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Published by hrmolcokol, 2023-09-07 06:18:41

कोलकाता किरण -4

E-Magazine

Keywords: 1234

कोलकाता ककरण त्रैमाकिक ई पकत्रका अंक – 3, मार्च2023 1 के नरा डडडजटल रुपी ऐप भारत का पहला बैंक भारतीय ररज़र्व बैंक के केंद्रीय बैंक डडडजटल मुद्रा पायलट प्रोजेक्ट के एक भाग के रूप मेंयूपीअइ आंटरऑपरेबल सीबीडीसी ऐप लॉन्च करनेर्ाला


ऄंक – 4, जून 2023 2 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका नगर राजभाषा कायावन्र्यन सडमडत की बैठक में नराकास ऄध्यक्ष र् यूको बैंक के प्रबंध डनदेशक र् मुख्य कायवकारी ऄडधकारी श्री सोमशेखर रार् को सम्माडनत करते के नरा बैंक, ऄंचल कायावलय कोलकाता के ऄंचल प्रमुख श्री कल्याण मुखजी प्रधान कायावलय द्वारा कललमपोंग में अयोडजत पुरस्कार और मान्यता कायवक्रम


ऄंक – 4, जून 2023 3 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका ऄनुक्रमडणका महा प्रबंधक की कलम से ईप महा प्रबंधक द्वय का संदेश पयवर्ेक्षी कायवपालक का संदेश डडडजटल रूपया नए युग की बैंककग : पररकल्पनाएं र् संभार्नाएं मेरी कश्मीर-यात्रा पेंटटग कॉनवर सोचा ना था भारत में बैंककग ईद्योग पर कृ डत्रम बुडिमत्ता का प्रभार् मां बेरटयां बैंककग में साआबर सुरक्षा का महत्र् ग्रामीण डर्कास और केनरा बैंक अओ नया कु छ करते हैं चुटकु ले नारी शडि पुरस्कार र् मान्यता प्राप्त कायवक्रम भारत में बैंककग का नया युग फोटोग्राफी कॉनवर


ऄंक – 4, जून 2023 4 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका डप्रय के नराआट्स, “कोलकाता ककरण” का चौथा ऄंक अपको सौंपते हुए मुझे हषव हो रहा है और ऄत्यडधक प्रसन्नता आसडलए है कक आस ऄंक के माध्यम से सीधे अपसे संर्ाद करने का मौका डमला है। कहते हैं बेहतरीन लीडर र्ो होता है जो रास्ता जानता है, रास्ते पर चलता है और रास्ता कदखाता भी है। बैंककग ईद्योग में नेतृत्र् सबसे महत्र्पूणव है, क्योंकक यह बैंक की सफलता या डर्फलता को डनधावररत करता है। बैंक एक ऐसा संगठन हैं जहां लगातार बदलते कारोबारी माहौल की चुनौडतयों से डनपटने और ग्राहकों की गडतशील जरूरतों को पूरा करने के डलए प्रभार्ी नेतृत्र् की अर्श्यकता होती है। हम सब ऄपने– ऄपने क्षेत्र में लीडर की भूडमका ऄदा कर रहें हैं। प्रडतस्पधी बने रहने के डलए रणनीडतक डनणवय लेने की अर्श्यकता होती है। ग्राहकों, शेयरधारकों और संगठन को समग्र रूप से लाभाडन्र्त करने र्ाले सूडचत डनणवय लेने के डलए अर्श्यक दृडि और मागवदशवन प्रदान करने के डलए प्रभार्ी नेतृत्र् अर्श्यक है। बैंककग स्र्ाभाडर्क रूप से जोडखम भरा हैऔर आसके डलए जोडखमों को प्रभार्ी ढंग से प्रबंडधत करने के डलए मजबूत नेतृत्र् की अर्श्यकता होती है। बैंककग ईद्योग के नेतृत्र्कतावओं को संभाडर्त जोडखमों की पहचान करने और ईन्हें कम करने के डलए प्रभार्ी जोडखम प्रबंधन रणनीडत डर्कडसत करने में सक्षम होना चाडहए। बैंककग ईद्योग लगातार डर्कडसत हो रहा है, और नइ तकनीकों और ग्राहकों की बदलती जरूरतों के साथ तालमेल रखने के डलए हमारे कोलकाता ऄंचल के हर कमवचारी का नर्ोन्मेषी होना ऄत्यंत अर्श्यक है। हमें हमेशा यह याद रखना चाडहए कक प्रभार्ी नेतृत्र् नर्ाचार को प्रोत्साडहत करते हैं और नए डर्चारों को लागू करने के डलए अर्श्यक संसाधन प्रदान करते हैं। बैंक ग्राहक-कें कद्रत व्यर्साय हैं, और ग्राहकों की संतुडि सुडनडित करने के डलए कोलकाता ऄंचल के हर कमवचारी को ग्राहक सेर्ा को प्राथडमकता देनी होगी। एक ऐसी संस्कृ डत बनाने के डलए मजबूत नेतृत्र् की अर्श्यकता है जो ग्राहक सेर्ा को महत्र् देती है और कमवचाररयों को ग्राहक की जरूरतों को पूरा करने के डलए उपर जाने के डलए प्रोत्साडहत करती है और यह अप सभी के सहयोग से संभर् है। हम सभी जानते हैं कक कारोबार में र्ृडि के डलए हमारे बैंक का फोकस CCC ऄथावत् कासा, कस्टमर और कनेक्ट पर है। के नरा पे रोल पैके ज सडहत हमारे बैंक के डर्डभन्न ईत्पादों को ग्राहक तक पहुंचाना है। ऄंतत: मैं सभी कमवचाररयों को सलाह दूंगा कक “डमशन कासा में सतत र्ृडि" में सभी को शाडमल होना चाडहए। डमशन को पूरा करने के डलए समपवण, दृढ़ संकल्प, समन्र्य और कभी ना नहीं कहने र्ाला रर्ैया अर्श्यक है। आसके डलए ऄनुपालन अर्श्यकताओं की पूरी समझ होनी चाडहए और यह सुडनडित करना चाडहए कक कमवचारी सभी प्रासंडगक डनयमों का पालन करें। मुझे डर्श्वास है कक हमारे कारोबार को बेहतर की ओर ले जाने में अप सभी ऄपना योगदान देंगे। शुभकामनाओं सडहत, कल्याण मुखजी महाप्रबंधक महाप्रबंधक की कलम से


ऄंक – 4, जून 2023 5 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका डप्रय साडथयों, “कोलकाता ककरण” के माध्यम से पहली बार अपसे मुझे संर्ाद स्थाडपत करने का मौका डमला है। बैंककग ईद्योग में बढ़ती प्रडतस्पधाव से डनपटने हेतु प्रौद्योडगकी के माध्यम से सेर्ा प्रदान करते हुए ऄडधक ग्राहकों तक पहुंच बनाइ जा रही है। नइ तकनीक के डर्कास से शाखा बैंककग का युग समाप्त होने के कगार पर खड़ा है क्योंकक डर्देश में ऄब ग्राहक के डलए दुडनया के ककसी भी कोने में बैठकर ऄपने खाते का संचालन करना संभर् हो गया है। आससे भारतीय बैंकों के सुसम्पन्न ग्राहक डर्देश बैंकों की ओर अकर्षषत हो रहे है। ऄत: ऐसे ग्राहकों को ऄपने से जोड़ना एक चुनौतीपूणव कायव है। ग्राहकों को ईनकी अर्श्यकताओं के ऄनुरुप सेर्ाएं प्रदान करना अर्श्यक है। डडडजटल दौर में ग्राहक सेर्ा का स्र्रुप बदल रहा है। बैंक में ऑनलाआन खाता खोलने से लेकर ऑनलाआन ऊण देने की सुडर्धा दी गइ है। एमएसएमइ , ररटेल क्रे डडट और कासा के स्तर में संर्िवन करते हुए हमें नए लक्ष्यों का डनधावरण करना है। हम सभी जानते हैं कक बैंक एक व्यार्साडयक ईद्यम है और खुदरा ऊण, कृ डष ऊण और एमएसएमइ बैंककग ईद्योग के क्रे डडट ग्रोथ के डलए बहुत महत्र्पूणव है। खुदरा बैंककग बैंकों द्वारा ऄर्षजत रेर्ेन्यू के साथ-साथ अर्षथक डर्कास में महत्र्पूणव योगदान देता है। यह बैंकों के डलए जोडखम को भी कम करता है। सबसे महत्र्पूणव बात यह है कक यह ककसी की सेलर्ग्स और फाआनेंस को सेफ रखने का एक सुरडक्षत तरीका प्रदान करता है। हम सभी यकद ऊण क्षेत्र में मौजूद ऄपार ऄर्सरों और ईन ऄर्सरों के पीछे डछपे जोडखम का पहले से अकलन कर तदनुसार ऄपनी व्यर्स्थाओं र् कायव – प्रणाडलयों को मजबूत कर लें तो ऄर्श्य ही यह क्षेत्र हमारे बैंक और देश को नइ बुलंकदयों तक ले जा सकता है। बैंक का हर कमवचारी चाहे तो बैंक को बुलंकदयों तक ले जाने में ऄपनी ऄहम भूडमका डनभा सकता है। हर कमवचारी शाखा में अने र्ाले प्रत्येक ग्राहक को बेहतर सेर्ा देने के साथ – साथ ईनकी जरुरतों को समझे। ऊण र्ृडि के डलए हमारे र्तवमान ग्राहक सबसे बड़े श्रोत है। शाखा के समीप डाक्टर,स्कू ल एर्ं ऄन्य लोगों से सम्पकव करें र् ईनकी जरूरतों के ऄनुसार ईन्हें ऊण मुहैया करर्ाएं। खुदरा ऊण ऄडभयान के तहत ऄंचल द्वारा चलाए जा रहे ऄडभयान में प्रत्येक कमवचारी प्रडतभाडगता करे और ऊण श्रोत करें। मुझे अशा ही नही, ऄडपतु डर्श्वास है कक गुणर्त्तापूणव कारोबार करते हुए हम डनधावररत लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे और हमारे बैंक को बुलंकदयों तक ले जाने की कदशा में साथवक प्रयास करेंगे। शुभकामनाओं सडहत, हषव बजाज ईप महा प्रबंधक ईप महाप्रबंधक की कलम से


ऄंक – 4, जून 2023 6 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका ईप महाप्रबंधक की कलम से डप्रय साडथयों, “कोलकाता ककरण” का चौथा ऄंक प्रकाडशत हो रहा है। मुझे अशा ही नहीं, ऄडपतु पूरा डर्श्वास है कक डपछला ऄंक अप सभी को ऄर्श्य ही पसंद अया होगा। हम सभी जानते हैं कक कारोबार में र्ृडि के डलए हमारे बैंक का फोकस CCC ऄथावत् कासा, कस्टमर और कनेक्ट पर है। कॉपोरेट गोल की बात करें तो आस र्ि गोल्ड, डायमंड और प्लेरटनम के तहत पेरोल खाता खोलने में गडत लाने के डलए “प्रीडमयम र्ेतन खाता ऄडभयान” शुरु ककया गया है । आस ऄडभयान की सफलता के डलए बैंक के प्रत्येक कमवचारी का योगदान ऄपेडक्षत है। कु छ डनम्नडलडखत लबदुओं पर फोकस कर ईि कायव को संपन्न ककया जा सकता है: •हमारे ऄंचल के हर कमवचारी को ईत्पाद की जानकारी होनी चाडहए। •बैंक में अने र्ाले प्रत्येक ग्राहकों को आस ईत्पाद की जानकारी दी जानी चाडहए। •आस ईत्पाद का व्यापक प्रचार –प्रसार होना है। प्रत्येक शाखा में बैनर लगाया जाना चाडहए। पेरोल पैके ज की डर्शेषताओं और लाभों को प्रदर्षशत करें। •क्षेत्रीय कायावलयों और शाखाओं को कॉपोरेट्स/ संगठनों/ डर्भागों से ऄपने कमवचाररयों के खातों को प्राप्त करने के डलए दैडनक अधार पर संपकव करना चाडहए। ईच्च प्रबंधन ने कॉपोरेट गोल की प्राडप्त के डलए कइ सुडर्धाओं की घोषणा ग्राहकों के डलए की है। हमारे बैंक ने खुदरा डमयादी जमा के डलए ब्याज दर में र्ृडि की है जो बैंककग ईद्योग में सबसे ऄडधक है,डजसका हमें बेहतर तरीके से लाभ ईठाने की अर्श्यकता है। यह र्ह समय और ऄर्सर है डजसका लाभ ईठाकर न डसफव हम खुदरा डमयादी जमा संग्रडहत कर सकते हैं, बडल्क ऄपनी शाखाओं में ग्राहक अधार में ऄत्यडधक र्ृडि कर सकते हैं। शाखा/क्षेत्रीय कायावलय/ ऄंचल कायावलय में कायव करने र्ाला हर कमवचारी आस ऄडभयान में शाडमल हो सकता है और कॉपोरेट गोल की प्राडप्त में ऄपनी ऄहम भूडमका डनभा सकता है। कासा र्ृडि के डलए ऄपने क्षेत्र के स्कू ल,कॉलेज, डर्डश्वद्यालय, ऄस्पताल में डनयडमत रूप से जाएं और ईन्हें ऄपने बैंक में चल रही योजनाओं की जानकारी दें। ग्राहकों के साथ बेहतर संपकव बनाएं। राज्य सरकार और कें द्र सरकार के कायावलयों के पदाडधकाररयों से डनयडमत रूप से संपकव बनाएं रखे। आसके साथ सभी शाखाओं को पेमेंट गेटर्े, इजी फी पोटवल और ऄभी हाल ही में लॉन्च ककए गए एपीअइ बैंककग का प्रचार प्रसार जोरो से करना होगा। हमारे सभी स्कू ल, कॉलेज, सरकारी संस्थानों तथा कॉपोरेट कस्टमर को ऄपने डडडजटल ईत्पादों को बताना पड़ेगा। हमारे बैंक में जब भी सभी स्टाफ डमलकर ऄपने आन तकनीकी ईत्पादों का माकें टटग नहीं करेंगे तब तक कासा में र्ृडि नहीं हो सकती है।


ऄंक – 4, जून 2023 7 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका कु छ ऄन्य डनम्नडलडखत मुख्य लबदुओं पर ध्यान देने से हम कासा के डनकलने को रोक सकते हैं: 1. जो भी ग्राहक ऄपने बचत खाता या चालू खाता से पैसा डनकालकर ले गए हैं ईनसे तुरंत संपकव करें तथा ईनसे शेष जमा राडश बढ़ाने का अग्रह करें। 2. नए बचत खाता या चालू खाता खोलने र्ाले ग्राहक से ऄपने खाते में राडश डलर्ाने का अग्रह करें। 3. ज्यादा से ज्यादा ऄपने तकनीकी ईत्पादों जैसे डेडबट काडव, क्रे डडट काडव, भीम क्यूअर, यूपीअइ बैंककग, आंटरनेट बैंककग, मोबाआल बैंककग का ईपयोग करने के डलए ग्राहकों से अग्रह करें। 4. डीमेट खाता खोलें और आसके ज्यादा से ज्यादा ईपयोग के डलए खाताधारकों को प्रेररत करें। 5. डजन ग्राहकों का डेथ क्लेम सेटलमेंट हो रहा है ईनसे ऄपने ही बैंक में खाता और राडश रखने का अग्रह करें। 6. डबना शाखा प्रबंधक की ऄनुमडत के कोइ भी खाता बंद करने ना दें। 7. शाखा के सारे आनऑपरेरटर् खाताधारकों से संपकव करें और ईन्हें ऑपरेरटर् बनाने की कोडशश करें। आसके ऄलार्ा हमें ऄपनी ग्राहक सेर्ा को सर्ोत्कृ ि बनाने के डलए सारे संभर् ईपाय करने चाडहए। यकद हम चाह लें तो कु छ भी ऄसंभर् नहीं है और डनडित रूप से सफलता हमारा आंतजार करेगी। मुझे डर्श्वास है कक अप सभी ऄडधक जोश और ईत्साह के साथ हमारे बैंक के डर्कास के डलए ऄपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देंगे। शुभकामनाओं सडहत, रजनीश कु मार ईप महाप्रबंधक


ऄंक – 4, जून 2023 8 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका डप्रय साडथयों, डडडजटल बैंककग अधुडनक डर्त्तीय पाररडस्थडत तंत्र का एक महत्र्पूणव घटक बन गया है। डडडजटल बैंककग मौजूदा ऄथवव्यर्स्था की मांग बन गया है। हमारे कमवचाररयों के डलए यह अर्श्यक हो गया है कक र्े स्र्यं को भी जागरूक करें और डडडजटल ईत्पादों को हर ग्राहक तक पहुंचाएं। डडडजटल बैंककग ग्राहकों को ऄपने कं प्यूटर या स्माटवफोन का ईपयोग करके ककसी भी समय और कहीं भी ऄपनी डर्त्तीय जानकारी तक पहुंचने और लेनदेन करने की ऄनुमडत देती है। यह एक भौडतक बैंक शाखा में जाने और लंबी कतारों में खड़े होने की अर्श्यकता को नकारता है, जो पीक अर्सव के दौरान डर्शेष रूप से ऄसुडर्धाजनक हो सकता है। डडडजटल बैंककग सेर्ाएं अमतौर पर पारंपररक बैंककग सेर्ाओं की तुलना में सस्ती होती हैं। ऐसा आसडलए है क्योंकक बैंक बुडनयादी ढााँचे और कर्षमयों की लागत पर बचत कर सकते हैं, जो बदले में ग्राहकों के डलए कम शुल्क में बदल जाता है। डडडजटल बैंककग को अम तौर पर सुरडक्षत माना जाता है क्योंकक ग्राहक की जानकारी और लेनदेन की सुरक्षा के डलए बैंक ईन्नत एडन्क्रप्शन और सुरक्षा तकनीकों का ईपयोग करते हैं। डडडजटल बैंककग सेर्ाएं ग्राहकों को एक ही मंच से ऄपने खातों की असानी से डनगरानी करने, डबलों का भुगतान करने, फं ड ट्ांसफर करने और डर्त्तीय ईत्पादों में डनर्ेश करने की ऄनुमडत देती हैं, ऄन्यथा आसके डलए बैंकों और ऄन्य डर्त्तीय संस्थानों में कइ बार जाना पड़ता है। डडडजटल बैंककग पहले से बैंक रडहत या कम बैंक सुडर्धा र्ाली अबादी के डलए डर्त्तीय सेर्ाओं को लाने का एक प्रभार्ी तरीका है। मोबाआल प्रौद्योडगकी का लाभ ईठाकर, डडडजटल बैंककग प्लेटफॉमव आन अबादी के डलए बैंककग सेर्ाओं तक ऄडधक पहुंच को सक्षम कर सकते हैं, जो गरीबी को कम करने और अर्षथक डर्कास को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। डडडजटल बैंककग न के र्ल ग्राहकों को सुडर्धाजनक और लागत प्रभार्ी बैंककग सेर्ाएं प्रदान करता है बडल्क डर्त्तीय समार्ेशन को भी बढ़ार्ा देता है और बैंककग पररचालनों की समग्र कायवक्षमता और सुरक्षा को बढ़ाता है। मुझे डर्श्वास है कक हमारे कारोबार को बेहतर की ओर ले जाने में अप सभी ऄपना योगदान देंगे। शुभकामनाओं सडहत, प्रदीप कु मार डोगरा सहायक महाप्रबंधक पयावर्ेक्षी कायवपालक का संदेश


