रात नबताने के बाद अगले नदन िमने नैनीताल से बािर जाने का इरादा नकया, विां से िमने एक टैक्सी
की । इस नदन की िमारी नटर प थी “ टी गाडिन, मुकतेश्वर, िनुमानगढ़ी, भीमताल, सातताल और भी आनद” सड़के
बहुत ज्यादा टेड़ी-मेड़ी और खतरनाक थी और ऊपर से मौसम, वाररश काले बादल, तुफान और ओले (Ice
Stone) मौसम को देख कर खुशी भी िो रिी थी और डर भी लग रिा था, यिा तक नक िमारा डर ाईवर भी डर
रिा था उसके डर को देखकर िमारा डर और भी बढ़ गया। जैसे तैसे सफर करके िमने अपनी आज की नटर प
पूरी की। कु छ खतरनाक जगि की नटर प तो िमने कै ल्िल िी कर दी।
एक और नदन नबताने के बाद िमारी आज की नटर प थी “ नैना दशिन, निमालय दशिन, कै व गाडिन, सुसाइड
पॉइन्ट, नटनफन टोप, घुड़ सवारी, नैना झील मंे वोनटंग आनद”
नैनी झील से िमने अपना आज का सफर शूरु नकया। सड़कों
के सिारे अपना सफर पूरा करते हुए िम उस ऊचाई पर जा
पहुंचे जिां से नैनीताल की प्रनसद्ध झील एक आम (Mango
) के आकार में नदखती िै। सच में एक वहुत खूबशूरत दृश्य
था। इससे आगे सफर करते हुए िम उस ऊचाई पर जा पहुंचे
जिां से दू रबीन के सिारे निमालय पवित को दे खा जा सकता
िै। सच मंे यि भी काफी अच्छा था। इसके बाद सुसाइड
पॉइंट, नटनफन टोप आनद का मजा लेते हुए िम अपनी अंनतम
नटर प कै व गाडिन पहुंचे यिा िमने वहुत मजे नकये । पत्थरों के
बीच बनी गुफाओं में एक ओर से प्रवेश करके दू सरी ओर से ननकलना वहुत आनंदमय था। गुफाओं के बीच का
सफर वहुत खतरनाक पत्थरों पर चढना, और खुद रास्तों का अनुमान लगाना नक कौन सा रास्ता िमको बािर
लेकर जाएगा बहुत रोमांचक था।
इसके बाद िमने नैनाझील में वोनटंग की जो काफी रोमांचक रिी। नफर शाम को िम कांठगोदाम िोते
हुए अपने घर आ गये। इस तरि िमने तीन नदन नैनीताल मंे नबताये नजनको मंै आजीवन निीं भूल पाऊाँ गा।
(नववेक कु मार)
आशुनलनपक ग्रेड-2
कायािलय- मुख्य आयकर आयुक्त -1,
अिमदाबाद।
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