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brief history of village pheena bijnor up ग्राम फीना का संक्षिप्त परिचय

brief history of village pheena bijnor up written by hemant kumar

Keywords: pheena,hemant kumar,feena ph,pheona village freedon fighter

ग्राम फीना का सकं्षिप्त परिचय

लेखक-हेमन्त कु माि (ग्राम फीना, जनपद क्षिजनौि, उ.प्र.)

जाहर दवे मदं दर, स्थान खेड़ा फीना फीना (Pheena/Pheona/Feena//Phuna/Funa) भारत के उत्तर

प्रदशे राज्य के बिजनौर ब़िले में बथित एक िडा और महत्वपरू ्ण गााँव ह।ै
बजला मखु ्यालय से फीना की दरू ी लगभग 50 बकलोमीटर ह।ै इसकी
जनसखं ्या लगभग 12000 ह।ै फीना चारों तरफ से पक्की सडक से बिरा ह।ै
आबद वैबदककाल के तीन सिसे िडे मागों मंे से एक उत्तरापि यहाँा से होकर
जाता िा। वतणमान में थटेट हाई वे 77 फीना से होकर जाता ह।ै गाँाव मंे कई
थकू ल, दो िकैं , उप बवद्यतु कंे द्र, पानी की टंकी, तीन गन्ना तोल सेटं र, एक
प्रािबमक थवाथ्य कें द्र, एक अबतररक्त प्रािबमक थवाथ्य कें द्र, दो सहकारी
समीबत, प्रािबमक पशु बचबकत्सालय, पक्का अतं ्यषे ्ठी थिल, कई मोिाइल
टावर, बसंचाई के बलये चार सरकारी कु ए,ाँ रोडवेज िस थटंैड और नहर की
सबु वधा उपलब्ध ह।ै यहाँा गन्ने से गडु िनाने की कई इकाई थिाबपत ह।ंै
1980 के दशक में यहााँ गन्ने से चीनी िनाने की लगभग 9-10 लिु इकाइयााँ
चलती िीं। गााँव में एक िेकं े ट हाल भी ह।ै

गाँाव मंे चार िडे तालाि और एक झील ह।ै गाँाव में पांच िडे मबं दर हैं और इनके दिव मदं दर बाजार फीना
अलावा लगभग 10 अन्य दवे थिल भी ह।ंै कम से कम सात आठ रोडवेज िस

फीना से प्रबतबदन होकर गजु रती ह,ंै इनके अलावा आने जाने के अन्य साधन भी
ह।ैं फीना में रबववार और िदु ्धवार को िा़िार लगता ह।ै गाँाव में बवबभन्न चीजों
की लगभग 100 दकु ानें ह।ैं फीना गााँव के पास अलग अलग थिानों पर दो पबु लस
चौकी थिाबपत ह।ैं 1990-2000 के दशक मंे यहााँ दो छोटे बसनमे ा िर भी िे।

फीना में सवे ऑफ़ इबं डया द्वारा भारत के आरंबभक 5 कांटीनअु स ऑपरेबटंग
ररफरेन्स थटेशन मंे एक थिाबपत कराया गया ह।ै [1]

पानी की टंकी फीना बशक्षा, सामाबजकता, सथं कृ बत और कृ बि कायों में फीना के लोग बवकासशील और
प्रिम पंबक्त मंे रहे ह।ंै आजादी की लडाई में फीना के लोगों ने िडी सखं ्या मंे भाग बलया
िा।[2] फीना के 16 लोगों का नाम अबभलेखों मंे थवतंत्रता संग्राम सने ाबनयों के रूप मंे
दजण है जो बक एक ररकाडण ह।ै इन 16 सने ाबनयों के नाम इस प्रकार हैं- िसतं बसंह,
रर्धीर बसंह, होरी बसहं , क्षेत्रपाल बसहं , डॉ. भारत बसहं , बदलीप बसहं , रिवु ीर बसंह,
महाराज बसहं , जयदवे बसहं , दौलत बसहं , शेर बसहं , रिनु ाि बसंह, धमण बसहं , रामथवरूप
बसंह, रामथवरूप चौहान, बशवनाि बसंह। सन 1942 के थवतंत्रता आन्दोलन मंे फीना
के दो सेनानी िलकरन बसंह और परवीन बसंह भी शहीद हुए ि,े पर दभु ाणग्य से गमु नाम
रह गए।

