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सिद्धकुंजिका स्त्रोत का पठन करने से वैवाहिक जेवण में समृद्धि आती है। इस स्त्रोत का सम्बन्ध भगवान् शिव और देवी पार्वती जी से है, इसके पठन से विवाह में यदि विलम्ब आ रहा हो तो दूर होता है और साथ ही साथ वैवाहिक रिश्तों में मधुरता आती है। सिद्धकुंजिका स्त्रोतम का पाठ करने से विवाह में सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। आप हमारे साथ अपनी मुफ्त कुंडली बना सकते हैं। Visit: https://kundlihindi.com/blog/kunjika-stotram/

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Published by pachangam, 2024-04-11 01:08:01

सिद्ध कुंजिका स्तोत्रम्- परम कल्याणकारी व सौभाग्यवर्धक स्त्रोत्र

सिद्धकुंजिका स्त्रोत का पठन करने से वैवाहिक जेवण में समृद्धि आती है। इस स्त्रोत का सम्बन्ध भगवान् शिव और देवी पार्वती जी से है, इसके पठन से विवाह में यदि विलम्ब आ रहा हो तो दूर होता है और साथ ही साथ वैवाहिक रिश्तों में मधुरता आती है। सिद्धकुंजिका स्त्रोतम का पाठ करने से विवाह में सुख और समृद्धि प्राप्त होती है। आप हमारे साथ अपनी मुफ्त कुंडली बना सकते हैं। Visit: https://kundlihindi.com/blog/kunjika-stotram/

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हमारेवैदिक ग्रंथ ंमेंअनेक ंऐसेपाठ और स्त्र त ंका वर्णन हैज हमेंचमत्काररक पररर्ाम प्रिान करतेहैं। ऐसा ही एक स्त्र त है- दसद्ध क ं दजका स्त्र त। अनेक धादमणक अन ष्ठान ंमेंज दवशेष रूप सेमााँि र्ाणसेसम्बंदधत है, उनमेंसिद्ध क ुं सिका स्त्रोत के पाठ का दवधान है। यह एक अत्यंत श भ फल प्रिायी स्त्र त हैऔर प्रम ख ि र्ाण माता के अन ष्ठान ंसेपहलेइसेपढ़ा जाता है। इस स्त्र त क भर्वान दशव नेिेवी पावणती क दसखाया था और इसे एक र् प्त स्त्र त के नाम सेभी जाना जाता है। शास्त्र ंके अन सार दसद्ध क ं दजका स्त त्र का एक पाठ हमें संपूर्ण चंदिका पाठ क पढ़नेके बराबर श भ पररर्ाम िेती है। ऐसा भी माना जाता हैदक दसद्ध क ं दजका स्त्र त के पाठ के दबना यदि चंदिका पाठ दकया जाए त यह पूर्णपररर्ाम नही ंिेता है। दसद्ध क ं दजका स्त त्र का पाठ करनेसेआशीवाणि और समृद्धद्ध दमलती है, ज दकसी भी संघषणमेंसाहस और उत्तेजना िेता है। यह स्त त्र मां ि र्ाणकी कृ पा क आकदषणत करता हैऔर व्यद्धि क संघषों और अड़चन ंसे म द्धि दिलाता है। र्ौरीतंत्र मेंवदर्णत दसद्ध क ं दजका स्त त्र व्यद्धि के जीवन मेंद्धथथदतय ंक स धारता हैऔर उसे मां की कृ पा सेआशीवाणि प्राप्त ह ता है। सिद्धक ुं सिका स्त्रोत व वैवासिक िीवन मेंिमृद्धद्ध दसद्धक ं दजका स्त्र त का पठन करनेसेवैवासिक िेवण मेंिमृद्धद्ध आती है। इस स्त्र त का सम्बन्ध भर्वान्दशव और िेवी पावणती जी सेहै, इसके पठन सेदववाह मेंयदि दवलम्ब आ रहा ह त िू र ह ता हैऔर साथ ही साथ वैवादहक ररश् ंमेंमध रता आती है। दसद्धक ं दजका स्त्र तम का पाठ करनेसेदववाह मेंस ख और समृद्धद्ध प्राप्त ह ती है। दसद्धक ं दजका स्त्र तम के महत्व क समझनेके दलए हमेंदेवी द र्ााकी मदहमा क समझना आवश्यक है। िेवी ि र्ाणदहंिूधमणकी मां शद्धि का प्रतीक हैं, ज सभी समस्याओं क िू र करनेवाली हैं। दसद्धक ं दजका स्त्र तम उनकी कृ पा क प्राप्त करनेका एक उपाय है। इसके माध्यम सेध्यान और पूजा करनेसेि र्ाणमाता दववाह में समृद्धद्ध के दलए आशीवाणि प्रिान करती हैं। सिद्ध क ुं सिका स्तोत्रम्- परम कल्याणकारी व िौभाग्यवर्ाक स्त्रोत्र


इस प्रकार, सिद्धक ुं सिका स्त्रोतम सववाि संस्कार मेंसमृद्धद्ध के दलए महत्वपूर्णहैऔर इसेदनयदमत रूप से पाठ करनेसेदववादहत ज ड़ेके बीच ख शहाली और स ख का संचार ह ता है। सिद्ध क ुं सिका स्तोत्रम्केशब्द सनम्नसिद्धित िैं: ॐ ऐ ुंह्ी ुंक्ी ुंचाम ण्डायैसवच्चे। ह्ी ुंक्ी ुंऐ ुंॐ । नमः श्ी ुंऐ ुंसविय सवभवायैनमः। ॐ ऐ ुंह्ी ुंक्ी ुंचाम ण्डायैसवच्चे। ऐ ुंक्ी ुंह्ी ुंिौ: । नमः श्ी ुंऐ ुंिद्य बिायैनमः। ॐ ऐ ुंह्ी ुंक्ी ुंचाम ण्डायैसवच्चे। ह्ी ुंक्ी ुंऐ ुंिवािन सियायैनमः। नमः श्ी ुंह्ी ुंऐ ुंसवश्व िनन्यैनमः। ॐ ऐ ुंह्ी ुंक्ी ुंचाम ण्डायैसवच्चे। ऐ ुंक्ी ुंह्ी ुंहुंफट्स्वािा । नमः श्ी ुंह्ी ुंक्ी ुंऐ ुंमिारौद्र्यैनमः। यह स्त त्र समस्त संकट ंकेदनवारर् और अच्छेभाग्य की प्राद्धप्त केदलए जाना जाता है। Read more about: Free क ुं डिी | Free क ुं डिी समिान | Health Prediction Source: https://kundlihindi.com/blog/kunjika-stotram/


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