पवित्तर की पंजाब पुलिस को आठ आपराधिक मामलों में तलाश थी, जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास और शस्त्र अधिनियम के तहत हथियारों की तस्करी के आरोप शामिल हैं। वह जग्गू भगवानपुरिया गिरोह के प्रतिद्वंद्वी पवित्र-चौरा गिरोह का मुखिया था। आठ मामलों में से छह अमृतसर और दो गुरदासपुर जिले में दर्ज किए गए थे। वह करीब चार साल पहले फर्जी पासपोर्ट और पहचान पत्र का इस्तेमाल कर विदेश भाग गया था। पवित्तर और उसके साथियों ने 2 अप्रैल, 2017 को बटाला में डेरा बाबा नानक रोड पर लाला गिरोह के एक प्रतिद्वंद्वी गैंगस्टर सुखविंदर सिंह लाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पवित्तर के अलावा पुलिस ने इस मामले में सराज मिंटू, गोलू, अरुण, पैरी और मान के खिलाफ मामला दर्ज किया था। घटना के छह महीने पहले दोनों गिरोहों के सदस्यों की भिड़ंत हो गई थी और फायरिंग में गोलू हरपुरिया घायल हो गया था। हुसनदीप पर अमृतसर, बटाला और फतेहगढ़ चूड़ियां में हत्या के प्रयास के तीन आपराधिक मामले नामजद हैं। अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस के एसएसपी सतिंदर सिंह ने कहा कि पुलिस प्रत्यर्पण के लिए उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को आला अधिकारियों के समक्ष उठा रहे हैं। l संवाददाता खेती-बाड़ी में रुचि रखने वाले भारतीयों को कनाडा का स्थायी निवासी बनने का बड़ा मौका मिल सकता है। दरअसल एक स्टडी में कहा गया है कि अगले एक दशक में कनाडा को 30,000 से अधिक ऐसे स्थायी अप्रवासियों की जरूरत होगी जो कृषि उद्योग में बढ़ते श्रम संकट को दूर कर सकें। ये लोग या तो खुद अपनी नई खेती-बाड़ी शुरू कर सकते हैं या मौजूदा खेत संचालकों की जगह ले सकते हैं। रॉयल बैंक ऑफ कनाडा (RBC) के शोध के अनुसार कनाडा के 40 प्रतिशत फार्म ऑपरेटर 2033 तक रिटायर हो जाएंगे। माना जा रहा है कि इस अवधि में देश में 24,000 खेतिहर मजदूरों, नर्सरी और ग्रीनहाउस श्रमिकों की कमी हो सकती है। अगले 10 वर्षों में मौजूदा कृषि संचालकों में से 60 प्रतिशत से अधिक 65 वर्ष से अधिक आयु के हो जाएंगे। यही नहीं, 66 प्रतिशत कृषि उत्पादकों के पास अपनी विरासत अगली पीढ़ी को सौंपने की कोई योजना नहीं है। इससे उनकी खेती का भविष्य अधर में है। इस सबको देखते हुए कृषि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लोगों की जरूरत होगी। कनाडा दुनिया का ऐसा अनोखा देश है जो कृषि उत्पादन के लिए विदेश से भी लोगों को लेता है। कुशल कृषि संचालकों को लेना होता है तो वह भारत, नीदरलैंड, चीन, अमेरिका और ब्रिटेन के नागरिकों की तरफ देखता है। इसके मद्देनजर साल 2020 में कनाडा ने कृषि आधारित प्रवासन कार्यक्रम भी प्रयोग के तौर पर शुरू किया था। इसके तहत अनुभवी कामगारों के लिए स्थायी निवास की सुविधा पाने का रास्ता खोला गया था। यह योजना इस साल मई तक के लिए थी जिसे आगे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। आरबीसी ने अपनी स्टडी में कहा है कि कनाडा को कम कुशल श्रमिकों के प्रवासन के मामले में अपनी नीतियां बेहतर बनाने की आवश्यकता है। अभी जिस विदेशी श्रमिक (टीएफडब्ल्यू) कार्यक्रम के जरिए अच्छी खासी संख्या में विदेशियों को लिया जा रहा है, वह स्थायी व्यवस्था नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर TFW कार्यक्रम के तहत आए मजदूरों को कुछ समय के लिए अपने देश लौटना पड़ा और वे वापस कनाडा नहीं आए तो देश के सामने कृषि उपज के मामले में संकट खड़ा हो सकता है। ऐसे में इस दिशा में नीतियों को दुरुस्त करने की जरूरत है। शोध के अनुसार कनाडा के 40 प्रतिशत फार्म ऑपरेटर 2033 तक रिटायर हो जाएंगे। एक स्टडी में कहा गया है कि अगले एक दशक में कनाडा को 30,000 से अधिक ऐसे स्थायी अप्रवासियों की जरूरत होगी जो कृषि उद्योग में बढ़ते श्रम संकट को दूर कर सकें। कनाडा दुनिया का ऐसा अनोखा देश है जो कृषि उत्पादन के लिए विदेश से भी लोगों को लेता है। Photo by Ali Tawfiq / Unsplash Photo by Bernie Almanzar / Unsplash 4 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


मैराथन में साड़ी पहनकर मधुस्मिता ने दौड़ लगाई! सोशल मीडिया पर छाई l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क ब्रिटेन में रहने वाली एक भारतीय महिला ने पारंपरिक संबलपुरी साड़ी पहनकर मैनचेस्टर में 42.5 किलोमीटर की मैराथन दौड़ लगाई तो वह सोशल मीडिया पर छा गई। लोग उन्हे बधाइयां दे रहे हैं तो कई लोगों ने महिला के इस ‘कारनामे’ को परिवर्तनशील दौर की दस्तक बताया है। महिला का नाम मधुस्मिता जेना दास है जो मैनचेस्टर के एक हाई स्कूल में शिक्षिका हैं। उन्होंने रविवार को अपनी लाल रंग की चटख साड़ी पहनकर 4 घंटे 50 मिनट में 42 किमी से अधिक की दूरी तय की। सोशल मीडिया पर न केवल उनकी तस्वीरें वायरल हैं बल्कि लोग उन्हे बधाई देते नहीं थक रहे हैं। बधाई देने वालों में भारतीय मूल के लोगों के अलावा देश-दुनिया के अन्य लोग भी शामिल हैं। सोशल मीडिया यूजर प्रीतोश कुमार ने लिखा- बहुत खूब। उम्मीद है कि हम लोगों को पट्टा साड़ी पहनकर यूएस ओपन खेलते हुए और टसर सिल्क साड़ी पहनकर किसी दिन ट्रायथलॉन में प्रतिस्पर्धा करते हुए देख सकते हैं। एक यूजर ने लिखा- ब्रिटेन के मैनचेस्टर में रहने वाली एक उड़िया ने संबलपुरी साड़ी पहनकर दूसरी सबसे बड़ी मैनचेस्टर मैराथन 2023 में भाग लिया! क्या बात है। हौसले की तारीफ। सतनाम सिंह संधू नाम के एक यूजर ने लिखा- ट्रैकसूट अब बीते जमाने की बात है। रनिंग का नया परिधान है साड़ी! मधुस्मिता जेना दास ने पारंपरिक संबलपुरी लाल साड़ी और आधुनिक नारंगी स्निकर्स का एक शानदार कॉम्बो पहनकर दूसरी सबसे बड़ी मैनचेस्टर मैराथन दौड़कर इसे साबित कर दिया। जब आप साड़ी में हो सकती हैं तो एथलेजर की जरूरत किसे है… बेशक, साड़ी पहनकर दौड़ना मुश्किल है लेकिन मधुस्मिता ने उन सभी लोगों को गलत साबित किया है जो सोचते होंगे कि महिलाएं साड़ी पहनकर दौड़ नहीं सकतीं। उड़ीसा के केंद्रपाड़ा जिले के कुसुनपुर गांव की रहने वाली मधुस्मिता इंग्लैंड में भी साड़ी पहनती हैं। खासकर गर्मियों में। यह पहली मैराथन नहीं थी, जिसे उन्होंने पूरा किया। इससे पहले, उन्होंने दुनिया भर में कई मैराथन और अल्ट्रा-मैराथन में भाग लिया था। पिछले साल उन्हें ओडिशा सोसाइटी ऑफ यूके सम्मेलन में खेल उत्कृष्टता के लिए भी सम्मानित किया गया था। लेकिन यह पहला मौका था जब उन्होंने साड़ी पहनकर किसी मैराथन में हिस्सा लिया। मधुस्मिता जेना दास। सोशल मीडिया यूजर प्रीतोश कुमार ने लिखा- बहुत खूब। उम्मीद है कि हम लोगों को पट्टा साड़ी पहनकर यूएस ओपन खेलते हुए और टसर सिल्क साड़ी पहनकर किसी दिन ट्रायथलॉन में प्रतिस्पर्धा करते हुए देख सकते हैं। 66 वर्षीय भारतीय नागरिक सुंदर नागराजन को कथित आतंकी संगठन हिज़्बुल्लाह को फंडिंग करने के आरोप में लंदन में गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका हिज्बुल्ला को ईरान समर्थित आतंकी समूह मानता है। यूके सरकार भी 2019 में उसे आतंकवादी संगठन घोषित कर चुकी है। आत ंकियों का मददगार भारतीय लंदन में गिरफ्तार l संवाददाता लंदन में 66 वर्षीय भारतीय नागरिक सुंदर नागराजन को कथित आतंकी संगठन हिज़्बुल्लाह को फंडिंग करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने उसे अमेरिका प्रत्यर्पित करने की कार्यवाही शुरू कर दी गई है। अमेरिका में सुंदर के खिलाफ हिज़्बुल्लाह को फंड देने और अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। अमेरिका हिज्बुल्ला को ईरान समर्थित आतंकी समूह मानता है। यूके सरकार भी 2019 में उसे आतंकवादी संगठन घोषित कर चुकी है। सुंदर के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट निकला हुआ था। उस पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय प्रत्यर्पण इकाई के अधिकारियों ने उसे पश्चिमी लंदन से गिरफ्तार किया। उसके बाद उसे वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया, जहां से 25 अप्रैल तक रिमांड में भेज दिया गया है। टेरर फंडिंग के संदेह में नजम अहमद नाम के शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका का कहना है कि लेबनानी आतंकी संगठन हिज़्बुल्लाह नज़म अहमद और उनकी कंपनियों का इस्तेमाल आतंकियों तक धन पहुंचाने के लिए करता है। सुंदर नागराजन उसके लिए अंतरराष्ट्रीय एकाउंटेंट का काम करता है। मदुरै में जन्मे सुंदर नागराजन के कई दूसरे भी नाम है जिनमें कासि विवनाथन नागा और नागराजन सुंदर पूंगुलम प्रमुख हैं। मेट्रोपॉलिटन पुलिस के अनुसार शक है कि नजम अहमद के संबंध एक रईस आर्ट कलेक्टर और हीरा व्यापारी से हैं। उसके बारे में माना जाता है कि वह हिज़्बुल्ला के लिए फंडिंग करता है। यूके सरकार ने अहमद के खिलाफ कई प्रतिबंधों की भी घोषणा की है। उससे पहले अमेरिकी सरकार भी अहमद, उसके कई सहयोगियों के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा कर चुकी है। अमेरिकी वित्त विभाग ने 18 अप्रैल को एक बड़े अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क पर प्रतिबंधों की घोषणा की थी। यह नेटवर्क नकदी, हीरे, कीमती रत्न, आर्ट और लक्जरी सामान के जरिए नजम अहमद के लिए काम करता था। इसके अलावा 52 लोगों और संस्थाओं पर भी प्रतिबंध लगाए गए थे। इस नेटवर्क के तार लेबनान, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका, अंगोला, कोटे डी आइवर, कांगो, बेल्जियम, यूके और हांगकांग तक फैले हुए थे। Photo by Grianghraf / Unsplash Photo by Twitter @FISI_UK न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 5


कैलिफोर्निया: विरोध के बावजूद इस शहर में हिंदूफोबिया की हुई निंदा l त्रिभुवन शर्मा अमेरिका के कैलिफोर्निया के फ्रेमोंट शहर की परिषद ने हिंदूफोबिया की निंदा करते हुए एक उद्घोषणा (Proclamation) को पारित किया है। काउंसिल का कहना है कि हिंदूफोबिया सनातन धर्म और हिंदुओं के प्रति विरोधी, विनाशकारी और अपमानजनक व्यवहार करने वालों का एक समूह है जो पूर्वाग्रह से प्रेरित है। वहीं उद्घोषणा में परिषद ने भारतीय अमेरिकियों के संगठन हिंदू अमेरिकन फांउडेशन के प्रयासों को भी मान्यता दी है। बता दें कि अमेरिका के जॉर्जिया राज्य ने हिंदूफोबिया और हिंदू-विरोधी कट्टरता की निंदा करते हुए पिछले महीने एक काउंटी प्रस्ताव पारित किया था। फ्रेमोंट सिटी ऑफ काउंसिल ने उद्घोषणा में लिखा है कि फ्रेमोंट ने दुनियाभर से आए हिंदूओं का स्वागत किया है और उन्हें अपने धर्म के प्रचार-प्रसार की पूरी स्वतंत्रता दी है। हम हिंदू और हिंदू धर्म के बारे में जनता को शिक्षित करने की वकालत करने वाले हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन को मान्यता देते हैं। उद्घोषणा में आगे लिखा है कि फ्रेमोंट ने वेदांत दर्शन, आयुर्वेदिक चिकित्सा, शास्त्रीय भारतीय कला, नृत्य, संगीत, ध्यान, योग, साहित्य के माध्यम से हिंदू अमेरिकियों से बहुत लाभ उठाया है। फ्रेमोंट में रहने वाले हिंदू मंदिर, संगठन और व्यक्ति दान, सार्वजनिक सेवा और मुफ्त सामाजिक सेवाओं के माध्यम से सक्रिय रूप से सेवा निःस्वार्थ सेवा करते हैं। व्यापार, कानून, राजनीति, सूचना प्रौद्योगिकी, चिकित्सा और विज्ञान में हिंदू अमेरिकियों ने फ्रेमोंट की आर्थिक जीवन शक्ति, विकास और भलाई में योगदान दिया है। काउंसिल द्वारा पारित किए गए उद्घोषणा में यह भी लिखा है कि हिंदूओं के सकारात्मक योगदान के बावजूद हिंदू अमेरिकियों के साथ भेदभाव, धमकियां, अभद्र भाषा, उत्पीड़न और पूर्वाग्रह से प्रेरित अपराधों के लिए निशाना बनाया जा रहा है। हिंदूफोबिया सनातन धर्म और हिंदुओं के प्रति विरोधी, विनाशकारी और अपमानजनक व्यवहार करने वालों का एक समूह है जो पूर्वाग्रह से प्रेरित है। तीन में से एक हिंदू अमेरिकी छात्र का कहना है कि उन्हें स्कूल में उनके धार्मिक विश्वासों के लिए धमकाया जाता है। एफबीआई के आंकड़ों के अनुसार हिंदू विरोधी घृणा अपराध बढ़ रहे हैं। जबकि फ्रेमोंट के लोग मानवाधिकारों, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, एक न्यायसंगत और लोकतांत्रिक समाज के कानूनों के तहत समान सुरक्षा के सिद्धांतों के साथ खुद को सक्रिय रूप से समर्पित करते हैं। इसलिए इसका हल जरूरी है। इस मामले पर हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने ट्वीट करते हुए लिखा कि जाति आधारित बिल #SB403 के समर्थकों ने इस उद्घोषणा को पारित करने के लिए जमकर विरोध किया था। लेकिन विरोध के बावजूद @CityOfFremont_ में हिंदूफोबिया पर उद्घोषणा पारित हुई। हिंदुओं पर हो रहे हमलों के चलते इस उद्घोषणा की सबसे पहले आवश्यकता थी। हम इसके लिए @LilyMei4Fremont @RajSalwan और अन्य समर्थकों का धन्यवाद करते हैं। काउंसिल द्वारा पारित किए गए उद्घोषणा में यह भी लिखा है कि हिंदूओं के सकारात्मक योगदान के बावजूद हिंदू अमेरिकियों के साथ भेदभाव, धमकियां, अभद्र भाषा, उत्पीड़न और पूर्वाग्रह से प्रेरित अपराधों के लिए निशाना बनाया जा रहा है। Photo by Nik Shuliahin / Unsplash इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट ने इन राज्यों में शुरू किए चैप्टर l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट ने अपनी राजनीतिक कदमताल को रफ्तार देते हुए और दक्षिण एशियाई अमेरिकियों की आवाज को बुलंद करने की मुहिम के अंतर्गत पेंसिल्वेनिया और न्यू जर्सी में स्टेट चैप्टर की शुरुआत की है। फिलाडेल्फिया, पेंसिलवेनिया में स्टेट चैप्टर की शुरुआत शनिवार, 1 अप्रैल को शुरू हुई। इम्पैक्ट समूह ने करीब 100 दक्षिण एशियाई अमेरिकियों, पेंसिल्वेनिया और न्यू जर्सी के सहयोगियों को चैप्टर लॉन्च का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित किया था। समारोह में स्टेट चैप्टर्स के निर्वाचित अधिकारी, उम्मीदवार और सामुदायिक नेताओं ने एक संगठन के रूप में आगे बढ़ने और दोनों राज्यों के अलावा विस्तारित क्षेत्रों में दक्षिण एशियाई समुदाय के एक राजनीतिक शक्ति बनने की अहमियत को रेखांकित किया। अपने वर्चुअल स्वागत संबोधन में भारतीय मूल की कांग्रेसी सांसद प्रमिला जयपाल ने कहा कि मैंने देखा है कि इम्पैक्ट किस तरह दूसरे संगठनों के साथ साझेदारी करता है और यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास करता है कि हमारे समुदाय के लोग न केवल अपने मताधिकार का प्रयोग करें बल्कि संगठित भी हों ताकि बैलट बॉक्स पर अधिकाधिक प्रभाव डाला जा सके। विशिष्ट अतिथियों और वक्ताओं में कांग्रेसी ड्वाइट इवांस, विधायक सदफ जाफर, प्रतिनिधि तारिक खान और सीनेटर निकिल सावल शामिल थे। उपस्थित लोगों में इम्पैक्ट की राष्ट्रीय स्टाफ टीम, भागीदार संगठनों के सदस्य, इम्पैक्ट के सहसंस्थापक दीपक राज सहित भारतीय अमेरिकी इम्पैक्ट बोर्ड के सदस्य, गवर्नर फिल मर्फी के कार्यालय के साथी, सीनेटर फेट्टरमैन के कार्यालय के लोग और न्यू जर्सी डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रतिनिधि शामिल थे। इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट एक राष्ट्रीय संगठन है जो भारतीय अमेरिकियों, दक्षिण एशियाई और ऐतिहासिक रूप से बहिष्कृत तमाम समुदायों की आवाज को बुलंद करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सरकार का हर अंग उन लोगों की विविधता और मूल्यों को दर्शाये जिनकी वह सेवा करता है। पेंसिल्वेनिया और न्यू जर्सी में भी इम्पैक्ट चैप्टर की शुरुआत इसी मंशा से की गई है कि समुदाय की राजनीतिक आवाज को बल मिले। इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट के सदस्य। पेंसिल्वेनिया और न्यू जर्सी में भी इम्पैक्ट चैप्टर की शुरुआत इसी मंशा से की गई है कि भारतीय अमेरिकियों तथा दक्षिण एशियाई समुदाय की राजनीतिक आवाज को बल मिले। Photo by Indian American Impact 6 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 7