सने ाबनयों की थमबृ त में गाँाव वालों ने बमलकर थमारक का बनमाणर् कराया ह।ै
चांदपरु फीना अमरोहा मागण पर िले वाला चौक के पास िना यह थमारक
2020-21 में बनबमतण हुआ। फीना के अमर शहीद अशोक कु मार ने कारबगल
यदु ्ध में दशे के बलए प्रार् न्योछावर बकये ि।े वह कारबगल में शहीद होने वाले
जनपद के प्रिम सैबनक ि।े इनका थमारक भी िले वाला चौक पर िना ह।ै
चांदपरु से फीना मागण [3]और प्राइमरी बवद्यालय एवं उ. प्रा.बवद्यालय का नाम
वतणमान में इनके नाम पर ह।ै गाँाव के दबक्षर् मंे बथित खेडे पर विाणकाल में

प्रबतविण जाहर दवे गोगा जी को समबपतण नौमी का प्रबसद्ध मेला लगता ह।ै

फीना में गन्ने और गडु का उत्पादन िडी मात्रा मंे होता ह।ै गहे ,ं उडद, चावल,
मगँाू , आम, जामनु का भी पयाणप्त उत्पादन होता ह।ै फीना में िने बमट्टी के ितणन
काफी प्रबसद्ध ह।ंै

कीर्ति स्तंभ ग्राम फीना जनपद
र्िजनौर

सावजव दनक आर्व इटं र कॉलजे ग्राम फीना शरु ू से ही फीना के लोग बशक्षा के क्षते ्र मंे आगे रहे
जनपद दबजनौर ह।ंै इसमंे प्राइमरी बवद्यालय 1920 से, जबू नयर थकू ल
1940 से, हाई थकू ल 1952 से, तिा सावणजबनक
आयण इटं र कालेज 1962 से संचाबलत ह।ै कन्याओं
की बशक्षा के बलये कन्या पाठशाला और खमे बसंह
कन्या इटं र कालेज सचं ाबलत ह।ंै 1970-80 के
दशक से सरथवती बशशु मबं दर भी संचाबलत ह।ै इस
समय इनके अलावा कई थकू ल और ह।ंै इधर फीना
में थव. हररपाल शास्त्री महाबवद्यालय उच्च थतर की

बशक्षा प्रदान कर रहा ह।ै फीना में एक आईटीआई

कालेज भी ह।ै

इन बवद्यालयों के प्रभाव से फीना के पाँचा

सौ से भी अबधक लोग सरकारी सवे ा में रह।े

इस गाँाव से अनके लोग प्रोफे सर, वजै ्ञाबनक,

इजं ीबनयर, शोधकताण, साबहत्यकार, कबव,

उद्यमी और समाजसवे ी ह।ैं फीना के लगभग

100 लोग अध्यापक, 100 लोग हररपाल िास्त्री महादवद्यालर् फीना
इजं ीबनयर, 05 लोग एमिीिीएस, 12 लोग

आयवु दे ाचायण और 25 लोग सने ा में ह।ैं

फीना के डॉ. राजपाल बसहं , डॉ. कु शलपाल

बसहं , डॉ. योगने ्द्र बसहं , डॉ. परवेन्द्र बसहं , डॉ. बवनोद वत्स सबहत कु ल छह लोग बवबभन्न कालेजों में बवभागाध्यक्ष के महत्वपरू ्ण पद

पर पहुचँा े। तीन लोग डॉ. बवश्वपाल बसंह, डॉ. सरु ेश कु मार बसहं और इजं ीबनयर दवे ने ्द्र प्रताप बसंह सरकारी सवे ा मंे अपने अपने बवभाग

