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This book is written by Sushil Kumar Malihabad Lucknow.
Its contains the brief description of several public welfare work in sector of Greening, Building Construction technique awakening Territorial History collection and writing Invention, Research, Hindi writing etc done by Engineer Hemant Kumar village Pheena district Bijnor Uttar Pradesh

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर निवासी इंजीनियर हेमंत कुमार के कार्य Work of Engineer Hemant Kumar Village Pheena District Bijnor

This book is written by Sushil Kumar Malihabad Lucknow.
Its contains the brief description of several public welfare work in sector of Greening, Building Construction technique awakening Territorial History collection and writing Invention, Research, Hindi writing etc done by Engineer Hemant Kumar village Pheena district Bijnor Uttar Pradesh

Keywords: Work of Engineer Hemant Kumar Village Pheena District Bijnor ग्राम फीना जनपद बिजनौर निवासी इंजीनियर हेमंत कुमार के कार्य,pheona feena

सुशील कु मार

रिक्त पषृ ्ठ

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी
इजं ीबनयर हेमतं कु मार
के कायय

प्रस्तुतकताय
सशु ील कु मार

प्रकाशन, मुद्रण तथा बवतरण मार्यदशयन

कोर प्रकाशन इबडिया प्रा.बल.नई बदल्ली

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी
इजं ीबनयर हेमतं कु मार
के कायय

प्रस्तुतकताय सुशील कु मार
ई-संस्करण प्रथम 2021
कॉपीराइट मुक्त

प्रकाशक स्वप्रकाबशत
सुशील कु मार, मबलहािाद, लखनऊ (उ.प्र.)

मूल्य 500 रूपये मात्र (कलर)
प्रबतयााँ 50

समस्त वाद बववाद लखनऊ कोटय में ही बनपटाए जायेंर्े।

Lej.kh;

iwT; ekrk&firk th

आभार

इस रचना में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सहयोगी रहे सभी लोगों तथा शभु चचिंतकों का आभार।

सहयोर्ीर्ण

सवय श्री-इ.िं रामप्रकाश प्रजापचत (महोबा), डॉ. चजतेन्द्रकु मार चसहिं ‘संजि य‘ (दवे गढ सोनभर), अतलु चरंि चिवदे ी (प्रयागराज),
इ.िं आर.के . कौचशक (झासाँ ी), पवन बख्सी (चहमाचल), इ.िं गरु ुप्रसाद (चमजाापरु ), श्री प्रदीप श्रीवास्तव, श्री परु ुषोत्तम शकु ्ल, कमलशे
कु मार (चचत्रकू ट), चवभु श्रीवास्तव (लखनऊ), इ.ंि बजृ ने्द्र सखिं वार (पखु रायािं कानपरु ), इ.िं रूप चसिंह (जालौन), श्री नरेन्द्र चसिंह (स्याऊ
चबजनौर), राजरंे चसिंह (फै जपरु ), श्री जय चसिहं (सीमला चबजनौर), चवशाल कु मार (नरावली)

श्री समर चसंिह, लचलत चौहान, रचव कु मार, उत्तम कु मार, धीरेश बहादरु राजपतू , कृ ष्ण कु मार, राजन चौहान, चवमल कु मार चौहान
(फीना चबजनौर), चववके गपु ्ता (शादीपरु ), ब्रहम चसहिं गजू र (हीमपरु दीपा), डॉ. अचनल कु मार शमाा (धामपरु ), के शव चशवहरे, कु लदीप
श्रीवास्तव, रमाकान्द्त गपु ्ता, दवे शे कु मार जनै , अशोक गपु ्ता, राजीव गग,ा गीत श्रीवास्तव, श्याम गपु ्ता, उमाकान्द्त गपु ्ता, चववके कु मार
श्रीवास्तव, अचभषके चमश्रा, इ.ंि योगने्द्र कु मार, इ.िं नरेन्द्र चसिंह पटेल, राजा पटेल, सरु ेश कु मार जसनानी, राजशे कु मार सोनी, उमेश चमश्रा,
रतन चसंहि , श्याम चसहंि , रामगोपाल, चशवमरू त चसंिह, कमलशे कु मार (चचत्रकू ट), इ.ंि अजय कु मार चसिंह, चशवरंे प्रताप चसहंि (प्रयागराज),
इ.िं चबहारी लाल चसहंि , इ.ंि योगेन्द्रबाबू चसंिह, चहम्मत चसिहं (बााँदा), इ.ंि अतलु कु मार गौतम, इ.िं अचनल कु मार (कानपरु ), इ.ंि महरें चसिहं ,
इ.िं रजनीकान्द्त मौया (फतहे परु ), इ.ंि चवनय यादव, इ.ंि रामाश्रय यादव (मऊ), आशीष शमाा (गाचजयाबाद), कु लदीप वमाा, प्रकाश
श्रीवास्तव, कमलशे कु मार, डॉ. सनु ील कु मार अग्रवाल, सदिं ीप पाण्डेय (लखनऊ), सज्जनपाल सहु ाग, श्री आचदत्य प्रकाश, श्री प्रमोद
कौचशक, धीरेन्द्र कु मार (चदल्ली)