ऄंक – 4, जून 2023 9 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका डडडजटल रूपया देबेश चंद्र दे र्ररष्ठ प्रबंधक ऄंचल कायावलय कोलकाता हमारेदेश मेंडडडजटल आकॉनोमी को बढ़ार्ा देनेकेडलए पहली बार भारतीय ररजर्व बैंक नेडडडजटल रुपए की शुरूअत की है। आसेजनर्री 2017 मेंप्रस्ताडर्त ककया गया था और डर्त्तीय र्षव2022-23 मेंजारी ककया गया था। अज देश मेंरुपयेको एक जगह सेदूसरी जगह ले जानेपर भी काफी पैसा खचवकरना पड़ता है। ऐसेमें लोगों केमन मेंडडडजटल करेंसी को लेकर कइ तरह के सर्ाल ईठतेहैं। जैसेकक येडडडजटल करेंसी क्या है, कै से आस्तेमाल होता हैऔर आसेकै सेखरीदा जा सकता है। डडडजटल करेंसी की शुरुअत भारतीय ररजर्व बैंक ने1 नर्ंबर, 2022 सेकर दी है। भारतीय ररजर्वबैंक (RBI) नेपायलट प्रोजेक्ट के8 बैंकों केजररए डडडजटल रुपया ईपलब्ध करानेकी बात कही है। पहलेचरण मेंमुंबइ, नइ कदल्ली, बेंगलुरु और भुर्नेश्वर मेंयेसुडर्धा शुरू होगी। दूसरेचरण मेंऄहमदाबाद, गंगटोक, गुर्ाहाटी, हैदराबाद, आंदौर, कोडच्च, लखनउ, पटना और डशमला में डडडजटल रुपया डमल सके गा। जल्द ही आसेदेश केऄन्य डहस्सेमेंभी लागूकर कदया जाएगा। आस पर सरकार काम कर रही है। अपको बता दें, पीपुल्स बैंक ऑफ चाआना नेऄप्रैल 2020 मेंदो पायलट प्रोजेक्ट शुरू ककया, डजसमेंलॉटरी डसस्टम से इ-युअन बांटे गए। कफलहाल, कनाडा, जापान, स्र्ीडन, डस्र्ट्जरलैंड, यूके और यूनाआटेड स्टेट्स केसाथ-साथ यूरोपीय यूडनयन भी बैंक ऑफ आंटरनेशनल सेटलमेंट्स (BIS) केसाथ डमलकर डडडजटल करेंसी पर काम कर रहेहैं। क्या है इ रूपया या डडडजटल रुपया ? डडडजटल रुपया या इ– रूपया नोट और डसक्कों का आलेक्ट्ॉडनक रूप है। यह लेनदेन ऑनलाआन करना होगा, आसकेआस्तेमाल सेनोट या डसक्के रखनेकी जरूरत नहीं है। यह एक टोकनयुि डडडजटल संस्करण हैजो बैंको द्वारा ककया गया कानूनी डनडर्दा है। डडडजटल रूपया कहां डमलेगा ? भारतीय ररजर्व बैंक नेपायलट प्रोजेक्ट के 8 बैंकों के जररए डडडजटल रूपया ईपलब्ध करानेकी शुरुअत की है। यह शहर मुबंइ, नइ कदल्ली, बेंगलूर और भुर्नेश्वर है। भारत की डडडजटल मुद्रा क्या है? भारतीय ररजर्वबैंक की मुद्रा का अडधकाडधक रूप का नाम सेंट्ल बैंक डडडजटल करेंसी (CBDC) है। डडडजटल मुद्रा को कक्रप्टो करेंसी भी कहा जाता है। डडडजटल करेंसी कैसे आस्तेमाल होता है? डडडजटल करेंसी (Digital Currency) या डडडजटल रुपये(Digital Rupee) पेमेंट का एक ऐसा ऑप्शन होगा, जो टोकन केरूप मेंआस्तेमाल होगा। यह सभी डबजनेस, सरकार अकद केडलए एक लीगल टेंडर के तौर पर जारी ककया जाएगा। आसकी कीमत र्तवमान मेंआस्तेमाल ककए जाने र्ाले नोट और डसक्कों के बराबर ही होगा। अरबीअइ (RBI) कु छ बैंकों को यह करेंसी देगा, डजसके बाद आसेबैंकों की ओर सेजारी ककया जाएगा। दरऄसल, बैंकों द्वारा मोबाआल र्ॉलेट पेश ककया जाएगा, डजसकी मदद सेडडडजटल रुपयेका लेनदेन कर सकतेहैं। आसकेऄलार्ा, QR कोड स्कै न करकेभी आसका आस्तेमाल ककया जा सकता है। डडडजटल करेंसी आस्तेमाल करनेर्ालों को ककसी तरह का कै श रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आस करेंसी सेपसवन टूपसवन और पसवन टूमचेंट दोनों ही तरह की पेमेंट की जा सकती है। अपको बता दें, डडडजटल करेंसी को UPI से जोड़ने की तैयारी चल रही है। हर जगह होगी डडडजटल करेंसी की मान्यता डजस तरह अरबीअइ की ओर सेजारी ककया गया नोट की मान्यता हर जगह होती है, ईसी तरह डडडजटल करेंसी लीगल टेंडर है, डजसकी मान्यता हर जगह होगी। ऄगर ग्राहक को आसकेजररए पेमेंट करना हो तो र्ो क्यूअर कोड स्कै न कर केपेमेंट कर सकता है।


ऄंक – 4, जून 2023 10 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका एनपीसीअइ (NPCI) करेगी डडडजटल करेंसी का संचालन: दुडनयाभर के कें द्रीय बैंक डबटकॉआन, इथर जैसी प्राआर्ेट कक्रप्टोकरेंसी केडर्कल्प के तौर पर डडडजटल करेंसी पर काम कर रहेहैं। देश मेंइ-रूपी(e-RUPI) की सुडर्धा नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ आंडडया (NPCI) की ओर सेदी गइ है। एनपीसीअइ नेही इ-रुपयेकेपेमेंट केडलए क्यूअर कोड भी जारी ककया है। भारत में डडडजटल करेंसी की शुरुअत कब हुइ? भारतीय ररजर्व बैंक ने 1 नर्म्बर 2022 सेडडडजटल करेंसी ऄथावत भारतीय इ- रूपए की शुरुअत की है। भारत मेंडडडजटल करेंसी की शुरुअत 1 नर्ंबर 2022 को हुइ थी। आसेकइ चरणों मेंपूरा ककया जा रहा हैडजसकेबाद पूरेदेश मेंआसका आस्तेमाल होनेलगेगा। कफलहाल पहला चरण पूरा हो चुका हैडजसकेबाद आसेदेश केचार शहरों मेंआस्तेमाल ककया जा रहा है। भारतीय ररजर्वबैंक (RBI) नेपायलट प्रोजेक्ट केतौर पर डडडजटल रुपयेकी शुरुअत की है, जल्द ही आसेपूरेभारत मेंआस्तेमाल ककया जाने लगेगा। डडडजटल मुद्रा के लाभ : आसेभौडतक रूप सेनुकसान पहुंचाने, जलानेया फाड़नेका कोइ तरीका नहीं है। भौडतक नोटों केडर्परीत यह खो नहीं सकता। र्तवमान साधनों की तुलना मेंबहुत तेजी से भुगतान पूरा कर सकतेहैं; सस्ता ऄंतरावष्ट्रीय स्थानांतरण, जैसेर्ायर ट्ांसफर मेंलेनदेन की पुडि करनेसेडर्त्तीय संस्थानों को कइ कदन लगतेहैं। डडडजटल करेंसी केजररए अम नागररक और सरकार दोनों को ही काफी फायदे होंगे। अज के समय मेंसरकार को नोट छापनेकेडलए करोड़ों रुपयेखचवकरनेपड़तेहैं।र्हीं, अए कदन लगातार आसकी मांग बढ़ती जा रही है, डजससेबजट पर और ऄडधक प्रभार् पड़ेगा, लेककन ऄगर डडडजटल करेंसी शुरू हो जाती हैतो आसके बाद नोट और डसक्कों की जरूरत नहीं पड़ेगी।अम नागररकों की बात करेंतो, डडडजटल करेंसी केजररए दुकानदारों को काफी सुडर्धा डमलेगी। ईन्हेंऄपनेपैसों को बार -बार जमा करनेकेडलए बैंक नहीं जाना होगा। यह पेमेंट का सुरडक्षत माध्यम है। ककसी को भी ऄपने साथ कै श लेकर घूमनेकी जरूरत नहीं पड़ेगी। डडडजटल करेंसी के नुकसान : आससे पैसों के लेन-देन से संबंडधत गोपनीयता पर खतरा बना रहेगा। रहेगा। कै श लेनदेन करनेसेपहचान गुप्त रहती है। जबकक डडडजटल लेनदेन पर सरकार की नजर रहेगी। डडडजटल करेंसी और यूपीअइ में क्या ऄंतर है? इ-रूपया लीगल टेंडर है, जबकक यूपीअइ एक भुगतान माध्यम है, इ-रूपया ऄपनेअपमेंडडडजटल रूप मेंएक मुद्रा हैऔर एक कानूनी डनडर्दा हैजो डडडजटल लेनदेन को सक्षम बनाता है, जबकक यूपीअइ के र्ल मंच है डजसकेमाध्यम सेलेनदेन डडडजटल रूप सेहोता है। डडडजटल लेनदेन करते समय बरतें सार्धाडनयां: ललक केजररए न करेंअर्ेदन साझा न करेंडनजी जानकाररयां मैसेज/ एसएमएस सेभी रहेसतकव साआबर सुरक्षा का करेंआस्तेमाल डडडजटल मुद्रा र्तवमान मेंचचावकेचरण मेंहै। डडडजटल रुपयेको लॉन्च करनेका लक्ष्य भारतीय नागररकों के डलए ऄडधक सुरडक्षत, कुशल और लागत प्रभार्ी भुगतान प्रणाली प्रदान करना है, साथ ही नकदी पर देश की डनभवरता को कम करना है। डडडजटल रुपये डबटकॉआन जैसी ऄन्य डडडजटल मुद्राओं केसमान काम करेगा, लेककन भारत सरकार द्वारा समर्षथत होगा और भारतीय ररजर्व बैंक द्वारा डर्डनयडमत होगा।यह डनडित ही हमारेदेश के नागररकों केडलए ऄडभनर् पहल है।


ऄंक – 4, जून 2023 11 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका कोलकाता में जन्में स्र्ामी डर्र्ेकानंद ने कदखाइ दुडनया को राह : जानें थोड़ा ईनके बारे में स्र्ामी डर्र्ेकानंद का जन्म 12 जनर्री सन् 1863 को हुअ। ईनका घर का नाम नरेंद्र दत्त था। ईनके डपता डर्श्वनाथ दत्त पािात्य सभ्यता में डर्श्वास रखते थे। र्े ऄपने पुत्र नरेंद्र को भी ऄंग्रेजी पढ़ाकर पािात्य सभ्यता के ढंग पर ही चलाना चाहते थे। नरेंद्र की बुडि बचपन से बड़ी तीव्र थी और परमात्मा को पाने की लालसा भी प्रबल थी। आस हेतु र्े पहले ब्रह्म समाज में गए ककतु र्हां ईनके डचत्त को संतोष नहीं हुअ। सन् 1884 में डर्श्वनाथ दत्त की मृत्यु हो गइ। घर का भार नरेंद्र पर पड़ा। घर की दशा बहुत खराब थी। कु शल यही थी कक नरेंद्र का डर्र्ाह नहीं हुअ था। ऄत्यंत गरीबी में भी नरेंद्र बड़े ऄडतडथ-सेर्ी थे। स्र्यं भूखे रहकर ऄडतडथ को भोजन कराते, स्र्यं बाहर र्षाव में रातभर भीगते-रठठुरते पड़े रहते और ऄडतडथ को ऄपने डबस्तर पर सुला देते। रामकृ ष्ण परमहंस की प्रशंसा सुनकर नरेंद्र ईनके पास पहले तो तकव करने के डर्चार से ही गए थे ककतु परमहंस जी ने देखते ही पहचान डलया कक ये तो र्ही डशष्य है डजसका ईन्हें कइ कदनों से आंतजार है। परमहंस जी की कृ पा से आनको अत्म-साक्षात्कार हुअ फलस्र्रूप नरेंद्र परमहंस जी के डशष्यों में प्रमुख हो गए। सन्यास लेने के बाद आनका नाम डर्र्ेकानंद हुअ। स्र्ामी डर्र्ेकानन्द ऄपना जीर्न ऄपने गुरुदेर् स्र्ामी रामकृ ष्ण परमहंस को समर्षपत कर चुके थे। गुरुदेर् के शरीरत्याग के कदनों में ऄपने घर और कु टुंब की नाजुक हालत की परर्ाह ककए डबना, स्र्यं के भोजन की परर्ाह ककए डबना गुरु सेर्ा में सतत हाडजर रहे। गुरुदेर् का शरीर ऄत्यंत रुग्ण हो गया था। कैं सर के कारण गले में से थूक, रि, कफ अकद डनकलता था। आन सबकी सफाइ र्े खूब ध्यान से करते थे। 25 र्षव की ऄर्स्था में नरेंद्र दत्त ने गेरुअ र्स्त्र पहन डलए। तत्पिात ईन्होंने पैदल ही पूरे भारतर्षव की यात्रा की। सन् 1893 में डशकागो (ऄमेररका) में डर्श्व धमव पररषद् हो रही थी। स्र्ामी डर्र्ेकानंदजी ईसमें भारत के प्रडतडनडध के रूप से पहुंचे। यूरोप-ऄमेररका के लोग ईस समय पराधीन भारतर्ाडसयों को बहुत हीन दृडि से देखते थे। र्हां लोगों ने बहुत प्रयत्न ककया कक स्र्ामी डर्र्ेकानंद को सर्वधमव पररषद् में बोलने का समय ही न डमले। एक ऄमेररकन प्रोफे सर के प्रयास से ईन्हें थोड़ा समय डमला ककतु ईनके डर्चार सुनकर सभी डर्द्वान चककत हो गए। 'ऄध्यात्म-डर्द्या और भारतीय दशवन के डबना डर्श्व ऄनाथ हो जाएगा' यह स्र्ामी डर्र्ेकानंदजी का दृढ़ डर्श्वास था। ऄमेररका में ईन्होंने रामकृ ष्ण डमशन की ऄनेक शाखाएं स्थाडपत कीं। ऄनेक ऄमेररकन डर्द्वानों ने ईनका डशष्यत्र् ग्रहण ककया। र्े सदा ऄपने को गरीबों का सेर्क कहते थे। भारत के गौरर् को देश-देशांतरों में ईज्ज्र्ल करने का ईन्होंने सदा प्रयत्न ककया। 4 जुलाइ सन् 1902 को ईन्होंने देह त्याग ककया। स्र्ामी डर्र्ेकानंद : एक प्रेरणात्मक व्यडित्र्