l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क शिकागो समुदाय के उत्साही और अंतरधार्मिक (Interfaith) नेता इफ्तेखार शरीफ ने उद्यमी आफताब बेग के साथ मिलकर एक भव्य इफ्तार भोज का आयोजन किया। 16 अप्रैल को आयोजित इस इफ्तार में शिकागो के मुस्लिम समुदाय का साथ देने के लिए सभी आस्थाओं के लोग एल्महर्स्ट, इलिनोइस के मोंटी बैंक्वेट में जमा हुए। रमजान पूर्व के इस आयोजन को ईद के उत्सव के रूप में पारंपरिक तरीके से मनाया गया। मंच संभालते हुए इफ्तेखार शरीफ ने इफ्तार में शामिल तमाम धार्मिक आस्थाओं के लोगों का स्वागत किया और इस तरह के आयोजनों के महत्व को रेखांकित किया। शरीफ ने कहा कि ऐसे आयोजन एकता की भावना पैदा करते हुए लोगों को आपस में जोड़ने के लिए सेतु का काम करते हैं। शरीफ ने कहा का इस तरह के आयोजनों का लक्ष्य अपने समुदाय, समाज, देश और वास्तव में एक संसार के रूप में ऐसी जगह का निर्माण करना है जहां तमाम मान्यताओं के लोग सौहार्द के साथ रह सकें। रमजान का पवित्र माह भी इसी संदेश का उत्सव है। रमजान का असल अर्थ अंतर्धार्मिक सौहार्द को बढ़ाना तथा उसे मजबूती प्रदान करना है और इसीलिए इफ्तार का आयोजन करते हुए मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है। इफ्तार में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेसी सांसद राजा कृष्णमूर्ति शामिल हुए। राजा ने कहा कि रमजान के इस उत्सव में हिंदू, ईसाई और अन्य धार्मिक आस्थाओं के लोगों का शामिल होना इस बात का पुख्ता सुबूत है कि विविध धर्मों के लोग एक-दूसरे की आस्थाओं का सम्मान करते हैं और सौहार्द की खातिर सभी एक होना चाहते हैं। कृष्णमूर्ति ने कहा कि रमजान एक ऐसा समय है जब सभी धर्मों के लोग दोस्ती के बंधन को मजबूत करने के लिए एकजुट होते हैं और विभिन्न धर्मों के बीच अधिक समझ को गहरा करने के प्रयासों के तहत एक मंच पर एक साथ आते हैं। इस अवसर पर मेजबान शरीफ ने मुख्य अतिथि कृष्णमूर्ति को खजूर खिलाकर प्रतीकात्मक रूप से रोजा तोड़ा। उन्हे एक शॉल और फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित भी किया गया। इफ्तार दावत में प्रख्यात वकील और सर्वधर्म समभाव के मुखर प्रवक्ता आजम निजामुद्दीन और गेन पीस फाउंडेशन के डॉ. सबील अहमद ने अंतर-धार्मिक आस्था के महत्व पर अपनी बात रखी। इस अवसर पर इफ्तिखार शरीफ ने कई प्रमुख निर्वाचित अधिकारियों और समुदाय के प्रमुख नेताओं को सम्मानित किया। इफ्तार में समुदाय के लोगों का स्वागत करते इफ्तेखार शरीफ (दाएं)। इफ्तार में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्सी सांसद राजा कृष्णमू रे र्ति शामिल हुए। राजा ने कहा कि रमजान के इस उत्सव में हिंदू, ईसाई और अन्य धार्मिक आस्थाओं के लोगों का शामिल होना इस बात का पुख्ता सुबूत है कि विविध धर्मों के लोग एक-दूसरे की आस्थाओं का सम्मान करते हैं रामास्वामी डब्ल्यूईएफ के कथित ‘हितधारक पूंजीवाद’ और ‘ग्ट रे रीसेट’ एजेंडा के कड़े आलोचक रहे हैं। विवेक उन रूढ़िवादियों में से एक हैं, जिन्हें लगता है कि डब्ल्यूईएफ एक कुलीन वर्ग द्वारा संचालित किया जाता है। शिकागो: ‘धार्मिक नायक’ के भव्य इफ्तार आयोजन में कई ‘VIP’ हुए शामिल WEF पर विवेक रामास्वामी ने क्यों कर दिया केस l संवाददाता अमेरिका के आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दावेदारी कर रहे भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी ने विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के खिलाफ मुकदमा कर दिया है। ये मुकदमा उन्होंने डब्ल्यूईएफ द्वारा ‘यंग ग्लोबल लीडर्स’ की सूची में विवेक का नाम शामिल करने पर दायर किया है। 37 वर्षीय करोड़पति विवेक रामास्वामी इस वैश्विक संगठन के धुर विरोधी रहे हैं। विवेक रामास्वामी के कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि विवेक ने यंग ग्लोबल लीडर्स की सूची का हिस्सा बनने के निमंत्रण को ठुकरा दिया था। इसके बाद भी जब सूची में उनका नाम प्रकाशित हो गया, तब उन्होंने इसे हटवाने के लिए डब्ल्यूईएफ से संपर्क किया था। विवेक का कहना है कि इस सूची में उनका नाम आने को WEF के अजेंडे को उनकी स्वीकृति की तरह देखा जा रहा है जबकि ऐसा नहीं है। यह सिर्फ WEF के उद्देश्यों की पूर्ति करता है। रामास्वामी डब्ल्यूईएफ के कथित ‘हितधारक पूंजीवाद’ और ‘ग्रेट रीसेट’ एजेंडा के कड़े आलोचक रहे हैं। विवेक उन रूढ़िवादियों में से एक हैं, जिन्हें लगता है कि डब्ल्यूईएफ एक कुलीन वर्गद्वारा संचालित किया जाता है। विवेक का कहना है कि वह डब्ल्यूईएफ की तथाकथित प्रगतिवादी और कट्टर नीतियों से खुद को संबंधित नहीं दिखाना चाहते। विवेक का कहना है कि कई बार कहने के बावजूद वेबसाइट ने उनका नाम इस लिस्ट से नहीं हटाया है। विवेक रामास्वामी ने कहा कि ‘वैश्विक ‘समानता’ हासिल करने का विश्व आर्थिक मंच का तथाकथित मिशन अमेरिकी जीवनशैली के लिए गंभीर खतरा है। यही कारण है कि मैं डब्ल्यूईएफ का अमेरिका में सबसे मुखर आलोचकों में से एक रहा हूं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विवेक ने मुकदमे में $2,500 का मामूली हर्जाना मांगा है। उनका कहना है कि मैं यह दिखाना चाहता हूं कि डब्ल्यूईएफ आगे से किसी और के साथ ऐसा न करे। डब्ल्यूईएफ की ‘यंग ग्लोबल लीडर्स’ लिस्ट में रूस के व्लादिमीर पुतिन, तत्कालीन जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जैसी कई राजनीतिक हस्तियों भी रही हैं। WEF ने 2021 में रामास्वामी को नस्लवाद विरोधी कार्यकर्ता और लेखक इब्राम एक्स केंडी जैसे लोगों के साथ युवा वैश्विक नेता के रूप में सूचीबद्ध किया था। शॉल ओढ़ाकर मुख्य अतिथि राजा कृष्णमूर्तिका स्वागत करते शरीफ। Photo byAsian Media USA 8 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 9


भारतीय छात्रों के लिए वीजा साक्षात्कार में होगी 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी! l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क अमेरिका केलिए वीजा साक्षात्कार की प्रतीक्षा कर रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है। अमेरिकी महावाणिज्य दूत माइक हैंके ने मंगलवार को मुंबई में कहा कि अमेरिका का लक्ष्य इस गर्मी में भारतीय छात्रों के लिए वीजा साक्षात्कार की नियुक्तियों में 30 प्रतिशत की वृद्धि करना है। हैंके ने बताया कि दूतावास ने पिछले साल भारत में 1,25 लाख छात्रों के वीजा आवेदन प्रोसेस किये थे। अपनी औरंगाबाद यात्रा के दौरान हैंके ने उद्योग जगत के लोगों से भी मुलाकात की। वह डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी भी गए और वहां छात्रों से संवाद किया। हैंके ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि पिछले साल हमने 1.25 लाख छात्रों को अमेरिका भेजा था। यह एक रिकॉर्ड था क्योंकि पिछले साल भारत से ही सबसे ज्यादा छात्र अमेरिका गए थे। इस साल हम यह संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। इस साल हमने गर्मियों में वीजा साक्षात्कारों की संख्या में 30 फीसदी बढ़ोतरी करने का लक्ष्य रखा है। हम अमेरिका में अधिक भारतीय छात्रों का स्वागत करना चाहते हैं। छात्रों से संवाद के दौरान हैंके ने भारत के छात्रों से अपील की कि वे वेबसाइट पर जाकर अपने लिए उचित पाठ्यक्रम की तलाश करें। अमेरिकी वाणिज्य दूतावास मुंबई ने ट्वीट किया कि मराठवाड़ा क्षेत्र की ऐतिहासिक विरासत, उसके संरक्षण के प्रयासों और शहर के व्यापारिक समुदाय के साथ सहयोग के क्षेत्रों के बारे में जानने के लिए हैंके ने संरक्षणवादी और उद्योगपति मुकुंद भोगले से मुलाकात की। हैंके ने औरंगाबाद में कारोबारी समुदाय के लोगों से भी बातचीत की। उन्होंने वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा आपूर्तिश्रृंखला का समर्थन करने के लिए एल्युमीनियम की आपूर्ति पर एक औद्योगिक प्रतिनिधिमंडल के साथ भी बातचीत की। अमेरिकी महावाणिज्य दूत माइक हैंके ने बताया कि इस साल हमने गर्मियों में वीजा साक्षात्कारों की संख्या में 30 फीसदी बढ़ोतरी करने का लक्ष्य रखा है। पिछले साल 1.25 लाख छात्रों को अमेरिका भेजा गया था। 10 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


प्रवासी भारतीय ओमान से भी कर सकेंगे अपने देश में बिलों का भुगतान l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क ओमान में रहने वाले प्रवासी भारतीय अब भारत में अपने नगरपालिका करों, स्कूल फीस और अन्य बिलों का भुगतान कर सकते हैं। इसका मतलब ये हुआ कि अगर आपका बेटा या बेटी ओमान में रहते हैं तो वे वहीं से भारत में आपके बिल का पेमेंट कर सकेंगे। केनरा बैंक और एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड (NBBL) ने ओमान में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों के लिए सीमा पार बिल भुगतान सेवाओं की शुरुआत की है। प्रवासी भारतीय (NRI) अब अपने परिजनों की तरफ से बिल का भुगतान करने के लिए मुसंदम एक्सचेंज के माध्यम से भारत बिल पेमेंट सिस्टम का लाभ उठा सकते हैं। इससे पहले भारतीय प्रवासियों के पास अपने घरेलू बिलों का भुगतान करने के लिए पारंपरिक तरीके ही मौजूद थे। लेकिन अब ओमान में रह रहे भारतीय अपने देश में विभिन्न सेवाओं के लिए त्वरित, सरल और सुरक्षित तरीके से बिल भुगतान कर सकेंगे। मुसंदम एक्सचेंज ओमान में पहला एक्सचेंज हाउस है, जिसने भारत में सीमा पार बिल भुगतान शुरू किया है। इसका प्रबंधन केनरा बैंक के पास है। इस संबंध में बुधवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि यह पहल केनरा बैंक के लिए भारत में पहले सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के रूप में एक मील का पत्थर है, जो बीबीपीएस के माध्यम से देश के बाहर से बिल भुगतान की पेशकश करता है। केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक के सत्यनारायण राजू ने कहा कि यह सुविधा हमारे एनआरआई ग्राहकों के बैंकिंग अनुभव को बढ़ाएगी और उनके साथ संबंधों को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल हमारे ग्राहकों को नए और ग्राहक-केंद्रित समाधान देने की हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। सीमा पार बिल भुगतान सेवा कुवैत में पहले से ही है। यह बिजली, पानी, मोबाइल फोन, गैस, क्रेडिट कार्ड बिल जैसी कई सुविधाएं प्रदान करती है। ओमान में एनआरआई अब पहली बार इन सुविधाओं का फायदा उठाएंगे। ओमान में इस सुविधा का शुरू होना भारत की डिजिटल भुगतान यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। क्या है भारत बिल पे सिस्टम : बीबीपीएस यानी भारत बिल पेमेंट सिस्टम ग्राहकों को ऑनलाइन बिल पेमेंट की सुविधा प्रदान करती है। यह सिस्टम नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के अंतर्गत काम करता है। इसके माध्यम से आप बिजली, पानी, फोन और गैस आदि के बिलों का भुगतान कर सकते हैं। इसके साथ ही, इंश्योरेंस प्रीमियम, म्यूचुअल फंड, स्कूल फीस, क्रेडिट कार्ड या फास्टैग रिचार्ज और हाउसिंग सोसाइटी के मासिक या सालाना चार्जेस भी दिए जा सकते हैं। बिल पे करने के लिए डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई और वॉलेट आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं। l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क भारत मेंक्रिप्टोकरेंसी को 'वर्चुअल डिजिटल एसेट' (VDA) के रूप में माना गया है। वीडीए की बिक्री से होने वाला लाभ या तो पूंजीगत लाभ या व्यवसाय और पेशे से आय के तहत आ सकता है। वीडीए से होने वाले नुकसान का उपयोग दूसरे वीडीए से लाभ की भरपाई के लिए नहीं किया जा सकता है। वीडीए के हस्तांतरण से लाभ पर कर 30% की विशेष दर पर होगा, जिसमें कोई छूट सीमा लागू नहीं होगी। वर्चुअल डिजिटल एसेट में नॉन-फंजीबल टोकन (NFT) शामिल हैं। हालांकि इसमें उपहार या वाउचर शामिल नहीं हैं, जिनका उपयोग माल या सेवाएं प्राप्त करने, छूट पर या मुफ्त में किसी वेबसाइट या प्लेटफॉर्म की सदस्यता प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है। वर्चुअल डिजिटल एसेट की बिक्री से होने वाले लाभ को पूंजीगत लाभ से आय या व्यवसाय और पेशे से आय के तहत रखा जा सकता है। वीडीए के लेनदेन से लाभ की गणना करते समय, केवल लागत को बिक्री मूल्य से घटाने की आवश्यकता होगी। किसी विशेष वीडीए के लेनदेन पर नुकसान का उपयोग किसी अन्य वीडीए के लेनदेन से लाभ को तय करने के लिए नहीं किया जा सकता है। उदाहरण के लिए यदि किसी व्यक्ति को बिटकॉइन के ट्रांसफर से होने वाले 1,00,000 रुपये का लाभ और एथेरियम के ट्रांसफर से 70,000 रुपये का नुकसान होता है तो उसे बिटकॉइन पर 1,00,000 रुपये के लाभ पर कर का भुगतान करना पड़ेगा। Ethereum के नुकसान का उपयोग बिटकॉइन के लाभ को तय करने के लिए नहीं किया जाएगा। उदाहरण के लिए मान लिया जाए कि वित्त वर्ष 2022 - 23 के दौरान ‘ए’ को वेतन से आय 2,00,000 रुपये, ब्याज से आय 5,000 रुपये और वीडीए के स्थानांतरण से आय 40,000 रुपये है। इस मामले में कुल आय (वीडीए से आय को छोड़कर) कर के लिए शुल्क योग्य आय की अधिकतम राशि से कम है। यानी 2,50,000 रुपये से कम। इसलिए वीडीए से होने वाली आय के अलावा अन्य आय पर कर शून्य है। वीडीए से आय पर कर 12,000 रुपये है (वीडीए के लाभ फॉर्म हस्तांतरण पर 30% की दर से कर लगाया जाएगा)। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को वीडीए के रूप में उपहार मिलता है, तो ऐसा उपहार आयकर अधिनियम की धारा 56 के तहत उपहार कर के दायरे में आ सकता है। यदि वीडीए को उपहार के रूप में प्राप्त किया जाता है और इसका कुल बाजार मूल्य 50,000 रुपये से अधिक है तो बाजार मूल्य का पूरा हिस्सा कर के लिए शुल्क योग्य होगा। इसके अलावा, जहां कोई भी संपत्ति 50,000 रुपये से अधिक राशि से वीडीए के कुल बाजार मूल्य से कम कीमत पर प्राप्त की जाती है तो बाजार मूल्य और भुगतान किए गए मूल्य के बीच का अंतर कर के लिए योग्य माना जाएगा। दोनों ही स्थितियों में प्रत्येक लेनदेन के लिए 50,000 रुपये की सीमा की जांच की जाएगी। यह गौर करने वाली बात है कि धारा 115 बीबीएच निवासी और एनआरआई के बीच अंतर नहीं करती है। दोनों के लिए कर योग्यता समान होगी। हालांकि, अगर एनआरआई भारत के बाहर स्थित वीडीए वॉलेट से भारत के बाहर स्थित एक्सचेंजों में वीडीए ट्रांसफर करते हैं और आय भारत के बाहर स्थित बैंक खातों में आती है तो एनआरआई पर भारत का कर कानून लागू नहीं होगा। वहीं G20 सदस्य देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को ग्लोबल स्तर पर कानून के दायरे में लाने पर सहमति व्यक्त की है। Photo by Blake Wisz / Unsplash केनरा बैंक और एनपीसीआई भारत बिलपे लिमिटेड ने ओमान में रह रहे भारतीय मूल के नागरिकों के लिए सीमा पार बिल भुगतान सेवाओं की शुरुआत की है। सीमा पार बिल भुगतान सेवा कुवैत में पहले से ही है। यह बिजली, पानी, मोबाइल फोन, गैस, क्रेडिट कार्ड बिल जैसी कई सुविधाएं प्रदान करती है। क्रिप्टोकरेंसी पर कैसे लगता है टैक्स, भारत में क्या हैं प्रावधान? Photo by Pierre Borthiry - Peiobty / Unsplash G20 सदस्य देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को ग्लोबल स्तर पर कानून के दायरे में लाने पर सहमति व्यक्त की है। न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 11