fjDr i`’B

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

भूमिका

श्री हमे न्त कु मार जी ग्राम फीना जनपद बिजनौर (उ.प्र.) के रहने वाले ह।ैं वततमान मंे आप उ.प्र. के ब चंि ाई एविं जल
ंि ाधन बवभाग में हायक अबभयतंि ा के पद पर कायरत त ह।ैं राजकीय दाबयत्वों को कु शलता और तत्परता े
बनभाने के ाथ ाथ श्री हमे न्त कु मार बहदंि ी ाबहत्य, बवज्ञान लेखन, क्षेत्रीय इबतहा कंि लन और लेखन,
आबवष्कार, नवाचार, शोध, हररयाली बवस्तार तथा भवन बनमातण तकनीक जनजागरण जै े क्षेत्रों मंे अच्छा,
हेितं कु िार जनोपयोगी और पररणामपरक कायत कर चकु े तथा आगे भी बनरिंतर प्रया कर रहे ह।ैं यंि ोग े जि मझु े इनके द्वारा
बवबभन्न क्षते ्रों मंे बकये गये कायों के िारे में पता चला तो िहुत आश्चयत हुआ बक बक प्रकार इन्होंने अनके क्षेत्रों में इतने महत्वपणू त
कायत कर रखे ह।ैं श्री हमे न्त कु मार के कायों की ि े िड़ी बवशषे ता है बक वे जनोपयोगी और राष्रबहत मंे होने के ाथ ाथ भारतीय
सिं ्कृ बत को िढ़ावा दने े वाले ह।ैं मनंै े पाया बक ये िहुत शांिबतपवू तक और बनरंितर कायत करते रहते ह।ंै आप आत्मप्रशंि ा े को ों दरू
रहते ह।ंै इ ी कारण इनकी उपलबधधयों के िारे िहतु ही कम लोग जानते ह।ैं हालाँाबक बवगत दो-तीन वषों े माचार पत्रों और ोशल
मीबिया पर इन े जड़ु ी िहुत खिरें आयी ह।ैं इनके कायों के िारे में जान कर पता चलता है बक ऐ े कायत कोई िड़ा कमतयोगी,
माज वे ी, प्रखर तकत शील और वजै ्ञाबनक ोच वाला व्यबि ही कर कता ह।ै मबु चत मलू यांिकन हते ु मंैने इनके कायों को बनम्नवत
शीषतकों में िााँटा ह।ै

1) बहन्दी ाबहत्य के क्षते ्र में कायत तथा उपलबधधयाँा
2) आबवष्कार, नवाचार तथा शोध के क्षेत्र में कायत तथा उपलबधधयााँ
3) हररयाली बवस्तार तथा जल ंिरक्षण के क्षेत्र में कायत तथा उपलबधधयाँा
4) भवन तकनीक जनजागरण के क्षेत्र मंे कायत तथा उपलबधधयाँा
5) क्षते ्रीय इबतहा िंकलन और लखे न के क्षते ्र में कायत तथा उपलबधधयााँ
6) रकारी वे ा में ामान्य दाबयत्वों के अलावा बवशेष योगदान
7) माज वे ा तथा ंिगठनात्मक दाबयत्व
8) प्राप्त म्मान,प्रशबस्त पत्र,प्रमाण पत्र,स्मबृ त पत्र,स्मबृ त बचन्ह
9) माचार पत्रों तथा ई न्यज़ू के रूप में प्रकाबशत बवबभन्न कायों े जिु ी खिरंे
10) बवबवध अबभलेख

उि शीषतकों के अितं गतत श्री हमे तिं कु मार के कायों का बववरण आगे अध्यायों के रूप में बदया गया ह।ै अत्यतंि प्र न्नता हो रही है बक
इनके कायों को प्रस्ततु करने का मझु े अव र बमला। पसु ्तक के तथ्यों को ंिकबलत करने और बवबभन्न जानकाररयाँा हजता े उपलधध
कराने के बलए मंै श्री हमे तंि कु मार और अन्य हयोगकतातओिं का हाबदकत धन्यवाद प्रेबषत करता ह।ाँ मनंै े श्री हमे तंि कु मार के कायों को
के वल प्रस्ततु करने का प्रया बकया ह।ै इन कायों के आधार पर इनके व्यबित्व का मलू यांिकन करना पाठकों के बववेक पर छोड़ बदया
ह।ै पसु ्तक को त्रबु टरबहत रखने का मनैं े भर क प्रया बकया है बफर भी कु छ न कु छ गलबतयााँ अवश्य रह गयी होंगी। पाठकों े अपके ्षा
है बक वे इन त्रबु टयों को उजागर करते हुए धु ार हते ु बू चत करंेग।े मैं उन भी लोगों का भी धन्यवाद ज्ञाबपत करता हँा बजन्होंने इ
रचना को परू ा करने में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप में हयोग बकया है। मझु े पणू त बवश्वा है बक यह रचना लोगों को कारात्मक
बचतिं न और बनस्वाथत भाव े दशे व माज बहत मंे कायत करने के बलए प्रेररत करने मंे फल रहगे ी।

सशु ील कु िार
मबलहािाद, लखनऊ

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

ररि पषृ ्ठ

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

बवषय चू ी

क्रि पेज
सखं ्या सखं ्या

1 बहन्दी ाबहत्य के क्षते ्र मंे कायत तथा उपलबधधयाँा 1
2 आबवष्कार, नवाचार तथा शोध के क्षेत्र में कायत तथा उपलबधधयााँ 9
3 हररयाली बवस्तार तथा जल िंरक्षण के क्षेत्र मंे कायत तथा उपलबधधयााँ 17
4 भवन तकनीक जनजागरण के क्षेत्र में कायत तथा उपलबधधयाँा 25
5 क्षते ्रीय इबतहा िकं लन और लेखन के क्षेत्र मंे कायत तथा उपलबधधयााँ 34
6 रकारी वे ा में ामान्य दाबयत्वों के अलावा बवशषे योगदान 68
7 माज ेवा तथा िंगठनात्मक दाबयत्व 83
8 प्राप्त म्मान,प्रशबस्त पत्र,प्रमाण पत्र,स्मबृ त पत्र,स्मबृ त बचन्ह 90
9 माचार पत्रों तथा ई न्यज़ू के रूप में प्रकाबशत बवबभन्न कायों े जिु ी खिरंे 134
10 बवबवध अबभलेख 182

