BaartIya ivad\yaalaya ,Ala Gauba`a
kxaa 7 iWtIya BaaYaa
paz yaaojanaa : मठाई वाला
श द – अथ –
नेह भ ष त – नहे से भरा हुआ
अतं यापी – दय म व!यमान
अ"#तभ – सु त
"#ति%ठत – स&मा#नत
अ#तशय – अ(धकता
वा य "योग –
पुल-कत – .खलौने पाकर ब2चा पुल-कत हो उठा |
अनुभव – जीवन के अनुभव7 से हम बहुत कु छ सीखते ह9 |
यवसाय – मरे े पता का यवसाय बहुत अ2छा चल रहा है |
धीरज – मसु ीबत म हम सदैव धीरज से काम लेना चा;हए |
संशय – अ=यापक7 से बात करके व!या(थय7 के सभी संशय दरू हो गए |
अ तलघु उ र य न
(1) रो;हणी के प#त का या नाम था? रो;हणी ने उनसे -कसे बुलाने के लए कहा?
उBर-
रो;हणी के प#त का नाम वजय बाबू था। रो;हणी ने उनसे मुरलEवाले को बलु ाने के लए कहा।
(2) चFु नू-मुFनू कौन थे और वे कहाँ गए थ?े
उBर-
चFु नू-मुFनू रो;हणी के ब2चे थे वे पाक म खले ने गए थे।
(3) मुरलEवाले का वर सुनकर रो;हणी को या मरण हो आया?
उBर-
मुरलEवाले के वर सुनकर रो;हणी को मन-हE-मन .खलौनेवाले का मरण हो आया। वह भी इसी
तरह गा-गाकर .खलौने बेचा करता था।
(4) मठाईवाला पहले या था?
उBर-
मठाईवाला पहले "#ति%ठत यापारE था।
(5) राय वजयबहादरु के ब2च7 ने कौन-कौन से .खलौने खरEदे ?
उBर-
राय वजयबहादरु के ब2च7 चFु नू और मुFनू ने हाथी और घोड़ा खरEदा ।
लघु उ र य न
(6) नगरभर म या समाचार फै ल गया था? लोग या बात कर रहे थ?े
उBर-
नगरभर म समाचार फै ल गया -क मधरु तान म गाकर मरु लयाँ बेचनेवाला आया है। वह सफ
दो-दो पसै े म मुरलE बेचता है। लोग7 के लए वहाँ यह आNचय वालE बात थी -क वह सफ दो-दो
पसै े म मुर लयाँ बेच रहा है , और वे सोच रहे थे -क भला इतने कम पैसे म उसे या फायदा
होता होगा।
(7) मीठे वर को सुनकर लोग अि थर य7 हो जाते थ?े
उBर-
.खलौनेवाला मधरु वर व मादक Qप से गा-गाकर ब2च7 को बुलाता था | उसका गान इतना
मधरु होता था -क छोटे-बड़े सभी उसके मीठे वर से "भा वत होकर अि थर हो जाते थे।
(8) मुरलEवाला देखने म कै सा था? लोग7 ने उसके बारे म या अदं ाजा लगाया?
उBर-
मरु लEवाला देखने म गोरा-पतला युवक था। उसकT उU लगभग 30-32 कT थी। वह बीकानरे E
रंगीन साफ़ा बाँधता था। उसके बारे म लोग7 ने यहE अदं ाजा लगाया -क संभवतः वहE यि त
सबसे पहले .खलौने बेचने शहर म आया था।
(9) मठाईवाले कT आवाज़ सुन रो;हणी झट से नीचे य7 उतर आई ?
उBर-
मठाईवाले कT आवाज़ सुनकर रो;हणी तरु ंत समझ गई -क वह वहE यि त है जो पहले .खलौने
और मुरलE लेकर आया था। उस यि त के सरल वभाव से रो;हणी कु छ प[र(चत हो गई थी।
वह उसके वषय म जानना चाहती थी, इस लए वह झट से आवाज़ सुनकर नीचे उतर कर आई
ता-क ब2च7 के लए मठाई के बहाने उसे बलु ाया जा सके ।
(10)
मठाईवाले म वे कौन से गणु थे िजनकT वजह से ब2चे तो ब2च,े बड़े भी उसकT ओर .खचं े चले
आते थे?
उBर
मठाईवाला मधरु आवाज म गा-गाकर अपनी चीज7 कT वशषे ताएँ बताता , ब2च7 कT मनपसंद
चीज लाता , कम दाम7 म बचे ता , ब2च7 से अपन_व दशाता आ;द | उसकT इFहEं वशषे ताओं
के कारण ब2चे तो ब2चे बड़े भी उसकT ओर .खचं े चले आते थे।
(11)
.खलौनवे ाले के आने पर ब2च7 कT या "#त-`या होती थी?
उBर-
.खलौने वाले के आने पर ब2चे खशु हो जाते थे। वे खले कू द भलू जाते थे और उFह अपने
सामान, जतू -े चaपल आ;द का =यान भी नहEं रहता था | वे अपने-अपने घर से पैसे लाकर
.खलौने का मोल-भाव करने लग जाते थे। .खलौनवे ाला उनका मन चाहा .खलौना दे देता था और
ब2चे उFह लेकर काफ़T खशु हो जाते थे।
(12)
रो;हणी को मुरलEवाले के वर से .खलौनेवाले का मरण य7 हो आया?
उBर-
रो;हणी को मरु लEवाले के वर से .खलौनवे ाले का मरण इस लए हो आया य7-क .खलौनेवाले
कT आवाज़ कT तरह हE इसकT आवाज़ जानी पहचानी थी। .खलौनेवाला भी इसी "कार मधरु
वर से गाकर .खलौने बेचा करता था। मुरलEवाला ठbक उसी तरह हE मीठे वर म गाकर
मुर लयाँ बचे रहा था।
(13)
‘अब इस बार ये पैसे न लँूगा’-कहानी के अतं म मठाईवाले ने ऐसा य7 कहा?
उBर-
मठाईवाले के जीवन का रह य कोई नहEं जानता था | जब वह अपने जीवन कT सारE गाथा
दादE और रो;हणी को बता रहा था उसी समय रो;हणी के छोटे-छोटे ब2चे चFु नू-मFु नू आकर
मठाई मागँ ने लगते ह9। वह दोन7 को मठाई से भरE एक-एक पeु ड़या देता है। रो;हणी पैसे देती
है तो उसका यह कहना-“अब इस बार ये पसै े न लँूगा” इस बात को दशाता है -क उसका मन
भर आया और ये ब2चे उसे अपने ब2चे हE लगे।
उ(चत वकhप चनु कर खालE थान भ[रए –
- रो;हणी वजय बाबू कT ....................थी | (माँ, प_नी )
- मठाईवाला नगर का एक ...............आदमी था |("#ति%ठत, बदनाम )
- .खलौनवे ाला बड़े ................. वर म गाता था | ( मादक, ऊँ च)े
- मठाईवाला रंगीन .................साफा बाधँ ता था | (पजं ाबी ,बीकानरे E)
- वजय बाबू ...................पढ़ रहे थे | ( पु तक, अखबार )
सहE गलत कथन –
- .खलौनेवाला, मठाईवाला और मुरलEवाला तीन7 एक हE यि त थे |
- रो;हणी छत पर अपने बाल सुखा रहE थी |
- मरु लEवाला मुर लयाँ चार-चार पैसे कT बेच रहा था |
- मरु लEवाला सावं ले रंग व छोटे कद का यि त था |
- .खलौने वाले कT आवाज़ सुनकर सभी ब2चे पुल-कत हो जाते थे |