मंे डायरेक्टर के सवोच्च पद पर पहुचँा ।े

COR STATION भारत के आरंबभक 10 कांटीनअु स ऑपरेबटंग ररफरेन्स थटेशन में से एक फीना के सावणजाबनक आयण
SAIC फीना इटं र कालेज मंे लगाया गया, इसका प्रथताव सरकार को फीना के डॉ. सरु ेश कु मार बसहं ने बदया िा।
बवरेन्द्र बसंह चौहान चीफ इजं ीबनयर िन,े संजय कु मार तिा रामावतार बसहं अबधशासी अबभयतं ा िन।े
फीना मलू के ह्रदशे कु मार आईएएस ह,ंै वतणमान में इनका कु टुंि ग्राम उमरी मंे रहता ह।ै फीना के
अबखलेश चौहान वायु सने ा मंे पायलेट िन,े मगृ ने ्द्र बसंह िल सने ा मंे कनलण िने तिा चैतन्य चौहान
लेबटटनटें िन।े गााँव के अध्यापक मबहपाल बसहं को राज्य बशक्षक परु थकार बमला। फीना के लगभग
10 लोग बवदशे ों मंे उच्च पदों पर कायण कर रहे ह।ंै

खेती, गडु और सामान्य वथतओु ं की दकु ानों के इतर फीना के इजं ीबनयर अबमत कु मार, मनोज कु मार, इजं ीबनयर सशु ील राजपतू ,
इजं ीबनयर नरेश चौहान, मनोज राजपतू , ज्ञानेंद्र कु मार, रमन राजपतू , रबव राजपतू सबहत कई लोग सफल उद्यमी ह।ैं आलोक कु मार
ईटं -भट्टा के थवामी हंै । फीना के लगभग 10 व्यबक्तयों ने पी.एच.डी. की, कई ने आई आई टी से बशक्षा प्राप्त की ह।ै मबहमा राजपतू ने
आई.आई.एम. से प्रिंधन की बडग्री प्राप्त की। कु छ ने बवदशे में बशक्षा प्राप्त की ह।ै फीना के कई व्यबक्तयों ने बजले की राजनीबत में
महत्वपरू ्ण योगदान बदया। इनमें थव. हररपाल बसंह शास्त्री लोकबप्रय बवधायक और बजला पचं ायत अध्यक्ष रह।े थव. हररपाल बसहं
शास्त्री के अलावा फीना के अवनीश कु मार, रामऔतार बसंह, अलोक कु मार, अशोक शास्त्री का जनपद थतर की राजनीबत मंे
महत्वपरू ्ण थिान रहा ह।ंै फीना के अशं प्रताप बसहं अच्छे बनशानिे ा़ि ह,ैं इन्होने िालक वगण मंे कई पदक जीते ह।ैं ये राज्य थतर पर भी
खले े। [4] 1960-70 के दशक में गााँव की वालीवाल टीम मंडल थतर तक खले ी। काव्य और कबवता के क्षेत्र में गजराज बसंह 'गज'
बववेक प्रजापबत और मनोज राजपतू फीना में अग्रर्ी ह।ैं गजराज बसहं 'गज' ने लगभग 500 कबवताएाँ बलखी ह।ै बववके प्रजापबत
काव्य पाठ के बलये कई जनपदों मंे िलु ाये जा चकु े ह।ंै प्रताप सनै ी भी कबवता बलखते और गाते िे। अबं कता चौहान अच्छी गाबयका
ह।ंै समर बसहं ग़़िलकार ह।ैं राहुल राजपतू ने पांचाली प्रबतज्ञा नामक खडं काव्य बलखा ह।ै

फीना के कई लोग गरै राजनीबतक समाजसेवा
में सबिय ह।ैं नरेश वत्स ने मरे ा गााँव मरे ा
अबभमान नामक मंच का गठन बकया। इस मचं
के माध्यम से गााँव के नौकरीपशे ा लोग आपस
में पररबचत हुए और सिने बमलकर गााँव की
भलाई के बलये कु छ करने की सहमती जतायी।
इस िम मंे फीना ग्राम कल्यार् सबमबत का
गठन हुआ और इसके सदथयों ने बमलकर गाँाव
वालों को 2019 में एक एम्िलु ंेस खरीद कर
भटंे की। सावजण ाबनक आयण इटं र कालेज के
प्रिंधक मनोज कु मार राजपतू ने फीना में थवततं ्रता संग्राम थमारक तिा सवे ऑफ़ इबं डया के कांटीनअु स ऑपरेबटंग ररफरेन्स बसथटम
के बनमाणर् में अत्यतं महत्वपरू ्ण भबू मका बनभाई। इन्हंे वकृ ्षारोपर् का भी शौक ह।ै