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

ररि पषृ ्ठ

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

अध्याय 1
हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में कायय तथा उपलहधियााँ

1) जलु ाई 2021 तक श्री हमे न्त कु मार की चार पसु ्तकें प्रकाशित हो चकु ी ह।ंै आरंशिक चार को ISBN (इटं रनिे नल स्टंैडडड बकु नंबर)

प्राप्त ह।ै इनके अलावा कई अन्य पसु ्तकों पर िी आप लेखन कर रहे ह।ैं

क्रम प्रकाहित पुस्तक का नाम हिषय/हििा आकार / प्रकािन
सखं ्या िवन शनयोजन एवं शनमाडण तकनीक िषय
1 मकान बनवाते समय ध्यान रखने वाली 125 बहुत
पाके ट बकु /2017
जरुरी बातें
2 शवशवध प्रकार के िवनों का पररचय एवं नक्िे 13 प्रकार के िवनों के शनयोजन के A4/2019
शसद्ांत और नक्िे
3 शवचार मंजरी शनबधं शडमाई/ 2020
4 पसु ्तक शवमोचन के सशचत्र संस्मरण ससं ्मरण शडमाई/2021
5 िवन शनमाडण तकनीक जन जागरण अशियान संस्मरण के रूप मंे जन-जागरण साशहत्य A4/2021

1

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

2) श्री हमे ंत कु मार की दसू री पसु ्तक विविध प्रकार के भिनों का पररचय एिं नक्शे के ई-ससं ्करण का शवमोचन आई.आई.टी.

रुड़की मंे वहाँा के प्रबदु ् प्रचायों द्वारा शकया गया। यह यह पसु ्तक िवन शनयोजन तकनीक पर शलखी गयी है और शहदं ी मंे इस शवधा
की अग्रणी पसु ्तक ह।ै िवन शनयोजन के क्षते ्र में यह लाखों- करोड़ों पररवारों को लाि पहुचँा ा सकती ह।ै इसीशलए श्री हमे तं कु मार
ने व्यापक जनशहत को दखे ते हुए इस पसु ्तक का ई- संस्करण िरु ू से ही शनिलु ्क रखा। ई- ससं ्करण शनिलु ्क होने के कारण इस
पसु ्तक का सजं ्ञान हजारों लोगों ने शलया। यह शलंक इस प्रकार ह-ै

http://www.hemantkumarblog.com/Enquiry.aspx

2

ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

3) उक्त पसु ्तक को प्रशवशध (तकनीकी) वगड मंे परू े प्रदिे में प्रथम आने पर उत्तर प्रदिे सरकार के शहन्दी संस्थान ने वर्ड 2019 के शलये

सम्पणू ाडनन्द नाशमत परु स्कार और शपचहत्तर हजार का ईनाम शदया। यह परु स्कार राज्य स्तरीय साशहत्यकारों को शदया जाता ह।ै श्री
हमे ंत कु मार ने अपने गहृ जनपद को इस वगड मंे पहला परु स्कार शदलाया। प्रदिे स्तर पर इनके गाँाव और जनपद का नाम दजड हुआ।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

4) श्री हमे न्त कु मार ने शवज्ञान की बातों के प्रसार के शलये बोलचाल की आम शहन्दी िार्ा मंे तकनीकी शवर्य पर अनेक लेख शलखे।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

5) शवज्ञान के अलावा इशतहास तथा समसामशयक शवर्यों पर श्री हमे न्त कु मार के शलखे अनके लखे प्रकाशित हुए ।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

6) श्री हमे न्त कु मार द्वारा शलखी कु छ पसु ्तक समीक्षा समाचार पत्र-पशत्रका मंे प्रकाशित हुई ं।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सुशील कु मार

7) श्री हमे न्त कु मार शदल्ली से प्रकाशित हुई राष्ट्रीय माशसक पशत्रका दी कोर के क्रमिः सह संपादक और वररष्ठ सह सम्पादक रह।े शिर

आपको अशतशथ सपं ादक बनाया गया। इस दौरान इन्होने कई सम्पादकीय शलखे।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सुशील कु मार

8) श्री हमे ंत कु मार ने अगस्त 2021 तक 5 पसु ्तकंे शलखी शजनका शववरण इस अध्याय की िरु ुआत में शदया गया है । इन पाचं

के अलावा वे कु छ और पसु ्तकों को शलख रहे हैं । इनका शववरण शनम्नवत ह।ै

1) फीना के स्ितन्त्रता सगं ्राम सेनानी और उनकी सघं र्ष गाथा
2) विज्ञान के कु छ वकस्से
3) भिनों की प्लावनगं , नक्शे एिं वनमाषण तकनीक
4) मकान बनिाते समय सािधावनयाँा
5) फीना का पररचय इवतहास एिं सांस्कृ वतक अध्ययन
6) विला वबिनौर का पररचय एिं इवतहास
7) शब्द सिं ाद लेख संग्रह

(प्रस्तावित पुस्तकों के वदये िा रहे नामों मंे आंवशक सशं ोधन वकया िा सकता है)