ऄंक – 4, जून 2023 12 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका नए युग की बैंककग : पररकल्पनाएं र् संभार्नाएं बैंककग एक सेर्ा क्षेत्र की आकाइ है, प्राचीन काल में व्यापाररयों को सेठ, साहूकार, महाजन, चेट्टी अकद कहा जाता था और र्े ईस समय बैंककग का व्यर्साय करते थे। मगर अज के दौर में बैंककग एक ईद्योग है जो नकदी, ऊण और ऄन्य डर्त्तीय लेनदेन को संभालता है। बैंक ऄडतररि नकदी और क्रे डडट स्टोर करने के डलए एक सुरडक्षत स्थान प्रदान करते हैं। र्े बचत खाते, जमा प्रमाणपत्र और खातों की जांच करते हैं। बैंक आन जमाओं का ईपयोग ऊण बनाने के डलए करते हैं। अज के युग में बबैंककग मुक्यतः डडडजटल माध्यमों से ऄपर पररकल्पनाएं र् संभार्नाएं है। भौडतक नकद और डतजोरी, डडडजटल में बदली गइ, शाखा का लेनदेन बैंक के मोबाआल ऐप, कफनटेक, डडडजटल र्ॉलेट, भुगतान प्लेटफॉमव में बदल गया। भारत में बैंककग की शुरुअत 18र्ीं सदी के मध्य में हुइ। आसकी सुरुअत जून1806 के मध्य में बैंक ऑफ कलकत्ता के रूप में शुरू हुअ।1809 में, आसका नाम बदलकर बैंक ऑफ बंगाल कर कदया गया। यह एक प्रेसीडेंसी सरकार द्वारा स्थाडपत तीन बैंकों में से एक था, ऄन्य दो1840 में बैंक ऑफ बॉम्बे और1843 में बैंक ऑफ मद्रास थे। तीन बैंकों को1921 में डर्लय करके आंपीररयल बैंक ऑफ आंडडया बनाया गया था, जो भारत की स्र्तंत्रता तक रहा। सन 1955 में आसका नाम भारतीय स्टेट बैंक कर कदया गया। 1969 में , भारत सरकार ने14 प्रमुख डनजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण ककया और1980 में, 6 और डनजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण ककया गया। ये राष्ट्रीयकृ त बैंक भारतीय ऄथवव्यर्स्था में ऄडधकांश ऊणदाता हैं। र्े ऄपने बड़े अकार और व्यापक नेटर्कव के कारण बैंककग क्षेत्र पर हार्ी हैं। भारतीय बैंककग क्षेत्र को मोटे तौर पर ऄनुसूडचत और गैर-ऄनुसूडचत बैंकों में र्गीकृ त ककया गया है। सार्वजडनक क्षेत्र के बैंकों की संख्या को 21 से घटाकर 12 करने का सरकार का कदम 3-4 र्ैडश्वक अकार के बैंक बनाना भी समय की मांग है। अज भारत में हमारे पास सहकारी बैंक, भुगतान बैंक, सूक्ष्म डर्त्त बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, डर्देशी बैंक जैसे सैकड़ों बैंक हैं। ये सभी बैंक और डर्लय अकद अज के समय में ईपलब्ध तकनीक के कारण ही संभर् हैं। र्ैडश्वक पररर्ेक्छ में देखा जय तो बैंकों का डर्काश डनम्न प्रकार से हुअ; 1990 के दशक से पहले, बैंककग को भौडतक ईंटऔर-मोटावर शाखा संरचना, परंपरा और डर्डनयमन द्वारा पररभाडषत ककया गया था। नकद लेन-देन का मूल तरीका था, और बैंक को ईस नकदी के एक डर्श्वसनीय संरक्षक के रूप में देखा जाता था, जो सुरडक्षत, दृश्यमान डतजोररयों से सुसडित था। चेक भौडतक रूप से स्थानों पर ले जाया जाता था। 1990 के दशक के बाद, र्ल्डव र्ाआड र्ेब के ईद्भर् के साथ पूरी दुडनया कं प्यूटर द्वारा सुलभ हो गइ।दुडनया भर में ईपलब्ध हाइ-स्पीड आंटरनेट द्वारा संचाडलत आंटरनेट क्रांडत ने ककसका जन्म कदया. 1998 में स्थाडपत, गूगल जैसी कोम्पडनयन ने ने ईपयोगकतावओं के आंटरनेट से जुड़ने के तरीके को बदल कदया सन 2000 के बाद, एप्पल अए फ़ोन के लॉन्च और बड़े पैमाने पर डबक्री ने भडर्ष्य के स्माटवफोन ऄपनाने का मागव प्रशस्त ककया।तकनीक जैसे एप्पल पे ने धीरे-धीरे भुगतान के एक प्रमुख माध्यम के रूप में ऄपनी प्रडतष्ठा स्थाडपत की। डबटकॉआन ने खुद को मुद्रा के र्ैकडल्पक रूप के रूप में भी घोडषत ककया। पसवनल कं प्यूटर से मोबाआल फोन की ओर लगातार बदलार् अ रहा था। कं पडनयों को मोबाआल ईपयोग के डलए ऄपनी र्ेबसाआटों और ईत्पादों को ऄनुकू डलत करके तेजी से ऄपना स्थान बदलना पड़ा। बैंककग क्षेत्र ने देखा कक मोबाआल बैंककग के प्राथडमक माध्यम के रूप में ईभर रहा है। मोबाआल बैंककग ने बैंक के डलए लेन-देन की लागत को कम कर कदया, ईपयोगकतावओं को मूल्य और सुडर्धा के साथ सशि बनाया। मोडबडलटी क्रांडत ने पॉआंट ऑफ सेल मशीनों को ग्राहक के दरर्ाजे पर ला कदया। देर्नाथ कु मार ऄडधकारी के चुअडांगा


ऄंक – 4, जून 2023 13 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका कु छ सर्ेक्षणों के ऄनुसार 2000 के दशक की शुरुअत में, कं प्यूटर और आंटरनेट के डर्कास के साथ-साथ डडडजटल प्रौद्योडगकी के डर्कास ने पारंपररक क्रे डडट संस्थानों के डलए चुनौडतयों को सामने रखा है। जैसे- जैसे डडडजटल पररर्तवन एक र्ैडश्वक अंदोलन के रूप में ईभरा है, क्रे डडट संस्थान और कफनटेक कं पडनयां आन डडडजटल रुझानों में ऄग्रणी बन गइ हैं। हालााँकक, र्ैडश्वक डर्त्तीय संकट के कारण, ये ऄंगीकरण हाल तक बंद हो गए हैं। COVID-19 महामारी ने ग्राहक लेनदेन और बातचीत को डडडजटल में तेजी से स्थानांतररत करने के डलए मजबूर ककया है। APAC बैंक डडडजटल लेनदेन में कम से कम 50% की औसत र्ृडि को पूरा करने के डलए दौड़ पड़े। डर्शेष रूप से, APAC में शीषव 250 बैंकों में से 44% ऄपने "कनेक्टेड कोर" पररर्तवन को पूरा करेंगे - प्लेटफॉमव-अधाररत और घटक अधुडनकीकरण और एपीअइ-सक्षमता पर काम कर रहे हैं। क्लाईड बैंककग प्लेटफॉमव मम्बू और द फाआनेंडशयल टाआम्स फोकस (एफटी फोकस) के सर्ेक्षण के बाद, 67% बैंकों का मानना ​है कक र्े ऄगले 2 र्षों में डडडजटल पररर्तवन के डबना ऄपनी बाजार डहस्सेदारी खो देंगे। आसके ऄलार्ा, एफटी फोकस की एक ऄन्य ररपोटव ने र्तवमान और भडर्ष्य के संदभव में बैंककग ईद्योग पर ईनके दृडिकोण की गहराइ से जांच करने के डलए 500 से ऄडधक र्ैडश्वक बैंककग ऄडधकाररयों का सर्ेक्षण ककया । पररणाम 5 से 10 र्षों में पारंपररक बैंककग मॉडल के गायब होने की भडर्ष्यर्ाणी करते हुए 58% बैंककग ऄडधकाररयों के साथ डर्त्तीय सेर्ाओं के डडडजटलीकरण को सार के रूप में कदखाते हैं। ररपोटव यह भी बताती है कक एडशया-प्रशांत क्षेत्र में दुडनया के ऄन्य डहस्सों की तुलना में डडडजटल पररर्तवन की गडत सबसे धीमी थी। आसके बार्जूद, बड़े डेटा, मशीन लर्ननग और ब्लॉकचेन में डनर्ेश पररयोजनाओं की बढ़ती संख्या के साथ, आस क्षेत्र के बैंक धीरे-धीरे दुडनया के साथ पकड़ बना रहे हैं। प्रौद्योडगकी भारत में बैंककग का महत्र्पूणव और ऄडनर्ायव डहस्सा है। बैंककग लेनदेन, गडत, मात्रा और र्ेग और ग्राहक-कें कद्रतता के बदलते पररदृश्य ने बैंककग की धारणा को बदल कदया है। लेन-देन मूल्य को लेनदेन की मात्रा से बदल कदया गया है। लेन-देन मूल्य लाभप्रदता भी एक पुरानी ऄर्धारणा बन गइ है। कम लेनदेन लागत और डबना समय सीमा के ईच्च मात्रा र्तवमान बैंककग व्यर्साय के सबसे अर्श्यक तत्र् हैं। ग्राहकों की पसंद और बैंककग सेर्ाओं में खुशी सबसे र्ांडछत डर्शेषताएं हैं। मानर् संसाधनों की कुछ सीमाएाँ होती हैं और प्रौद्योडगकी ईत्पाद, प्रकक्रया के साथ-साथ दी गइ और प्राप्त की गइ सेर्ा की ऄंतदृवडि को डडजाआन करके ऐसी सीमाओं को दूर करने में मदद करती है। ईत्पाद को डबना ककसी मानर्ीय जुड़ार् के 24*7 डडज़ाआन और ईपलब्ध कराया जा सकता है। प्रकक्रया का ऄंगूठा डनयम न के र्ल मशीन सीखने में सक्षम बनाता है बडल्क लागत के एक ऄंश पर प्रकक्रया को गडत देता है। अर्टटकफडशयल आंटेडलजेंस (एअइ) की ऄंतदृवडि क्षमता


ऄंक – 4, जून 2023 14 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका ऄधूरी और ऄपयावप्त जानकारी या प्राकृ डतक भाषाओं या दूरदशी छापों को समझने के अधार पर भडर्ष्यर्ाडणयां करके मानर् बुडि को काफी हद तक बदल देती है। संज्ञानात्मक तकनीक की मदद से ग्राहक की पसंद के अधार पर व्यडिगत ईत्पाद की ईपलब्धता बहुत असान है। डनम्नडलडखत को देखते हुए प्रौद्योडगकी के हर टुकड़े को ऄपनाना ईडचत नहीं है: 1. बाजार में प्रडतस्पधी बने रहने के डलए प्रौद्योडगकी प्रकक्रया को ग्राहक ऄनुकू ल और लागत प्रभार्ी होने की अर्श्यकता है। असान प्रकक्रया तेजी से और बड़े पैमाने पर ऄपनाने, नए प्रर्ेशकों के डलए जगह बनाने या मौजूदा नाटक को चुस्त बनाने में मदद करेगी। 2. ककसी भी तकनीक को ऄपनाने से पहले, पररचालन ऄक्षमताओं और बाधाओं से बचने के डलए एक पूर्ावपेक्षा के रूप में ईपयुि बुडनयादी ढांचे की समीक्षा करना अर्श्यक है। 3. ईत्पाद या प्रकक्रया की सुरक्षा और सुरक्षा सुडनडित करने के डलए ओइएम से ईपयुि लागत प्रभार्ी डनरंतर समथवन की ईपलब्धता। सरकार भी डडडजटल बैंककग को बढ़ार्ा देने और समथवन करने के डलए बहुअयामी एजेंडा है। डडडजटल बैंककग को ऄडधक सामान्य, सुडर्धाजनक और लागत प्रभार्ी बनाने के डलए कदशा-डनदेश जारी ककए गए हैं। सरकारी डर्भागों, सार्वजडनक क्षेत्र के ईपक्रमों और डर्डभन्न सेर्ा प्रदाताओं द्वारा भुगतान की ऑनलाआन स्र्ीकृ डत सरकारी पहलों का फल है। अयकर और र्स्तु एर्ं सेर्ा कर (जीएसटी) सडहत करों का ऄडनर्ायव ऑनलाआन भुगतान सरकार के लडक्षत कदम की पुडि करता है। सीमा तय करना और डडडजटल भुगतान के कइ डर्कल्प प्रदान करना डडडजटल बैंककग को बढ़ार्ा देने में भूडमका का संके त है। आसके ऄलार्ा, ईपयोगकतावओं और सडब्सडी को प्रोत्साहन प्रदान करते हुए, कु छ बुडनयादी ढांचे के ईपकरणों की सरकार डडडजटल आंडडया के सपने को साकार करने में ऄग्रणी भूडमका डनभा रही है। यात्रा में चुनौडतयााँ ऄलगऄलग होती हैं डजन्हें मोटे तौर पर तीन श्रेडणयों में र्गीकृ त ककया जा सकता है a) बुडनयादी ढांचा b) डनयामक c) ईपयोगकताव जागरूकता और डशक्षा। र्तवमान बुडनयादी ढांचा पयावप्त नहीं है और लेनदेन की बढ़ती और ऄपेडक्षत मात्रा को संभालने में सक्षम है। नेटर्कव की ईपलब्धता, डस्थरता और ईपयुिता हर समय और स्तरों पर लचता का डर्षय है। डडडजटल लेनदेन की शुरुअत के साथ हम कानून प्रर्तवन सडहत एक डर्शेष प्राडधकरण के राज्य और पररचालन क्षेत्र की सीमाओं से अगे बढ़ गए हैं। आसडलए, हमें डडडजटल बैंककग लेनदेन से संबंडधत ऄपराधों और ऄपराधों को डनयंडत्रत करने के डलए डनयमों और डर्डनयमों को बदलना होगा। डडडजटल डसस्टम और प्रकक्रया में डर्श्वास डर्कडसत करने के डलए डशकायतों का तेजी से समाधान और ऄसफल या धोखाधड़ी र्ाले लेनदेन की र्ापसी समय की अर्श्यकता है। सरकार और भारतीय ररजर्व बैंक को एक सुरडक्षत, सुरडक्षत और भरोसेमंद प्रणाली के डलए ईपयोगकतावओं को सहज और अश्वस्त करने की अर्श्यकता का पुनमूवल्यांकन करना अर्श्यक है। र्ह तकनीक जो लागत प्रभार्ी, ईपयोगकताव के ऄनुकू ल, चुस्त और ब्रांड या कॉडन्फ़गरेशन के बार्जूद ककसी भी बुडनयादी ढांचे के ऄनुकू ल हो। स्टाटवऄप के पास ईपयोग और भुगतान ऄर्धारणा के बाद खेलने के डलए और ऄडधक भूडमकाएं होंगी। यह तेज प्रकक्रयाओं के साथ कम लागत पर ईत्पाद डर्कडसत करने में मदद करेगा और ग्राहक के सुखद ऄनुभर् के डलए डेटा की ऄंतदृवडि के साथ सहयोग करेगा। हल में भारतीय ररजर्व बैंक के गर्नवर शडिकांत दास ने अज कहा कक भडर्ष्य के बैंक आस समय के बैंकों से डबल्कु ल ऄलग होंगे और आन ऄलग क्षेत्र के बैंकों का डनयमन करना डनयामक के डलए चुनौतीपूणव काम होगा।


ऄंक – 4, जून 2023 15 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका अर्षथक समाचार पत्र लमट के सालाना बैंककग कायवक्रम में दास ने कहा कक ऐसी डस्थडत में भारत में काम करने र्ाली डर्त्तीय फमों के समाधान के डलए डनकट भडर्ष्य में एकीकृ त ढांचे की ईम्मीद की जा सकती है, डजससे डर्त्तीय व्यर्स्था में लचीलापन अ सके । आस समय फाआनैंडशयल टेक्नोलॉजी कं पनयां मौजूदा बैंकों के सामने चुनौडतयां पेश कर रही हैं, लेककन तमाम बड़ी तकनीकी कं पडनयां या डबगटेक्स हैं, जो डर्त्तीय सेर्ा ईद्योग में व्यापक रूप से प्रर्ेश कर रही हैं। कु छ डबगटेक्स ऄपने डेटा नेटर्कव गडतडर्डधयों पर डनभवर हैं, र्हीं कु छ पेमेंट्स, धन प्रबंधन, बीमा और कजव देने की गडतडर्डधयों में संयुि ईद्यम बना रही हैं। दास ने कहा, 'आस समय डर्त्तीय सेर्ाएं ईनके र्ैडश्वक कारोबार का छोटा डहस्सा हैं। लेककन ईनके अकार और पहुंच को देखते हुए डर्त्तीय सेर्ा में ईनके प्रर्ेश से डर्त्तीय क्षेत्र में तेज बदलार् लाने की क्षमता है। आन फमों के प्रर्ेश से तमाम लाभों की संभार्ना है और र्े कम लागत पर बड़ी संख्या में लोगों को बुडनयादी डर्त्तीय सेर्ाएं मुहैया करा सकती हैं।' लेककन कफनटेक और डबगटेक्स का अगमन बैंकों और आसके साथ ही बैंककग डनयामक के डलए चुनौती है। प्रडतस्पधी बने रहने के डलए बैंक नइ तकनीक और कारोबार को ऄपना रहे हैं, र्हीं दूसरी तरफ बैंककग डनयामक नर्ोन्मेष को प्रोत्साडहत करने और ईसी ऄनुपात में डनरीक्षण र् डनयामकीय ढांचा बनाने में संतुलन स्थाडपत करने में लगे हैं। दास ने ऄपने भाषण में कहा, 'आसका मतलब यह है कक बैंककग का भडर्ष्य डपछली व्यर्स्था की डनरंतरता नहीं रहने जा रही है। ढांचे और कारोबारी मॉडल के डहसाब से अगामी र्षों में हम बहुत ऄलग तरह का बैंककग सेक्टर देखेंगे।' बैंकों की ऄलग ऄलग श्रेडणयां हो सकती हैं। पहली श्रेणी बड़े भारतीय बैंकों की हो सकती है, डजनकी घरेलू और ऄंतरराष्ट्रीय मौजूदगी होगी, डजसके डलए सरकारी क्षेत्रों के डर्लय की प्रकक्रया पहले से चल रही है। दूसरे सेग्मेंट में मझोले अकार के बैंक और तीसरे सेग्मेंट में छोटे डनजी क्षेत्र के बैंक, लघु डर्त्त बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और सहकारी बैंक हो सकते हैं। चौथी श्रेणी डडडजटल प्लेयसव की हो सकती है, जो सीधे ग्राहकों के सेर्ा प्रदाता के रूप में या बैंकों के माध्यम से ईनके एजेंट या सहयोगी के रूप में काम कर सकते हैं। हर डस्थडत में परंपरागत बैंककग व्यर्स्था नइ पीढ़ी की बैंककग के डलए राह बनाएगी, डजसमें डडडजटलीकरण र् अधुडनकीकरण पर ध्यान होगा, डजसमें परंपरागत बैंक शाखाओं की लगातार समीक्षा की जरूरत होगी। गर्नवर ने कहा कक भारतीय राष्ट्रीय भुगतान डनगम (एनपीसीअइ) जल्द ही एक सहायक आकाइ स्थाडपत करने पर फै सला करेगा, डजसका ध्यान ऄन्य देशों के डलए यूनीफाआड पेमेंट्स आंटरफे स (यूपीअइ) मॉडल पर होगा, जो भारत की भुगतान व्यर्स्था की र्ैडश्वक पहुंच बढ़ाएगा। खुदरा भुगतान के डलए एक नइ आकाइ से प्रडतस्पधाव बढ़ेगी और खुदरा भुगतान क्षेत्र में अगे और नर्ोन्मेष होगा, डजसके डलए मसौदा कदशाडनदेश जारी ककए गए हैं। ररजर्व बैंक के गर्नवर के मुताडबक आंपेयडव एसेट में कमी और प्रॉडर्जलनग में ईल्लेखनीय सुधार के बार्जूद बैंककग क्षेत्र के मुनाफे की डस्थडत नाजुक बनी हुइ है। ईन्होंने कहा कक पूंजीकरण में सुधार हुअ है, लेककन दूरसंचार जैसे क्षेत्रों से लगातार चुनौडतयां बनी हुइ हैं। ईन्होंने कहा, 'आसकी र्जह से गैर डनष्पाकदत संपडत्त (एनपीए) ईच्च स्तर पर बनी हुइ है और कजव की र्ृडि दर प्रभाडर्त हो रही है।' बैंकों ने ऄपना ध्यान बड़े बुडनयादी ढांचा क्षेत्र और औद्योडगक कजव से ऄपना ध्यान हटाकर खुदरा कजव पर कें कद्रत कर कदया है, लेककन डर्डर्धीकरण की आस रणनीडत की ऄपनी सीमाएं हैं।