क्या UN की सख्ती अफगानी तालिबान पर अंकुश लगा पाएगी? अफगानिस्तान को महिलाओं और बच्चियों के लिहाज से दुनिया का सबसे दमनकारी देश माना गया है। तालिबान के फतवों ने इस मुल्क पर यह तोहमत लगवाई है। ऐसे में खबर है कि संयुक्त राष्ट्र और इसकी कार्यात्मक एजेंसियों के कारिंदे अगले महीने किसी समय अफगानिस्तान का रुख कर सकते हैं क्योंकि तालिबान ने एक यह प्रतिबंध भी जारी किया है कि महिलाएं अंतरराष्ट्रीय संगठन के लिए काम नहीं कर सकतीं। अब अगर तालिबान की सत्ता यह प्रतिबंध वापस नहीं लेती तो अंतरराष्ट्रीय संगठन के कदम अफगान की धरती पर पड़ेगे और इसे लेकर वहां की हुकमत खुद को ू किसी तरह का दिलासा नहीं दे सकती, बल्कि असहज ही होगी। आधी आबादी को कुछ चीजों से वचिं त कर देना केवल एक आर्थिक मुद्दा नहीं है बल्कि यह प्राथमिक मानवाधिकारों में से एक है जिसके लिए सभी लोग तरसते, कामना करते हैं। लेकिन तालिबान को यह बात तब से ही समझ नहीं आ रही, जबसे उसने अफगानिस्तान की सत्ता प कब्जा किया है। यानी अगस्त, 2021 से। सत्ता के अधिग्रहण के समय से ही और एक व्यवस्था के रूप में तालिबान महिलाओं और बच्चियों की भूमिका को कमतर मानता रहा है। महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय संगठन या गैर सरकारी संगठन में काम न करने देने का फरमान भी उसकी सत्ता के दमनकारी चरित्र पर मुहर है। अफगानिस्तान की धरती पर अमेरिका और नाटो की ‘सैन्य सत्ता’ भी रही। दुनिया में इसकी निंदा भी हुई। लेकिन तब भी वहां के लोगों ने यह एक बात अनिच्छा से ही स्वीकार की कि एक चीज जिसका उस समय भी सभी ने आनंद लिया वह थी स्वतंत्रता। अनिवार्य रूप से स्वीकार्य नियमों और मानदंडों के दायरे में कुछ भी करने की आजादी। भले उस पर पहरेदारी थी। यह वास्तव में एक दयनीय दृश्य है कि समाज के एक जीवंत वर्ग, महिलाओं और बच्चियों की किसी न किसी बहाने निंदा की जाती है। उनके पर कतरे जाते हैं। दूसरी ओर काबुल में अधिनायकवादी शासन का यह तर्क कि बड़े पैमाने पर दुनिया को एक चीज पर केंद्रित नहीं किया जाना चाहिए बल्कि आर्थिक संकेतकों में एक छोटे से सुधार के माध्यम से देश में हो रही सकारात्मक चीजों को देखना चाहिए। खबरें निर्यात, मुद्रास्फीति और विनिमय दर स्थिरीकरण के मोर्चे पर कुछ सुधार की बात करती हैं लेकिन जनसंख्या वद्धिृ के परिणामस्वरूप 2024 में प्रति व्यक्ति आय 359 अमेरिकी डॉलर से गिरकर 345 होने की आशंका है। दरअसल, दिक्कत यह है कि तालिबान मुकम्मल तस्वीर देखना ही नहीं चाहता। इसके बजाय काबुल में शासन पर लगाए गए प्रतिबंधों के लिए वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर ही दोषारोपण करता रहता है। हालांकि शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे कुछ क्त्षेरों में महिलाओं को काम की अनुमति तालिबान ने दी है। लेकिन उसका यह निर्णय अंतरिम या अस्थायी है और यही वजह है कि वहां संयुक्त राष्ट्र की कार्यात्मक एजेंसियों को मानवतावादी कार्य जारी रखने का आधार मिल गया है। वैसे तस्वीर का दूसरा पहलू यह है कि इस तरह की छूट भी स्थायी नहीं है। ऐसे फैसलों पर कभी भी कोई फरमान आ जाता है। इसलिए कि तालिबान को महिला या मानव अधिकारों की शायद न तो समझ है और न परवाह। हालांकि अधिकांश देश मानव अधिकारों पर समान विचार रखते हैं लेकिन तालिबान के पचड़े में कोई नहीं पड़ना चाहता। अगर भारत जैसा पड़ोसी वहां दखल भी देना चाहे तो बहुत कुछ अफगानी अवाम पर निर्भर है। इसी वजह से अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां मध्य एशियाई राष्ट्र में मौजूद हैं। संयुक्त राष्ट्र को अफ़ग़ानिस्तान में देखना एक और दुखद तथा त्रासद अध्याय होगा। यहां तक कि यह मौजूदगी तालिबान को भी नहीं पचने वाली। मौत के मुंह में समा रहे भारतीय, फिर भी US आने की ऐसी दीवानगी क्यों? l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क भारतीयों के लिए अमेरिका किसी सपने की तरह लुभाता है। अमेरिका आने के लिए वे कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हो जाते हैं। पिछले साल जनवरी में गुजरात की एक पूरी फैमिली कनाडा से अमेरिका के रास्ते पर माइनस 35 डिग्री तापमान में घंटों पैदल चलती रही। सपना था अमेरिका पहुंचना। लेकिन पूरी फैमिली का शव बर्फ के नीचे दबा मिला था। अभी करीब दो महीने पहले कनाडा से अवैध रूप से अमेरिका जाने के लिए अवैध नदी पार करने की कोशिश में एक भारतीय की डूबकर मौत हो गई। ऐसे भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो अमेरिकी सेना द्वार सीमा पार करते पकड़े जा रहे हैं। हद यह है कि अमेरिका जाने के सपने को पूरा करने के लिए वे मौत की भी परवाह नहीं करते हैं। यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन (USCBP) के आंकड़ों के अनुसार फरवरी 2019 और मार्च 2023 के बीच 1.49 लाख भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया। एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि हिरासत में लिए गए ज्यादातर लोग गुजरात और पंजाब के हैं। इससे एक गंभीर तथ्य का पता चलता है कि खतरनाक सीमा पार करने में कई मौतों के बावजूद भारतीयों को ‘अमेरिकी सपना’ लुभा रहा है। जनवरी 2022 में 5,459 भारतीयों को अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करते हुए पकड़ा गया था। इनमें से 708 भारतीयों को अमेरिका- कनाडा सीमा पर पकड़ा गया। जनवरी 2023 में यह संख्या 35.9% बढ़कर 7,421 हो गई, जिसमें अमेरिका-कनाडा सीमा पर पकड़े गए 2,478 लोग शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार उत्तर में कनाडा या दक्षिण में मेक्सिको से सीमा पार करने के 2,663 प्रयासों में भारतीयों को हिरासत में लिया गया। भारतीय एजेंसियों और गुजरात पुलिस के अनुसार अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश करने के लिए हिरासत में लिए गए लोगों में से केवल 2% भारतीय हैं, लेकिन इनमें से शायद ही कुछ को निर्वासित किया गया था। कई लोगों को मानवीय आधार पर शरण मिल जाती है। संपादकीय संयुक्त राष्ट्र और इसकी कार्यात्मक एजेंसियों के कारिंदे अगले महीने किसी समय अफगानिस्तान का रुख कर सकते हैं क्योंकि तालिबान ने एक यह प्रतिबंध भी जारी किया है कि महिलाएं अंतरराष्ट्रीय संगठन के लिए काम नहीं कर सकतीं। पूरे भारत में इतने सारे डेवलपर्स को अपने जुननू का पीछा करते हुए और दुनिया भर के उपयोगकर्ताओं के साथ अपने विचारों को साझा करते हुए देखना मुझे बहुत अच्छा लगता है। टिम कुक, एप्पल सीईओ विश्व स्तर पर यूके में कुछ सम्मानित संस्थानों में बीबीसी एक है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि बीबीसी जिस देश में काम करता है, उसे वहां के काननूों का सम्मान करना चाहिए। भारतीय अधिकारी ऑक्सफैम और बीबीसी से बात कर रहे हैं। उन्हें इससे खुद ही निपटना होगा। भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस जॉर्जीवा ने एक संवाददाता सम्मेलन में मीडियाकर्मियों से कहा कि भारत जी-20 के काम पर ध्यान केंद्रित करने के लिहाज से उत्कृष्ट काम कर रहा है जो कि सबसे ज्यादा मायने रखता है। जनवरी 2022 में 5,459 भारतीयों को अवैध रूप से प्रवेश करते हुए पकड़ा गया था। Photo by Ehimetalor Akhere Unuabona / Unsplash Photo: Twitter @MoH_Vevo_Mv 12 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


लंदन में बहू की ऑनर किलिंग पर सिख महिला 16 साल बाद जेल से रिहा l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क लंदन में 86 साल की ब्रिटिश सिख बुजुर्ग महिला को करीब 16 साल जेल में बिताने के बाद रिहा कर दिया गया है। बचन कौर अठवाल को 25 साल पहले अपनी बहू सुरजीत कौर (27) की ऑनर किलिंग के मामले में जेल हुई थी। बचन कौर पर आरोप था कि उन्होंने परिवार की बदनामी के शक में सुरजीत को भारत बुलाकर हत्या करवा दी थी। बचन कौर को 20 साल की सजा सुनाई गई थी लेकिन उनकी खराब सेहत को देखते हुए चार साल पहले ही रिहा करने का फैसला किया गया है। लंदन के ओल्ड बेली कोर्ट में मामले क ी सुनवाई के दौरान सामने रखे गए तथ्यों के अनुसार पश्चिमी लंदन के हाएस की रहने वाली बचन कौर के बेटे सुखदेव के साथ सुरजीत की शादी हुई थी। शादी के समय सुरजीत की उम्र 16 साल बताई गई थी। बाद में पता चला कि सुरजीत का किसी के साथ कथित तौर पर अफेयर था और वह सुखदेव को तलाक देना चाहती थी। बचन कौर को लगा कि इससे उसके परिवार की इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी। उन्होंने कहा था कि ये तलाक मेरी लाश के ऊपर होगा। अदालत में लगाए गए आरोपों के अनुसार उस समय कस्टम ऑफिसर सुरजीत को 1998 में एक शादी समारोह के बहाने भारत के पंजाब ले जाया गया और वहां गला दबाकर हत्या कर दी गई। इस मामले में बचन कौर के अलावा उसके बेटे सुखदेव को भी दोषी माना गया। 2007 में बचन कौर को हत्या की साजिश रचने के आरोप में 20 साल की कैद हुई और सुखदेव को 27 साल सजा की सजा सुनाई गई। जेल में लंबा समय बिताने की वजह से बचन कौर को भूलने की बीमारी हो गई। ब्रिटिश न्याय मंत्रालय बचन कौर की सजा कम करने के खिलाफ था। लेकिन पैरोल बोर्ड ने सिफारिश की कि बचन कौर का स्वास्थ्य काफी खराब है इसलिए उन्हें निर्धारित सजा से चार साल पहले रिहा कर दिया जाना चाहिए। पैरोल बोर्ड ने न्याय मंत्रालय की ओर से बताई गई इस घटना पर भी गौर किया कि पिछले साल मई में जब बचन कौर की बेटी उनसे मिले जेल गई थीं तब उन्होंने उसे थप्पड़ मार दिया था। Photo by Tingey Injury Law Firm / Unsplash पश्चिमी लंदन के हाएस की रहने वाली बचन कौर के बेटे सुखदेव के साथ सुरजीत की शादी हुई थी। बाद में सुरजीत ने तलाक देने का फैसला कर लिया। बचन कौर को लगा कि इससे परिवार की बदनामी होगी, इसलिए उन्होंने बेटे के साथ मिलकर बहू सुरजीत की हत्या कर दी। मध्य प्रदेश राज्य के डिंडोरी जिले में खबर फैली कि जिले के सचिन कुशराम ने वर्ल्ड जूनियर कबड्डी चैंपियनशिप जीत ली है। जिले में खुशी छा गई। डिंडोरी से विधायक और जिला कलक्टर ने सचिन की तारीफ के पुल बांध दिए। गाजे-बाजे से स्वागत हो गया, लकिन े मामला कुछ और निकला। चेहरे पर चेहरा लगाया और बन गया कबड्डी विश्व चैंपियन! पर खुल गई पोल l संवाददाता वह 11 अप्रैल का दिन था। भारत के मध्य प्रदेश राज्य के डिंडोरी जिले में खबर आई कि जिले के एक लड़के सचिन कुशराम ने वर्ल्ड जूनियर कबड्डी चैंपियनशिप जीत ली है। जिले में खुशी का माहौल छा गया। राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री और डिंडोरी से विधायक ओंकार मरकाम ने सचिन की तारीफ के पुल बांध दिए। जिला कलक्टर विकास मिश्रा ने सचिन को जीनियस बता दिया। विधायक ही नहीं, खेल विभाग के अधिकारियों ने सचिन का जोरदार सम्मान किया। गाजे-बाजे के साथ उसे घर तक छोड़ने भी आए। गले में विजेता मेडल लटकाए और हाथों में ट्रॉफी लिए सचिन का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लेकिन पूरी कहानी में एक जबर्दस्त ट्विस्ट था। ट्विस्ट ये कि सचिन इस विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने वाली भारतीय टीम का हिस्सा ही नहीं था। दरअसल डिंडोरी जिले के रूसा गांव के रहने वाले सचिन की ये फोटो मॉर्फ्ड थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार असली फोटो हरियाणा के पहलवान योगेश दहिया की थी जिस पर फोटोशॉप के जरिए सचिन का चेहरा लगा दिया गया था। यह पूरा मामला तब खुला, जब अखबार में छपी खबरें पढ़कर और सोशल मीडिया पर सचिन की तस्वीरें देखकर डिंडोरी के क्रिकेटर और वकील अभिनव कटारे को कुछ शक हुआ। लेकिन सचिन ने खुद बढ़-चढ़कर इंटरव्‍यू दिए थे। मीडिया से बातचीत में कहा था कि हम ईरान गए थे, वहां वर्ल्ड कप के टूर्नामेंट में फर्स्ट प्राइज जीता। बहुत खुशी हो रही है। इसके बावजूद अभिनव कटारे ने गहराई से पड़ताल की तो पता चला कि सचिन तो ईरान गई उस टीम का हिस्सा तक नहीं था। सारे सबूत जुटाने के बाद अभिनव ने पूरे मामले की डिंडोरी के एसपी संजीव कुमार सिन्हा के यहां शिकायत की। एसपी ने बताया कि शिकायत पर जांच की जा रही है। डिंडोरी के कलक्टर विकास मिश्रा ने भी कहा कि पुलिस को इस बारे में शिकायत मिली है। उचित कार्रवाई की जा रही है। सचिन के पिता मनोज कुशराम सरकारी स्कूल में टीचर हैं। उनका आरोप है कि उनके बेटे को फंसाने की साजिश रची गई है। बता दें कि सेकेंड जूनियर वर्ल्ड कबड्डी चैंपियनशिप 2023 का आयोजन 26 फरवरी से 5 मार्च तक ईरान के उर्मिया शहर में किया गया था। इस चैंपियनशिप में भारत से गई टीम में नरेंद्र कंडोला, अंकुश राठी, सागर कुमार, जय भगवान, मंजीत शर्मा, आशीष मलिक, रोहित नंदेल, योगेश दहिया, सचिन, मनु देसवाल, अभिजीत मलिक, विजयंत शामिल थे। असली और नकली फोटो। साभार सोशल मीडिया न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 13


ईद मुबारक! अमेरिका में भी घुली ईद की मिठास, राष्ट्रपति ने दी मुबारकबाद l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क ईद उल फितर इस्लाम के सबसे पवित्र पर्वों में से एक है। रमजान में महीने भर तक चलने वाले रोजा की समाप्ति के बाद इसे मनाया जाता है। दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय के लोग ईद का त्योहार उत्साह के साथ मनाते हैं। अमेरिका में भी मुस्लिमों में ईद को लेकर आयोजन किया। एक तरफ जहां जर्सी सिटी में ईद की नमाज अदा की गई, वहीं एंपायर स्टेट बिल्डिंग भी ईद के रंग में रंगी नजर आई। जर्सी सिटी के लिंकन पार्क में ईद की नमाज अता करने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे। नमाज के बाद एक दूसरे को गले लगकर मुबारकबाद दी। अमेरिका में भारी संख्या में मुस्लिम रहते हैं। इनमें अधिकांश मुस्लिम प्रवासी हैं। एक अनुमान के मुताबिक 90 फीसदी से अधिक अमेरिकी मुसलमान पाकिस्तान, भारत, बांग्लादेश और अन्य दक्षिण एशियाई मुल्कों से हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने सभी मुस्लिमों को ईद की मुबारकबाद दी। उन्होंने बताया कि मुस्लिम अमेरिकियों के योगदान का सम्मान करते हुए वह इस बार भी वाइट हाउस में ईद का त्योहार मनाएंगे। वहीं न्यूयॉर्क शहर की एंपायर स्टेट बिल्डिंग भी ईद के रंगों में नहाई नजर आई। मिडटाउन मैनहट्टन में स्थित 102 मंजिला इस इमारत के ऊपरी मंजिलों को हरे रंग से सजाया गया था। भारत में ईद का त्योहार 22 अप्रैल को मनाया जाएगा। दिल्ली, लखनऊ, भोपाल, रांची, गुवाहाटी आदि शहरों में शुक्रवार की शाम ईद का चांद नजर आया। दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहाकि 21 अप्रैल 2023 जुमे (शुक्रवार) के रोज़ माहे शव्वाल का चांद नज़र आ गया है। लिहाजा ईद का त्यौहार शनिवार 22 अप्रैल को मनाया जाएगा। भारत में शुक्रवार को माह-एरमजान में आखिरी जुमे को अलविदा नमाज पढ़ी गई। इसी के साथ इबादत और पाकीजगी वाले रमजान के 29 रोजे पूरे हुए। सऊदी अरब, यूएई, कतर समेत खाड़ी देशों में 29 दिनों का रमजान 20 अप्रैल को पूरा हुआ इसलिए वहां 21 अप्रैल को ईद मनाई गई। सभी जगहों पर ईद उल फितर यानी मीठी ईद की मिठास घुली रही। जर्सी सिटी के लिंकन पार्क में ईद की नमाज अता की गई। ईद के दौरान लोगों ने नए-नए कपड़े पहने और एक दूसरे को मुबारकबाद दी। Photo by Mohammed Jaffer ईद उल फितर इस्लाम के सबसे पवित्र पर्वों में से एक है। अमेरिका में भी मुस्लिमों में ईद को लेकर आयोजन किया। एक तरफ जहां जर्सी सिटी में ईद की नमाज अदा की गई, वहीं एंपायर स्टेट बिल्डिंग भी ईद के रंग में रंगी नजर आई। 14 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


जनसंख्या के मामले में चीन से आगे निकला भारत, UN ने जारी किए आंकड़े l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क भारत दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है। 19 अप्रैल को जारी संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार भारत की आबादी 142.86 करोड़ हो गई है जबकि चीन की आबादी 142.57 करोड़ है। संयुक्त राष्ट्र के विश्व जनसंख्या डैशबोर्ड के अनुसार 2023 के मध्य तक वैश्विक आबादी 8.045 अरब हो जाएगी। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि पूरे ग्रह पर 10.4 अरब तक आबादी पहुंचने के बाद 2090 के दशक में गिरावट होने की उम्मीद है। प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार 1950 के बाद से भारत की जनसंख्या में एक अरब से अधिक लोगों की वृद्धि हुई है। आंकड़ों पर गौर करें तो अब दुनिया का हर पांचवां शख्स भारतीय है। अनुमान के मुताबिक भारत की जनसंख्या 2050 तक बढ़ेगी। कहा जा रहा है कि यह 166.8 करोड़ हो जाएगी। जबकि चीन की जनसंख्या लगभग 131.7 करोड़ तक पहुंचेगी। पिछले साल चीन में जनसंख्या 1960 के बाद पहली बार कम हुई थी। बीजिंग ने 2016 में अपनी सख्त ‘वनचाइल्ड पॉलिसी’ को समाप्त कर दिया था। यह पॉलिसी 1980 के दशक में अत्यधिक जनसंख्या के डर के बीच लागू की गई थी। हालांकि 2021 में तीन बच्चे पैदा करने की इजाजत दे दी गई थी। आपको बता दें कि बढ़ती जनसंख्या के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के लिए कार्यबल में प्रवेश करने वाले लाखों लोगों के लिए रोजगार सृजित करना एक चुनौती है। भारत में खेती से जुड़ी नौकरियां व व्यवसाय कम हो रहे हैं। भारत में आधी आबादी 30 वर्ष से कम आयु की है और भारत भारत आने वाले वर्षों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। क्या कहते हैं वैश्विक आंकड़ें यूएन के आंकड़ों के अनुसार अफ्रीका में भी तेजी से जनसंख्या बढ़ रही है। अनुमान है कि दुनिया के दूसरा सबसे बड़े महाद्वीप अफ्रीका में साल 2100 तक जनसंख्या में 1.4 से 3.9 अरब की वृद्धि होगी। जापान में बढ़ती उम्र वालों की आबादी के कारण जनसंख्या में गिरावट हो रही है। आंकड़ों पर गौर करें तो अब दुनिया का हर पांचवां शख्स भारतीय है। Photo by Karthik Chandran / Unsplash आंकड़ों पर गौर करें तो अब दुनिया का हर पांचवां शख्स भारतीय है। अनुमान के मुताबिक भारत की जनसंख्या 2050 तक बढ़ेगी। अनुमान है कि यह 166.8 करोड़ हो जाएगी। जबकि चीन की जनसंख्या लगभग 131.7 करोड़ तक पहुंचेगी। पिछले साल चीन में जनसंख्या 1960 के बाद पहली बार कम हुई थी। न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 15