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

अध्याय 2

आविष्कार, निाचार तथा शोध के क्षेत्र में कायय तथा उपलवधधयााँ

1) श्री हमे न्त कु मार के कं ट्रोल्ड वॉटर एडं एयर डडस्पेंसर फॉर इडं ोर एंड आउटडोर प्ांट नामक आडवष्कार को भारत सरकार ने पेटेंट

प्रदान डकया। इसका पेटेंट नंबर 370026 ह।ै यह एक उपकरण है जो पौधों को डनडित समय के अतं रा् पर पानी भेजता रहता ह।ै

पौधे को दी जाने वा्ी पानी की मात्रा नॉब द्वारा डनयंडत्रत की जा सकती ह।ै इस उपकरण को च्ाने के ड्ए डबज्ी, बैटरी, स्े

या सो्र पनै ् जसै ी डकसी बाहरी ऊजाा की आवश्यकता नहीं पड़ती। इस उपकरण से पानी सीधे पौधे की जड़ क्षेत्र में पहचँु ता है
इसड्ये इससे ्गभग 20-25 प्रडतशत पानी की बचत भी होती ह।ै इस उपकरण में एक बार पानी भरने के बाद कम से कम 15
डदन स्वतः डसचं ाई होती रहती ह।ै पानी भरने के ड्ए उपकरण मंे ्गी टंकी का आकार बढ़ा डदया जाय तो दो महीने तक यह स्वतः
डसंचाई करता रहता। यह बहत जनोपयोगी और पानी की बचत करने वा्ा आडवष्कार ह।ै इसके माध्यम से आडवष्कार की दडु नया

मंे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्री हमे न्त कु मार ने अपने गाँुव, जनपद तथा दशे का नाम दजा कराया। इसके अ्ावा इनके सात अन्य

नवाचार पटे ेंट के ड्ये भारत सरकार के यहाुँ आवेडदत ह।ंै

िवकंि ग माडल

वडकंि ग मॉड् के साथ आडवष्कारक हमे तं कु मार
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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

13 जुलाई 2021 अमर उजाला नरू परु बिजनौर सर् एक्सप्रेस कोटद्वार
सवं ाददाता श्री अबनल र्ादव संपादक श्री रजनीश त्र्ागी सवं ाददाता श्री दवे ेश राजपतू

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

2) श्री हमे न्त कु मार ने फ््ावर पॉट नामक एक डडजाइन बनाया, डजसे भारतीय पटे ेंट ऑडफस से डडजाईन की श्रणे ी में मान्यता डम्ी ।

यह एक गम्े का नवीन डडजाईन था डजसमंे डसंचाई का अडतररक्त पानी गम्े से बाहर डनक् कर फशा को गन्दा नहीं करता ।
इसके अ्ावा इनके दो अन्य नतू न डडजाईन भारतीय पटे ंेट ऑडफस मंे मान्यता के ड्ए आवेडदत हैं ।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सुशील कु मार

3) श्री हमे न्त कु मार के चार ररसचा पेपर प्रकाडशत हो चकु े ह।ंै चारों जनडहत या समाज से सीधे जड़ु े हैं । इनका डववरण डनम्नवत है ।

क्रम शोधपत्र का नाम उपयोग क्षेत्र
सखं ्या
1 समावशे ी बीम भवन की छत को मजबतू ी दने े से सम्बंडधत तकनीक
2a नदी तटबधं ों की सरु क्षा का स्तर ज्ञात करने का HK नदी तटबंधों की सरु क्षा जानने से सम्बंडधत तकनीक

मॉड् उपरोक्त का अंग्रेजी अनवु ाद तकनीक
2b HK model for determinate the safety level
अपने पैतकृ ग्राम फीना के गमु नाम इडतहास को ससं ्कृ डत व
of river embankments. संकड्त डकया और शोध पत्र के माध्यम से सबके इडतहास
सामने प्रस्तुत डकया। यह काया पह्े डकसी ने नहीं
3 ग्राम फीना में स्वततं ्रता आन्दो्नों की ्हर डकया था ।

4 डवक्रमसंवत की स्वीकायता ा में कु छ अड़चने यह इडतहास डवषय से जड़ु ा शोधपत्र है । डजसे ्खनऊ ससं ्कृ डत व
डवश्वडवद्या्य मंे माननीय डवधान सभा अध्यक्ष श्री इडतहास
हृदय नारायण दीडक्षत जी के समक्ष पढ़ा गया ।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

4) श्री हमे न्त कु मार के HK model for determinate the safety level of river embankment नामक एक शोधपत्र की

सकं ल्पनाओं का संज्ञान जनडहत से जड़ु े कायों हते ु अतं ररााष्ट्रीय इजं ीडनयररंग फमों ने ड्या।

क्र. फमय का नाम कायय प्रमाण

सं.