ऄंक – 4, जून 2023 16 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका ऄंततः नए जमाने की बैंककग ग्राहक की दैडनक जीर्न की समस्याओं को कु छ ही स्र्ाआप के साथ हल करेगी, और ग्राहक यात्रा के भीतर मजबूती से एकीकृ त होगी। सेर्ा डर्तरण कें द्र ईभरती प्रौद्योडगककयों को व्यार्साडयक ईपयोग के मामलों को सशि बनाने और डडडजटल पाररडस्थडतकी तंत्र में ऄन्य सेर्ा प्रदाताओं के साथ प्रभार्ी ढंग से सहयोग करने में सक्षम बनाएगा। पारंपररक बैंक ऄभी भी ऄच्छी डस्थडत में हैं, लेककन ईन्हें ऄपना रोडमैप तेजी से डर्कडसत करना होगा। बैंककग को बाज़ार के रूप में बदलने की दौड़ में, मुख्य ईद्देश्य ग्राहक को मूल्य श्रृंखला के कें द्र में रखना है। शुरू करते समय आस यात्रा में, बैंकों को ऄपने ग्राहकों के सर्ोत्तम डहत में नैडतक रूप से ऐसा करना चाडहए। अडखरकार, कोइ भी तकनीकी प्रगडत और डनर्ेश दशकों की ऄर्डध में ऄर्षजत ककसी चीज़ को ऄर्षजत या प्रडतस्थाडपत नहीं कर सकता है: डर्श्वास। भडर्ष्य के बैंक को एक डर्श्वसनीय स्टोर के रूप में देखा जाना चाडहए जो एंड-टू-एंड सेर्ाएं प्रदान करता हैऄपने ग्राहकों को। यह डर्श्वसनीय स्टोर ऄपनी डर्त्तीय प्रडतष्ठा का डनमावण करते हुए ऄपने कैटलॉग में डजतनी ऄडधक सेर्ाएं जोड़ सकता है, नए ग्राहकों के साथ आसके संभाडर्त संबंध ईतने ही अकषवक होंगे। नए डडडजटल डर्त्तीय पररदृश्य में बैंक बैंककग लीडर बन सकते हैं।ऄतः अज के युग में बैंककग की साड़ी पररकल्पनाएं जो की डडडजटल औत आन्तेरेनेट पर अधाररत होगी आसकी ऄपर संभार्नाएं एर्ं ऄत्यंत महत्र्पूणव है। क्या अप जानते हैं कक पडिम बंगाल के गौरर् गुरुदेर् रर्ींद्रनाथ टैगोर का जन् म 7 मइ सन् 1861 को कोलकाता में हुअ था। रर्ींद्रनाथ टैगोर एक कडर्, ईपन् यासकार, नाटककार, डचत्रकार, और दाशवडनक थे। रर्ींद्रनाथ टैगोर एडशया के प्रथम व् यडि थे, डजन् हें नोबल पुरस् कार से सम् माडनत ककया गया था। र्े ऄपने माता-डपता की तेरहर्ीं संतान थे। ऄपने संग्रह गीतांजडल के डलए 1913 में नोबेल पुरस्कार से सम्माडनत होने र्ाले पहले गैर-यूरोपीय लेखक थे। ईन्होंने भारत और बांग्लादेश के राष्ट्रीय गान डलखे । ईन्होंने कला पर ऄपनी छाप छोड़ी और आसकी प्रथाओं को बदलने और अधुडनकता की शुरुअत करने में भूडमका डनभाइ। 1928 और 1940 के बीच, रर्ींद्रनाथ ने 2000 से ऄडधक डचत्रों को डचडत्रत ककया।काजी नजरुल आस्लाम ने ईन्हें डर्श्व कडर् कहा, ऄल्बटव अआंस्टीन, महात्मा गांधी, डजन्होंने ईन्हें गुरुदेर् की ईपाडध दी। रर्ींद्रनाथ ने ऄपनी पहली कडर्ता, ' ऄडभलास ' को तत्त्र्बोडधनी पडत्रका में ऄग्रहायन 1281 (1874) में प्रकाडशत ककया था, हालांकक कु छ लोगों का मानना ​है कक पहली कडर्ता डजसे र्े प्रकाडशत करने में सक्षम थे, र्ह 1874 में बंगदशवन में 'भारतभूडम' थी। - रलर्द्रनाथ टैगोर


ऄंक – 4, जून 2023 17 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका ऄनाडमका र्ररष्ठ प्रबंधक क्षेत्रीय कायावलय कोलकाता 1 यात्रा र्ृतांत माचव महीना कइ मायनों में महत्त्र्पूणव होता है । एक तरफ तो जहााँ प्रकृ डत ऄपने डमजाज में ठंड से गमी के रूप में बदलार् ला रही होती है, तो र्हीं पेड़-पौधे भी ऄपने पुराने पत्तों को डगराकर नए पत्तों को लाने में लगे रहते हैं । हमारे बच्चे ऄपने परीक्षा के थकान को डमटा कर ऄपने नए कक्षा के ककताबों पर डजल्द लगा रहे होते हैं । र्हीं हमारे ककसान खेतों में लहलहाती फसलों को घर लाने की तैयारी कर रहे होते हैं । हर कोइ कु छ नया प्रारंभ करने में लगा होता है। आन सब के साथ हम बैंकर भी आस महीने ऄपने डनधावररत लक्ष्य के पीछे पागलों की तरह भाग रहे होते हैं । लक्ष्य का हर पैरामीटर जैसे आस महीने अते - अते याद सा हो जाता है । कोइ लक्ष्य को पार करने में लगा रहता है, तो कोइ लक्ष्य के करीब पहुंचने में और कोइ ऐसे भी होते है जो डपछले माचव से तुलना कर कम - से - कम ईससे तो अगे डनकलने की खाडतर गुणा - गडणत करते रहते हैं । आन सबके बीच शरीर और कदमाग भी ऄपने डलए अराम और ताजगी की मांग कर रहे होते हैं। हम बैंकर ऄपने लक्ष्य के प्रडत हमेशा से समर्षपत होते हैं और शरीर, कदल तथा कदमाग की ताजगी का लक्ष्य डबना ककसी ऄच्छी जगह घूमे तो पूरी हो ही नहीं सकती । और ईसमें भी जब आस ताजगी की जरुरत माचव महीने की थकार्ट के बाद हो तो कफर घूमने की जगह भी ईतनी ही खूबसूरत और सुकून देने र्ाला होना चाडहए| जब मैंने ऄपने डसतम्बर महीने की थकार्ट के बाद पहाड़ो की रानी मुन्नार का रूख ककया था तो माचव की थकार्ट के बाद पहाड़ों के राजा कश्मीर घूमना तो बनता ही था । जी हााँ जन्नत कह लीडजए, या भारत के डसर का ताज, पहाड़ों का राजा या बफव का साम्राज्य, फू लों की र्ादी कह लीडजए या सेब का टोकड़ा, हजरतबल दरगाह का ऄजान या बाबा बफावनी का दरबार सब यहीं तो है । ककसी एक राज्य में ऄखंड भारत का दशवन करना हो तो " कश्मीर” से ऄच्छा दूसरा कोइ हो ही नहीं सकता | ऐसा ही कु छ सोचकर मैंने भी ऄपने यात्रा के डलए कश्मीर को चुना था। मगर खचव ज्यादा अने र्ाला था तो आसडलए आसबार LFC(एलएफसी) के माध्यम से घूमने का प्लान था। सारी तैयारी पहले से ही कर रखी थी । कश्मीर के ठंड को देखते हुए सामान में गमव कपड़े को भी शाडमल करना पड़ा | आन सब के बीच ऄपने पडत और दो छोटी बेरटयों (6 र्षव तथा 03 र्षव ) को लेकर कश्मीर जाने में डर भी लग रहा था । कइ सारी कफल्म की कहानी कदमाग में चल रही थी । जैसे- रोजा, डमशन कश्मीर, कश्मीर फाआल्स र्गैरह। खैर डबना रोमांच के घूमने में मजा भी तो नहीं अता है । 01 ऄप्रैल को हमलोग कोलकाता से श्रीनगर (र्ाया कदल्ली) के डलए ईड़ चले | हमेशा की तरह मेरे दोनों बच्चे डबना परेशान ककए हमारा साथ दे रहे थे । कदल्ली में तो गमी काफी थी । हम सभी ने ऄपने कपड़े भी ईसी ऄनुसार पहने थे । मगर ऄपने के डबन बैग में हमने कु छ गरम कपड़े रख डलए थे | जब हम कदल्ली से श्रीनगर के डलए चले तो प्लेन के बाहर का नजारा सामान्य ही था। लगभग एक घंटे के बाद जब हम श्रीनगर के करीब पहुंचन र्ाले थे तो देखा सभी यात्री डखड़की से बाहर देखकर र्ाह-र्ाह कर रहे हैं । ईत्सुकतार्श मैने भी ऄपने डखड़की का शटर ईठाया तो देखा पूरी जमीन नीचे हरे और पीले रंगों से सजी पड़ी है। लग रहा था जैसे ककसी पेन्टर ने कैनर्ास पर के र्ल हरे और पीले रंग का प्रयोग कर मनमोहक पेंटटग बना दी है । ये हरा रंग तो हररयाली थी और पीला सरसों के फू ल थे । श्रीनगर ईतरने के बाद हमलोगों को ठंड का एहसास हुअ। पानी बरस रहा था ।


ऄंक – 4, जून 2023 18 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका हमने बच्चों को गरम कपड़े पहलाए और खुद भी पहन डलया । एयरपोटव पर हमारे क्रू-ऑपरेटर का ड्राआर्र " परर्ेज " समय से पहुंचा हुअ था । जल्दी से गाड़ी में सामान डालकर हमलोग होटल के डलए डनकल पड़े । रास्ते में हर जगह सेना तथा J&K पुडलस चौकस खड़ी थी । ईनकी मुस्तैदी तथा ईपडस्थडत यहााँ के आडतहास की घटनाओं के डहसाब से ईडचत ही थी । ईनको देखकर मन में सुरक्षा की भार्ना पैदा हो गइ। होटल पहुंचने के बाद हम सब आतने थक चुके थे कक ईस कदन कहीं और घूमने का सोच भी नहीं सकते थे । ऄगले कदन सुबह - सुबह हमलोग गुलमगव के डलए नाश्ते के बाद डनकल पड़े । श्रीनगर से बाहर डनकलते ही हरे - भरे पहाड़ तथा दूर बफव की चोरटयों का नजारा कदखना प्रारंभ हो गया । बाररश ऄभी भी हो रही थी । परर्ेज ने बताया कक कल गुलमगव में काफी बफव पड़ी थी । मैंने ईत्सुकतार्श पूछा अज बफव कदखेगी क्या ? ईसने बोला पूरा गुलमगव बफव से भरा है और ककस्मत ऄच्छी रही तो बफव र्ारी भी देखने को डमल सकती है । गुलमगव से ठीक पहले हम सभी ने बफव के डलए स्पेशल जैके ट, बूट तथा ग्ल्व्स भाड़े पर डलया । । आनकी डस्थडत तो ऄच्छी नहीं थी । मगर बफव के ठंड से बचाने के डलए जरूरी था । हम जैसे - जैसे गुलमगव के करीब जा रहे थे , नज़ारा और भी बेहद मनमोहक होता जा रहा था । चारों ओर बफव की चादर डबछी पड़ी थी । हरे - हरे पेड़ों पर डचपकी बफव ऐसी लग रही थी मानों मोती डचपकी पड़ी हो । गुलमगव पहुंचने के बाद होटल में थोड़ी देर अराम करने के बाद हमलोग लेपडव र्ैली तथा ऄन्य लोकल प्रडसि जगहों को देखने के डलए डनकल पड़े । रास्ते में झेलम नदी के ककनारे फोटो खींचा तथा और भी कइ जगहों के नजारों को मोबाआल तथा अाँखों में कै द कर हम लेपडव र्ैली पहुंचे । यहााँ पर स्नो स्पोटव के कइ साधन थे । जैसे- स्के टटग, स्नो साइककल, स्लेज आत्याकद । मेरी बड़ी बेटी ने स्के टटग का लुफ्त ईठाया । हााँ एक बात बताना तो भूल ही गइ । मैं ऄपनी छोटी बेटी को लेकर बफव पर चलने की कोडशश कर रही थी और बार - बार डगर जा रही थी बफव के कारण चोट तो नहीं लगी पर मेरी बेटी को लगा कक र्ह मेरे साथ सुरडक्षत नहीं है तो र्ो मेरे पास से डजद कर ऄपने पापा के पास चली गइ । हमलोगों ने स्लेज की सर्ारी की डजसमें भी मैं डगर पड़ी । खैर मजा बहुत अया । मगर ठंड बहुत थी आसडलए हमने कु छ जगहों का घूमना छोड़ कर होटल र्ापस र्ापस अना ईडचत समझा।होटल में ठंड से बचने के डलए रूम हीटर तथा बेड र्ामवर सभी का प्रबंध था। जैसे ही हम कमरे के ऄंदर अए बाहर शोर होने की अर्ाज़ अइ। डखड़की से देखा तो रुइ के फाहों की तरह हल्की-हल्की बफव र्ारी प्रारंभ हो गइ थी । हमने भी आसका मजा डलया। रात को खाना- खाकर गमव डबस्तर पर थककर ऄच्छी नींद अइ। सुबह - सुबह हमलोगों को गोंडोला राआड के डलए जाना था। रात में भी बफव बारी हुइ थी| सुबह चारों ओर बफव की चादर और मोटी हो चुकी थी । मौसम में काफी ठंड बढ़ गइ थीं। गोंडोला राआड चालू तो था, मगर मौसम को देखते हुए ककसी भी समय बन्द हो सकती थी । हमने बच्चों को ध्यान में रखते हुए समझदारी कदखाकर गोंडोला का ऄपना प्रोग्राम रद्द कर कदया। ऄब हमने ऄपने यात्रा को ऄगले पड़ार् पहलगांर् के डलए प्रारंभ ककया। रास्ते में जैके ट , बूट र्ापस कर हम अगे बढ़े तो सरसों के पीले फू ल दूर - दूर तक नजर अने लगे । ऄनायास ही "कदल र्ाले दुल्हडनयााँ ले जाएंगे ” कफल्म का गाना " तुझे देखा तो ये जाना सनम " याद अने लगा |