ब्रिटेन में गुजरातियों के लिए अलग संसदीय समूह पर भड़के भारतवंशी l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क ब्रिटेन में ब्रिटिश गुजरातियों के लिए अलग से संसदीय समूह बनाने पर ब्रिटिश सरकार की खासी आलोचना हो रही है। ब्रिटेन में रह रहे भारतवंशियों के कई संगठनों ने पत्र जारी कर ब्रिटिश गुजरातियों के अलग अंतर दलीय संसदीय समूह के गठन पर आपत्ति जताई है। इन संगठनों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह कदम ‘विभाजनकारी’ हो सकता है। ब्रिटिश गुजराती ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप (APPG) को नए निकाय के तौर पर पंजीकृत किया गया है। इसके गठन के पीछे का उद्देश्य ब्रिटिश गुजराती समुदाय की आर्थिक, स्वास्थ्य, सामाजिक और सांस्कृतिक जरूरतों को संसद में प्रतिबिंबित करना है खास तौर पर स्वास्थ्य, शिक्षा और वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल पर ध्यान दिलाना है। फ्रेंड्स ऑफ इंडिया सोसाइटी इंटरनेशनल (FISI) का कहना है कि यह कदम विभाजनकारी है और ब्रिटिश भारतीय समुदाय के हितों के खिलाफ है। हम इसकी स्थापना का कोई ठोस कारण नहीं देखते हैं। इसकी वजह ये है कि गुजराती और अन्य ब्रिटिश भारतीय समाज की दिक्कतें और चिंताएं समान है। इसलिए इन्हें ब्रिटिश हिंदू एपीपीजी और भारतीयों के लिए एपीपीजी के जरिये उठाया जा सकता है। एफआईएसआई ने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि यह कदम भारत और भारतीयों की एकता पर हमला है। हिंदू/भारतीय समुदाय को इस तरह की दुर्भावनापूर्ण बांटने की कोशिश को हतोत्साहित किया जाना चाहिए। हिंदू फोरम ऑफ ब्रिटेन, ब्रिटिश सिख एसोसिएशन और ब्रिटिश गुजराती समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली नेशनल एसोसिएशन ऑफ पाटीदार समाज ने भी पत्र जारी कर इसकी आलोचना की है। ब्रिटिश सिख एसोसिएशन के अध्यक्ष लॉर्ड रामी रेंजर का कहना है कि कोई भी संगठन जो किसी समुदाय को एकजुट करने के बजाय विभाजित करता है तो यह ठीक नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि हिंदुओं और भारत के एपीपीजी हैं। क्या हम ब्राह्मणों और लोहानों पर एपीपीजी नहीं लगाएंगे। एचएफबी अध्यक्ष तृप्ति पटेल का कहना है कि यह साफ तौर पर दिख रहा है कि हिंदू/गुजराती/भारतीय संगठनों के विशाल बहुमत से परामर्श नहीं किया गया है। अगर यह बुनियादी पहला कदम उठाया गया होता तो यह पूरी तरह से स्पष्ट हो गया होता कि उक्त एपीपीजी गुजराती की कोई जरूरत नहीं है। इस प्रस्ताव को गुजरातियों और सामान्य रूप से भारतीय प्रवासियों द्वारा खारिज किया जाता है। वहीं, लेबर पार्टी के सांसद गैरेथ थॉमस उत्तर-पश्चिम लंदन निर्वाचन क्षेत्र हैरो वेस्ट का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने दावा किया कि ब्रिटिश गुजराती एपीपीजी के लिए अब तक काफी समर्थन रहा है। अब तमाम उठ रहे सवालों का हल निकालने के लिए वह विभिन्न समूहों तक पहुंचेंगे। Photo by Jamie Street / Unsplash ब्रिटिश गुजराती ऑल पार्टी पार्लियामेंटरी ग्प (एपीपीजी) रु को एक नए निकाय के तौर पर पंजीकृत किया गया है। इससे वहां रह रहे भारतवंशियों में काफी नाराजगी है। वे इसे विभाजनकारी बता रहे हैं औ इसकी उपयोगिता पर सवाल उठा रहे हैं। विभिन्न संगठनों ने पत्र लिखकर इसकी आलोचना की है। शाबास: इस फिल्म अभिनेता के बेटे वेदांत ने भारत के लिए जीते 5 गोल्ड l संवाददाता एक पिता के रूप में भारतीय फिल्म अभिनेता आर माधवन फिर से गर्वीले अहसास से लबरेज हैं। उनके बेटे वेदांत ने कुआलालंपुर में एक तैराकी स्पर्धा में भारत के लिए पांच स्वर्ण पदक जीते हैं। जैसे ही माधवन के पास खबर आई तो उन्होंने अपनी भावनाओं और खुशी का इजहार करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और फौरन आयोजन के दौरान की अपने बेटे की तस्वीरें शेयर कर डालीं। आर माधवन ने ईवेंट के दौरान अपने बेटे की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम और ट्विटर इत्यादि पर साझा करते हुए अपनी खुशी जाहिर की। वेदांत ने बीते सप्ताह मलेशिया इन्विटेशनल एज ग्रुप स्विमिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था। तस्वीरों में वेदांत भारत के राष्ट्रीय ध्वज और पांच गोल्ड मेडल के साथ पोज देते हुए नजर आ रहे हैं। एक अन्य तस्वीर में वेदांत की मां सरिता बिरजे भी दिखलाई देती हैं। तैराकी स्पर्धा मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में हुई थी। खुशी और तस्वीरों को साझा करते हुए माधवन ने लिखा- ईश्वर की कृपा और आप सभी की शुभकामनाओं के साथ वेदांत को भारत के लिए पांच स्वर्ण (50 मीटर, 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर और 1500 मीटर में) के साथ दो पीबी मिले। यह ईवेंट मलेशिया इन्विटेशनल एज ग्रुप स्विमिंग चैंपियनशिप 2023 के तहत कुआलालंपुर में आयोजित किया गया था। हम उत्साहित हैं और प्रदीप सर के बहुत आभारी हैं। अभिनेता के इस पोस्ट पर फैंस ने भी खूब रिएक्ट किया। वेदांत की तारीफ के साथ ही एक पिता और अभिनेता को लोग बधाई दे रहे हैं। फैंस के साथ इंडस्ट्री के तमाम सेलेब्स भी वेदांत की तारीफ कर रहे हैं। अभिनेत्री खुशबू सुंदर ने लिखा, ‘बधाई मैडी। वेदांत को ढेर सारा प्यार।’ अभिनेता दर्शन कुमार ने लिखा, ‘हार्दिक बधाई भाई जी।’ अपने बेटे वेदांत के साथ विजय और गर्वकी अनुभूति करते अभिनेता माधवन। 16 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


नॉर्थवेस्टर्न विश्वविद्यालय में हिंदू छात्रों के हित में इसलिए उठी आवाज l संवाददाता इलिनोइस स्थित नॉर्थवेस्टर्न विश्वविद्यालय में बीते दिन हिंदू छात्रों को कैंपस से जुड़े अपने अनुभवों को साझा करने का मौका मिला। Hindu YUVA और OM at Northwestern नाम के छात्रों के संगठनों ने कैंपस में ‘वाइल्डकैट हिंदू एक्सपीरियंस’ नाम के एक कार्यक्रम की मेजबानी की। इस कार्यक्रम को विश्वविद्यालय के धार्मिक और आध्यात्मिक जीवन कार्यालय द्वारा प्रायोजित किया गया था। कार्यक्रम को सिख छात्रों के नॉर्थवेस्टर्न सेवा और यहूदी छात्रों के संगठन हिलेल का भी समर्थन था। कार्यक्रम में हिंदू पुजारी अमर शाह और एसोसिएट यूनिवर्सिटी चैपलिन व नॉर्थवेस्टर्न में इंटरफेथ एंगेजमेंट की निदेशक ताहेरा अहमद ने 35 उपस्थित लोगों की सभा को संबोधित किया था। Hindu YUVA की ओर से आरुषि तिवारी और स्पर्श गौतम के अलावा OM at Northwestern से कुशाल और हिलेल से हन्ना नेमेथ जैसे छात्र नेताओं ने कार्यक्रम में कैंपस के भीतर हिंदू छात्रों और संगठनों के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाने की मांग की। दरअसल नॉर्थवेस्टर्न में Hindu YUVA की टीम दीवाली और महाशिवरात्रि जैसे हिंदू धार्मिक त्योहारों को मनाती है। इसके अलावा यह संगठन हिंदू धर्म पर शैक्षिक संगोष्ठियों का आयोजन भी करता है। विविधता के प्रति उनके प्रयासों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने विंटर 2023 तिमाही में Hindu YUVA को वाइल्डकैट इम्पैक्ट अवार्ड से सम्मानित किया गया था। ‘वाइल्डकैट हिंदू एक्सपीरियंस’ कार्यक्रम में हिंदू आस्था की अभिव्यक्ति के उत्सव के अलावा हिंदू छात्रों और संगठनों पर हाल के हमलों के खिलाफ भी आवाज उठाई गई। हिलेल के यहूदी छात्र नेताओं समेत हिंदू पुजारी अमर शाह और छात्रों की डीन मोना डुगो ने भी इस मसले पर अपना पक्ष रखा। मोना डुगो ने कहा कि हिंदूफोबिया को लेकर ज्यादा दर्द उन पीड़ितों के अनुभव को सुनकर हुआ जिन्होंने अपनी प्रति भेदभाव को बहादुरी के साथ बताया। वहीं कार्यक्रम में Hindu YUVA के अध्यक्ष स्पर्श गौतम और OM at Northwestern के सह-अध्यक्ष कुशाल ने भी कहा कि अपनी आस्था का पालन करने करने वाले व्यक्ति के खिलाफ हमलावरों का इस विविध और जीवंत समुदाय में कोई स्थान नहीं है। छात्रों की डीन मोना डुगो ने कहा कि हिंदूफोबिया को लेकर ज्यादा दर्द उन पीड़ितों के अनुभव को सुनकर हुआ जिन्होंने अपनी प्रति भेदभाव को बहादुरी के साथ बताया। Photo : Hindu YUVA Hindu YUVA की ओर से आरुषि तिवारी और स्पर गौतम के अ ्श लावा OM at Northwestern से कुशाल और हिलले से हन्ना नेमेथ जैसे छात्र नेताओं ने कार्यक्रम में कैंपस के भीतर हिंदू छात्रों और संगठनों के लिए एक सुरक्षित स्थान बनाने की मांग की। न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 17


राधा अयंगर बनीं उप रक्षा सचिव, सीनेट ने लगाई मुहर, पेंटागन से जुड़ेंगी l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क भारतीय-अमेरिकी राधा अयंगर प्लंब को उप रक्षा सचिव के रूप में नियुक्ति मिल गई है। इसकी पुष्टि अमेरिकी सीनेट ने की है। अमेरिकी सीनेट की पीरीयॉडिकल प्रेस गैलरी ने ट्वीट कर बताया कि सीनेट ने राधा अयंगर प्लंब को रक्षा विभाग के उप अवर सचिव के लिए मतदान किया। वह 68-30 के वोट से जीतीं। जानकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने राधा अयंगर को ‘डिफेंस फॉर ऐक्विजिशन एंड सस्टेनमेंट’ के उप अवर सचिव पद के लिए नामित किया था। वह वर्तमान में रक्षा उप सचिव के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में सेवारत हैं। अयंगर को जून 2022 में पेंटागन के शीर्ष पद के लिए नामित किया गया था। चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में अपनी नियुक्ति से पहले अयंगर गूगल में विश्वास एवं सुरक्षा के लिए अनुसंधान एवं अंतर्दृष्टि की निदेशक थीं और व्यापार विश्लेषण, डाटा विज्ञान तथा तकनीकी अनुसंधान संबंधित टीम का नेतृत्व करती थीं। वह फेसबुक में ग्लोबल हेड ऑफ पॉलिसी एनालिसिस के रूप में भी सेवाएं दे चुकी हैं। उन्होंने रक्षा मंत्रालय, ऊर्जा मंत्रालय और व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर कई वरिष्ठ पदों पर भी अपनी सेवाएं दी हैं। प्लंब ने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी की डिग्री हासिल की है। उनके शोध में आपराधिक हिंसा, यौन उत्पीड़न, आतंकवादी व्यवहार और यौन तथा अंतरंग साथी हिंसा सहित हिंसा को कम करने के उद्देश्य से बनाई गई नीतियों का मूल्यांकन शामिल है। अपने करियर की शुरुआत में वह लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में सहायक प्रोफेसर और हार्वर्ड में रॉबर्ट वुड जॉनसन हेल्थ पॉलिसी स्कॉलर थीं। अपने लिंक्डिन प्रोफाइल में अयंगर खुद को एक अनुभवी नेता के रूप में पेश करती हैं जो गहन तकनीकी विश्लेषणात्मक कौशल के साथ सरकार, शिक्षा और उद्योग जगत में काम करने का अनुभव रखता है। फोटो-Twitter @DepSecDef_COS एक और भारतीय ने अमेरिका में ऊंचा ओहदा हासिल कर देश का नाम रोशन किया है। भारतीय-अमेरिकी राधा अयंगर अमेरिका में उप रक्षा सचिव बनाई गई हैं। सीनेट ने उनकी नियुक्ति पर मुहर लगा दी है। डॉ. नोरी बने स्लोन कैंसर सेंटर की भारतीय इकाई के वरिष्ठ सलाहकार भारत का प्रतिष्ठित नागरिक सम्मान भी पा चुके हैं डॉ. नोरी। l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क शीर्ष भारतीय-अमेरिकी ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. दत्तात्रेयुडु नोरी को न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर के चेन्नई-सेंटर का वरिष्ठ सलाहकार नियुक्त किया गया है। चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉ. नोरी को वर्ष 2017 में भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित सम्मान पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। स्लोन सेंटर के सलाहकार बनने पर डॉ. नोरी ने कहा कि वह कैंसर के इलाज की सर्वोत्तम पद्धतियों को अमेरिका से भारत पहुंचाना चाहते हैं। अमेरिका के बाहर स्लोन सेंटर की यह पहली शाखा है। इस बारे में डॉ. नोरी ने कहा कि प्रतिष्ठित मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर की इकाई भारत में खुलना अपने आप में एक बड़ी बात है। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कैंसर संस्थान से कैंसर का इलाज और परामर्श लेने से न केवल बड़ी संख्या में लोगों की जान बचेगी बल्कि घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई में जागरूकता बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर ने पिछले साल अगस्त में चेन्नई में अपना पहला विदेशी केंद्र खोला और इस साल मार्च में डॉ. नोरी को इसके वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नियुक्त किया। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और असम सहित कई राज्यों का दौरा करके हाल ही में भारत से लौटे भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने कहा कि कैंसर का प्राथमिक उपचार सबसे अच्छा होना चाहिए। डॉ. नोरी ने कहा कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के मामले में प्राथमिक उपचार सबसे अच्छा होना चाहिए। इसका कोई अन्य रास्ता नहीं है। यानी पैचअप नहीं है। मैं कुछ अलग करना चाहता हूं। यही मेरी इच्छा भी थी और आखिरकार वह हो भी गया। साल 2022 में प्रतिष्ठित मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर की शाखा भारत में खुल गई। वैसे भारत में भी कैंसर के इलाज के लिए बीते 10 साल में सरकारी और गैर सरकारी कई अच्छे संस्थान खुले हैं। डॉ. नोरी के मुताबिक भारत में हर साल कैंसर से 13 से 14 लाख केस आते हैं। तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और असम सहित कई राज्यों का दौरा करके हाल ही में भारत से लौटे भारतीय-अमेरिकी डॉक्टर ने कहा कि कैंसर का प्राथमिक उपचार सबसे अच्छा होना चाहिए। Photo by Angiola Harry / Unsplash 18 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


अमेरिका के गांवों में टेक शिक्षा की अलख जगा रहे सांसद रो खन्ना l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना न सिर्फ कांग्रेस में जनता की आवाज बनकर उनके समुदाय मुद्दे उठाते हैं बल्कि समुदाय के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम योगदान देते हैं। कैलीफोर्निया से डेमोक्रेट सांसद खन्ना सिलिकन वैली इलाके का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां पर याहू, मैकफी, गूगल, लिंक्डइन जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों के मुख्यालय हैं। ऐसी जगह का प्रतिनिधि होने के बावजूद वह आयोवा, पेंसिलवेनिया और साउथ कैरोलिना के ग्रामीण इलाकों में अपना वक्त गुजारते हैं। दरअसल वह इन इलाकों में नौजवानों को ट्रेनिंग देकर मोटी पगार वाली टेक जॉब्स पाने के लायक बनाने का कार्यक्रम चलाते हैं। हाल ही में रो खन्ना ने वॉशिंगटन पोस्ट की स्तंभकार जेनिफर रूबिन से खास बातचीत में इसके बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय के लोगों को ऐसी नौकरियां पाने के लायक बनाना है, जो पहले उनके लिए एक सपने की तरह थीं। उन्हें ये अहसास दिलाना है कि वे भी 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था का हिस्सा हैं। और ये काम उन्हें आधुनिक टेक्नोलोजी की ट्रेनिंग देकर किया जा रहा है। रो खन्ना के प्रयासों से टेक कंपनियों, स्थानीय सरकारों और सामुदायिक कॉलेजों व विश्वविद्यालयों को एक मंच पर लाने में मदद मिली है। टेक कंपनियां ने स्कूलों के साथ मिलकर 18 महीने का टेक ट्रेनिंग कोर्स तैयार किया है. इस दौरान ट्रेनिंग लेने वाले प्रत्येक छात्र को 5 हजार डॉलर दिए जाते हैं ताकि वे अपनी पढ़ाई पर फोकस कर सकें, साथ ही कामकाजी अनुभव भी जुटा सकें। यहां से ट्रेनिंग पूरी करने वाले छात्रों के लिए अच्छी पगार वाली नौकरियों की लाइन लग जाती है। बताया गया है कि फिलहाल ये प्रोग्राम आठ जगहों पर संचालित हो रहा है। इनमें 240 छात्रों को अब तक ट्रेंड किया जा चुका है। इनमें से 85 से 90 फीसदी छात्रों ने कोर्स पूरा किया है और उन्हें अच्छी नौकरियां मिली हैं। खन्ना का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इस दशक के अंत तक 10 लाख से अधिक छात्रों को ट्रेंड कर दिया जाएगा। उन्हें लगता है कि एक बार ये चलन जोर पकड़ गया तो गूगल जैसी कंपनियां ग्रामीण इलाकों में भी अपने ऑफिस खोलेंगी और नौजवानों को दूर शहर तक नहीं जाना होगा। उन्हें घर के पास ही नौकरियां मिलेंगी, वो भी अच्छी सैलरी के साथ। भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना आयोवा, पेंसिलवेनिया और साउथ कैरोलिना के ग्रामीण इलाकों में नौजवानों को टेक ट्रेनिंग का कार्यक्रम चलाते हैं। न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 19 प्रिय पाठकगण कुछ कहना चाहते है? न्यू इंडिया अब्रॉड आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए प्रेरणादायी है। वेबसाइट/ई-पेपर में प्रकाशित होने वाले समाचार, कॉलम और विचार या भारतीय प्रवासियों से संबंधित किसी भी मुद् पर आपकी राय या आ दे लोचना। हम सभी का स्वागत करते हैं। अपने विचार भेजें, हम उसे अवश्य प्रकाशित करेंगे। संपादक के नाम पत्र लिखें