1 DHI (India) water & environment Pvt. Consultancy service for conducting driver Page 19 of Annexure-A

Ltd. New Delhi behaviour analysis In last part of final report
Revision A submitted in

march 2021

2 JPS associate (P) Ltd New Delhi Planning community outreach and enhancing Final report
community participation for flood management Date 03-01-2021

Page 24

3 (EGIS India consulting Engineering Pvt Consultancy service for development of Paper is show in portal of

Ltd) for Flood Management Information Embankment Assets Management System (EAMS) Flood Management

System Centre Lucknow. For Irrigation and Water Resources Department Information System Centre

Uttar Pradesh Lucknow. Under

knowledge Management.

page 24

Page 19 of Annexure-A In last part of final report Revision A submitted in March 2021

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सुशील कु मार

5) श्री हमे न्त कु मार ने कई और आडवष्कार डकये हैं जो डक पटे ंेट के ड्ये आवेडदत ह।ंै इनमंे से शरु ू के चार आडवष्कार ज् सरं क्षण

को बढ़ावा दने े वा्े ह।ंै इनको पटे ेंट डम्ता है या नहीं यह भडवष्य के हाथों में ह।ै

क्र. आविष्कार का नाम आिेदन सखं ्या
स.
201711012540
1 OVERFLOW FREE WATER SUPPLY TANK 201711030649
201711031922
2 INSECT AND OVERFLOW FREE DOMESTIC WATER 201711031923

STORAGE TANK 201711030111
201711031924
3 HEIGHT ADJUSTABLE WATER STORAGE TANK 201711040040

4 ELECTRODE FREE AND SHOCK PROOF AUTOMATIC

CONTROLLED ANTIOVERFLOW WATER STORAGE
TANK

5 ADJUSTABLE MOUTH OPENING BAR BENDING KEY

6 PRINTED WORD FOCUSING DIGITAL MULTI

LANGUAGE DICTIONARY

7 SNAKE ENTRAPPING-KILLING JAW WITH KEEPING

YOURSELF/HUNTER AFAR

6) श्री हमे न्त कु मार ने दो नए डडजाईन और बनाये हैं डजन्हें डडजाईन की श्रणे ी मंे मान्यता ्ेने के ड्ए पटे ंेट आडफस मंे आवडे दत डकया

गया ह।ैं

क्र. निाचार का नाम आिेदन सखं ्या
स.
311279
1 Adjustable Door Seal 311280
2 Door stopper

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सुशील कु मार

अध्याय 3
हरियाली विस्ताि तथा जल संिक्षण के क्षेत्र मंे कायय तथा उपलवधियााँ

1) श्री हमे न्त कु मार ने हररयाली विस्तार के वलये पेड़ जियाओ अजियान की शरु ुआत की। प्रत्येक व्यवि की वनजी आिश्यकताओं
जसै े अखबार, कापी वकताब, फनीचर, अन्त्यवे ि, दरिाजे वखड़की आवद के कारण चार से छह पड़े स्िाह हो जाते ह।ंै इसवलए कम

से कम उतने पड़े विकवसत कर दने ा हम सब की व्यविगत वजम्मेदारी है वजतने हमारे कारण कटे। यह इस अवियान की मलू संकल्पना
ह।ै इस अवियान मंे पौधा िटंे /दान वकया जाता। लेने िाले को रोपण के बाद उसके 8-9 फीट ऊँ चा होने तक दखे िाल करने का
िचन लेना पड़ता है ।

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

2) पेड़ जियाओ अजियान के अंतगतग अनके लोगो को प्ररे रत वकया और जलु ाई 2021 तक लगिग 380 पौधे रोवपत कराये गये।

इनमें लगिग 70 स्िािलंबी हो चकु े ह।ैं

पड़े बजर्ाओ अबिर्ान के अतं र्यत रोपा र्र्ा पहला पौधा । जनपद बित्रकू ट

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ग्राम फीना जनपद बिजनौर बनवासी इ.ं हमे न्त कु मार के कार्य प्रस्ततु कताय सशु ील कु मार

पड़े बजर्ाओ अबिर्ान के िड़े सहिार्ी श्री प्रदीप कु मार श्रीवास्तव ग्राम िघवारा बित्रकू ट धाम कवी (उप्र) और उनके पौधे
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Shree Brajendar Sankhwar
with their self depend palnts

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3) श्री हमे न्त कु मार को िकृ ्ष वमत्र के रूप मंे पहचान वमली।

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4) हररयाली विस्तार हते ु पेड़ जियाओ अजियान के माध्यम से नयी सकं ल्पना दने े के वलये ग्राम सीलप जनपद छत्तरपरु मध्य प्रदशे

के तैयार हो रहे नेम्फ गार्डेन मंे श्री हमे ंत कु मार के नाम से एक पौधा लगाया गया।

5) पड़े वजयाओ अवियान के सहिावगयों को प्रोत्साहन के वलये श्री हमे तं कु मार ने प्रवत पौध 50 रूपये का सहयोग व्यविगत ससं ाधनों

से वकया।

6) श्री हमे तं कु मार जल सरं क्षण में सहयोगी उपकरणों के विकास का वनरंतर प्रयास कर रहे ह।ंै इनमें से एक पर पेटंेट प्राप्त हुआ है तथा

कु छ अन्य पेटंेट के वलये आिवे दत।
वसचं ाई में पानी की बचत के वलये श्री हमे तं कु मार ने कई निाचर वकय।े इनका वििरण आबवष्कार, नवािार तथा शोध के क्षते ्र मंे
कार्य तथा उपलबधधर्ााँ नामक शीर्कग के अंतगगत वकया जा चकु ा ह।ै

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अध्याय 4

भवन तकनीक जनजागरण के क्षेत्र मंे कायय तथा उपलब्धियाँा

भबू ्मका-मकान प्रत्यके परिवाि की मलू भतू आवश्यकता ह।ै मकान के अलावा पशबु ाड़ा, ववद्धयालय, दकु ान, िेस्टोिेन्ट, दवे स्थल,