ऄंक – 4, जून 2023 19 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका हमने ईन फू लों के बीच काजोल और शाहरुख की तरह बॉहें फै लाकर फोटो भी लखचर्ाया। सरसों के फू लों को देखते-देखते अगे बढ़ने पर देखा कक घास भी छोटे-छोटे रंग-डबरंगे फू लों से भरे हैं, जो ऄभी छोटे थे, शायद 15 ऄप्रैल तक और सुंदर कदखने लगेंगे। रास्ते में हमने सैफरॉन र्ैली तथा एप्पल र्ैली भी देखा। रास्ते में बैट- फै क्ट्ी भी कदखा डजसके बल्लों की बदौलत भारत ने कक्रके ट के तीन डर्श्वकप ऄपने नाम ककया है । सेब के लाल , नासपाती के सफे द , तथा ऄन्य फलों के बैंगनी, नारंगी ऄनेक रंगों के फू ल मन को मोडहत कर रहे थे । तभी रास्ते में एक ऐसी जगह भी कदखी डजसने मन को व्यडथत कर कदया । जी हााँ पुलर्ामा हमला की जगह जहााँ अतंककयों ने हमारे 40 जर्ानों के लहू से डमट्टी को लाल कर कदया था । हालांकक भारत ने आन हमलों का बदला तो ले डलया है मगर आस जगह को देखने के बाद ईन जर्ानों के प्रडत श्रिा तथा ईनके पररर्ारों के डलए ददव का भार् ईत्पन्न होना तो स्र्ाभाडर्क ही है । हमलोगों ने रास्ते में एक जगह कश्मीरी कहर्ा का भी अनंद डलया। क्या स्र्ाद था ! मजा अ गया। कश्मीरी कहर्ा स्र्ाद के साथ सेहत के डलए भी फायदेमंद होता है । यह कश्मीर के ड्राआ-फ्रू ट तथा ऄन्य औषडधयों का एक पेय पदाथव है डजसे स्र्ाकदि तरीके से बनाया जाता है । रास्ते में हमने खाना भी खाया और दोपहर के बाद लगभग 4 बजे हम पहलगांर् के ऄपने होटल में पहुाँच | चारों ओर महमोहक पहाडड़यों के बीच समतल बस्ती बेहद खूबसूरत लग रही थीं। आसके बीच से कलकल बहती डसन्धु की धारा एक संगीत सी धुन डनकाल रही थी । होटल में थोड़ी देर अराम करने के बाद हमलोग होटल के बाहर पैदल ही घूमने लगे | लसधु नदी के धारा के ककनारे पत्थरों पर बैठकर, पानी की अर्ाज को सुनते हुए, हरे तथा सफे द पहाड़ो को डूबते सूरज के साथ देखना एक सुकू न देने र्ाला था । पहलगााँर् की र्ाकदयों में बाबा बफावनी ( ऄमरनाथ ) के होने का एहसास एक रूहानी ऄनुभर् दे रहा था। हााँ एक बात और आन नजारों और डसन्धु के बहते पानी ने कफर एक कफल्म "ररफ्यूजी" का गाना "पंछी नकदया पर्न के झोकें" की याद कदला दी । ईसको र्हााँ बैठकर गुनगुनाना ऄलग एहसास दे रहा था। रात को खाना-खाकर डबस्तर पर जाते ही कब नींद अ गइ पता ही नहीं चला | सुबह-सुबह ईठने पर देखा बाहर बाररश हो रही थी । अज हमलोगों का पहलगांर् में ABC ऄथावत अड़ू र्ैली, बेताब र्ैली तथा चंदन बाड़ी घूमने का प्लान था । बाररश बंद होने का नाम नहीं ले रही थी और समय भी बीतता जा रहा था । कफर हमने बाररश में ही गाड़ी से डनकलने का डनणवय डलया। कम से कम गाड़ी में बैठकर ही सही जगहों को देख तो लेंगे | मगर कहते हैं न कक उपर र्ाला भी डहम्मत र्ालों की ही सुनते हैं। थोड़ी देर बाद ही बाररश कम हो गइ। र्ैसे हमने रेनकोट भी रास्ते में ले डलया । अड़ू र्ैली के रास्ते में ही बफव बारी प्रारंभ हो गइ । हरे - हरे देर्दार के पेड़ो के उपर सफे द - सफे द रुइ जैसी बफव जन्नत का एहसास दे रहे थे। घुर्ार्दार रास्ते के दोनों तरफ, जमे हुए बफव के झड़ने, सफे द बफव से ढकी चोरटयााँ, पहाड़ों और पेड़ों के बीच फं सी बादलों के टुकड़े मानों सपनों के जैसे थे | अड़ू र्ैली पहुाँचने पर हमलोगों ने रेनकोट पहनकर र्ैली के मनमोहक नजारों को कै मरे में कै द ककया । चारों ओर की सुन्दरता ककसी पेंटटग की तरह लग रही थी। सच में यह जीर्न में कभी न भूलने र्ाला एहसास था । अड़ू र्ैली के बाद हम डनकल पड़े बेताब र्ैली की ओर| चारों ओर सुन्दर पहाड़ों के बीच बहते पानी की धारा और रंग - डबरंगे फू लों केबीच बच्चों को खेलने डलए पाकव भी था । बच्चों ने र्हााँ खूब मजे ककए 1 कु छ देर ईन नजारों को डनहारने के बाद हम ऄब चंदनबाड़ी की ओर डनकल पड़े। ऄमरनाथ यात्रा का पहला पड़ार् चंदनबाड़ी भी हैं । रास्ते में सड़क पर जाम लगा था । कु छ देर तो जाम के कारण पता नहीं चला, कफर परर्ेज ने बताया चंदनबाड़ी में काफी बफव डगरी है। रास्ते से बफव हटाया जा रहा था। कु छ देर बाद रास्ता चालू हुअ। चंदनबाड़ी से लौट रही गाडड़यों के उपर ताजा बफव रोमांच पैदा कर रहा था। रास्ते में मेरी बड़ी बेटी पेट ददव से रोने लगी | एक बार लगा कक आन रास्तों पर बच्चों को लाना शायद गलत डनणवय तो नहीं था| गाड़ी र्ापस भी चंदनबाड़ी से ही हो सकती थी । खैर हमलोग उपर चंदनबाड़ी पहुाँच गए | ताजा सफे द बफव की मोटी चादर डबछी हुइ थी । हम लोग बफव पर खेलने लगे, ताजे बफव से खेलने में मेरी बेटी का पेट ददव भी ठीक हो चुका था । बफव के गोलों को एक एक - दूसरे पर फें कना, स्लाआड करना, स्नोमैन बनाना काफी मजेदार था । मेरी छोटी बेटी ने भी आसे काफी आन्जाय ककया। मैने स्नोमैन को चश्मा पहना कदया, डजसे देखकर मेरी बेरटयों काफी खुश हो गइ । ढ़ेर सारे मज़े करने के बाद मन में ईन पलों को समेटे ऄब हम र्ापस होटल की ओर चल पड़े | रात को होटल में अराम करने के बाद , सुबह हम र्ापस श्रीनगर के डलए डनकल पड़े । श्रीनगर पहुंचने के बाद ऄब बारी थी टुलीप गाडवन ,


ऄंक – 4, जून 2023 20 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका चश्मेशाही परी महल , डल झील आत्याकद घूमने की। टुलीप गाडवन रंग - डबरंगे लाखों टुलीप के फू लों से भरा बेहद खूबसूरत लग रहा था । कश्मीर की यात्रा आसके डबना पूरी नहीं हो सकती । यहााँ पहुाँचकर हमलोग रेखा और ऄडमताभ की तरह "डसलडसला" कफल्म का गाना " देखा एक ख्र्ाब तो ये डसलडसले हुए" गुनगुनाने लगे । बहुत ही मनमोहक नजारा था। यादों को कै मरे में कै द करते हुए हमलोग ऄन्य जगहों को भी देखने के बाद र्ापस होटल चले अए । ऄगले कदन सुबह - सुबह हमलोग सोनमगव के डलए डनकल पड़े | रास्ते में जोजीला टनल का डनमावण चल रहा था । डजसके बन जाने के बाद सोनमगव का बाहर रास्ता सालो भर चालू रहेगा। सोनमगव में सबसे ज्यादा बफव थी । होटल के बाहर 8-10 फीट बफव पड़ी थी। होटल से फ्रे स होकर हमलोग स्नो बाआक से थजर्ास ग्लेडशयर डलए डनकले । स्नो बाआक की सर्ारी कु छ ज्यादा ही रोमांच र्ाला था। रोमांच क्या .. सच कहूं तो डर लग रहा था| मगर उपर का नजारा स्र्गव के समान था। ऐसा लग रहा था जैसे ककसी कफल्म के दृश्य को देख रहे रही हूाँ । स्नो स्पोटव तथा मस्ती के बीच स्नो फॉल भी शुरू हो गया। र्हीं एक दुकान पर हमने मैगी और कहर्ा का अनंद डलया। र्ापस जाने का मन तो नहीं कर रहा था मगर मौसम खराब हो रहा था, आसडलए हमलोग होटल चले अए। होटल के डखड़की के पदों को जब सुबह-सुबह हटाया तो सामने बफव की चोरटयााँ सुनहरे रंग की छटा डबखेर रही थीं। सच में हर कदन एक ऐसे नजारे कदख रहे थे डजनमें यह डनणवय करना मुडश्कल था कक सबसे ऄच्छा कौन सा था। ईन नजारों को अाँखों तथा कदल में सहेजे हम र्ापस श्रीनगर के डलए डनकल पड़े| ऄब थकार्ट का ऄसर कदखने लगा था बच्चे भी ऄब कहने लगे थे “मुझे घर जाना है"। श्रीनगर पहुाँच कर हमने हाईस - बोट पर चेक - आन ककया। बच्चे सो गए । शाम में डल झील में हमने डशकारे की सर्ारी और कहर्ा का अनंद डलया। बेहद खूबसूरत और सुकू न के बीच "कश्मीर की कली" कफल्म का गाना "तारीफ करूाँ क्या ईसकी" मन में याद अने लगा। सच में कश्मीर की खूबसूरती को शब्दों में ब्यााँ करना ऄसंभर् है। रात को जब बच्चे सो गए तो हमने ईन्हें देखकर थैंक्स बोला। क्योंकक हमेशा की तरह मेरे बच्चे ने आस सफर में भी डबल्कु ल परेशान नहीं ककया। पूरा कश्मीर तो सच में स्र्गव जैसा लगा मगर ईन बफव की चोरटयों के पीछे भी तो एक कश्मीर है डजसे देखना पता नहीं कब नसीब होगा। घूमने के रोमांच के बीच एक चीज जो सुकू न देने र्ाला था र्ो थी हमारे जर्ानों की मुस्तैदी। सुबह एयरपोटव र्ापस जाते समय हमने हाथ डहलाकर ईन जर्ानों का भी शुकक्रया ककया तथा श्रीनगर के ऐतहाडसक लाल चौक पर शान से लहराते डतरंगे को भी सलाम ककया। कफर से अने का र्ादा कर हम कश्मीर की र्ाकदयों से र्ापस डनकल अएाँ।


ऄंक – 4, जून 2023 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका पेंटटग कॉनवर सीमा शमाव सामान्य ऄडग्रम ऄनुभाग क्षेत्रीय कायावलय कोलकाता III 21


ऄंक – 4, जून 2023 22 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका डप्रयंका अनन्द पररडर्क्षाधीन ऄडधकारी हांसपुकु र शाखा सोचा ना था हम ऄकसर र्ही डलखते हैं जो कदल के करीब होता है.. ईस मासूम से ईम्र में कु छ ऐसा भी हो जाएगा ये सोचा ना था, हर र्ि साथ थे जो मेरे कभी डबछड़ जायेंगे ये भी होगा कभी, ये सोचा ना था लज़दगी ऄचानक से यूं रूख मोड़ लेगी आसका एहसास एक पल भी सीने में ना अया था, जो मेरे डलए मेरी लजदगी थे र्ो छीन जायेंगे, ये सोचा ना था। हमेशा साथ चलने र्ाले र्ो मुझे कभी छोड़ के चले जायेंगे, ये ख्याल एक पल भी ना अया था, हर लम्हा डजनके साथ डबताया था ईन्हें याद करना कभी ददव का कारण बन जायेगा ये कभी सोचा ना था, एक ददव हमेशा सीने में रह जायेगा अपको यूं कै से जाने दे कदया, ये ज़हर हर सांस की घूंट साथ डपयेंगे, ये सोचा ना था। डजसे लजदगी में सबसे ज्यादा ऄपना माना र्ो शक्स अज साथ नहीं , जो मेरी सारी डजदें पूरी करता था, मेरी सफलताओं पे मुझे जो शाबाशी देता था और ऄपने खुशी के असूं चुपके से पोंछता था र्ो मुझे यूं ऄके ला छोड़ के चला जायेगा कभी ये सोचा ना था, यूं तो गलडतयां अज भी होती हैं मुझसे अपके जाने के बाद भी, पर डांट कर गले लगाने र्ाला ऄब कोइ साथ नहीं रहेगा ये कभी सोचा ना था। यादें रह गईं हैं डसफव मेरे पास, कदल बेचैन हो ईठता है अपको देखने के डलए, सुनने के डलए अपके साथ मेरा सफ़र डसफव यही तक डलखा रहेगा, ये कभी सोचा ना था। काश अपको बता पाती कक अपसे मैं ककतना प्यार करती हूं पापा अपकी मुस्कराहट के डबना सब कु छ ऄधूरा सा लगता है अपके जाने के बाद ये घर तो है पर घर ऄब पहले जैसा सुकून नहीं देता, र्ो कहते हैं ना की मां के डबना घर सूना हो जाता है पर डपता के डबना तो पूरी दुडनया ही ईजड़ जाती है। ये सारी बातें कभी असूं पोंछते हुए डलखूंगी और ऄके ले में खुद को संभालूंगी ये कभी सोचा ना था । *************


ऄंक – 4, जून 2023 23 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका शांतु घोषाल र्ररष्ठ प्रबंधक मानर् संसाधन प्रबंधन ऄनुभाग भारत में बैंककग ईद्योग पर कृडत्रम बुडिमत्ता का प्रभार् भारत में बैंककग ईद्योग में डपछले कु छ र्षों में एक महत्र्पूणव पररर्तवन अया है, डजसका मुख्य कारण कृ डत्रम बुडिमत्ता (एअइ) प्रौद्योडगकी का ईदय है। एअइ ने बैंकों के संचालन, ग्राहकों के साथ बातचीत करने और जोडखमों का प्रबंधन करने के तरीके में क्रांडत ला दी है। आस अलेख मेंभारत में बैंककग ईद्योग पर एअइ का ककतना और कै सा प्रभार् पड़ा है, डर्स्तार से चचाव की जाएगी। सबसे पहले, एअइ ने बैंकों को ऄपने ग्राहकों को व्यडिगत सेर्ाएं प्रदान करने में सक्षम बनाया है। ग्राहक डेटा का डर्श्लेषण करके, AI एल्गोररदम ग्राहकों को ऄनुकू डलत ऄनुशंसाएाँ, ऄनुरूप समाधान और र्ास्तडर्क समय सहायता प्रदान कर सकता है। आससे बेहतर ग्राहक ऄनुभर्, ग्राहकों की र्फादारी में र्ृडि और ग्राहक प्रडतधारण दर में र्ृडि हुइ है। दूसरे, एअइ ने ऊण स्र्ीकृ डत प्रकक्रया के समय और लागत को काफी कम कर कदया है। बैंक ऊण अर्ेदनों का डर्श्लेषण करने, साख का मूल्यांकन करने और तत्काल ऄनुमोदन प्रदान करने के डलए एअइ एल्गोररदम का ईपयोग कर सकते हैं। आससे ऊण स्र्ीकृ डत प्रकक्रया में तेजी अइ है, पारदर्षशता बढ़ी है और धोखाधड़ी कम हुइ है। पररणामस्र्रूप, ग्राहक असानी और सुडर्धा के साथ ऊण प्राप्त कर सकते हैं। तीसरा, एअइ ने बैंकों को ऄडधक प्रभार्ी ढंग से धोखाधड़ी का पता लगाने में सक्षम बनाया है। एअइ एल्गोररदम बड़ी मात्रा में डेटा का डर्श्लेषण कर सकता है, पैटनव की पहचान कर सकता है और ईन डर्संगडतयों का पता लगा सकता है जो धोखाधड़ी गडतडर्डध का संके त दे सकती हैं। आससे धोखाधड़ी के नुकसान में कमी अइ है, ग्राहकों का डर्श्वास बढ़ा है और डनयामक ऄनुपालन में सुधार हुअ है। धोखाधड़ी की घटनाओं को कम करके, बैंकों और ग्राहकों के बीच डर्श्वास में सुधार हुअ है, डजसके पररणामस्र्रूप ग्राहकों की र्फादारी ऄडधक हुइ है। चौथा, एअइ ने बैंकों को ऄपने पररचालन का ऄनुकू लन करने और लागत कम करने में सक्षम बनाया है। डेटा प्रडर्डि, समाधान और ररपोर्टटग जैसेडनयडमत कायों को स्र्चाडलत करने के डलए बैंक एअइ एल्गोररदम का ईपयोग कर सकते हैं। आससे दक्षता में र्ृडि हुइ है, त्रुरटयों में कमी अइ है और ईत्पादकता में सुधार हुअ है। आन कायों के स्र्चाडलत होने से, कमवचारी ईन कायों पर ध्यान


ऄंक – 4, जून 2023 24 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका कें कद्रत कर सकते हैं डजनमें मानर्ीय हस्तक्षेप की अर्श्यकता होती है, डजससे बैंककग ईद्योग की समग्र ईत्पादकता में सुधार होता है। पांचर्ां, एअइ ने बैंकों को ईनकी संभाव्यता की सटीकता में सुधार करने में सक्षम बनाया है। बड़ी मात्रा में डेटा का डर्श्लेषण करके, एअइ एल्गोररदम बाजार के रुझान, ग्राहक व्यर्हार और संभाडर्त जोडखमों की संभाव्यता व्यि कर सकता है। आसने बैंकों को बेहतर डनर्ेश डनणवय लेने, जोडखम कम करने और लाभप्रदता में सुधार करने में सक्षम बनाया है। ऄडधक सटीक संभाव्यता व्यि करके, बैंक घाटे के जोडखम को कम कर सकते हैं और ईनके द्वारा ईत्पन्न लाभ में र्ृडि कर सकते हैं। छठे, एअइ ने बैंककग ईद्योग में ग्राहक सेर्ा में सुधार ककया है। ग्राहकों को तत्काल सहायता प्रदान करने के डलए बैंक एअइ-संचाडलत चैटबॉट का ईपयोग कर सकते हैं। आससे ग्राहकों के प्रश्नों का तेजी से समाधान हुअ है, ग्राहकों की संतुडि में सुधार हुअ है और ग्राहकों का डर्श्वास बढ़ा है। 24x7 सहयोग के साथ, ग्राहक ककसी भी समय ऄपने प्रश्नों का समाधान प्राप्त कर सकते हैं, डजससे ईनके समग्र बैंककग ऄनुभर् में सुधार हुअ है। सातर्ें, एअइ ने बैंकों को ऄपनी माके टटग रणनीडतयों में सुधार करने में सक्षम बनाया है। ग्राहक डेटा का डर्श्लेषण करके, AI एल्गोररदम ग्राहकों की प्राथडमकताओं, व्यर्हार और खरीदारी के पैटनव की पहचान कर सकता है। आसने बैंकों को लडक्षत डर्पणन ऄडभयान, र्ैयडिकृ त प्रस्तार् और र्फादारी कायवक्रम बनाने में सक्षम बनाया है। ग्राहकों की प्राथडमकताओं और जरूरतों को समझकर, बैंक ईन्हें ईनके ऄनुरूप सेर्ाएं प्रदान कर सकते हैं, डजससे समग्र ग्राहक ऄनुभर् में सुधार होता है। अठर्ें, एअइ ने बैंकों को जोडखम प्रबंधन में सुधार करने में सक्षम बनाया है। बड़ी मात्रा में डेटा का डर्श्लेषण करके, एअइ एल्गोररदम संभाडर्त जोडखमों की पहचान कर सकते हैं और नुकसान को रोकने के डलए रीयल-टाआम ऄलटव प्रदान कर सकते हैं। आससे जोडखम प्रबंधन में सुधार हुअ है, घाटे में कमी अइ है और डनयामक ऄनुपालन में र्ृडि हुइ है। रीयल-टाआम ऄलटव के साथ, बैंक संभाडर्त जोडखमों को कम करने के डलए समय पर कारवर्ाइ कर सकते हैं। नौर्ें, एअइ ने क्रे डडट स्कोटरग की सटीकता में सुधार ककया है। बैंक क्रे डडट डेटा का डर्श्लेषण करने और क्रे डडट योग्यता का मूल्यांकन करने के डलए एअइ एल्गोररदम का ईपयोग कर सकते हैं। आससे ऄडधक सटीक क्रे डडट स्कोटरग, कम जोडखम और बेहतर लाभप्रदता प्राप्त हुइ है। ग्राहकों की साख का सही अकलन करके, बैंक ईन ग्राहकों को ऊण प्रदान कर सकते हैं जो ईन्हें चुका सकते हैं। ऄंत में, एअइ ने बैंकों को ऄपनी पहुंच बढ़ाने में सक्षम बनाया है। एअइ-संचाडलत डडडजटल चैनलों का लाभ ईठाकर, बैंक पारंपररक सीमाओं से परे ऄपने ग्राहक अधार का डर्स्तार कर सकते हैं। आसने बैंकों को दूरस्थ क्षेत्रों में ग्राहकों को ऄपनी सेर्ाएं प्रदान करने में सक्षम बनाया है, डजससे डर्त्तीय समार्ेशन में सुधार हुअ है। बढ़ी हुइ पहुंच के साथ, बैंक एक बड़े ग्राहक अधार तक पहुंच सकते हैं और ईन्हें ईनके ऄनुरूप सेर्ाएं प्रदान कर सकते हैं।