रामानुजन की याद में इंडियास्पोरा और अगस्त्य फाउंडेशन करेगा MIT में कार्यक्रम l सुनीता सोहराबजी अगस्त्य फाउंडेशन और इंडियास्पोरा ने प्रसिद्ध भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की याद में 20 अप्रैल को मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में विशेष कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। दिन भर चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत एमआईटी के गणित विभाग में मूर्तिकार जयप्रकाश शिरगांवकर द्वारा बनाई गई रामानुजन की कांस्य प्रतिमा का फीता काटकर उद्घाटन के साथ होगी। इस प्रतिमा को अगस्त्य फाउंडेशन ने पिछले साल विश्वविद्यालय को दान किया था। इसके बाद दोपहर के समय उपस्थित लोगों को एमआईटी में दक्षिण एशियाई इतिहास से जुड़ी एक परियोजना का भ्रमण कराया जाएगा। इसका उद्शदे्य दक्षिण एशियाई और शिक्षाविदों के बीच गहरे संबंध को प्रदर्शित करना है। शाम के कार्यक्रम की खासियत तीन सामुदायिक नेता होंगे। ये हैं- वर्टेक्स फार्मास्यूटिकल्स की सीईओ व अध्यक्ष डॉ. रेशमा केवलरमानी, पनेरा ब्ड के सीईओ रे निरेन चौधरी और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के प्रोफेसर डॉ. तरुण खन्ना होंगे। डॉ. खन्ना हार्वर्ड विश्वविद्यालय के लक्ष्मी मित्तल एंड फैमिली दक्षिण एशिया संस्थान के निदेशक भी हैं। रामानुजन का जन्म भारत के तमिलनाडु राज्य के इरोड में हुआ था। 1920 में जब उनका देहांत हुआ था, वह केवल 32 वर के ्ष थे। लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने गणित के ऐसे सूत्र विश्व को दिए, जिनकी आज तक प्रशंसा होती है। रामानुजन तमिलनाडु के कुंभकोणम में एक कमरे के घर में पले बढ़े। इस कमरे में वह परिवार के पांच सदस्यों के साथ रहते थे। उन्होंने कभी औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं की, लेकिन गणित की जटिल प्रमेयों को सिद्ध करके दुनिया को चकित कर दिया। रामानुजन के गांव या उनके राज्य में कोई भी उनके काम को समझ नहीं पाया। तब यवुा रामानुजन ने इंग्लैंड में विभिन्न कॉलेजों के प्रोफेसरों को पत्र लिखकर अपनी खोजों के बारे में बताना शुरू कर दिया। उस दौरान मद्रास में काम कर रहे एक सिविल इंजीनियर सर फ्रांसिस स्प्रिंग को रामानुजन की प्रतिभा को दुनिया के सामने लाने का श्रेय दिया जाता है। रामानुजन उन्हीं के कार्यालय में क्लर्क का काम किया करते थे। स्प्रिंग ने रामानुजन के कार्यों के बारे में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के जीएच हार्डी को सूचित किया और इस प्रकार दुनिया को एक महान गणितज्ञ के बारे में जानकारी मिली। रामानुजन के जीवन पर आधारित एक फिल्म भी बनी है, “द मैन हू नो इन्फिनिटी”, वर 2016 में इस ्ष फिल्म के पूर्वावलोकन के दौरान प्रिंसटन के गणितज्ञ मंजुल भार्गव ने कहा था कि रामानुजन एक ही दिन में इतने अधिक प्रमेय सिद्ध कर देते थे, जिन्हें सिद्ध करने में हममें से कई लोगों को एक वर तक लग जाता ्ष था। अगस्त्य फाउंडेशन की स्थापना 2009 में पूर्व बैंकर रामजी राघवन ने की थी। उन्होंने इसे भारत के गांवों में रहने वाले बच्चों को इंटरैक्टिव मोबाइल वैन के माध्यम से विज्ञान की जानकारी देने के उद्शदे्य से बनाया था। उन्होंने बताया कि जवाहरलाल नेहरू की “डिस्कवरी ऑफ इंडिया” पढ़ते हुए उन्हें पहली बार रामानुजन में दिलचस्पी हुई। 1989 में मद्रास की यात्रा के दौरान राघवन की मुलाकात रामानुजन की विधवा जानकी से हुई। इस मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए राघवन ने बताया था कि वह 90 साल की कमजोर सी महिला दिख रही थीं, लेकिन उनकी आंखों में अलग ही चमक थी। उन्हें सुनने में भी दिक्कत होती थी। चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान के साथ उन्होंने मेरा स्वागत किया। हमने छोटे से कमरे में बैठकर लगभग एक घंटे तक बात की। वहां पर पॉल ग्नलुंड रै द्वारा निर्मित रामानुजन की एक आकरक आ ्ष वक्ष प्रतिमा लगी थी। यह प्रतिमा अंतरराष्ट्रीय गणितज्ञों के एक समूह ने उपहार में दी थी। राघवन के अनुसार मिसेज रामानुजन तमिल में अपने पति के बारे में इस तरह बात कर रही थीं, जैसे कि उनके पति हाल ही में स्वर्ग सिधारे हों। उन्होंने बताया कि रामानुजन के लिए केवल एक चीज मायने रखती थी, और वह थी- संख्या, संख्या और संख्या। जानकी रामानुजन का मानना था कि दुनिया ने उनके पति को भुला दिया है। राघवन के अलावा इंग्लैंड के एक गणित शिक्षक ही पिछले कुछ समय में उनसे मुलाकात करने आए थे। राघवन ने बताया कि मिसेज रामानुजन से मुलाकात के आखिर में मैंने उन्हें एक पारंपरिक उपहार भी दिया, जिसमें एक साड़ी और कुछ फल थे। मैंने झुककर धीरे से उनका हाथ थामा और कहा कि वह कितनी भाग्यशाली हैं कि उन्हें ऐसे पति का साथ मिला, जो भारत के सबसे महान नायकों में एक थे। इस पूरी घटना को राघवन जब बता रहे थे, उनके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान तैर रह थी। चेहरा चमक रहा था। अगस्त्य फाउंडेशन ने 2010 में रामानुजन को उनके संस्थान में यादगार बनाने के लिए कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय को उनकी आवक्ष प्रतिमा दान की थी। अगस्त्य फाउंडेशन ने बैंगलोर में टीआईएफआर के सेंटर फॉर एप्लीक्लेशन मै यु थमेटिक्स और आईआईटी मद्रास को भी रामानुजन की एक आवक्ष प्रतिमा उपहार में दी है। रामानुजन ने गणित के ऐसे सूत्र विश्व को दिए, जिनकी आज तक प्रशंसा होती है। Wikipedia photo रामानुजन का जन्म भारत के तमिलनाडु राज्य के इरोड में हुआ था। 1920 में जब उनका देहांत हुआ था, वह केवल 32 वर्ष के थे। लकिन े इतने कम समय में ही उन्होंने गणित के ऐसे सूत्र विश्व को दिए, जिनकी आज तक प्रशंसा होती है। एमआईटी में रामानुजन की प्रतिमा का अनावरण भी किया जाएगा। चर्चा में क्यों हैं प्रवासी सम्मान पाने वाले फेडेक्स के CEO राज सुब्रमण्यम? l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क वैश्विक परिवहन कंपनी फेडेक्स के सीईओ राज सुब्रमण्यम को प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया गया है। 55 साल के सुब्रमण्यम को अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने हाल ही में इंडिया हाउस में आयोजित एक समारोह में इस सम्मान से नवाजा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो के साथ बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और भारतीय मूल के सैकड़ों अमेरिकी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। यह सम्मान भारतीय मूल के व्यक्तियों और भारतीय प्रवासियों को भारत द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। सुब्रमण्यम भारत में केरल राज्य के तिरुवनंतपुरम के रहने वाले हैं। फिलहाल वह अमेरिका में टेनेसी के मेम्फिस में रहते हैं। उन्होंने आईआईटी-मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने सायराक्यूज यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में मास्टर की डिग्री हासिल की। इसके साथ ही उन्होंने एस्टिन के टेक्सास यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया है। राज को 2020 में फेडेक्स के बोर्ड में शामिल किया गया था। प्रेसिडेंट और चीफ ऑपरेटिंग अफसर बनने से पहले सुब्रमण्यम फेडेक्स एक्सप्रेस के प्रेसिडेंट और सीईओ थे। यह दुनिया की सबसे बड़ी परिवहन कंपनियों में से एक है। उनके अंतरराष्ट्रीय नेतृत्व के अनुभव और गहरी व्यावसायिक अंतर्दृष्टि ने फेडेक्स की सफलता में अत्यधिक योगदान दिया है। राज सुब्रमण्यम फेडेक्स कॉर्पोरेशन के अलावा फर्स्ट हराइजन कॉर्पोरेशन के बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने कई कंपनियों मे अहम जिम्मेदारियों को संभाला है। आईआईटी-मुंबई की ओर से उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है। यूनिवर्सिटी ऑफ मेम्फिस में फोगेलमैन कॉलेज ऑफ बिजनेस एंड इकोनॉमिक्स ने उन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया था। दरअसल, सुब्रमण्यम इस साल की शुरुआत में यह पुरस्कार लेने के लिए भारत नहीं जा सके थे। एक अन्य पुरस्कार विजेता दर्शन सिंह धालीवाल भी कार्यक्रम में मौजूद थे। फोटो : ट्विटर @SandhuTaranjitS राज सुब्रमण्यम को प्रतिष्ठित प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया गया है। 20 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 21


भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना चाहते हैं रूसो, इसलिए पसंद आई RRR l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क हॉलीवुड केदिग्गज फिल्म निर्माता जो रूसो भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर प्रोमोट करना चाहते हैं। बीते कुछ समय में आई भारतीय फिल्मों के तकनीकी पक्ष ने रूसो को प्रभावित किया है। उन्हे लगता है कि बॉलीवुड दुनिया का एक महत्वपूर्ण फिल्मी कारोबार लेकिन फिर भी एक्सपोजर के अभाव में उसकी पहुंच ग्लोबल नहीं हो सकी है, जिसे अब आगे बढ़ाना चाहिए। जो रूसो ने अपने भाई एंथनी रूसो के साथ मिलकर कैप्टन अमेरिका: द विंटर सोल्जर, एवेंजर्स: इन्फिनिटी वॉर, एवेंजर्स: एंडगेम और द ग्रे मैन समेत कई बड़ी हॉलीवुड फिल्मों का निर्देशन किया है। फिल्म निर्माता स्कॉटलैंड में सैंड्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भाग ले रहे थे, जहां उन्होंने प्रियंका चोपड़ा और रिचर्ड मैडेन के साथ अपनी आगामी सीरीज सिटाडेल के साथ-साथ अन्य भविष्य की परियोजनाओं के बारे में बात की। रूसो ने बॉलीवुड सहित दुनिया भर के अन्य उद्योगों को व्यापक पहुंच देने के लिए समर्थन देने की बात कही। इस मौके पर रूसो ने एसएस राजामौली की ऑस्कर विजेता फिल्म RRR का खासतौर पर उल्लेख किया। इस साल RRR ने तेलुगु हिट नाटू नाटू के लिए सर्वश्रेष्ठ मूल गीत का ऑस्कर जीता है। प्राइम वीडियो की सिटाडेल इतालवी और भारतीय दर्शकों के लिए भी तैयार की जा रही है। सिटाडेल के भारतीय संस्करण को फिल्म निर्माता जोड़ी, राज और डीके लेकर आ रहे हैं जिसमें वरुण धवन और सामंथा रुथ प्रभु मुख्य भूमिका निभाएंगे। असल सिटाडेल का प्रीमियर 29 अप्रैल को होगा जबकि भारतीय संस्करण निर्माणाधीन है। यह पूछे जाने पर कि हॉलीवुड का सबसे अच्छा संस्करण कैसा दिखता है तो जो रूसो ने कहा कि इसे और अधिक अंतरराष्ट्रीय होना चाहिए। मिसाल के तौर पर उन्होंने बॉलीवुड की ओर इशारा किया। उन्होंने हॉलीवुड की ट्रेड वेबसाइट डेडलाइन को बताया कि निश्चित रूप से यह एक अधिक विविध और अंतरराष्ट्रीय संस्करण है। उदाहरण के लिए बॉलीवुड दुनिया में अधिक महत्वपूर्ण फिल्म व्यवसायों में से एक है, लेकिन भारत के बाहर इसका बहुत कम प्रदर्शन है। रूसो ने कहा कि ऐसे में RRR जैसी फिल्मों का शुक्रिया, जिनकी तकनीकी प्रतिभा, दृश्य प्रभाव और पौराणिक कहानी कहने के स्तर ने व्यापक रूप से दर्शकों को आकर्षित किया। इसके जैसी फिल्मों से हम दूसरी संस्कृतियों के बारे में भी जान पाते हैं। लिहाजा हमारा लक्ष्य सशक्तीकरण होना चाहिए। हम यथासंभव दूसरे बाजारों का भी समर्थन करना चाहते हैं ताकि उनकी कहानियां भी विश्व के अन्य देशों और हिस्सों की यात्रा कर सकें। एंथनी और जो रूसो। रूसो ने एसएस राजामौली की ऑस्कर विजेता फिल्म RRR का खास तौर पर उल्लेख किया। इस साल RRR ने तेलुगु हिट नाटू नाटू के लिए सर्वश्रेष्ठ मूल गीत का ऑस्कर जीता है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी से आई बढ़त, इस स्थान पर पहुंचा l संवाददाता विदेशी मुद्रा भंडार के मामले में भारत पांचवे स्थान पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 7 अप्रैल यानी वीकेंड तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार $6.3 बिलियन (51,163 Cr) बढ़कर $ 584.76 बिलियन (47,86,041 Cr) हो गया। भारत के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक यह नौ महीने के उच्चतम स्तर पर है। सोने का भंडार भी 1.496 बिलियन डॉलर (12,244 Cr) बढ़कर 46.696 बिलियन डॉलर (3,82,189 Cr) हो गया है। जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अक्टूबर 2021 में भारत का विदेश मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर (52,79,083 Cr) के साथ सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद से विदेश मुद्रा भंडार में गिरावट आई है। हालांकि पिछले हफ्ते गिरावट में विराम लगा है। इससे पिछले सप्ताह भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 32.9 बिलियन डॉलर (2,69,274 Cr) घटकर 578.42 बिलियन डॉलर (47,34,150 Cr) हो गया था। बता दें कि वैश्विक स्तर पर उतार-चढ़ाव का रुपये पर जब भी असर पड़ता है तब भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आती है। केंद्रीय बैंक रुपये में तेजी से होने वाली चाल को रोकने के लिए हाजिर और वायदा बाजारों में हस्तक्षेप करता है और गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करता है। इसी कारण भंडार में गिरावट आती है। विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन भी मूल्यांकन लाभ या हानि से उत्पन्न होता है। पिछले सप्ताह के आंकड़ों के अनुसार अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 0.3% अधिक बंद हुआ था। Photo by rupixen.com / Unsplash अक्टूबर 2021 में भारत का विदेश मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर (52,79,083 Cr) के साथ सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। इसके बाद से विदेश मुद्रा भंडार में गिरावट आई है। 22 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


ओमान में व्यवसायी मेनन ने दान किए 9 मिलियन OMR, मकसद है विशेष l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क भारतीय मूल के व्यवसायी ने एक नेक काम के लिए बड़ा दान किया है। खबर है कि अल रहमा एसोसिएशन और ‘सोभा’ समूह ने ‘SAS’ परियोजना के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस MoU के मुताबिक अगले 10 सालों में अनाथ और जरूरतमंदों के लिए 300 घर बनाए जाने हैं। MoU का कुल मूल्य 9.6 मिलियन OMR (ओमानी रियाल) है। यानी 2 अरब रुपये से अधिक। अल रहमा एसोसिएशन फॉर मदरहुड एंड चाइल्ड वेलफेयर की ओर से इस MoU पर संस्था की चेयरवुमन सना अब्दुल रहमान अल खंजारी और सोभा समूह की तरफ से संस्थापक और निदेशक मंडल के चेयरमैन पीएनसी मेनन ने हस्ताक्षर किये। इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए सोभा समूह के मुखिया मेनन ने कहा कि किसी के भी जीवन में भोजन, शिक्षा और आवास का सबसे ज्यादा महत्व होता है। इसलिए हमने सोचा कि हम इन तीनों में से घर बनवाने का काम करते हैं क्योंकि किसी भी परिवार के लिए तो सब कुछ यही होता है। लिहाजा हमने 10 साल में 300 घर बनवाने का फैसला किया है। लेकिन समझौते के बाद मुझे लग रहा है कि यह काम 10 साल में नहीं 5 साल में होना चाहिए। इस काम के लिए ओमान ही क्यों चुना, इस सवाल के जवाब में मेनन ने कहा कि ओमान ने मुझे बनाया है। मेरी जवानी के सारे दिन यहीं बीते हैं। मैं यहां केवल 7 डॉलर लेकर आया था। बाकी सब कुछ ओमान ने दिया। इसीलिए ओमान। मैं ओमान का नागरिक भी हूं। मैंने यहां की नागरिकता ली है। समझौते में लक्षित समूह के लिए एकीकृत आवास परिसरों की स्थापना के साथ ही अलग घरों के निर्माण का प्रावधान है। प्रत्येक घर के लिए भवन क्षेत्र 200 वर्ग मीटर होगा और हरेक घर के लिए निर्माण लागत OM 35,000 (करीब 75 लाख रुपये) से अधिक नहीं होगी। समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर समारोह सामाजिक विकास मंत्री डॉ. लैला अहमद अल नज्जर के संरक्षण में आयोजित किया गया था। इस काम के लिए ओमान ही क्यों चुना, इस सवाल के जवाब में मेनन ने कहा कि ओमान ने मुझे बनाया है। मेरी जवानी के सारे दिन यहीं बीते हैं। मैं यहां केवल 7 डॉलर लेकर आया था। बाकी सब कुछ ओमान ने दिया। सोभा समूह के संस्थापक और निदेशक मंडल के चेयरमैन पीएनसी मेनन। MoU पर साइन करते सना अब्दुल रहमान अल खंजारी और पीएनसी मेनन। गुरुद्वारा गोलीबारी: AK-47 के साथ 17 लोग गिरफ्तार l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क कैलिफोर्निया पुलिस ने स्टॉकटन, सैक्रामेंटो और अन्य स्थानों के गुरुद्वारों में सिलसिलेवार गोलीबारी के मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। स्टेट एटॉर्नी जनरल ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के पास से पुलिस ने हैंडगन, एक मशीन गन और AK-47 रायफल बरामद की है। गुरुद्वारों में सिलसिलेवार हमलों की पड़ताल में पुलिस ने 20 से अधिक ठिकानों पर छापामारी की थी। कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल रॉब बोंटा, यूबा सिटी पुलिस चीफ ब्रायन बेकर और सटर काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी जेनिफर डुप्रेद्वारा की गई घोषणा के अनुसार रविवार को उत्तरी कैलिफोर्निया में 20 स्थानों पर तलाशी वारंट जारी करने वाले एजेंटों के साथ बड़े पैमाने पर ऑपरेशन के दौरान ये गिरफ्तारियां की गई हैं। पकड़े गए लोगों में ज्यादातर स्थानीय सिख समुदाय के सदस्य थे। अटॉर्नी जेनिफर डुप्रे ने मीडिया कर्मियों को बताया कि गिरफ्तार किये गए बदमाशों में से दो माफिया से जुड़े हैं, जिनकी भारत में कई मामलों में तलाश की जा रही है। गिरफ्तार किए गए लोग प्रतिद्वंद्वी आपराधिक सिंडिकेट का हिस्सा हैं। इन पर सटर, सैक्रामेंटो, सैन जोकिन, सोलानो, योलो और मेरेड काउंटियों में पांच हत्याओं के प्रयास सहित कई हिंसक अपराधों और गोलीबारी का आरोप है। इन समूहों के सदस्य कथित तौर पर 27 अगस्त, 2022 को स्टॉकटन सिख मंदिर में हुई गोलीबारी और 23 मार्च, 2023 को सैक्रामेंटो सिख मंदिर में हुई गोलीबारी में शामिल थे। इन लोगों से तफ्तीश के बाद पुलिस को जो जानकारी मिली उसके आधार पर दो जगह होने वाली गोलीबारी की घटनाओं को रोका भी जा सका है। कैलिफोर्निया के अटॉर्नी जनरल रॉब बोंटा ने अभियान की कामयाबी पर इससे जुड़ी तमाम इकाइयों की सराहना की और कहा कि अब कैलिफोर्निया सुरक्षित है। वैसे गोलीबारी से जुड़े पांच अन्य लोग अमनदीप सिंह, हरमनदीप सिंह, गुरशरण सिंह, ग्रुचरण सिंह और जसकरन सिंह अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। Photo by Gabe Pierce / Unsplash Photo by Bernie Almanzar / Unsplash सांकेतिक चित्र। न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 23 Photo by sobha.com


24 न् यू इंडिया अब्रॉड सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 HERE'SYOUR CHANCETOBEADJ DIASPORA JOURNO With Indians in all corners of the world, there's never a dull moment! New India Abroad gives you the unique opportunity to capture such moments and be a journalist for your community. All you have to do is: Cover communitynews Sendusyourreport Waitforittobepublished Inform us about diaspora events in your area. You can cover both immediate and future events Send us a report with all the details and other material like images, audio/video clips, and interviews Our team will edit and publish your story in our paper & website with due credit given to you NOW ANYBODY CAN BE A DJ! New India Abroad prides itself in being a platform for the Indian Diaspora - Be it in the Americas, Europe, Asia Pacific, Middle East or Africa. Send your stories to [email protected] HERE'SYOUR CHANCETOBEADJ DIASPORA JOURNO With Indians in all corners of the world, there's never a dull moment! New India Abroad gives you the unique opportunity to capture such moments and be a journalist for your community. All you have to do is: Cover communitynews Sendusyourreport Waitforittobepublished Inform us about diaspora events in your area. You can cover both immediate and future events Send us a report with all the details and other material like images, audio/video clips, and interviews Our team will edit and publish your story in our paper & website with due credit given to you NOW ANYBODY CAN BE A DJ! New India Abroad prides itself in being a platform for the Indian Diaspora - Be it in the Americas, Europe, Asia Pacific, Middle East or Africa. Send your stories to [email protected]