अस्पताल आवद जन सामान्य से जड़ु े महत्वपरू ्ण भवन ह।ंै जमीन औि वनमाणर् सामाग्री महगँ ी होने के कािर् भवन बहतु मवु श्कल से बन
पाता ह।ै बहुत सािे परिवाि आजीवन नया मकान नहीं बना पाते। जो थोड़े बहुत बना पाते हैं उनमंे से भी अविकाांश अपने मकान से खशु
नही िहते। क्योंवक भवनों की प्लावनगंा औि वनमाणर् तकनीक से जड़ु ा काम ह।ै जानकािी के अभाव में भवन वनमाणर् के दौिान िन औि
जमीन दोनों की बबादण ी होती ह।ै प्रवतवर्ण हजािों-लाखों भवन वबना वकसी प्लावनागं के बना वदये जाते ह।ंै दिू दिाज के ग्रामीर् इलाकों मंे
अपवाद को छोड़ कि सभी वनमाणर् वबना उवित तिीका अपनाये बन िहे ह।ंै खिाब प्लावनागं से बने भवनों में खासकि मकान से िाष्ट्रीय
सांसािनो की भी बड़ी हावन होती ह।ै दभु ाणग्य से िाष्ट्रीय महत्व औि आमजन से सीिे जड़ु े इस ववर्य पि ववशरे ्ज्ञों की कमी के साथ साथ
बोलिाल की आम भार्ा मंे वलखी पसु ्तकों का भी घोि अभाव ह।ै इन समस्याओंा के वनदान हते ु श्री हमे न्त कु माि ने भवन तकनीक जन
जागिर् अवभयान की स्थापना की। इस अवभयान के अतंा गणत इतने महत्वपरू ्ण औि अविक कायण वकये गए की उन पि एक पसु ्तक बन
गयी है इस पसु ्तक को इन्टिनटे पि वनशलु ्क पढ़ा जा सकता है इसका नाम भवन ननर्माण तकनीक जन जमगरण अनभयमन है । इस

अवभयान के अतंा गणत वकये गये मखु ्य कायों की झलक इस प्रकाि ह।ैं

1) मकान सबसे अविक बनाए जाने वाला भवन ह।ै इसवलए सभी कािीगिों को इसके वनमाणर् का समवु ित ज्ञान होना िावहए। इस बात

को ध्यान मंे िखते हएु श्री हमे न्त कु माि ने भवन तकनीक जन जागिर् अवभयान के अतां गणत सवणप्रथम कािीगिों की जानकािी बढ़ाने
के वलए एक पॉके ट बकु वलखी। इसका नाम र्कमन बनवमते सर्य ध्यमन रखने वमली 125 बहुत जरूरी बमतंे ह।ै इसे कािीगि

काम किने के दौिान अपनी जबे मंे िख सकता है है औि पढ़ भी सकता ह।ै जन वहत मंे इसका इटां िनेट सासं ्किर् वनशलु ्क िखा गया।
इसकी सकै ड़ों प्रवतयाँ वववभन्न अवसिों पि जरूितमदंा लोगों को वनशलु ्क भटंे की गयीं। इस पसु ्तक का ववमोिन 02 फिविी 2017
को कवी वित्रकू ट में हुआ था। इस पाके ट बकु का वलंाक इस प्रकाि ह-ै

https://anyflip.com/guzt/gbgt/

आई.आई.टी. रुड़की (उत्तराखडं ) में आब्कय टेक्चर एवं प्लाब्नगं दबै नक जागरण िंदु ले खंड 02 फरवरी
ब्वभाग के हेड ऑफ ब्डपाटयमेंट डॉ. पी. एस. चानी जी को अपनी 2017
ब्लखी र्कमन बनवमते सर्य ध्यमन रखने वमली 125 बहुत जरुरी

बमतंे नामक पॉके ट बकु भंेट की

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2) श्री हमे न्त कु माि ने सात आठ वर्ों के कवठन परिश्रम से बोलिाल की आम वहन्दी भार्ा मंे मकान, पशबु ाड़ा, डेिा, ववद्धयालय,
दकु ान, िेस्टोिेन्ट, मंावदि- दवे स्थल, अस्पताल, होटल, ढाबा, सावणजवनक शौिालय तथा प्रवेश द्वाि सवहत तेिह प्रकाि के भवनों की

प्लावनागं के मलू वसद्धान्तों तथा सिल नक्शों से यकु ्त नवनवध प्रकमर के भवनों कम पररचय एवं नक्शे नामक पसु ्तक वलखी।
इसका ववमोिन आई आई टी रुड़की मंे हआु था । इसे उत्ति प्रदशे वहन्दी ससां ्थान ने वर्ण 2019 के वलये प्रवववि वगण (तकनीकी वगण)
मंे प्रथम आने पि सम्परू ्ानण न्द नावमत पिु स्काि औि वपिहत्ति हजाि की िनिावश का ईनाम वदया। इसका परििय पवू ण मंे किाया जा

िकु ा ह।ै यह इस तिह की पहली पसु ्तक िही। व्हाट्सएप्प, फे सबकु औि फे सबकु पजे के माध्यम से इस पसु ्तक का सजां ्ञान हजािों

लोगों ने वलया। जनवहत मंे इसका इटंा िनेट वजनण वनशलु ्क िखा गया जो वक इस प्रकाि ह-ै
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1 http://www.hemantkumarblog.com/Enquiry.aspx

2 https://anyflip.com/guzt/fjph/

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3) कला औि दृश्य ववभाग इलाहाबाद ववश्वववद्यालय के पवू ण ववभागाध्यक्ष डॉ. श्यामवबहािी अग्रवाल जी ने इस पसु ्तक की कला

समीक्षा वलखी।

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4) श्री हमे न्त कु माि ने अपनी इस पसु ्तक के वनशलु ्क ई संास्किर् के व्यापक प्रसाि के वलये कई माननीय औि सामावजक व्यवक्तयों को