ऄंक – 4, जून 2023 25 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका मां डनभवय सा डनर्षभक, तेरा, हुअ क्यो डतनका डतनका अज खंडडत हैं, लगे दरस दरस सा तरसा हूं, तेरी र्षों सी प्रीत को अज मैं मां । ऄटल सा दृढ़ डर्र्ेकी, तेरा, हुअ क्यो डगमग सी अज कश्ती मेरी, लगे र्षव र्षव सा तरसा हूं, तेरी झीनी सी अंचल को अज मैं मां । सूरज सा जो तेज, तेरा, स्मृत हर र्चन कर हृदय कृत ककया, ऄकपट सा ऄनुरागी, तेरा, कफर क्यो खोया सा ऄंबर अज मेरा मां । हर पथ का, ये पडथक,तेरा, बनकर अाँधी यूं हर बार चला, टूटकर भी जो सहस्र बार ईठा, कफर क्यो ईलझा सा हूं अज मैं मां। डनमवम नीरस सी दुडनया में, रहा मैं ऄज्ञानी डर्मूढ सा, था कभी पग पथ का कमव योगी, रुठा सा पडथक हूं अज मैं मां । मैं नासमझ सा, ऄथक तेरा, थोड़ा सुलझा दो अज मुझे मां , करूणा सी लय ममता से, सुला दो ज़रा अज मुझे मां ।......... मोडहत डसन्हा र्ररष्ठ प्रबंधक क्षेत्रीय कायावलय दुगावपुर चाह थी तुम्हे, घर में अये नन्हा राजकु मार पर भूल गए तुम, पुत्री डबन ऄपूणव पररर्ार ऄब तो ऄपनी सोच बदलो ऐ जमाने र्ालों बेरटयााँ नहीं ऄब बेटों से कम, ये पहचानो पंछी तुम्हारे अाँगन की र्ो आक कदन जाना दूसरे डाल मत बााँधो पैरों में बेडड़यां ईड़ने दो स्र्छंद अकाश दुख ईसका ना जाने कोइ छोड़ घर-बार ससुराल डर्दा हो जाए नैना छलकाती डबरटया हुइ पराइ ऄसहाय डपता देखता रह जाए र्ृि होता जब डपता, बेटों में बढ़ती लड़ाइ ककतनी सम्पडत्त ककसके डहस्से में अइ पर दूर रह कर भी बेटी को लचता ये सता कक पापा ने समय पर नहीं ली ऄपनी दर्ाइ बेरटयााँ अकाशदीप र्ररष्ठ प्रबंधक क्षेत्रीय कायावलय बहरमपुर


ऄंक – 4, जून 2023 26 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका जब मााँ का लाडला डबगड़ गया… जैसे तैसे ग्यारहर्ी कक्षा से ईत्तीणव होकर मैं बारहर्ी में पहुच ही गया. बारहर्ी में अते ही मााँ मेरे डलए बहुत ही लचडतत हो गयी क्यूंकक आस र्षव मुझे बोडव की परीक्षा देनी थी. मााँ चाहती थी कक मैं परीक्षा में ऄच्छे ऄंक लाउं लेककन डपछले र्षव का मेरा डनराशाजनक प्रदशवन देख कर ईन्हें कोइ ईम्मीद नहीं थी. मााँ ने सोचा की मेरे ख़राब प्रदशवन का कारण मेरा दुबवल शरीर ही होगा डजस के कारण मैं जल्दी थक जाता और पढाइ के समय उं घने लगता. मााँ ने आस समस्या का समाधान डनकला और तुरंत ही नजदीकी स्र्ास्थ कें द्र से स्र्स्थ होने के डलए कु छ दर्ाआयां ले अइ. न चाहकर भी मुझे र्ो दर्ाइयां जबरदस्ती डपलाइ जाती. दर्ाआयों के स्र्ाद के तो क्या कहने! एक से बढ़कर एक थी र्ो, ककसी मुदें के मुंह में भी डाल दो तो र्ो भी डतलडमला ईठे! पता नहीं ईन दर्ाआयों का मेरे शरीर पर कु छ ऄसर हुअ की नहीं पर दर्ाआयां डनयडमत समय पर डनयडमत रूप से चलती रहीं. एक कदन मैं मााँ को लेकर बाज़ार गया. र्ही ाँपर ईनकी मुलाकात ईनकी एक पुरानी सहेली से हो गयी. र्े मुझे बहुत प्यार करती थी. ईन्होंने प्यार से मेरे सर पर हाथ फे रा और कहा,” बेटा, तुम बहुत दुबले हो गए हो!”. ईनका यह कथन मानो र्ज्र की भांडत मााँ के ह्रदय पे पड़ा. स्र्स्थ होने के डलए दर्ाआयों पर जो आतना पैसा पानी की तरह बहाया र्ह मानो कपूवर के सामान एक ही क्षण में गायब हो गया. डजस प्रकार मााँ के ह्रदय में ऄसीम ममता भरी होती है ठीक ईसी प्रकार ईनके कदमाग में ऄनेक सुझार् भी कू ट कू ट कर भरे होता है. मााँ ने हार नहीं मानी. “स्र्स्थ शरीर में एक स्र्स्थ मडस्तष्क का र्ास होता है”, आस कथन पर ऄमल करते हुए मााँ ने ऄन्य ऄनेक नुस्खे ऄपनाए. ककसी के भी मुह से कोइ नया नुस्खा नकल जाए तो मााँ ककसी भी तरह से भी र्ह मुझ पर जरूर अजमाती थी. ऄगर कोइ जड़ी-बूटी जो डहमालय के पर्वतों पर डमलती हो तो मााँ ईसे भी लाने में संकोच न करे. मैं तो बस ककसी र्ैज्ञाडनक के एक बन्दर बन कर रह गया था डजस पर र्ैज्ञाडनक ऄपने द्वारा बनायीं गयी हर नयी खोज का प्रयोग करता है और ईस पर शोध करता है. आतना कु छ लेने पर भी मेरी शारीररक शडि तो नहीं बढ़ी पर हााँ मेरी हाजमा शडि जरूर बढ़ गयी, क्यूंकक आतना कु छ डखलाये जाने पर भी मेरा पेट डबना ककसी डशकायत के सब हज़म कर गया. ऄडमत दत्ता प्रबंधक ऄंचल कायावलय कोलकाता


ऄंक – 4, जून 2023 27 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका मेरे स्र्ास्थ पर आतना पैसा बहाकर ऄगर मााँ को कु छ डमला तो र्ो थी – “डनराशा”. ऄतः मााँ का ध्यान ऄब मेरी स्मरण शडि को बढ़ने की ओर गया. आसके डलया मााँ ने मुझे क्या क्या नहीं डखलाया. डसर्ाय जूते-चप्पलों के शायद ऄब तक सभी कुछ खा चुका था. सोचता था की कोइ ऐसी दर्ा या जड़ी बूटी लाकर मााँ को ही दे दूं डजस से की मााँ के सर पे जो यह भूत सर्ार है र्ह ईतर जाए. एक कदन मााँ कहीं से कडर्े बादाम ले अइ. कह रहीं थी की आस से याददाश्त बढती है. डबना कु छ कहे मैंने एक मुंह में डाला. मुंह में पहुाँचते ही ईसने ऄपना ऄसर कदखाना प्रारम्भ ककया. याददाश्त र्ाकइ तेज़ होने लगी – “मुझे मेरी नानी याद अ गयी!!” बस कफर क्या था, मैंने ऄपने मााँ के समक्ष हाथ जोड़ डलए और कसम खाया की ऄब से खूब मन लगा के पढूंगा. तब से मैं सच मुच में ध्यान लगा के पढने लगा. आसडलए नहीं की मााँ की दी हुइ दर्ाआयां काम कर गयी थी बडल्क आस र्जह से की कहीं ऄगर ख़राब ऄंक अये तो मााँ के सर पर कफर से र्ही पागलपन न सर्ार हो जाए.। ऄक्सर ईठते हैं मन में सर्ाल ?


ऄंक – 4, जून 2023 28 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका बैंककग में साआबर सुरक्षा का महत्र् ज्योडतमय सांरंगी प्रबंधक क्षेत्रीय कायावलय डसलीगुड़ी सैकड़ों र्षों सेबैंककग क्षेत्र पर हमलेहो रहेहैं। सबसे पहलेयह मुद्रा की प्रत्यक्ष चोरी थी। तब यह कं प्यूटर फ्रॉड था। अज, यह न के र्ल साआबर धोखाधड़ी है, बडल्क एक ग्राहक की व्यडिगत पहचान योग्य जानकारी (पीअइअइ) प्राप्त करनेके डलए सर्वर में हैक करता है। आसडलए, बैंककग मेंसाआबर सुरक्षा का ऄत्यडधक महत्र् है। जैसे-जैसेव्यडि और कं पडनयां ऄडधकांश लेनदेन ऑनलाआन करती हैं, डेटा लीक होने का जोडखम प्रडतकदन बढ़ता है। यही कारण है कक बैंककग क्षेत्र की प्रकक्रयाओं मेंसाआबर सुरक्षा केमहत्र् की जांच करनेपर ऄडधक जोर कदया गया है। साआबर सुरक्षा का महत्र् : बैंककग क्षेत्र केलेनदेन मेंसाआबर सुरक्षा केमहत्र् का स्पि कारण ग्राहक पररसंपडत्तयों की रक्षा करना है। जैसे-जैसेऄडधक लोग कै शलेस होतेहैं, गडतडर्डधयााँ ऑनलाआन चेकअईट पृष्ठों और भौडतक क्रे डडट स्कै नर केमाध्यम सेकी जाती हैं। दोनों डस्थडतयों में, PII को ऄन्य स्थानों पर पुनर्षनदेडशत ककया जा सकता हैऔर दुभावर्नापूणवगडतडर्डधयों केडलए ईपयोग ककया जा सकता है। यही नहीं आससेग्राहक प्रभाडर्त होता है। यह डेटा को पुनप्रावप्त करनेका प्रयास करतेसमय बैंक को बहुत परेशान करता है। जब आसेबंधक बना डलया जाता है तो बैंक को सूचना जारी करनेकेडलए सैकड़ों हजारों डॉलर का भुगतान करना पड़ सकता है। बदलेमें, र्े ऄपनेग्राहकों और ऄन्य डर्त्तीय संस्थानों का डर्श्वास खो देतेहैं। र्तवमान में तीन जोडखम र्ेब पर बैंककग से जुड़े हैं तृतीय-पक्ष संगठनों में ईल्लंघन – जैसा कक बैंकों नेऄपनी साआबर सुरक्षा को ऄपग्रेड ककया है, हैकसव नेपहुंच प्राप्त करनेके डलए साझा बैंककग डसस्टम और तीसरेपक्ष केनेटर्कव की ओर रुख ककया है। यकद येबैंक केरूप मेंसंरडक्षत नहीं हैं, तो हमलार्र असानी सेप्राप्त कर सकतेहैं। कक्रप्टोक्यूरेंसी हैक का खतरा बढ़ गया - मानक फं डों केऄलार्ा, कक्रप्टोक्यूरेंसी की बढ़ती दुडनया मेंहैक बढ़ गए हैं। चूंकक यह क्षेत्र ऄडनडित है, आस बदलते बाजार मेंबैंककग केडलए साआबर सुरक्षा सॉफ्टर्ेयर को कै सेलागूककया जाए, हमलार्रों के डलए आस मुद्रा की बड़ी मात्रा को हड़पनेकी क्षमता ऄडधक है। खासकर जब यह जल्दी सेमूल्य मेंकू दता है। सुरडक्षत सॉफ्टर्ेयर के साथ हमलों के डखलाफ सुरक्षा जब अप आंटरनेट पर सुरक्षा की डस्थडत को देखतेहैं, तो अपको ऄपने र्तवमान सुरक्षा ऄनुप्रयोगों को बढ़ाने या पूणव प्रडतस्थापन पर डर्चार करना चाडहए। बैंककग सॉफ्टर्ेयर डर्कास की दुडनया में देखनेकेडलए यहांकु छ चीजेंहैं। डसक्योररटी ऑडडट – ककसी भी नए साआबर डसक्योररटी सॉफ्टर्ेयर के लागूहोनेसेपहलेसही तरह सेऑडडट करना जरूरी है। समीक्षा मौजूदा सेटऄप की ताकत और कमजोररयों का खुलासा करती है। आसके ऄलार्ा, यह डसफाररशेंप्रदान करता हैजो ईडचत डनर्ेश के डलए ऄनुमडत देतेसमय पैसेबचानेमेंमदद कर सकता है। फ़ायरर्ॉल - साआबर सुरक्षा बैंककग कॉडन्फ़गरेशन में के र्ल एडप्लके शन शाडमल नहीं हैं। हमलों को रोकने केडलए सही हाडवर्ेयर की भी अर्श्यकता होती है। एक ऄद्यतन फ़ायरर्ॉल केसाथ, बैंक नेटर्कवकेऄन्य डहस्सों तक पहुाँचनेसेपहलेदुभावर्नापूणवगडतडर्डध को रोक सकतेहैं।


ऄंक – 4, जून 2023 29 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका एंटी-र्ायरस और एंटी-मालर्ेयर एडप्लके शन - जबकक फ़ायरर्ॉल ऄपग्रेड सुरक्षा बढ़ाता है, तब तक यह हमलों को रोक नहीं सकता हैजब तक कक एंटी-र्ायरस और एंटी-मैलर्ेयर एडप्लके शन ऄपडेट नहीं ककए जाते हैं। पुरानेसॉफ़्टर्ेयर मेंनर्ीनतम डनयम और र्ायरस हस्ताक्षर नहीं हो सकतेहैं। बदलेमें, यह अपकेडसस्टम पर संभाडर्त डर्नाशकारी हमलेको याद कर सकता है। बहु-कारक प्रमाणीकरण - यह सुरक्षा, डजसेएमएफए के रूप मेंभी जाना जाता है, ईन ग्राहकों की सुरक्षा के डलए बेहद महत्र्पूणव है जो बैंककग करने के डलए मोबाआल या ऑनलाआन ऐप का ईपयोग करतेहैं। कइ ईपयोगकतावऄपनेपासर्डवकभी नहीं बदलतेहैं। या, यकद र्ेकरतेहैं, तो र्ेछोटेबदलार् करतेहैं। एमएफए को लागूकरना हमलार्रों को नेटर्कव तक पहुंचनेसे रोकता हैक्योंकक यह सुरक्षा केएक और स्तर की मांग करता है। ईदाहरण केडलए, ग्राहक के सेल फोन पर भेजा गया छह ऄंकों का कोड। बायोमेरट्क्स - यह एमएफए का एक और संस्करण है जो टेक्स्टेड कोड की तुलना मेंऄडधक सुरडक्षत है। प्रमाणीकरण का यह रूप ईपयोगकतावकी पहचान की पुडि करनेकेडलए रेरटना स्कै न, ऄंगूठेकेडनशान या चेहरेकी पहचान पर डनभवर करता है। हालांकक हैकसवने ऄतीत मेंआस प्रकार के प्रमाणीकरण तक पहुंच बनाइ है, लेककन आसेपूरा करना ऄडधक करठन है। स्र्चाडलत लॉगअईट - कइ र्ेबसाआट और एडप्लके शन ककसी ईपयोगकतावको लॉग आन रहनेकी ऄनुमडत देते हैंयकद र्ेआसेऄनुमडत देतेहैं। आस प्रकार, र्ेऄपनी लॉडगन क्रे डेंडशयल दजव ककए डबना ककसी भी समय ऄपनी जानकारी तक पहुंच सकतेहैं। हालााँकक, यह भी हमलार्रों को असानी सेअपकेररकॉडवप्राप्त करनेकी ऄनुमडत देता है। कु छ डमनट की डनडष्क्रयता के बाद ईपयोगकताव की पहुंच को बंद करके स्र्चाडलत लॉगअईट आसेकम कर देता है। डशक्षा - ईपरोि सभी ईपाय बैंककग क्षेत्र मेंसाआबर सुरक्षा को बढ़ा सकते हैं। कफर भी, यकद ग्राहक ऄसुरडक्षत स्थानों सेऄपनी जानकारी प्राप्त करना जारी रखतेहैंया ऄनुडचत तरीके सेऄपनेलॉडगन क्रे डेंडशयल्स को सुरडक्षत रखतेहैं, तो र्ेमदद नहीं कर सकते। यही कारण हैकक डशक्षा महत्र्पूणवहै। जब बैंक ऄपने ग्राहकों को आन कमजोररयों से संबंडधत पररणामों के बारेमेंसूडचत करतेहैं, तो यह ईनके डनर्ेश को खोनेकेडर सेईनकी अदतों को बदलनेके डलए ईन्हेंस्थानांतररत कर सकता है। डनष्कषव यकद अपको ऄपनेबैंककग सॉफ़्टर्ेयर समाधानों की अर्श्यकता है, तो चेतुको सहायता दें। र्ेकस्टम बैंककग सॉफ्टर्ेयर डेर्लपमेंट, साआबर डसक्योररटी सॉल्यूशंस जैसे डसक्योर सॉके ट लेयसव (SSL) को मानक TCP / IP कनेक्शन केडलए प्रदान करतेहैं। र्े एमएफए, र्न-टाआम पासर्डव (ओटीपी), लसगल साआन-ऑन (एसएसओ) और एसएसएच-अधाररत फाआल ट्ांसफर प्रोटोकॉल (एसएफटीपी) केमाध्यम से दुभावर्नापूणवगडतडर्डध को कम करनेमेंमदद करतेहैं। अप ककसी भी प्रश्न केडलए ईनसेसंपकव कर सकतेहैं या परामशवलेसकतेहैं। साआबर सुरक्षा