दोसांझ को जानते हैं! कोचेला म्यूजिक फेस्टिवल में दिखाए जलवे, रचा इतिहास ...Page 2 *India Abroad is a Registered trademark and not affiliated with the newspaper named India Abroad marketed in the US from 1972 to 2021. ...Page 6 ...Page 8 Year 1, Volume 27 Washington DC, Monday 24 April, 2023 बेटीी की की धमधाम से हुई मधाम से हुई ूू शादीी, चुनाव , चुनावीी प्रचारर छोड़ड़ जश्न मनाने आईं निक्की निक्की हेली की बेटी रेना ने 15 अप्रैल को अपने कॉलेज के प्रेमी जोशुआ जैक्सन से शादी की। l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी से दावेदार निक्की हेली की बेटी रेना हेली विवाह बंधन में बंध गई हैं। 15 अप्रैल को दक्षिण कैरोलिना में उन्होंने अपने कॉलेज के प्रेमी जोशुआ जैक्सन से शादी की। रिपोर्ट के मुताबिक यह एक भव्य शादी थी। भारतीय मूल की निक्की हेली का असली नाम निमरत रंधावा है। वह रिपब्लिकन पार्टी की दिग्गज नेता हैं। उन्होंने अगले साल होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव के लिए पार्टी की ओर से दावेदारी की घोषणा की है। यही वजह है कि इन दिनों वह चुनाव प्रचार में काफी व्यस्त रहती हैं। लेकिन निक्की अपनी बेटी की शादी से बेहद खुश थीं और हर हाल में इसमें शामिल होना चाहती थीं। इसलिए बेटी की शादी का जश्न मनाने के लिए अपने प्रचार अभियान से ब्रेक लिया और बेटी को आशीर्वाद देने के लिए पहुंच गईं। निक्की ने कहा कि हमारे प्यारे परिवार और दोस्तों को धन्यवाद जो शादी का जश्न मनाने में हमारे साथ शामिल हुए। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की ने शादी के बारे में सोशल मीडिया पर लिखा, हर अभिभावक के लिए यह दिन बहुत खास होता है। माता-पिता के रूप में हम हमेशा प्रार्थना करते हैं कि हमारे बच्चों को बेहतर जीवनसाथी मिले। आज हम अपनी बेटी की शादी के इस मौके पर इससे अधिक उत्साहित नहीं हो सकते। शादी की भव्यता देखते ही बन रही थी। इंतजाम में किसी तरह की कोई कमी नहीं रही। शादी के मौके पर रेना हेली ने शानदार कपड़े पहने थे, जिसे खूबसूरती के साथ सजाया गया था। वहीं मां निक्की हेली ने एक क्रीम वनशोल्डर गाउन पहना था। दूल्हे जैक्सन ने भी निक्की हेली के पति माइकल और बेटे नलिन की तरह खास रंग के ड्रेस पहने थे। सोशल मीडिया पर रेना हेली की प्रोफाइल के मुताबिक उन्होंने क्लेम्सन विश्वविद्यालय में नर्सिंग में पढ़ाई की है। वह दक्षिण कैरोलिना में एक बाल चिकित्सा नर्स के रूप में काम करती हैं। उनके पति जैक्सन वर्तमान में दक्षिण कैरोलिना के ग्रीनविले में क्राइस्ट चर्च एपिस्कोपल स्कूल में गणित के शिक्षक हैं। दोनों की सगाई पिछले साल जुलाई में हुई थी। साउथ कैरोलिना की पूर्व गवर्नर निक्की हेली का जन्म अमेरिका के एक अप्रवासी पंजाबी परिवार में हुआ। वह डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति रहते हुए संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिका की राजदूत भी बनीं। निक्की के पिता सरदार अजीत सिंह रंधावा और मां राज कौर रंधावा पंजाब के अमृतसर के रहने वाले थे। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए निक्की हेली रिपब्लिकन पार्टी में दावेदार हैं। इसलिए प्रचार अभियान में व्यस्त हैं। लकिन े बेटी की शादी का जश्न मनाने के लिए अपने प्रचार अभियान से ब्रेक लिया और आशीर्वाद देने के लिए पहुंच गईं। शादी का आयोजन भव्य तरीके से किया गया था। सुब्रमण्यम का दावा- भारतीय मूल के राष्ट्रपति के लिए तैयार हो रहा है अमेरिका! l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ शुरू हो चुकी है। चुनाव में भारतीय मूल के भी कई उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी ठोक दी है। वर्ष 2024 की इस सियासी जंग के लिए भारतीयअमेरिकी निकी हेली और विवेक रामास्वामी अपनी उम्मीदवारी का ऐलान कर चुके हैं और अपने अभियान में जुट गए हैं। इसी बीच भारतीय मूल के डेमोक्रेट सुहास सुब्रमण्यम ने दावा किया है कि अमेरिका इस बार भारतीय मूल के राष्ट्रपति के लिए तैयार है। सुहास बेंगलुरू (कर्नाटक, भारत) से ताल्लुक रखते हैं और इस समय वर्जीनिया हाउस ऑफ डेलिगेट्स के 87वें जिले में सेवारत हैं। उन्होंने हाल ही में राज्य के नव-निर्मित 32वें सीनेट जिले के लिए अपनी दावेदारी जताई है। सुब्रमण्यम ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि इस बार अमेरिका में भारतीय मूल का व्यक्ति राष्ट्रपति बनने जा रहा है। अमेरिका इसके लिए तैयार है। विश्व के दो सबसे बड़े लोकतंत्र (अमेरिका और भारत) अगले साल अपनी नई सरकार और नया मुखिया चुनने जा रहे हैं। अमेरिका में प्रतिष्ठित पदों पर पहुंचने वाले भारतीय-अमेरिकियों की संख्या हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। विवेक रामास्वामी राष्ट्रपति पद की दौड़ में नया चेहरा हैं। उनसे पहले निकी हेली और लुइसियाना के पूर्व गवर्नर पीयूष बॉबी जिंदल साल 2016 में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से इस पद के लिए अपनी किस्मत आजमा चुके हैं लेकिन कामयाब नहीं हो सके। लाउडौन काउंटी के निवासी सुब्रमण्यम एक प्रौद्योगिकी और नियामक वकील हैं। सुहास बेंगलुरू (कर्नाटक, भारत) से ताल्लुक रखते हैं और इस समय वर्जीनिया हाउस ऑफ डेलिगेट्स के 87वें जिले में सेवारत हैं। मोदी ने अमेरिकी मंत्री को ‘AI’ का नया मतलब समझाया तो रह गईं दंग! UK में नौकरी के नाम पर भारतीयों से ठगी, गुरुद्वारे ने कहा- रहें सावधान


l न्यू इंडि्ा अब्रॉि नेटवर्क भारती्य-अमेररकी दंपती और उनके शकिोर बेटे को िबशलन, ओहा्यो शसथत उनके घर पर मृत पा्या ग्या है। तीनों की मौत गोली लगने से हुई है। पुशलस मृत्यु का कारण पता लगाने में र्ुटी है। दंपती और उनके बेटे की हत्या हुई ्या ्यह सामूशहक आतमहत्या का मामला है, इसकी पडताल की र्ा रही है। मीशि्या ररपोटस्र में बता्या ग्या है शक भारती्य मूल के रार्न रार्ाराम (54), िांशतलता रार्न (51) और उनके बेटे अनीर रार्ाराम (19) के िव 18 र्नवरी को उनके घर में शमले। पररवार के एक र्ानने वाले ने उनकी खैरर्यत र्ानने के शलए फोन शक्या था लेशकन शकसी ने उठा्या नहीं। इसके बाद उसने पुशलस को इत्ला दी। पुशलस मौके पर पहुंची तो घर में िव शमले। पुशलस के खुशफ्या सूत्ों ने अपनी प्ारंशभक र्ांच में कहा है शक तीनों की मौत गोली लगने से हुई है। ्यह हत्या ्या सामूशहक आतमहत्या का मामला हो सकता है। अशधकारर्यों का कहना है शक उनहें इस बात के सुबूत नहीं शमले हैं शक घर में कोई र्बद्रसती घुसा हो। ्यह भी लग रहा है शक घर के अंदर िव कई शदनों से पडे हुए थे। रिेंकशलन काउंटी का्या्रल्य के ररकॉडस्र के आधार पर बता्या ग्या है शक रार्न पररवार उस घर में 1998 से रह रहा था। रार्न शसनशसनाटी शसथत टेक्ोसॉफट कॉपटोरेिन में इंर्ीशन्यर थे। उनकी पत्ी र्ेपी मॉग्रन चेस में काम करती थीं। बेटा अनीर ऑकसफोि्ट, ओशह्यो शम्यामी शवशवशवद्ाल्य के फाम्रर सकूल ऑफ शबर्नेस में अकाउंशटंग प्मुख था। शवशवशवद्ाल्य ने एक ब्यान में कहा है शक छात् अनीर की मृत्यु की खबर से संसथान के कम्रचारी और बेहद दुखी हैं। पररवार के पररशचत और दोसत भी घटना को लेकर व्यशथत हैं। िबशलन कॉफमैन हाई सकूल के एक शिक्षक एली शर्मरमैन ने मीशि्या से कहा शक वह अनीि को तब से र्ानती हैं र्ब वह कॉफमैन में पहले साल आ्या था। वह सामुदाश्यक सेवा संगठन से भी र्ुडा हुआ था। एक समझदार, िांत और मेहनती बच्ा था। वह पढाई में तो अचछा था ही, उसमें नेतृतव के भी गुण थे। अनीर के बचपन के एक दोसत गाबे शफनटा ने मीशि्या से कहा शक उनकी मुलाकात तब हुई थी, र्ब वे आठवीं कलास में थे। हाल ही में वह दुबई की ्यात्ा पर गए थे र्हां अनीर ने अपने एक िर पर र्ीत हाशसल की थी, वह िर था सकाईिाइशवंग का। अनीि ऐसा लडका था र्ो शर्ंदगी को पूरी तरह र्ीना चाहता था। उसकी और पररवार की मौत से हमें बहुत दुख है। 16 न् यू इंडि्ा अब्रॉि सोमवार, 30 जनवरी, 2023 ओहायो में भाितीय मूल िे दंपकत औि बेटे िे िव कमले, हतया या सामूकहि आतमहतया? खबरों में बताया गया है लक भारतीय मूल के राजन राजाराम (54), िांलतलता राजन (51) और उनके बेटे अनीष राजाराम (19) के िव उनके घर में लमले। तीनों की मौत गनोली लगने से हुई बताई गई है। UK में नौकरी के नाम पर भारतीयों से ठगी, गुरुद्वारे ने कहा- रहें सावधान l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क ब्रिटेन के एक गुरुद्वारे ने यूके में नौकरी के नाम पर भारतीयों को ठगने के गोरखधंधे के प्रति आगाह किया है। ग्रेवसैंड के श्री गुरुनानक गुरुद्वारे ने कहा है कि उसके नाम पर लोगों को मुफ्त में टिकट, मुफ्त में वीजा और मुफ्त में खाने-पीने के साथ नौकरी की पेशकश की जा रही है। यह एक फ्रॉड है। इसके झांसे में न आएं। इसमें लोगों को यूके में तुरंत नौकरी का वादा करके वॉट्सऐप नंबर के जरिए संपर्क करने को कहा जाता है। फिर पैसे मांगे जाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ग्रेवसेंड गुरुद्वारे के महासचिव जगदेव सिंह विर्दी ने कहा कि पिछले हफ्ते एक लड़की नौकरी के इस विज्ञापन के बारे में पूछताछ करने गुरुद्वारा आई थी। भारत में रह रहे उसके पिता ने इंटरनेट पर यह विज्ञापन देखा था और पता लगाने को कहा था कि क्या वह वह इस नौकरी के लिए यूके आ सकते हैं। उससे हमें इस घोटाले के बारे में पता चला। उसके बाद से लगभग एक दर्जन लोग इसके बारे में पूछताछ करने आ चुके हैं। इससे पता चलता है कि नौकरी के नाम पर यह गोरखधंधा काफी तेजी से फैल रहा है। विर्दी ने कहा कि जालसाजों ने गुरुद्वारे के नाम से मिलती जुलती वेबसाइट और ईमेल बना रखे हैं। विज्ञापन को असली दिखाने के लिए ठगों ने गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा ग्रेवसेंड की तस्वीर भी लगाई है। कुछ लोग तो इसके झांसे में आकर ठगों को अपने पासपोर्ट और निजी जानकारी भी दे चुके हैं। जो लोग इनके झांसे में आ जाते हैं, उनसे पैसों की मांग की जाती है। गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट करके लोगों को इस फ्रॉड के बारे ग्रेवसैंड का श्री गुरुनानक गुरुद्वारा। में आगाह किया है। फोटो@GNDGravesend ब्रिटेन के एक गुरुद्वारे ने यूके में नौकरी के नाम पर भारतीयों को ठगने के गोरखधंधे के प्रति आगाह किया है। ग्वसैं रे ड के श्री गुरुनानक गुरुद्वारे ने कहा है कि उसके नाम पर लोगों को मुफ्त में टिकट, मुफ्त में वीजा और मुफ्त में खाने-पीने के साथ नौकरी की पेशकश की जा रही है। यह एक फ्रॉड है। 2 सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


Click here for registration सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 3


कैलिफोर्निया में जातिगत भेदभाव खत्म कराएं, विधायकों को क्षमा सावंत का पत्र l संवाददाता सेंट्रल सिएटल के डिस्ट्रिक्ट 3 से काउंसिल मेंबर क्षमा सावंत ने कैलिफोर्निया के विधायकों से जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगाने वाले बिल (एसबी 403) का समर्थन करने की अपील की है। उन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ लड़ रहे अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर विधायकों को इस बारे में एक पत्र लिखा है। सिएटल सिटी काउंसिल द्वारा शहर में जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध के ऐतिहासिक कदम के बाद कैलिफोर्निया में यह विधेयक पेश किया गया है। सिएटल दक्षिण एशिया के बाहर ऐसी पहली जगह है, जहां पर इस तरह का प्रतिबंध लगाया गया है। क्षमा सावंत की पहल पर 21 फरवरी को मतदान के जरिए सिएटल में कानून बना था। पत्र में दावा किया गया है कि सिएटल में जाति आधारित भेदभाव पर प्रतिबंध के समर्थन में लगभग 1,500 कामकाजी लोगों ने हमारी याचिका पर हस्ताक्षर किए थे। 4,000 से अधिक लोगों ने समर्थन में सिएटल सिटी काउंसिल को ईमेल भेजे थे। 150 से अधिक संगठनों ने समर्थन पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। इसके अलावा कई शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने भी विधेयक का समर्थन किया था। पत्र में उन्होंने आगे लिखा है कि यदि कैलिफोर्निया में जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध लगा तो यह उत्पीड़न के खिलाफ एक ऐतिहासिक कदम होगा। डेमोक्रेटिक पार्टी सीनेट की 80 प्रतिशत सीटों पर काबिज है। विधानसभा में भी लगभग यही संख्या है। ऐसे में हमें उम्मीद है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के निर्वाचित अधिकारी जातिगत भेदभाव के खिलाफ प्रतिबंध को पारित कराने में अपने इस भारी बहुमत के जरिए सहयोग करेंगे। क्षमा की अगुआई में पत्र में कहा गया है कि हजारों लोगों को खासकर दक्षिण एशियाई मूल के लोगों को कार्यस्थल, आवास और अन्य जगहों पर जातिगत भेदभाव का सामना करना पड़ता है। उनके पास कोई कानूनी सुरक्षा भी नहीं है। इसलिए उनके हितों का सुरक्षित करने के लिए यह विधेयक पास होना आवश्यक है। पत्र में आरोप लगाया गया है कि भारत में नरेंद्र मोदी सरकार से जुड़े कुछ दक्षिणपंथी हिंदू कट्टरपंथी समूहों ने सिएटल में जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध के आंदोलन का कड़ा विरोध किया था। कैलीफोर्निया में भी वे विरोध कर रहे हैं। लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि एसबी 403 का अभियान जारी रहेगा। सिएटल सिटी काउंसिल द्वारा शहर में जातिगत भेदभाव पर प्रतिबंध के ऐतिहासिक कदम के बाद कैलिफोर्निया में यह विधेयक पेश किया गया है। सिएटल दक्षिण एशिया के बाहर ऐसी पहली जगह है, जहां पर इस तरह का प्रतिबंध लगाया गया है। क्षमा सावंत की पहल पर 21 फरवरी को मतदान के जरिए सिएटल में काननू बना था। क्षमा सावंत की पहल पर मतदान के जरिए सिएटल में कानून बना था। (फोटो twitter @cmkshama) मसाज के बहाने करता था महिलाओं का यौन शोषण, भारतवंशी पर 112 आरोप तय l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के एक पूर्व मसाज थेरपिस्ट को यौन उत्पीड़न के 100 से ज्यादा मामलों में आरोपित किया गया है। आरोपी सुमित सतीश रस्तोगी पहले मसाज थेरपिस्ट का काम किया करता था। इसी दौरान उसने महिलाओं का कथित रूप से शोषण किया था। उसके फोन में 700 से ज्यादा अश्लील तस्वीरें मिली हैं। जांचकर्ताओं का कहना है कि इनमें से लगभग 200 महिलाओं की पहचान हो सकती है। खबरों के अनुसार 36 वर्षीय सुमित के ऊपर रेप के तीन आरोप, अश्लील हमले के 57 आरोप और अश्लील तस्वीरें खींचने के 52 आरोप लगाए गए हैं। एडिलेड की अदालत में सुमित के वकील की तरफ से दाखिल अर्जी में कहा गया है कि उनका मुवक्किल अपने ऊपर लगाए गए अश्लील तस्वीरें खींचने जैसे छोटे अपराधों की स्वीकार करता है। ये मामले अक्टूबर 2021 के बाद के हैं। स्थानीय मीडिया रपटें बताती हैं कि सुमित साउथ ऑस्ट्रेलिया के ग्लेनेल्ग में 4एवर मसाज सेंटर में काम करता था। जुलाई 2022 में उसे रेप, अश्लील तस्वीरें खींचने और यौन हमला करके आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद कई महिलाओं ने सामने आकर दावा किया था कि उनके साथ भी सुमित ने ऐसा ही काम किया था। महिलाएं आती गईं और सुमित पर आरोप जुड़ते रहे। पहले अदालत ने सुमित और उसके मसाज सेंटर की पहचान उजागर करने पर रोक लगा रखी थी। बाद में मीडिया के अनुरोध पर मैजिस्ट्रेट ने यह रोक हटा ली। पहचान उजागर करने का न तो वादी और न ही प्रतिवादी ने विरोध किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार सुमित के वकील ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने अपनी अर्जी अदालत में दाखिल कर दी है। इसमें समरी आरोपों को स्वीकार किया गया है। किन आरोपों में गुनाह कबूला गया है, ये उस अर्जी में बता दिया गया है। अब सब कुछ अदालत के हाथ में है। सुमित की अदालत में अब जून में पेशी होगी। खबरों में कहा गया है कि सुमित रस्तोगी की पहचान उजागर होने के बाद स्थानीय समुदाय में उसके प्रति खासी नाराजगी है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि ऐसे शख्स को इतने लंबे समय तक इंडस्ट्री में काम करने की छूट कैसे दे दी गई। 36 वर्षीय सुमित के ऊपर रेप के तीन आरोप, अश्लील हमले के 57 आरोप और अश्लील तस्वीरें खींचने के 52 आरोप लगाए गए हैं। सुमित साउथ ऑस्ट्रेलिया के ग्लेनेल्ग में 4एवर मसाज सेंटर में काम करता था। जुलाई 2022 में रेप, अश्लील तस्वीरें खींचने और यौन हमलों के आरोप में उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी। आरोपी सुमित सतीश रस्तोगी। फोटो साभार सोशल मीडिया 4 सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