वलंाक औि पसु ्तक भटंे की।

आईआईटी रुड़की के ब्सब्वल इजं ीब्नयररंग ब्डपाटयमंेट में प्रोफे सर, लेखक अयोध्या में बन रहे श्रीरामजन्म भबू ्म मबं ्दर ब्नमायण ट्रस्ट अयोध्या के
तथा स्वायल नेब्लंग तकनीक के ब्वख्यात ब्वशेषज्ञ श्री सत्येंि ब्मत्तल जी महासब्चव श्री चंपत राय बसं ल जी (मध्य में) को अपनी पुस्तक नवनवध
प्रकमर के भवनों कम पररचय एवं नक्शे भंेट करते हुए श्री हेमन्त कु मार ।
(बायीं ओर) को अपनी पुस्तक भंेट करते हुए लेखक श्री हेमन्त कु मार

बायीं ओर खड़े श्री चबं ्िका प्रसाद उपाध्याय जी कवी- बांदा लोक सभा क्षेत्र के पवू य और लोकब्प्रय सांसद श्री भैरो प्रसाद ब्मश्र जी
( राज्य मतं ्री पीडध्यूडी उत्तर प्रदेश सरकार) को अपनी (बायीं ओर ) को अपनी पसु ्तक भंेट करते हुए लेखक श्री हेमंत कु मार

पसु ्तक भंेट करते हुए लेखक श्री हेमतं कु मार

गिीब बच्िों की वशक्षा के क्षेत्र में महत्वपरू ्ण कायण कि िहे ग्राम बानाड़ी जनपद वित्रकू ट के समाजसेवी
श्री निेन्र वसांह पटेल को पसु ्तक भंटे किते हएु लेखक श्री हमे न्त कु माि (दायें)

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5) भवन तकनीक के आम जन तक प्रसाि प्रिाि के वलये 16 फिविी 2020 को वित्रकू ट िाम कवी मंे जनजागिर् कैं प का आयोजन

किाया गया । इस कंै प में मखु ्य वक्ता के रूप मंे पहुिँ े श्री हमे न्त कु माि ने भवनों की प्लावनगां औि वनमाणर् के समय ध्यान िखने
वाली महत्वपरू ्ण बातों पि व्याख्यान वदया, अनेक व्यवक्तयों को उनके भखू डां ों औि आवश्यकता के अनरु ूप नक्शे बना कि वदय,े
इस ववर्य से जड़ु ी समस्याओंाका समािान वकया, लोगों के प्रश्नों के उत्ति वदये तथा अच्छा कायण किने वाले भवन कािीगिों को
सम्मावनत वकया। ऐवतहावसक दृवि से इस ववर्य पि यह कंै प पहला था वजसमें जरुितमंदा ों को भवन के नक्शे ववतरित वकये गये।
इसकी तैयािी काफी पहले से की गयी थी। अन्य जनपदों में भी इस तिह के कै म्प लगाने की योजना है पि कोिोना महामािी के

कािर् सभंा व नहीं हो पाया ।

कंै प के पहले सत्र मंे पसु ्तक के बनशलु ्क संस्करण का स्थाानीर् लोकापणय करते लोक बनमायण बवभाग राज्र् मतं ्री माननीर् चबन्िका प्रसाद उपाध्र्ार् जी
दैबनक जागरण झासाँ ी बचत्रकू ट 17 फरवरी 2020
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दसू रे सत्र मंे पसु ्तक के बनशलु ्क संस्करण के साथा मचं ासीन पवू य सांसद माननीर् भरै ों प्रसाद बमश्र , नगरपाबलका चैर्रमैन श्री नरेंि गपु ्ता एवं अन्र् गण मान्र्

अच्छा काम किने वाले भवन कािीगिों का सम्मान पसु ्तक के बनशलु ्क URL का बवतरण

पायवनयि 17 फिविी 2020 लखनऊ

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6) भवन वनयोजन एवंा वनमाणर् तकनीक पि जनजागिर् हते ु अनके लघु गोष्ठीयों का आयोवजन वकया गया।

वसववल वडप्लोमा इजंा ीवनयसण सघां वसिंा ाई ववभाग यवू नयन भवन लखनऊ की प्रांातीय कायणकारिर्ी मंे ववववि प्रकाि के भवनों का
परििय एवंा नक्शे नामक पुस्तक के ई-ससां ्किर् का परििय दते े हुए पदाविकािीगर् एवंा लेखक श्री हमे न्त कु माि। यह सभा एफोडे के
िाष्ट्रीय अध्यक्ष इ.ंा सिु ीि पवंा ाि जी की अध्यक्षता मंे सपंा न्न हुई। इस सभा मंे सघां के महासविव इजंा ीवनयि वनतेन्र श्रीवास्तव सवहत शीर्ण

पदाविकािी मौजदू िह।े

7) इजंा ीवनयि श्री हमे न्त कु माि ने वर्ण 2021 तक जरूितमांदों को वववभन्न प्रकाि के भवनों से जड़ु ी लगभग ग्यािह सौ ड्राइगां बनाकि कई

माध्यमों से वनशलु ्क दीं।

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8) श्री हमे न्त कु माि ने भवनों के वनमारण ् मंे वववभन्न लोगों को असांख्य बाि टेवलफोवनक मागणदशनण वकया गया।
9) श्री हमे न्त कु माि ने व्हाट्सएप्प औि फे सबकु जैसे माध्यमों से भवनों के वनयोजन औि वनमाणर् की प्रमखु बातों पि लेख वलख।े तथा