ऄंक – 4, जून 2023 30 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका ग्रामीण डर्कास और के नरा बैंक: पडिम बंगाल के पररप्रेक्ष्य में सुजलाम, सुफलाम् मलयज-शीतलाम्. शस्यश्यामलाम् - बंगाल के आस रूप पर हर कोइ बार-बार मोडहत हुअ है। पडिम बंगाल भारत के पूर्ी राज्यों में से एक है। स्र्तंत्रता के पूर्व और ईत्तर में भारत के राजनीडतक, सामाडजक, सांस्कृडतक और अर्षथक क्षेत्रों में बंगाल का योगदान डनर्षर्र्ाद है। हम सभी जानते हैं कक एक समृि देश बनाने के डलए सबसे पहले ग्रामीण क्षेत्रों को अर्षथक रूप से मजबूत करना होगा। हम सभी आस बात से भी ऄर्गत है कक देश के अर्षथक डर्कास में बैंकों का महत्र्पूणव योगदान है और आसीडलए बैंकों को ऄथवव्यर्स्था का रीढ़ भी माना जता है। आस अर्षथक डर्कास के चैनलों में कइ सरकारी बैंक शाडमल है।के नरा बैंक आन्हीं सरकारी बैंकों में से एक है। पडिम बंगाल के ग्रामीण आलाकों में फै ली आस बैंक की शाखाएं ग्रामीण ऄथवव्यर्स्था के डर्कास में महत्र्पूणव भूडमका डनभाती रही हैं। सूदखोरों का सूदखोरी का जाल आतना मजबूत था कक ईसे तोड़ना असान काम नहीं था। लेककन के नरा बैंक की ग्रामीण शाखाओं ने आस काम को काफी असान बना कदया है। बैंक ऄडधकाररयों का यह दूरदशी डनणवय ऄत्यंत सफल और सराहनीय रहा है। पडिम बंगाल के ग्रामीण आलाकों में के नरा बैंक की कु ल 166 शाखाएं हैं। आन सभी शाखाओं के कमवचारी डर्डभन्न प्रडतकू ल पररडस्थडतयों के बार्जूद गांर् के ग्राहकों की सेर्ा में लगे रहते हैं। कृडष क्रेडडट काडव, कृडष डमत्र ऊण के माध्यम से ग्रामीण ककसान पहले से ऄडधक अत्मडनभवर हो गए हैं। बेडसक सेलर्ग्स बैंक डडपॉडजट ऄकाईंट्स के जररए बेहद गरीब लोग भी खुद को बचाने में सफल रहे हैं। के नरा बैंक डर्शेष रूप से बहुत कम ब्याज दरों (4%) पर डीअइअर ऊण प्रदान करके मडहलाओं को सडब्सडी देने में सक्षम रहा है। गांर् के बेरोजगार युर्ाओं को स्र्ार्लंबी बनाकर ईन्हें ईडचत सम्मान देने के डलए केनरा बैंक हमेशा अगे अया है। के नरा बैंक गोल्ड लोन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राहकों को कइ बार लाभाडन्र्त ककया गया है। मुद्रा योजना के माध्यम से गांर् के छोटे व्यर्सायी ऄपने कारोबार में र्ृडि कर रहे हैं। कदन-ब-कदन, महीने-दर-महीने, के नरा बैंक की ग्रामीण शाखाएाँ तूफान, बाररश और धूप के बार्जूद ग्राहकों की सेर्ा करती रहती हैं। के नरा बैंक ग्रामीण लोगों के डर्श्वास का प्रतीक बन गया है। साथ ही, के नरा बैंक की ग्रामीण शाखाएं डर्डभन्न सरकारी योजनाओं जैसे एकक्षा कदर्स काज, अर्ास योजना, पीएमइजीपी, बीएसके पी अकद को हर गांर् के लोगों तक पहुंचाने में हमेशा सकक्रय भूडमका डनभाती रही हैं। के नरा बैंक ग्रामीण ग्राहकों को अर्ास ऊण, र्ाहन ऊण के माध्यम से ऄपने सपनों को साकार करने में सक्षम हुए हैं। के नरा बैंक ऄमीर और गरीब के बीच ऄंतर ककए डबना हर ग्राहक को समान रूप से सेर्ा देने का दूसरा नाम है। पडिम बंगाल में बैंक ने ऄपनी 166 ग्रामीण शाखाओं के माध्यम से ऄब तक लगभग 1714 करोड़ रुपये डर्तररत ककए हैं जो भडर्ष्य में और बढ़ेंगे। बैंक ऄपनी स्र्यं की सीएसअर पररयोजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में डर्डभन्न डर्कासात्मक कायव करता है डजसकी समाज के सभी लोगों द्वारा सराहना की जाती है।बैंक के दरर्ाजे सीमांत ककसानों, मजदूरों, लुहारों, कु म्हारों, सब्जी डर्क्रे ताओं, बढ़आयों, डमडस्त्रयों, मछुअरों, छात्रों, डशक्षकों, डॉक्टरों, र्कीलों और समाज के सभी र्गों के डलए समान रूप से खुले हैं। मडहलाओं द्वारा संचाडलत स्र्यं सहायता समूहों को ऊण प्रदान करपशुपालन, मत्स्य पालन, बागर्ानी और डर्डभन्न कु टीर ईद्योगों को फलने-फू लने में मदद की गइ है। के नरा बैंक को भारत सरकार की डर्डभन्न सामाडजक कल्याण योजनाओं को हर लोगों तक पहुाँचाना है। बैंक की ग्रामीण शाखाएाँ भारत सरकार की सुरक्षा बीमा योजना, ऄटल पेंशन योजना के माध्यम से हर ग्रामीण के जीर्न को सुरडक्षत करने के डलए सदैर् कायव कर रही हैं। के नरा बैंक डर्द्या लक्ष्मी लोन के माध्यम से गांर् के गरीब छात्र ऄपने सपनों को साकार कर पाए हैं। के नरा बैंक और बैंक में कायवरत सभी श्रेडणयों के कमवचाररयों के डनरंतर प्रयासों से ग्राम बांग्ला की ऄथवव्यर्स्था मजबूत हुइ है, जो भडर्ष्य में भी जारी रहेगी। डर्कडसत देश के आसी मंत्र को लेकर के नरा बैंक अगे बढ़ रहा है। सुबणव देबनाथ एकल डखड़की पररचालक ऄंचल कायावलय कोलकाता


ऄंक – 4, जून 2023 31 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका अओ नया कु छ करते हैं अओ नया कु छ करते हैं पुरातन भ्ांडतयों से लड़ते हैं नये दुर्षर्चारों से डभड़ते हैं टक्कर चुनौडतयों को देते हैं अओ नया कु छ करते हैं अओ नया कु छ करते हैं दूर व्यसन को करते हैं जीडर्त टशन को करते हैं डनराशा को ध्र्स्त करते हैं अओ नया कु छ करते हैं अओ कु छ नया करते हैं समाज में ईत्साह भरते हैं डर्दा मन से द्वेष को करते हैं अदशव ककसी के बनते हैं अओ कु छ नया करते हैं अओ नया कु छ करते हैं परडहत का प्रयास करते हैं पीडड़त का ईपचार करते हैं ऄमार्स में जुगनू बनते हैं अओ नया कु छ करते हैं अलीशा ऄंजुम ऄडधकारी खड़गपुर एसअरअइसी अइअइटी कैं पस लहदी कडर्ता डबनय कु मार डमश्र प्रबंधक खड़गपुर एसअरअइसी अइअइटी कैं पस चुटकु ले डॉक्टर ( बन्टू से) - अपको ऄच्छे स्र्ास््य के डलए रोजाना 3 कक,मी, चलना चाडहए। बन्टू- ठीक है। करीब 5 महीने बाद बन्टू (डॉक्टर से फोन पर) - डॉक्टर साहब, मैं डपछले 5 महीने से चल रहा हूं, ऄब मैं कलकत्ते से रांची पहुंच गया हूं। और ककतना चलना है? डॉक्टर- ऄब र्हीं ककसी ऄच्छे से पागलखाने में भती भी हो जाओ। डशक्षक (छात्रों से ) - रामस्र्रूप बीमार हुए, फलस्र्रुप मर गए। बन्टू (छात्र) - गुरुजी, रामस्र्रूप बीमार हुए तो फलस्र्रुप कै से मर गए ? डशक्षक - बेटा, फलस्र्रूप मर गए मतलब पररणामस्र्रूप मर गए। चन्टू- ये ले ऄब ये तीसरा मर गया ... पत्नी (ऄपनी सहेडलयों से) - बाकी सब तो ठीक है, पर ये मेरे ररश्तेदारों की परर्ाह नही करते। पडत - सरासर झूठ। पूछो आनसे मैने कभी ऄपने सास ससुर की परर्ाह की? जबकक हमेशा आनके सास ससुर का पूरा ख्याल रखता हूं। मां (स्कू ल के पहले कदन के बाद ऄपने बेटे से) : बाबू , क्या -क्या सीखा अज स्कू ल में? बेटा - ज्यादा कु छ नहीं मां। कल कफर जाना पड़ेगा। मन्टू (ऄपने दोस्त बन्टू से) - यार सोच रहा हूं, एक फ्लैट ले लूं। ककतने पैसे लगेंगे?? बन्टू - कु छ नहीं लगेंगे। मन्टू - क्यों? मुफ्त में..... बन्टू - ऄरे, सोचने के पैसे थोड़े ही लगते हैं। थोड़ा हंस भी लो जनाब


ऄंक – 4, जून 2023 32 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका स्र्ीटी कु मारी एकल डखड़की पररचालक नैहाटी शाखा नारी शडि डद्वधा कृ त्र्ात्मनो देहममधेन पुरुषोऄमर्त ऄधेन नारी तस्या स कदराजं सृजत्प्रभुः॥ ( मनुस्मृडत ) ऄथावत्डहरयन्गभवनेऄपनेशरीर केदो भाग ककयेअधे सेपुरुष और अधेसेस्त्री का डनमावण हुअ । समाज का डनमावण स्त्री एर्ं पुरुष केसंयोग सेहुअ है, ऄतः समाज के संचालन केडलए डजतनी ऄर्श्यकता पुरुष की है, ईतनी ही स्त्री की भी। प्राचीन समय सेस्त्री नेसमाज के डर्कास एर्ं संरक्षण मेंमहत्र्पूणव योगदान कदया है। हालांकक तब स्त्री की दशा बहुत शोचनीय थी, ईन्हें बहुत सी सामाडजक कु रीडतयों का सामना भी करना पड़ता था। जब राजा राम मोहन राय, इश्वरचंद डर्द्यासागर जैसेमहान डर्चारक एर्ं समाज सुधारकों नेआन कु रीडतयों सेस्त्री को होनेर्ाली हाडनयों को ऄनुभर् ककया तो ईन्होंनेनारी स्र्ाधीनता की अर्ाज़ ईठाइ, डजससेडस्त्रयों मेंकु छ जगृडत के लक्षण ईत्पन्न होनेलगेऔर ऄनेक मडहलाएाँअगेअकर राष्ट्र डनमावण के मानकों मेंभाग लेनेलगीं एर्ं ऄपनी डर्द्या, बुडि एर्ं कतवव्य शडि केबल पर समाज मेंईच्च स्थान प्राप्त ककया और मानर् समाज का मागवदशवन कराने में प्रशंसनीय कायवकर कदखाया। नारी ईस र्ृक्ष की भांडत हैजो डर्षम पररडस्थडतयों में भी तटस्थ रहतेहुए राहगीरों को छाया प्रदान करती है, नारी की कोमलता एर्ं सहनशीलता को कइ बार पुरुष नेईसकी डनबवलता मान डलया और आसडलए ईसेऄबला कहा, ककन्तुर्ो ऄबला नहीं हैर्ो तो सबला है। पुरुष र्गवशायद येनहीं जानतेकक ईसकी आसी कोमलता एर्ं सहनशीलता मेंही मानर् जीर्न का ऄडस्तत्र् संभर् है। क्या मााँके डसर्ाय संसार मेंऐसी कोइ हस्ती हैजो ईसी र्ात्सल्य और प्रेम सेडशशुका लालन-पालन कर सके, जैसे की मााँ करती है। संसार में चेतना के ऄडर्भावर् का श्रेय नारी को ही जाता है, आसमेंककडचत मात्रा भी संदेह नहीं हैकक नारी ही र्ो शडि हैजो समाज का पोषण सेलेकर संर्धवन तक करती है। र्तवमान समय मेंनाररयााँ एक सुयोग्य गृहणी होनेके साथ-साथ राजनीडत, धमव, कानून, न्याय सभी क्षेत्र में पुरुष की सहायक और प्रेरक भी हैं। अज की नारी जाग्रत एर्ं सकक्रय हो गयी है, र्ह ऄपनेऄंदर डनडहत शडियों को जाननेलगी है, डजससेअधुडनक नारी का समाज मेंन के र्ल सम्मान ऄडपतुप्रडतष्ठा भी बढ़ी है। व्यर्साय एर्ं व्यापार जैसेपुरुष एकाडधकार र्ालेक्षेत्र मेंडजस प्रकार मडहलाओं नेऄपनी ईपडस्थडत दजवकराइ हैर्ो काडबले तारीफ है। आस पररप्रेक्ष्य मेंआंकदरा नूइ, चंदा कोच्चर, डचत्रा रामाकृ ष्णन, ऄनीता कपूर, ऄरुंधडत भट्टाचायव, अशुसुयश अकद केनाम प्रडसि हैं। प्राचीन काल मेंनारी की शडि की पहचान ऄपाला, घोषा जैसी डर्दुषी मडहलाओं सेहोती है, येसभी डसफव ऄपने ज्ञान केचलतेऊडषकाओं केनाम सेजानीं गयीं। क्या करूाँ र्णवन नारी शडि का आतना साहस, आतनी सहनशीलता रानी लक्ष्मीबाइ की र्ीरता केबारेमेंकौन नहीं जानता, डजसनेडसफव ऄपनेसाहस केबल पर ऄंग्रेजों केदांत खट्टे कर कदए। स्र्ामी डर्र्ेकानंद के ऄनुसार “नारी ईतनी ही साहसी है डजतना की पुरुष”। अज केदौर मेंस्त्री ककसी भी रूप मेंपुरुषों सेकम नहीं है, र्ो ऄपनेपररर्ार के प्रडत कतवव्यों का डनर्वहन करतेहुए ऄपनी महत्र्कांक्षाओं को पूरा कर रही है। र्ो हर चुनौती का बड़ी दृढ़ता सेसामना कर रहीं है। येसंभर् हो पा रहा हैईस शडि केद्वारा जो प्रत्येक नारी केऄंदर प्रकृ डत द्वारा प्रदत्त है। अज की स्त्री ऄपनेव्यडित्र् सेऄथाह प्रेम करती हैऔर ईसेकुं रठत नहीं होनेदेती है।ईपयुवि डनबंध का ऄंत मैंडनम्न पंडियों द्वारा करना चाहूंगी, डजसेमैंनेसमस्त नारी सत्ता को समर्षपत ककया है, र्ो आस प्रकार है:


ऄंक – 4, जून 2023 33 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका येशडि स्र्रूपा नारी है, येशडि स्र्रूपा नारी है, येदुगावहै, येकाली है, येशडि स्र्रूपा नारी है। येमााँभी हैऔर बेटी भी, येझााँसी की मदावनी है, येशडि स्र्रूपा नारी है, येशडि स्र्रूपा नारी है। जीर्न का ककया सृजन आसने, हैमौत भी आससेहारी है, येशडि स्र्रूपा नारी है, येशडि स्र्रूपा नारी है। करती संघषवप्रत्येक कदर्स, ना हार माननेर्ाली है, येशडि स्र्रूपा नारी है, येशडि स्र्रूपा नारी है॥ एक समय की बात है. एक राज्य मेंएक प्रतापी राजा राज करता था. एक कदन ईसके दरबार मेंएक डर्देशी अगंतुक अया और ईसनेराजा को एक सुंदर पत्थर ईपहार स्र्रूप प्रदान ककया.राजा र्ह पत्थर देख बहुत प्रसन्न हुअ. ईसनेईस पत्थर सेभगर्ान डर्ष्णुकी प्रडतमा का डनमावण कर ईसेराज्य केमंकदर मेंस्थाडपत करनेका डनणवय डलया और प्रडतमा डनमावण का कायवराज्य केमहामंत्री को सौंप कदया.महामंत्री गााँर् केसर्वश्रेष्ठ मूर्षतकार केपास गया और ईसेर्ह पत्थर देतेहुए बोला, “महाराज मंकदर मेंभगर्ान डर्ष्णुकी प्रडतमा स्थाडपत करना चाहतेहैं. सात कदर्स केभीतर आस पत्थर सेभगर्ान डर्ष्णुकी प्रडतमा तैयार कर राजमहल पहुाँचा देना. आसकेडलए तुम्हें५० स्र्णवमुद्रायेंदी जायेंगी.”50 स्र्णवमुद्राओं की बात सुनकर मूर्षतकार ख़ुश हो गया और महामंत्री केजानेकेईपरांत प्रडतमा का डनमावण कायवप्रारंभ करनेकेईद्देश्य सेऄपनेऔज़ार डनकाल डलए. ऄपनेऔज़ारों मेंसेईसनेएक हथौड़ा डलया और पत्थर तोड़नेकेडलए ईस पर हथौड़ेसेर्ार करनेलगा. ककतुपत्थर जस का तस रहा. मूर्षतकार नेहथौड़े केकइ र्ार पत्थर पर ककये. ककतुपत्थर नहीं टूटा.पचास बार प्रयास करनेकेईपरांत मूर्षतकार नेऄंडतम बार प्रयास करनेकेईद्देश्य सेहथौड़ा ईठाया, ककतुयह सोचकर हथौड़ेपर प्रहार करनेकेपूर्वही ईसनेहाथ खींच डलया कक जब पचास बार र्ार करनेसेपत्थर नहीं टूटा, तो ऄब क्या टूटेगा.र्ह पत्थर लेकर र्ापस महामंत्री केपास गया और ईसे यह कह र्ापस कर अया कक आस पत्थर को तोड़ना नामुमककन है. आसडलए आससेभगर्ान डर्ष्णुकी प्रडतमा नहीं बन सकती.महामंत्री को राजा का अदेश हर डस्थडत मेंपूणवकरना था. आसडलए ईसनेभगर्ान डर्ष्णुकी प्रडतमा डनर्षमत करनेका कायवगााँर् केएक साधारण सेमूर्षतकार को सौंप कदया. पत्थर लेकर मूर्षतकार नेमहामंत्री केसामनेही ईस पर हथौड़ेसेप्रहार ककया और र्ह पत्थर एक बार मेंही टूट गया.पत्थर टूटनेकेबाद मूर्षतकार प्रडतमा बनानेमेंजुट गया. आधर महामंत्री सोचनेलगा कक काश, पहलेमूर्षतकार नेएक ऄंडतम प्रयास और ककया होता, तो सफ़ल हो गया होता और 50 स्र्णवमुद्राओं का हक़दार बनता. सीख: डमत्रों, हम भी ऄपनेजीर्न मेंऐसी पररडस्थडतयों सेदो-चार होतेरहतेहैं. कइ बार ककसी कायवको करनेकेपूर्वया ककसी समस्या केसामनेअनेपर ईसका डनराकरण करनेकेपूर्वही हमारा अत्मडर्श्वास डगमगा जाता हैऔर हम प्रयास ककयेडबना ही हार मान लेतेहैं.कइ बार हम एक-दो प्रयास मेंऄसफलता डमलनेपर अगेप्रयास करना छोड़ देतेहैं. जबकक हो सकता हैकक कु छ प्रयास और करनेपर कायवपूणवहो जाता या समस्या का समाधान हो जाता. यकद जीर्न मेंसफलता प्राप्त करनी है, तो बार-बार ऄसफ़ल होनेपर भी तब तक प्रयास करना नहीं छोड़ना चाडहये, जब तक सफ़लता नहीं डमल जाती. क्या पता, डजस प्रयास को करनेकेपूर्वहम हाथ खींच ले, र्ही हमारा ऄंडतम प्रयास हो और ईसमेंहमेंकामयाबी प्राप्त हो जाये. अडखरी प्रयास : एक डशक्षाप्रद कहानी