22 New India Abroad न् यू इंडि्ा अब्रॉि सोमवार, 24 अप् सोमवार, 17 अप् Monday, 6 March, 2023 रैल, 2023 ै 215 3 Monday, 6 February, 2023 New India Abroad Ami Bera on the Select Committee on Intelligence, Raja Krishnamoorthi on the Select Committee that looks at Strategic Competition between the US and China; Ro Khanna on the Sub-committee on Cyber, Innovative Technologies and Information Systems and Pramila Jaypal on the Sub-committee on Immigration. Indian American Legislators in key House Committees STAFF REPORTER The Democratic leadership in the House of Representatives has picked four Indian American law makers for critical Committee positions: Ami Bera of California for Select Committee on Intelligence: Raja Krishnamoorthi of Illinois as Ranking Member in the Select Committee that looks at Strategic Competition between the United States and the Chinese Communist Party; Ro Khanna of California as Ranking Member of the House Armed Services Subcommittee on Cyber, Innovative Technologies and Information Systems (CITI) and Pramila Jaypal of the State of Washington as Ranking Member in the Sub-committee on Immigration. Bera’s influential House Permanent Select Committee oversees intelligence activities of the United States including that of the Central Intelligence Agency (CIA), the Director of National Intelligence (DNI), the National Security Agency (NSA) and military intelligence programs. “At a time of increased threats, both at home and abroad, I take seriously this new role and the responsibility entrusted to me to protect and defend American families”, Bera has said. In a new Committee formed in the 118th Congress to specifically investigate and develop policy to address America’s economic, technological and security competition with the Communist Party of China, Congressman Raja Krishnamoorthi will be serving as Ranking Member. “The Chinese Communist Party poses serious economic and security threats to the United States and to democracy and prosperity across the globe, illustrated by its threats against Taiwan’s democracy, its weaponization of TikTok, and its theft of hundreds of billions of dollars’ worth of American intellectual property”, the Illinois Democrat said. “… at a time when anti-Asian hate and violence are on the rise, it’s essential that this committee focuses its vital work on protecting all Americans from the threat posed by the CCP, while avoiding dangerous rhetoric that fuels the types of xenophobia that have endangered members of the Asian American and Pacific Islander community”, he added. Congressman Krishnamoorthi is also a senior Member in the House Permanent Select Committee on Intelligence. While Ro Khanna is also a member of the committee on the Chinese Communist Party, he has been selected as a Ranking member of the House Armed Services Subcommittee on Cyber, Innovative Technologies and Information Systems (CITI) in the 118th Congress. “Our adversaries are making advances in emerging technologies like Artificial Intelligence for their defense systems and have the potential to unleash cyberattacks against our critical infrastructure,”Khanna said. “In planning for the future of defense, our emerging and commercial technologies must be at the forefront. One of my goals on this committee will be to strengthen the bridge between Silicon Valley and the Department of Defense,” he added. Pramila Jayapal has been tapped to serve in the sub committee of the House Judiciary Committee on Immigration, Integrity, Security and Enforcement as a Ranking Member making her the first immigrant in a leadership role. “As the first South Asian woman elected to the U.S. House of Representatives and one of only two dozen naturalized citizens in Congress, I am honored and humbled to serve as the Ranking Member…”, she said in a statement. “ It is extremely meaningful to me that I will now be in this position to better move the needle and re-center our broken immigration system around dignity, humanity, and justice”, she added. Congresswoman Jayapal’s Sub committee will have jurisdiction over immigration law and policy, naturalization, border security, refugee admissions, nonborder immigration enforcement, and other various issues. Images- Twitter Mohanty will take charge from February 23, 2023. Kuldip Mohanty is Chief Information Officer in North Dakota MADHU BALAJI Governor of North Dakota Doug Burgum has announced the appointment of Kuldip Mohanty to the North Dakota Information Technology (NDIT) department as the state’s next chief information officer (CIO). Mohanty will take charge from February 23, 2023. He has served the private sector for about 30 years. “Kuldip brings a wealth of experience in modernizing services and transforming IT that will help the State of North Dakota become more efficient and responsive, serving citizens 24/7 with smart, easy-touse systems. With his leadership of the outstanding team at NDIT, we look forward to building upon North Dakota’s reputation as a national leader in cybersecurity as we reduce redundancies, improve services and enhance the security of citizens’ data,” Burgum said. “It is a great honor and privilege to serve the people of North Dakota. I’m thankful to Gov. Burgum for the opportunity to lead the amazing team at North Dakota Information Technology,” Mohanty said. “I look forward to building on the momentum and successes of NDIT and collaborating with all stakeholders to build a citizen-centric, frictionless customer experience,” he added. Mohanty has served as senior vice president of IT and North America CIO for ManpowerGroup, a leading global workforce solutions company, from 2018- 2019. He has also served as vice president of enterprise IT strategy and services for CNO Financial Group from 2014-2018. Mohanty has a master’s degree in computer applications from Jorhat Engineering College and a master of business administration degree from the Kellstadt Graduate School of Business at DePaul University in Chicago. He serves on the board of the executive service corps in Chicago and has worked to improve education and health care in rural India with the Abhaya Foundation. Kuldip Mohanty Image: Twitter 22 Monday, 6 February, 2023 New India Abroad Known for combining Bollywood influences in her music, Aurora said she had so much to learn from all the artists performing at the event. SRK after Pathaan success My genuine desire is to spread happiness Khan said the overwhelming success of the film on the worldwide box office has “still not sunk in” SANJEEV KUMAR Bollywood superstar Shahrukh Khan a.k.a SRK on Jan 30, 2023 expressed his love for acting after the success of his new film, Pathaan, and said, “My genuine desire is to spread happiness and I feel bad if I fail to do so’. Khan made these remarks during the first press meet organized for the success of Pathaan, which has proved to be a blockbuster earning around US$ 67 million in just five days. His co-stars, Deepika Padukone and John Abraham, and director Siddharth Anand were also present on the occasion. SRK started the press meet by thanking fans, cast and crew for all the love and said, “There were some things that could have stalled happy release of the film, Pathaan and we can’t thank people enough on behalf of all Bollywood colleagues for bringing life back in cinemas.” Commenting on the controversy surrounding the movie, Khan said, “Our aim by making movies is to spread love and kindness even if we are playing bad characters, say bad things and it isn’t intended to hurt any sentiments. Fun and entertainment should left at that and it shouldn’t be taken seriously,” Khan added. He shared that his intention in film making was to ensure that people can watch it with love. Yet there were some incidents when some fans got too excited and might have broken a chair or two. “But It shouldn’t hurt or disturb anyone. Cinema watching, film making and film experience is an experience of love, more than an empty box of popcorn,” the Bollywood superstar said. Responding to a query on getting immense love after his movies become a hit, Khan retorted that his fans’ love remain the same even after a film doesn’t work. of fans who love me. My elders had told “I have millions, billions me that if some things don’t work go to the people who loves you. So whenever I am happy or sad, I go to my balcony (to meet people who love him). I am grateful that the God has given me lifetime ticket to the balcony.” Talking about his four year hiatus from movies, the actor said two and half years got marred by Covid and I, too, like everyone else, had good and bad parts. But most importantly, I was with my children and for first time, I saw my children, Aryan, Suhana and Abram grow up. “After Zero tanked then many people said my films wont work anymore now. So I had even thought of an alternate career during Covid, cooking and learned Italian cooking,” he said, adding he was planning to open Red Chillies Food Eatery. at Pathaan 2 by saying that he was grateful King Khan also hinted to Yash Raj Films (YRF) and Anand for giving him the opportunity to work in the movie and would definitely like to work in the sequel of the spy thriller. Image- Twitter/@JacyKhan “Feel so welcomed” Indian American singer Raveena Aurora on performing at Lollapalooza India STAFF REPORTER I ndian American singer and songwriter Raveena Aurora was overwhelmed with the love she received from the audience during her performance, at the inaugural Lollapalooza music festival held in Mumbai, India on January 29, 2023. Aurora took to Instagram to share her feelings after the show, “First show in India, can’t even explain how special this was, especially because of how much ‘Asha’s awakening’ (her new music album) was inspired by here.” “I think maybe in a way I was always searching for a sense of belonging somewhere and I think for a moment I felt it at this show,” the singer added. Known for combining Bollywood influences in her music, Aurora said she had so much to learn from all the artists performing at the event. “There is so much beauty and talent in every corner of my country. I love u all so much and thank u for making me feel so welcomed, I hope this is a spark to many more shows in India,” the 29-year-old singer wrote. It is worth noting that Aurora who is recognized for her ability to pair soothing sounds with powerful and soulful lyrics previously created headlines as the first ever Indian American to perform at Coachella 2022. Inspired by Indian singing legends such as Lata Mangeshkar and Asha Bhonsle, Aurora’s songs usually bring attention to social issues such as sexual assault, identity politics, sexuality, and heartbreak. Raised by Sikh parents in New York and Connecticut, she is considered a trailblazer for her exploration of sexuality and identity in her art, especially in the representation of the queer South Asian Community. Image - Instagram/@Raveena Aurora 15 Monday, 6 February, 2023 New India Abroad Dr. Shivangi maintained that health care across the world is regarded as an important determinant in promoting the general, physical, mental, and social well-being of people around the world and can contribute to a significant part of a country’s economy STAFF REPORTER S tressing that the diaspora wants to make India’s health care a world class endeavour by utilizing information technology, medicine, finance, banking and politics, Dr. Sampat Shivangi, a physician, an influential community leader and a veteran of the American Association of Physicians of Indian Origin (AAPI) recommended that the government of India must collaborate with the professional body. “I want to stress the importance of working together with solid cooperation and partnership, which will make such a tremendous change in the Indian healthcare system,” Dr. Shivangi said in remarks made to delegates at the recently held Pravasi Bharatya Diwas in Indore. During the recent Covid catastrophe, AAPI provided extensive support to India raising more than US$ 5 millions that were used to procure and provide Oxygen Concentrators, Ventilators, High Flow Oxygen and setting up dozens of Oxygen plants, and Chemiluminescence ImmunoAnalyzers (CLIA). The AAPI also adopted several villages and closely coordinated the overall development by providing primary care and preventive medicine to dozens of rural villages across India. A close friend of the Bush family, Dr. Shivangi was instrumental in lobbying for the first Diwali celebration in the White House and for President George W. Bush to make his trip to India. He had accompanied President Bill Clinton during his historic visit to India. The prominent Indian origin Physician also played a critical role during the United States-Indian Civilian Nuclear Agreement, seen as a landmark deal of Prime Minister Manmohan Singh and George Bush tenures. Dr. Shivangi maintained that health care across the world is regarded as an important determinant in promoting the general, physical, mental, and social well-being of people around the world and can contribute to a significant part of a country’s economy, development, and industrialization when efficiently improving human health and providing access to affordable highquality health care. “India has made striking progress in health standards in the postindependence era. The sustained efforts to control the country’s population & the political will to march towards the SDG in health will help India to make a significant impact in the international health sector”, he said. Dr. Shivangi, an obstetrician/gynecologist, has been elected by a US state Republican Party as a full delegate to the National Convention. He is one of the top fund-raisers in Mississipi state for the Republican Party. Besides being a politician by choice, the medical practitioner is also the first Indian to be on the American Medical Association, the apex law making body. Dr. Sampat Shivangi was awarded the Pravasi Bharatiya Diwas Sanman in 2016 in Bengaluru by the then President Pranab Mukhejee. He was awarded the prestigious Ellis Island Medal of Honor in New York in 2008. Diaspora has role in promoting healthcare ecosystem during Amritkaal… Dr. Sampat Shivangi Dr. Sampat Shivangi with Minister of Health Mansukh Mandaviya 7 Monday, 6 February, 2023 New India Abroad India’s Republic Day celebrated at Vaishnav Temple of New York BHAVANA P The first traditional Pashtimargiya temple in North America, The Vaishnav Temple of New York (VTNY), along with the The Cajani Sam of New York (CSNY) celebrated 74th Republic Day of India, with almost 300 Indian “Desh Bhakts” on January 29, 2023. Founded by the late Dr. Arvind Shah, in 1986, VTNY along with the Indian community have been celebrating India’s Republic Day for more than 30 years. Dr. Bobby Kalotee, chairman of the Nassau County Commission on Human Rights, and Ragini Srivastava, Town Clerk of the Town of North Hempstead, in Nassau County, New York, were the event’s chief guests. Dr. Pratix Shroff and his family, who are devout Vaishnavs, sponsored the event. Famous for both general and cosmetic dentistry, Shroff has for long supported VTNY. The celebration began with a parade of the Indian and American flags, in which all the dignitaries, trustees, executive committee members, and other Indians from VTNY and CSNY participated. Everyone was welcomed by Kamat Madaria, secretary of VTNY. Champakbhai Parikh and his sons Bharathbhai Parikh Charpakhat led the flag hoisting event, which has been conducted for more than 20 years, while all the senior members of VTNY and CSNY joined on the stage with the dignitaries. Avantika Shah sung the American National Anthem, which was followed by the Vande Mataram, flag hoisting by dignitaries, Rashtra Dwaj salami, and everyone singing India’s National Anthem. The community members were then honoured for their altruistic contribution by Kalotre and Srivastava. The festivities also included patriotic song dance performances by young kids and teenagers from the community. The celebration grandly commenced with a parade of the Indian and American flags, which recorded participation from the dignitaries, trustees, and executive committee members. As part of India’s commitment to the idea that “the world is a family,” BMVSS (Jaipur Foot), which is the largest lower limb rehabilitation facility, aims to help people worldwide. Bobby Kalotee and Ragini Srivastava presented Citation to Mrs. and Mr. Jignesh Pratix Shroff, addressing the gathering, as the events sponsor. 74th Republic Day Flag Hosting at Vaishnav Temple of New York. Images - Provided Jaipur Foot camp inaugurated in Beirut STAFF REPORTER On the occasion of India’s 74th Republic Day, the Jaipur Foot artificial limb fitment camp was launched in Beirut, the capital of Lebanon at the Rafik Hariri University Hospital. Organized by Bhagwan Mahaveer Viklang Sahayati (BMVSS), Jaipur, under the Indian Ministry of External Affairs’ “India for Humanity” initiative, the camp was was attended by Dr. Jihad Saadeh, chairman of the Rafik Hariri University Hospital, Colonel Nadim Kakoun, who represented the Lebanese Armed Forces, and Joseph El Helo, Minister of Public Health. The Elite Center of Culture and Education Tripoli, Dar El Handassa, El Khalil Foundation, and Rotary club were among the partner associations represented at the inauguration ceremony. Speaking on the occassion, Joseph El Helo commended the Indian government’s efforts and thanked it for supporting the handicapped people of Lebanon. He hoped that this partnership would persist. Dr. Jihad Saadeh emphasized the necessity of such programmes in Lebanon and recognized the efforts of the Government of India and the Jaipur Foot organization. Charge d’Affaires Sandeep Grover stressed on the value that India places on its long-standing relations with Lebanon and expressed his happiness that the inaugural Jaipur Foot camp was launched on India’s Republic Day, a day of special significance. According to D R Mehta, the founder and chief patron of BMVSS the ‘India for Humanity’ campaign was inaugurated in 2018 to mark Mahatma Gandhi’s 150th birthday by late External Affairs Minister Sushma Swaraj. Bhagwan Mahaveer Viklang Sahayati (BMVSS) in the Jaipur foot camp Images - BMVSS A platform for the voice of next generation Indian Americans Bringing you the Latest from Indian communities around the world New India Abroad thenewindiaabroad NewIndAbroad New India Abroad Email [email protected] Website www.NewIndiaAbroad.Com subscribe now


फोटो : ट्विटर @SecRaimondo PM मोदी ने अमेरिकी मंत्री को 'AI' का नया मतलब समझाया तो रह गईं दंग! l संवाददाता अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो ने अमेरिका के वाशिंगटन में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। उन्होंने पीएम मोदी के साथ पिछले महीने भारत की राजधानी दिल्ली में अपनी मुलाकात को याद करते हुए उन्हें दूरदर्शी बताया और कहा कि वह लोगों को गरीबी से बाहर लाना चाहते हैं। दरअसल जीना रायमोंडो पिछले महीने 7-10 मार्च तक भारत दौरे पर थीं। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी से भी मुलाकात की थी। अमेरिका स्थित इंडिया हाउस में शनिवार को भारतीय अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित करते हुए रायमोंडो ने इस साल भारत में खेली गई अपनी होली को भी याद किया। उनके होली खेलने के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थीं। रायमोंडो ने मोदी से अपनी पिछली मुलाकात को याद करते हुए कहा कि पीएम मोदी के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने उनसे कहा था कि तकनीक के दो पारिस्थितिकी तंत्र होंगे। जिसमें एक हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप होगा और दूसरा नहीं होगा। उन्होंने आगे कहा कि जो कोई भी पीएम मोदी को जानता है उसे यह पता होगा कि वह एक तकनीकी व्यक्ति हैं और तकनीक को लेकर विस्तार पूर्वक बातचीत करते है। इसलिए जब मैंने उनसे मुलाकात की तब वह रेडियो एक्सेस नेटवर्क और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर बात कर रहे थे। यह बेहद हैरान करने वाला था। रायमोंडो ने कहा कि पीएम मोदी ने एआई का एक नया मतलब बताया। उन्होंने कहा कि एआई का मतलब सिर्फ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस नहीं बल्कि अमेरिका-इंडिया टेक्नोलॉजी सिस्टम है। उन्होंने कहा कि भारत के लोगों के लिए पीएम मोदी की प्रतिबद्धता के बारे में शब्दों से बताया नहीं जा सकता है। यह अवर्णनीय, गहरा, भावुक, असली और प्रामाणिक है। मुझे किसी को यहां बताने की जरूरत नहीं है कि वह कौन हैं। वह एक कारण से दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। वह एक अविश्वसनीय दूरदर्शी हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी लोगों को गरीबी से बाहर निकालना और वैश्विक शक्ति के रूप में आगे बढ़ना चाहते हैं और ऐसा हो रहा है। इस साल की शुरुआत में भारत और अमेरिका ने अंतरिक्ष, रक्षा, सेमीकंडक्टर और अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में पार्टनरशिप की घोषणा की है। दरअसल शनिवार को वाशिंगटन स्थित इंडिया हाउस में इस स्वागत समारोह की मेजबानी भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने की थी। इस दौरान संधू ने रायमोंडो के संबोधन का वीडियो साझा किया है। इसमें रायमोंडो प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करती दिखाई दे रही हैं। संधू ने इस वीडियो को ट्वीटर पर पीएम मोदी और जीना रायमोंडो को भी टैग किया है। अमेरिकी मंत्री जीना रायमोंडो ने दिल्ली में भारत के पीएम से मुलाकात की थी। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो पिछले महीने 7-10 मार्च तक भारत दौरे पर थीं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात की थी। शनिवार को अमेरिका में एक कार्यक्रम में उन्होंने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता बताया। वर्ल्ड ऑफ स्टेटिक्स की इस रैंकिंग से अलग वर्ल्ड पॉपुलशे रिव्यू (WPR) ने 2023 में उच्चतम अपराध दर वाले देशों की सूची में अफगानिस्तान को चौथे स्थान पर रखा। विश्व के सबसे ‘आपराधिक’ देशों में भारत का नंबर 77वां, USA-UK आगे! l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क वर्ल्ड ऑफ स्टेटिक्स ने दुनिया के ‘सबसे आपराधिक देशों’ की रैंकिंग साझा की है। इस रैंकिंग में पहले नंबर पर वेनेजुएला है और भारत का नंबर 77वां है। अपराध के मामले में अमेरिका और ब्रिटेन भारत से आगे हैं। अमेरिका का नंबर 55वां है और ब्रिटेन का स्थान 65वां रखा गया है। इस रैंकिंग के मुताबिक पापुआ न्यूगिनी (2), अफगानिस्तान (3), दक्षिण अफ्रीका (4), होंडुरास (5), त्रिनिदाद (6), गुयाना (7), सीरिया (8), सोमालिया (9) और जमैका क्रमश: 10वें नंबर पर है। तुर्की, जर्मनी और जापान सबसे कम आपराधिक देशों में से थे, जिनकी रैंकिंग 92वें, 100वें और 135वें स्थान पर थी। वर्ल्ड ऑफ स्टेटिक्स की इस रैंकिंग से अलग वर्ल्ड पॉपुलेश रिव्यू (WPR) ने 2023 में उच्चतम अपराध दर वाले देशों की सूची में अफगानिस्तान को चौथे स्थान पर रखा है। इसमें कहा गया है कि अफगानिस्तान में चौथी सबसे ज्यादा अपराध दर है। वहां प्रत्येक 100,000 लोगों पर 76 से अधिक अपराध किए जाते हैं। अपराधों में भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी, अपहरण और हत्या सहित उसके विभिन्न स्वरूप हैं। देश में उच्च बेरोजगारी दर के कारण अन्य प्रकार के अपराध जैसे डकैती और हमले हो सकते हैं। वर्ल्ड ऑफ स्टेटिक्स की रैंकिंग के अनुसार वेनेजुएला, पापुआ न्यूगिनी और अफगानिस्तान पहले, दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं। जानकारी के अनुसार इस रैंकिंग को तैयार करने के लिए रिपोर्ट किए गए किसी भी प्रकार के अपराधों की कुल संख्या को कुल जनसंख्या से विभाजित किया गया और फिर 100,000 से गुणा किया जिससे कुल अपराध दर प्राप्त हुई। Photo by Thanh Tran / Unsplash 6 सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