मागदण शनण वकया।

10) श्री हमे न्त कु माि ने भवनों के वनयोजन औि वनमाणर् पि मावसक कालम वलख।े

11) श्री हमे तंा कु माि ने इस अवभयान के अतंा गणत वकये गए कायों, इसकी उपलवधियों औि इससे जड़ु े ससां ्मिर्ों पि आिरित एक पसु ्तक

वलखी है वजसका नाम भवन बनमाणय तकनीक जनजागरण अबभर्ान है । इस पसु ्तक को पढ़ कि पता िलता है की इनके द्वािा इस
क्षते ्र मंे बहुत महत्वपरू ्ण कायण वकया गया है । औि इस अवभयान की भावना, परिकल्पना औि उपलवधियाँ बहुत वववशि हंै ।

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अध्याय 5

क्षेत्रीय इतिहास सकं लन और लेखन के क्षेत्र मंे कायय िथा उपलतधियााँ

1) श्री हमे तं कु मार के पतै कृ ग्राम फीना और जनपद बिजनौर का इबतहास अभी तक बकसी ने नहीं बिखा था। अबिकांश िखे क इस
बिषय को नहीं छू ते क्योंबक इबतहास िेखन अत्यंत दरु ूह, गंभीर, िन तथा समय का व्यय कराने िािा और अत्यंत चनु ौतीपरू ्ण

कायण होता ह।ै हािांबक जनपद का इबतहास उदणू में बिखने का प्रयास बकया गया जो बक सिसण िु भ नहीं ह।ै इन बथथबतयों को दखे ते
हुए श्री हमे तं कु मार के द्वारा सन 2016 मंे क्षते ्रीर् इबतहास सकं लन अबिर्ान जनपद बिजनौर की थथापना की गयी। इसमंे श्री हमे तं
कु मार ने तेजी से कायण बकया और अनेक खोज कर शोिपरू ्ण जानकाररयाँा आमजन तक प्रसाररत कीं। थोड़े समय मंे ही श्री हमे तं
कु मार ने इस अबभयान के द्वारा अत्यतं महत्िपरू ्ण और ऐबतहाबसक उपिबधियाँा प्राप्त की ह।ंै मरे ी दृबि मंे इनके पतै कृ गाँाि फीना में
थितंत्रता सगं ्राम सने ानी थमारक का बनमाणर् इस अबभयान की अभी तक की सिसे िड़ी उपिबधियों मंे से एक ह।ै

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2) श्री हमे तं कु मार ने इस अबभयान के अतं गतण ग्राम फीना और जनपद बिजनौर के परु ार्ी िातों के जानकर सैकड़ों िोगों से िात की
और साक्ष्य जटु ाये। इस प्रयास मंे इन्हंे अनके दिु णभ फोटो, दथतािजे , नक्शे, जानकारी और पथु तकें बमिीं। इस दौरान बिये गये कु छ

फोटो संिग्न ह।ैं

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3) श्री हमे तं कु मार ने थथानीय इबतहास से जड़ु ी िगभग िीस पथु तकों का अध्ययन बकया। इस उद्दशे ्य के बिए आप कई पथु तकाियों में

गय।े

4) श्री हमे ंत कु मार ने अनके परु ाताबत्िक महत्ि के थथिों का दौरा बकया। आप िखनऊ तथा प्रयागराज के सगं ्रहाियों मंे जानकारी

एकत्र करने के बिये गये। इन्होंने परु ातत्ि और इबतहास के बिद्वानों से भी चचाण की।

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5) श्री हमे तं कु मार ने अपने पैतकृ गाँाि फीना के थितंत्रता सगं ्राम सेनाबनयों के घर घर जाकर खोजिीन की तथा उनके फोटो तथा उनसे जड़ु े

दिु णभ एिं बििबु प्त के कगार पर पहुचाँ चकु े दथतािजे , ताम्रपत्र ि आदं ोिन के समय जिे जाने के प्रमार् पत्र, पंेशन के कागज आबद
एकत्र बकये ताबक भबिष्य के बिए संरबित बकये जा सकंे ।

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6) श्री हमे न्त कु मार को पाँाच थितंत्रता संग्राम सने ाबनयों से िात करने का सौभाग्य बमिा। इन सेनाबनयों से अत्यतं महत्िपरू ्ण जानकाररयाँा

बमिीं। इन सने ाबनयों मंे दो एकदम गमु नाम थे। बजनका बििरर् पहिी िार श्री हमे न्त कु मार के द्वारा सिके सामने िाया गया।

थितन्त्रता संग्राम सने ाबनयों से सािात्कार। यादगार िम्ह।े
दायें से श्री िेखराज बसंह ( बनिास बिजनौर िैराज) गमु नाम सेनानी थि. प्रताप सैनी (फीना) श्री रामपाि बसंह (फीना)

डॉ. भारत भषू र्
(ग्राम पदारथपरु उफण उदयपरु बिजनौर)

7) थितंत्रता संग्राम से जड़ु ी गबतबिबियों मंे फीना के दो सने ाबनयों श्रद्धेय ििकरन बसंह और श्रद्धये परिीन बसंह का अज्ञातिास के
दौरान तेज िखु ार से बनिन हो गया था। श्री हमे न्त कु मार ने इनके िबिदान की गाथा को पहिी िार प्रकट बकया, बजसके

फिथिरूप ये दोनों सेनानी सिमण ान्य रूप से शहीद माने गय।े श्री हमे न्त कु मार ने इनके थमबृ त आिाररत बचत्र िनाये।

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