ऄंक – 4, जून 2023 34 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका प्रधान कायावलय द्वारा कडलमपोंग में पुरस्कार एर्ं मान्यता कायवक्रम का अयोजन ककया गया। कायवक्रम के दौरान सर्ोत्कृ ि प्रदशवन करने र्ाले हमारे बैंक की डर्डभन्न शाखाओं, क्षेत्रीय कायावलयों, ऄंचल कायावलयों, इकाआयों के प्रमुखों को सम्माडनत ककया गया। आस कायवक्रम की मेजबानी ऄंचल कायावलय कोलकाता ने की।


ऄंक – 4, जून 2023 35 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका


ऄंक – 4, जून 2023 36 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका भारत में बैंककग का नया युग और खुदरा बैंककग में के नरा बैंक की भूडमका भारतीय बैंककग सेक्टर मेंडहन्दी भाषा मेंकहा जाए तो आसका नया युग अया है। यह नयायुग डडजीटल बैंककग और कफनटेक की तकनीक केसाथ संबंडधत है। आस नयेयुग मेंबैंककग सेर्ाओं को एक नया ऄर्तार डमला हैजो लोगों को बैंककग सम्बंडधत कामों को घर बैठेकरनेकी सुडर्धा देता है। भारत मेंडडडजटल बैंककग की शुरुअत र्ास्तर् में2014 सेहुइ थी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने'जन धन योजना' का शुभारंभ ककया था। जन धन योजना एक ऐसी योजना थी डजसनेगरीबों केडलए बैंककग सुडर्धाओं को ईनकेघरों तक पहुंचानेका लक्ष्य रखा था। जन धन योजना केमाध्यम सेगरीब लोगों को बैंककग सेर्ाओं का लाभ डमलनेलगा और यह ईन्हेंऄपनी सहूडलयत सेपैसेजमा करने, डनकासी करने, एटीएम काडवकेमाध्यम सेपैसेडनकालनेऔर डर्डभन्न ऄन्य सेर्ाओं का लाभ ईठानेका मौका कदया। के नरा बैंक, कइ ऄन्य बैंकों की तरह, तकनीकी प्रगडत और बदलती ग्राहक ऄपेक्षाओं की डर्शेषता र्ालेबैंककग केनए युग केऄनुकू ल है। यहां कु छ भूडमकाएं हैं जो केनरा बैंक बैंककग के नए युग में डनभाता है: 1. डडडजटल पररर्तवन: केनरा बैंक ग्राहक ऄनुभर् को बढ़ानेऔर पररचालन दक्षता मेंसुधार केडलए डडडजटल प्रौद्योडगककयों को सकक्रय रूप सेऄपना रहा है। यह ऄपनेग्राहकों को सुडर्धाजनक और सुलभ बैंककग सेर्ाएं प्रदान करनेकेडलए डडडजटल प्लेटफॉमव, मोबाआल बैंककग एडप्लके शन और आंटरनेट बैंककग सेर्ाओं मेंडनर्ेश कर रहा है। 2. ऑनलाआन और मोबाआल बैंककग: केनरा बैंक ऑनलाआन और मोबाआल बैंककग सेर्ाएं प्रदान करता है, डजससे ग्राहकऄपनेघरों केअराम सेयाऄपनेस्माटवफोन का ईपयोग करकेबैलेंस पूछ ताछ, फं ड ट्ांसफर, डबल भुगतान और खाता प्रबंधन जैसेडर्डभन्न लेन देन कर सकतेहैं। यह ग्राहकों को समय बचानेमेंमदद करता हैऔर ऄडधक सुडर्धा प्रदान करता है। 3. कफनटेक सहयोग: केनरा बैंक कफनटेक कं पडनयों और स्टाटव ऄप्स के साथ ईनके नर्ीन समाधानों और प्रौद्योडगककयों का लाभ ईठानेकेडलए सहयोग कर रहा है। येसहयोग बैंक को नए ईत्पादों और सेर्ाओं की पेशकश करनेमेंसक्षम बनाता है, जैसेकक डडडजटल र्ॉलेट, पीयर-टू-पीयर लेंलडग और रोबो-एडर्ाआजरी, जो ग्राहकों की ईभरती जरूरतों को पूरा करतेहैंऔर समग्र बैंककग ऄनुभर् मेंसुधार करतेहैं। ऄरडर्न्द कु मार राजर्ंशी ऄडधकारी अर ए एच हार्ड़ा


ऄंक – 4, जून 2023 37 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका 4. डेटा एनाडलरटक्स पर जोर: केनरा बैंक ग्राहक व्यर्हार को समझने, रुझानों की पहचान करनेऔर डेटा- संचाडलत डनणवय लेनेमेंडेटा एनाडलरटक्स केमूल्य को पहचानता है। बड़ेडेटा और एनाडलरटक्स का लाभ ईठाकर, बैंक ग्राहकों की प्राथडमकताओं मेंऄंतदृवडि प्राप्त कर सकता है, व्यडिगत पेशकश डर्कडसत कर सकता हैऔर जोडखमों को प्रभार्ी ढंग सेकम कर सकता है। 5. साआबर सुरक्षा और धोखाधड़ी की रोकथाम: ऑनलाआन लेनदेन और डडडजटल बैंककग मेंर्ृडि केसाथ, के नरा बैंक साआबर सुरक्षा और धोखाधड़ी की रोकथाम के ईपायों पर काफी जोर देता है। यह ग्राहकों की जानकारी और लेनदेन को साआबर खतरों सेसुरडक्षत रखनेकेडलए मजबूत सुरक्षा प्रणाडलयों, एडन्क्रप्शन तकनीकों और बहु-कारक प्रमाणीकरण को डनयोडजत करता है। 6. डर्त्तीय समार्ेशन: के नरा बैंक ऄल्पसेडर्त और बैंक रडहत अबादी तक पहुंचकर डर्त्तीय समार्ेशन को बढ़ार्ा देनेमेंमहत्र्पूणवभूडमका डनभाता है। यह समाज केसभी र्गों केडलए बैंककग सेर्ाओं तक पहुंच सुडनडित करनेके डलए नो-कफ्रल्स खाते, माआक्रोफाआनेंस और प्राथडमकता क्षेत्र ऊण जैसी सेर्ाएं प्रदान करता है। 7. ग्राहक संबंध प्रबंधन : के नरा बैंक डर्डभन्न पहलों केमाध्यम सेऄपनेग्राहक संबंध प्रबंधन को बढ़ानेका प्रयास करता है। यह व्यडिगत सेर्ाएं प्रदान करने, 24/7 ग्राहक सहायता प्रदान करनेऔर ग्राहकों केप्रश्नों और डशकायतों केप्रडत जर्ाबदेही मेंसुधार करनेकेडलए प्रौद्योडगकी का लाभ ईठाता है। 8. नर्ाचार और ईत्पाद डर्कास: केनरा बैंक बैंककग केनए युग मेंप्रडतस्पधी बनेरहनेकेडलए डनरंतर नर्ाचार और ईत्पाद डर्कास पर ध्यान कें कद्रत करता है। यह ग्राहकों की जरूरतों केऄनुरूप नए ईत्पादों और सेर्ाओं को पेश करता है, जैसेकक तत्काल ऊण ऄनुमोदन, डडडजटल भुगतान समाधान और धन प्रबंधन की पेशकश। कु ल डमलाकर, के नरा बैंक का लक्ष्य ग्राहकों की बढ़ती मांगों को पूरा करनेऔर बैंककग केनए युग मेंप्रासंडगक बने रहनेकेडलए प्रौद्योडगकी, नर्ाचार और ग्राहक-कें कद्रत दृडिकोण का लाभ ईठाना है। खुदरा बैंककग के नरा बैंक सडहत कइ बैंकों की भागीदारी केसाथ भारत मेंखुदरा बैंककग मेंहाल केर्षों मेंमहत्र्पूणवबदलार् हुए हैं। खुदरा बैंककग ईन बैंककग सेर्ाओं को संदर्षभत करता हैजो बड़ेडनगमों या संस्थानों केबजाय व्यडियों और छोटे व्यर्सायों को दी जाती हैं। भारत में, खुदरा बैंककग डर्त्तीय ईद्योग का एक महत्र्पूणवडहस्सा बन गया है, डजसमें लाखों लोग ऄपनी डर्त्तीय जरूरतों केडलए आस पर भरोसा करतेहैं। भारत केसबसेबड़ेसार्वजडनक क्षेत्र केबैंकों मेंसेएक के नरा बैंक देश मेंखुदरा बैंककग केडर्कास मेंसकक्रय रूप से शाडमल रहा है। बैंक केपास खुदरा बैंककग ईत्पादों और सेर्ाओं की एक डर्स्तृत श्रृंखला है, डजसमेंबचत और चालू खाते, सार्डध जमा, ऊण, क्रे डडट काडवऔर बीमा शाडमल हैं। खुदरा बैंककग मेंके नरा बैंक की भागीदारी नेआसेऄपने ग्राहक अधार का डर्स्तार करनेऔर ऄपनेराजस्र् को बढ़ानेमेंमदद की है।खुदरा बैंककग मेंके नरा बैंक की भागीदारी केप्रमुख क्षेत्रों मेंसेएक ऊण का प्रार्धान है। बैंक होम लोन, पसवनल लोन, कार लोन, एजुके शन लोन और डबजनेस लोन सडहत कइ तरह केलोन देता है। के नरा बैंक नेऄपनी ऊण अर्ेदन प्रकक्रया को सुव्यर्डस्थत ककया है, डजससेग्राहकों केडलए ऑनलाआन या व्यडिगत रूप सेऊण केडलए अर्ेदन करना त्र्ररत और असान हो गया है। बैंक केऊण ईत्पादों मेंप्रडतस्पधी ब्याज दरेंऔर लचीलेपुनभुवगतान डर्कल्प होतेहैं, जो ईन्हेंग्राहकों केडलए अकषवक बनातेहैं। खुदरा बैंककग मेंके नरा बैंक की भागीदारी का एक ऄन्य क्षेत्र क्रे डडट काडवका प्रार्धान है। बैंक क्रे डडट काडवकी एक श्रृंखला प्रदान करता हैजो डर्डभन्न ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करता है। के नरा बैंक के क्रे डडट काडवअकषवक पुरस्कार कायवक्रमों और ऄन्य लाभों केसाथ अतेहैं, डजससेर्ेग्राहकों केबीच लोकडप्रय हो जातेहैं।


ऄंक – 4, जून 2023 38 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका के नरा बैंक भारत मेंडडडजटल बैंककग केडर्कास मेंभी शाडमल रहा है। बैंक नेमोबाआल बैंककग, आंटरनेट बैंककग और डडडजटल र्ॉलेट सडहत कइ डडडजटल पहल शुरू की हैं। के नरा बैंक की डडडजटल बैंककग सेर्ाओं नेग्राहकों केडलए कहीं सेभी, ककसी भी समय बैंककग सेर्ाओं का ईपयोग करना असान बना कदया है। ऄपनेखुदरा बैंककग ईत्पादों और सेर्ाओं केऄलार्ा, के नरा बैंक भारत मेंडर्त्तीय समार्ेशन पहल मेंभी शाडमल रहा है। बैंक नेग्रामीण क्षेत्रों मेंशाखाएं खोली हैंऔर र्ंडचत समुदायों केबीच डर्त्तीय साक्षरता और समार्ेशन को बढ़ार्ा देनेकेडलए कइ योजनाएंशुरू की हैं। डर्त्तीय समार्ेशन मेंके नरा बैंक की भागीदारी नेईन लाखों लोगों को बैंककग सेर्ाएं देनेमेंमदद की हैजो पहलेबैंककग सेर्ाओं सेर्ंडचत थे। ऄंत में, भारत मेंखुदरा बैंककग नेहाल केर्षों मेंके नरा बैंक सडहत कइ बैंकों की भागीदारी केसाथ महत्र्पूणवर्ृडि देखी है। के नरा बैंक देश मेंखुदरा बैंककग केडर्कास मेंसकक्रय रूप सेशाडमल रहा है, जो ऊण, क्रे डडट काडवऔर डडडजटल बैंककग सडहत ईत्पादों और सेर्ाओं की एक डर्स्तृत श्रृंखला की पेशकश करता है। खुदरा बैंककग मेंबैंक की भागीदारी नेआसेऄपनेग्राहक अधार का डर्स्तार करनेऔर ऄपनेराजस्र् को बढ़ानेमेंमदद की है, जबकक भारत मेंडर्त्तीय समार्ेशन और साक्षरता को भी बढ़ार्ा कदया है। नए बैंककग दौर सडहत डर्डभन्न क्षेत्रों मेंऄडद्वतीय भूडमका डनभानेकेडलए के नरा बैंक को कइ पुरस्कार और सम्मान भी प्राप्त हुए हैं।डर्त्त र्षव 2022-23 के दौरान प्राप्त पुरस्कार/सम्मान: • के नरा बैंक को सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योडगकी प्रडतभा केतहत डर्जेता घोडषत ककया गया था और कदसंबर 2022 में18 र्ें अइ बी ए प्रौद्योडगकी सम्मेलन, एक्सपो और पुरस्कारों केदौरान सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योडगकी बैंक, सर्वश्रेष्ठ डडडजटल जुड़ार् और सर्वश्रेष्ठ डर्त्तीय समार्ेशन की श्रेडणयों केतहत डर्शेष पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। • के नरा बैंक को 1 कदसंबर 2022 को लंदन मेंअयोडजत र्ैडश्वक बैंककग डशखर सम्मेलन मेंभारत खंड केडलए प्रडतडष्ठत "बैंकसव बैंक ऑफ द इयर ऄर्ाडव 2022" डमला है। • ऄक्टूबर 2022 के दौरान जारी संतुडलत स्कोरकाडवकेऄनुसार आलेक्ट्ॉडनक्स और सूचना प्रौद्योडगकी मंत्रालय (एम इ अइ टी र्ाइ) द्वारा 31.03.2022 (यानी डर्त्त र्षव2021-22) तक डडडजटल भुगतान प्रदशवन केतहत केनरा बैंक को पहलेस्थान पर रखा गया है। • के नरा बैंक को मुंबइ मेंअइ बी ए द्वारा अयोडजत एक कायवक्रम मेंप्रडतडष्ठत इज सुधार सूचकांक पुरस्कार 2022 (EASE 4.0 पुरस्कार) केतहत 3 र्ीं रैंक सेसम्माडनत ककया गया। बैंक को प्रूडेंट बैंककग को संस्थागत डर्षय के तहत प्रथम पुरस्कार सेसम्माडनत ककया गया है। • के नरा बैंक केलर्ननग एंड डेर्लपमेंट र्र्टटकल को ईत्कृ िता और नेतृत्र् प्रडशक्षण और डर्कास और बैंककग क्षेत्र के डलए सर्वश्रेष्ठ प्रडशक्षण पहल केडलए 'गोल्डन ग्लोब टाआगसव ऄर्ार्डसव' सेसम्माडनत ककया गया है। • के नरा बैंक को पशुपालन ऄर्संरचना डर्कास डनडध (ए एच अइ डी एफ) पशुपालन और डेयरी डर्भाग, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार केतहत समग्र प्रदशवन केडलए दूसरा पुरस्कार डमला। •के नरा बैंक को एग्री आंफ्रा फं ड ऄर्ाडवसमारोह केदौरान ऄडभयान ऄर्डध केलक्ष्य ऄचीर्सवकेडलए दूसरा पुरस्कार और बैंकों द्वारा मूल्यर्ान योगदान केडलए तीसरा पुरस्कार डमला


ऄंक – 4, जून 2023 39 फो टो ग्रा फी कॉ नव र डनहाररका दमानी प्रबंधक कांचरापाड़ा शाखा


ऄंक – 4, जून 2023 40 कोलकाता ककरण त्रैमाडसक इ पडत्रका


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