मेष आपको कभी-कभी बहुत गुस्सा आता है। लेकिन इन दिनों अगर ऐसा हुआ तो आप मुसीबत में फंस सकते हैं। खास तौर से काम या दफ्तर के मोर्चे पर। हो सकता है कि इस कारण आपका अपने अधिकारी से टकराव हो जाए। आपके आसपास के लोग इसी फिराक में हैं। वे टकराव की स्थितियां भी पैदा कर सकते हैं। लिहाजा अपनी भावनाओं और प्रतिक्रियाओं पर नियंत्रण रखें। कुछ भी बोलने से पहले भी सोच लें ताकि ये दिन किसी तरह निकल जाएं। अगर आप कारोबारी हैं तो सितारे आपकी रक्षा करेंगे। स्पर्धा से बचने के लिए आगे बढ़कर काम करें। भावनात्मक स्तर पर आप थोड़ी निराशा महसूस कर सकते हैं। अपने साथी को समझने की कोशिश करें और अधिक उम्मीदें न पालें। वृष हार नहीं मानना। आपके जिस तरह के हालात इस समय हैं उनको लेकर यह सर्वोत्तम सलाह है। आप लगातार बने रहते हैं और आखिरी मिनट तक लड़ते हैं, लेकिन कभी-कभी आप पर नकारात्मकता हावी हो जाती है जो किसी भी काम को जारी रखने की आपकी इच्छा को कमजोर कर देती है। तब आपको लगता है कि छोड़ो। आपको लग सकता है कि आपकी कोशिशें बेकार जा रही हैं और आपसे कमतर लोगों को अधिक पहचान मिल रही है। लेकिन सच यह है कि आपके अनुभव, निष्ठा और चरित्र की कद्र की जाती है। जो आप ठीक समझते हैं उसे लेकर संवाद शुरू करें। यह समय आपकी बातों को सुने जाने का है। प्यार के मामले में भी कुछ ऐसा ही है। साथी तवज्जो नहीं देता तो आप निराश हो जाते हैं और सोचने लगते हैं कि क्या जारी रखना ठीक रहेगा। लेकिन जल्दबाजी में कोई फैसला न करें। मिथुन इन दिनों आप ऊर्जा से भरे हैं। अब आप जान गए हैं कि अपनी इस ऊर्जा का किस तरह और किस दिशा में इस्तेमाल करना है ताकि आप अपने अधिकतम लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें। ये कुछ दिन सबसे अधिक उत्तेजक रहेंगे। नकारात्मक रूप से प्रभावित करने वाली पेशेवर स्थिति का सामना करना आपके लिए बेहतर रहेगा। इस माहौल में कोई आपसे लड़ना चाहेगा और आपको भड़काने की कोशिश भी कर सकता है ताकि उसका नकारात्मक असर आपकी प्रतिष्ठा पर पड़े। लेकिन आपका सम्मान किया जाना जरूरी है। भावनात्मक भूमि पर अच्छे समय और स्थायी रिश्तों की उम्मीद की जा सकती है। आपकी ऊर्जा ने आपकी भावनाओं को भी पंख दिये हैं और यह जोड़ों को लिए हमेशा से अच्छा रहा है। कर्क कर्क राशि वाले इन दिनों किसी बात को हल्के में न लें। इस सप्ताह आपको सावधान रहना होगा। यानी बोलने से पहले अपने शब्दों को तौलना होगा। अगर आपने बगैर सोचे या किसी आवेग में कुछ कह दिया तो मुसीबत में पड़ सकते हैं। पेशेवर माहौल में यह सावधानी बरतना और भी जरूरी है। इसलिए कि जो लोग आपकी कामयाबी से जलते हैं वे चीजों को उलझा सकते हैं। ताकि आपका नुकसान हो। आप इन तमाम झंझटों को टाल सकते हैं बशर्ते सावधानी बरतें। ध्यान इस बात पर रहे कि गलती न हो। उन लोगों की मदद लें जिनपर आप भरोसा करते हैं। लेकिन किसी के साथ रिश्ते में आगे बढ़ने से पहले शुरुआत को परख लें। अगर ऐसा कुछ है तो उसे सार्वजनिक करने से परहेज करें क्योंकि हो सकता है कि लोग उसे लेकर किस्से- कहानियां बनाएं। लिहाजा चीजें ठोस हो जाएं तब तक राज बना रहे तो अच्छा। सिंह आपका करिश्मा बढ़ रहा है। इसके साथ उद्यमशीलता की भावना और जुड़ जाए तो अपनी परियोजनाओं के साथ आग बढ़ने का यह सही मेल होगा। लेकिन उन चीजों का फल प्राप्त करने के लिए आपको थोड़ा रुकना पड़ेगा। भावनात्मक स्तर पर यह सप्ताह शांत रहने वाला है। लेकिन ध्यान रखें कि आपके साथी के नजदीक रहने वाला कोई व्य़क्ति कुछ नकारात्मक संदेश दे रहा जिससे आप दोनों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। लेकिन सच यही है कि आपके इस रिश्ते का भविष्य बहुत अच्छा है। ऐसे में आपको करना यह होगा कि या तो उन संकेतों और संदेशों पर ध्यान न दें अथवा उस शख्स को अपने दायरे से निकाल बाहर करें। अगर इसके बाद भी आप दोनों में कोई ऊंच-नीच होती है तो आप जानते हैं कि क्या करना है और कैसे करना है। अपने साथी की परवाह करें। कन्या कन्या राशि वालों के लिए यह सप्ताह गहमागहमी भरा रहेगा क्योंकि इसमें करने के लिए बहुत कुछ है और आराम करने के लिए समय बहुत कम। लेकिन समय अच्छा बीतेगा क्योंकि आपके पास कुछ समस्याएं हैं जिनका आपको निदान करना है और कुछ काम भी हैं जिन्हे खत्म करना है। अंतत: आप चीजों से मुक्ति पा लेंगे। कामकाजी दायरे में आने वालों लोगों पर विशेष ध्यान दें। इसलिए कि उनमें से कुछ लोग वैसे नहीं हैं जैसे आपको दिखते हैं। कई लोग पीठ पीछे बातें बनाने वाले हैं। वे चाहते हैं कि आप उनकी गप्पबाजी सुनें और आपके अंदर असुरक्षा की भावना पैदा हो जाए। लेकिन एक पल के लिए भी अपनी कमजोरी को जाहिर न होने दें। गप्पी लोग आपको कमजोर देखना चाहते हैं। तुला अपना उत्साह बनाए रखें। आपको इसकी आवश्यकता होगी क्योंकि यह सप्ताह कार्यक्षेत्र में आसान रहने वाला नहीं है। इस सप्ताह आपके पास काम तो बहुत है लेकिन आप ध्यान केंद्रित नहीं कर पाएंगे। हो सकता है कि आपके दिमाग में कोई आदमी हो। या यह भी हो सकता है कि आप कुछ विषयों के बारे में सोचना नहीं छोड़ पा रहे। आपका ध्यान भटक गया है और सबने यह नोट किया है। खास तौर से आपके वरिष्ठों ने। मामूली गलतियां करना आपके लिए सामान्य बात नहीं है। अगर प्यारमोहब्बत के चलते यह भटकाव है तो इसलिए कि आपको लगता है आप इस मामले में बदकिस्मत हैं। लेकिन ऐसा है नहीं। कई बार आप अपने जीवन से जुड़ी अच्छी-बुरी बातें गलत लोगों से साझा करते हैं। आप कई बार निहायत ऊपरी चीजों से निर्देशित होते हैं और फिर उसके नतीजे पाकर निराश होते हैं। वृश्चिक एक ऊर्जा से भरे सप्ताह के साथ आपकी शुरुआत होगी। आप दुनिया जीतना चाहेंगे लेकिन बाहरी परिस्थितियों के कारण आपको खुद को संयत करना पड़ेगा। आपके पास निपटाने वाले काम बहुत होंगे। उनमें से कई काम ऐसे भी हैं जन्हे बाद के लिए टाला नहीं जा सकता। किसी नई नौकरी की तलाश के लिए यह अच्छा समय हो सकता है। अब आप इसमें आलस भी नहीं करेंगे लिहाजा एक अच्छा सा सीवी तैयार कर लें। लेकिन प्यार के मामले में सप्ताह सहज नहीं होगा। आपको लगेगा कि आपने अपने साथी पर भरोसा करके उसे बहुत आजादी दी इसलिए वह बहुत दूर चला गया। अगर आप असहज महसूस कर रहे हैं लेकिन इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि आपका प्यार मजबूत है तो अपने साथी को उसकी हदों के बारे में बता दें। कुछ भी बोलने से पहले सोच लें, कहीं बाद में पछताना पड़े। धनु इस सप्ताह आप सामाजिक रूप से कई लोगों से जुड़ने वाले हैं। इसका माध्यम इंटरनेट भी हो सकता है। पिछले दिनों आप कुछ तनावग्रस्त थे क्योंकि आप खुद को अकेला और अलग-थलग महसूस कर रहे थे। लेकिन हो सकता है कि आने वाले कुछ दिनों में आपके पास इतने प्रस्ताव आएं कि आप संभाल भी न पाएं। लेकिन जितना हो सके स्वीकार कीजिए क्योंकि यह आपकी मानसिक सेहत को बेहतर करने के हिसाब से ठीक रहेगा। कामकाजी स्थितियां भी इस सप्ताह ठीक रहने वाली हैं। हो सकता है आपकी तरक्की हो जाए, पैसे बढ़ जाएं। हो सकता है कि अधिक जिम्मेदारी लेने के अहसास से आप थोड़ा भयभीत हों, लेकिन आगे बढ़ने और खुद की बेहतरी के लिए यही श्रेष्ठ रास्ता होगा। भावनात्मक स्तर पर थोड़ी निराशा हाथ लग सकती है। लगेगा कि साथी तवज्जो नहीं दे रहा। मकर इस सप्ताह आपके पास हर तरह की कई योजनाएं हैं, लेकिन आपको उन्हें कुछ समय के लिए स्थगित करना पड़ सकता है। उन्हे पकने दीजिए। अभी उन पर कोई काम शुरू न कीजिए। हो सकता है कि आप और बेहतर करें। एक योजना नई नौकरी की तलाश भी हो सकती है क्योंकि आपको लगता है कि आप बीते लंबे समय से काम तो बहुत मेहनत के साथ कर रहे हैं लेकिन पेशेवर तरीके से आगे नहीं बढ़ पा रहे। अगले कुछ सप्ताह में आपकी उम्मीदों के मुताबिक पाने का समय आ सकता है। प्यार-मोहब्बत के मामले में अगर आप बीते कुछ संमय से संकट में चल रहे हैं तो इन दिनों आपके जीवन में एक नया भ्रम प्रवेश करने वाला है। लेकिन इन हालात में अपने गुस्से और टूटन को खुद पर हावी न होने दें। कुंभ आर्थिक और कारोबारी मोर्चे पर आने वाले दिनों में आपको कोई अच्छी सूचना मिल सकती है जो नए और बेहतर अवसर भी लेकर आने वाली है। इस समय आप अपने बजट को प्रबंधित करें और कुछ पैसा बचत के लिहाज से एक तरफ रख दें क्योंकि अगर कोई अप्रिय घटना हो जाती है तो हालात संभल जाएं। कामकाज के लिहाज से आपके पास कोई ऐसी पेशकश आ सकती है जिससे आप उत्साहित हो जाएंगे। जैसे कि कहीं बाहर जाना। लेकिन किन्हीं कारणों से उसे स्थगित करना पड़ सकता है। शुरुआत में तो आपको वह बुरा लगेगा लेकिन जैसे-जैसे समय बीतेगा आपको अहसास होगा कि वह स्थगन आपके लिए ठीक था और हर चीज किसी न किसी कारण होती है। जहां तक भावनाओं का सवाल है तो अपने साथी से वाद-विवाद वाली स्थितियों से बचें। मीन अपने कामकाजी परिवेश में आप अब भी सहज नहीं हैं। आपको लगता है कि आपसे कम जानकारी वाले लोगों से अधिक तवज्जो और बेहतर जगह मिल रही है। आपको सबसे बुरा यह लगता है कि आपके वरिष्ठ आपकी योग्यता और जानकारी को पहचानते ही नहीं हैं। लेकिन इस स्थिति और परेशानी का सबसे बड़ा कारण है आपकी विनम्रता। इसकी वजह से आप उस चीज की मांग ही नहीं करते जिसके कि आप हकदार हैं। लेकिन अभी तो लड़ते रहना होगा। हार नहीं माननी क्योंकि अगर आप पीछे हटे तो दूसरे लोगों को फायदा होगा। भावनात्मक स्तर पर सितारे आपके लिए नया चक्र बना रहे हैं। यह प्रेम से मिलाप का समय है। अगर आपने कोई रिश्ता हाल ही में शुरू किया है तो उसे खुलकर जीयें। साप्ताहिक भविष्यफल (24 - 30 अप्रैल) Sundeep Kochar Astrologer https://www.sundeepkochar.com विश्वप्रसिद्ध ज्योतिषी संदीप कोचर से जानिए साप्ताहिक भविष्यफल। कोचर पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और डोनाल्ड ट्रम्प की जीत की भविष्यवाणी करके नाम कमा चुके हैं। यके के ू विश्वविद्यालय ने उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। विश्व के कई रेडियो और टीवी चैनलों को वह साक्षात्कार दे चुके हैं। सोमवार, 24 अप्रैल, 2023 7


Published Weekly Copyright © 2022 Indian Star LLC Editor in Chief Dr. Sridhar Krishnaswami Chief Executive Officer Rajeev Bhambri Registered Address Indian Star LLC, 6215 Rockhurst Rd, Bethesda, MD 20817 USA Disclaimers: 1. India Abroad is a Registered trademark and not affiliated with the newspaper named India Abroad marketed in the US from 1972 to 2021. 2. Indian Star LLC assumes no liability for claims / assumptions made in advertisements and advertorials. Views expressed by the writers are their own. Indian Star LLC A publication of Editor (Hindi) Dr. Rameshwar Dayal मैसाचुसेट मैसाचुसेट्स्स के ब्रब्रज मंदिदिर में उल र में उल्ला ्लास से मनाई गई होली,मटकी भी फोड़ी l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क अमेरिका क मैसाचुसेट े ्स के होलब्रुक स्थित ‘ब्रज मंदिर ऑफ श्री राधा भक्ति’ में बीते दिन FIA-न्यू इंग्लैंड के सहयोग से होली समारोह का आयोजन किया गया। 3,000 से अधिक लोगों की उपस्थिति में इस कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय सामुदायिक केंद्र के शिलान्यास समारोह के साथ हुई। इसके बाद आरती हुई और बाद में राधा कृष्ण पालकी जुलूस निकाला गया। उत्सव का मुख्य आकर्षण पारंपरिक मटकी फोड़ कार्यक्रम था। कार्यक्रम में लाइव डीजे के अलावा नृत्य सहित सांस्कृतिक प्रदर्शनों की भरमार थी। स्वादिष्ट जलेबी, पंजाबी पकोड़ा करी, ठंडाई, चाय, मटरी, बूंदी के लड्डू, बेसन के लड्डू, मैसूर पाक जैसे बहुत से स्वादिष्ट व्यंजन भी परोसे गए थे। ब्रज मंदिर के ट्रस्टी श्री केशव शरण जी ने बताया कि मंदिर 20 वर्षों से समुदाय की सेवा कर रहा है। सालाना 25,000 से अधिक लोगों को मुफ्त शाकाहारी भोजन प्रदान किया जाता है। अपनी सेवा का विस्तार करने के लिए अब ट्रस्ट 7 एकड़ में एक नया मंदिर बनाने जा रहा है। वहीं उत्सव के दौरान FIA-न्यू इंग्लैंड के अध्यक्ष अभिषेक सिंह ने कहा कि इस उत्सव को इतना बड़ा और सफल बनाने के लिए समुदाय की भागीदारी और समर्थन के लिए मैं आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि ‘ब्रज मंदिर ऑफ श्री राधा भक्ति’ में वार्षिक भव्य होली समारोह सामुदायिक सेवा, सांस्कृतिक उत्सव और विविधता में एकता को बढ़ावा देने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का एक वसीयतनामा है। FIA-न्यू इंग्लैंड के अध्यक्ष अभिषेक सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए समुदाय एकजुट होता है। कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय सामुदायिक केंद्र के शिलान्यास समारोह के साथ हुई। Photos : FIA-New England ब्रज मंदिर के ट्रस्टी श्री केशव शरण जी ने बताया कि मंदिर 20 वर्षों से समुदाय की सेवा कर रहा है। दोसांझ ने कार्यक्रम में अपने गायन से प्रशंसकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गायक ने इंस्टाग्राम पर इस समारोह से जुड़ी एक तस्वीर भी साझा की थी। उन्होंने अपने प्रदर्शन की एक क्लिप भी डाली जिसे देख उनके सभी प्रशंसक हैरान रह गए। कोचेला म्यूजिक फेस्टिवल में दोसांझ ने दिखाए जलवे l न्यू इंडिया अब्रॉड नेटवर्क कैलिफोर्निया में चल रहे कोचेला म्यूजिक फेस्टिवल में परफॉर्मेंस देकर पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ ने इतिहास रच दिया है। दोसांझ भारत के पहले ऐसे गायक बन गए हैं जिसने इस समारोह में प्रदर्शन किया। एम्पायर पोलो क्लब में चल रहे इस समारोह में प्रतिदिन 1,25,000 लोगों के शामिल होने का अनुमान है। यह समारोह दो सप्ताह तक चलने वाला है। रिपोर्टों के अनुसार दोसांझ ने इंस्टाग्राम पर इस समारोह से जुड़ी एक तस्वीर भी साझा की थी। उन्होंने अपने प्रदर्शन की एक क्लिप भी डाली जिसे देख उनके सभी प्रशंसक हैरान रह गए। आपको बता दें कि यह समारोह दो वीकेंड चलने वाला है। इसके पहले वीकेंड में 14, 15 और 16 अप्रैल को कार्यक्रम थे जबकि दूसरा वीकेंड 21, 22 और 23 अप्रैल है। इस समारोह के कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से शुरू होते हैं। टिकटों की कीमत की बात करें तो सामान्य प्रवेश के लिए 549 डॉलर की फीस देनी होती है। इसमें तीन दिन के लिए एंट्री के साथ-साथ डे पार्किंग की सुविधा भी मिलती है। वहीं वीआईपी पास के लिए कीमत 1,069 डॉलर है। इसमें आयोजन स्थल, डे पार्किंग और VIP क्षेत्रों तक पहुंच की सुविधा मिलती है। अगर आप इस कार्यक्रम को घर से बैठकर देखना चाहते हैं तो आप कोचेला यूट्यूब चैनल पर शुक्रवार को शाम 4 बजे इस उत्सव का सीधा प्रसारण देख सकते हैं। Photos : Diljit dosanjh 8 सोमवार, 24 अप्रैल, 2023


Click to View FlipBook Version