इजं ीबनयर नरेश चौहान ने नरू परु िस अड्डे पर पये जल और सावजण बनक वीरगदि प्राप्त हररराज दसंह स्मारक प्रवेि द्वार फीना
मतू ्रालय का बनमाणर् कराया। चीफ इजं ीबनयर रहे बवरेन्द्र बसहं चौहान तिा
धीरेश िहादरु राजपतू ने अंत्यबे ि थिल का बनमाणर् कराया। तेजशे ्वरी दवे ी ने
ग्राम प्रवेश द्वार का बनमाणर् कराया। फीना ग्राम कल्यार् सबमबत ने थवततं ्रता
सने ानी कीबतण थतंभ बनमाणर् का ऐबतहाबसक कायण ग्राम प्रधान ममता राजपतू
के सहयोग से कराया। कीबतण थतंभ बनमाणर् में हरीश कु मार चौहान, मनोज
कु मार राजपतू , डॉ. बवश्वपाल बसंह, नरेश वत्स, ग्राम प्रधान ममता राजपतू ,
समर बसहं , इजं ीबनयर हमे तं कु मार[5], धीरेश िहादरु राजपतू , समशेर बसहं ,
ओमपाल बसहं , भदू वे बसहं , यशपाल बसंह ने अग्रर्ी भबू मका बनभाई।
इजं ीबनयर हरीश कु मार चौहान की अगवु ाई में फीना ग्राम कल्यार् सबमबत
द्वारा गाँाव में पहली िार अगथत िांबत बदवस का आयोजन और दशहरा
मनाने की परंपरा को पनु जीबवत करने की ऐबतहाबसक शरु ुआत की गयी।





23. ↑ RESEARCH PAPER, समावेशी बीम http://www.gjesr.com/Issues%20PDF/Archive-2017/October-
2017/8.pdf. "http://www.gjesr.com/Issues%20PDF/Archive-2017/October-2017/8.pdf". gjser.
2017/October-2017/8.pdf – वाया engineer hemant kumar village Pheena Bijnor. |title= में बाहरी

कडी (मदद)

24. ↑ (PDF) http://ipindia.gov.in/writereaddata/Portal/IPOJournal/1_2603_1/Part-3_Designs.pdf. गायब
अथवा खाली |title= (मदद)

25. ↑ https://www.quickcompany.in/patents/overflow-free-water-supply-tank. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

26. ↑ (PDF) https://ipindia.gov.in/writereaddata/Portal/IPOJournal/1_1544_1/Part-1.pdf. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

27. ↑ (PDF) https://ipindia.gov.in/writereaddata/Portal/IPOJournal/1_2661_1/Part-1.pdf. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

28. ↑ (PDF) https://client.nsllegal.com/Public/JPatent/PJ_19May2017.pdf. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

29. ↑ https://www.quickcompany.in/patents/insect-and-overflow-free-domestic-water-storage-
tank. गायब अथवा खाली |title= (मदद)

30. ↑ https://www.thecore.page/2020/03/bilding-kee-plaaning-aur-nirm-MoPD6q.html. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

31. ↑ https://www.thecore.page/2020/01/dee-kor-ke-varishth-sah-sampaa-vFfYgD.html. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

32. ↑ https://www.deshkimayanewspaper.page/2020/01/graam-divas-ke-avasar-par-in-
hhy_pN.html. गायब अथवा खाली |title= (मदद)

33. ↑ https://www.jagran.com/uttar-pradesh/bijnor-hemant-is-engineering-the-conservation-of-nature-
19476038.html. गायब अथवा खाली |title= (मदद)

34. ↑ https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/chitrakoot/story-age-of-decreasing-buildings-due-to-
lack-of-construction-information-3030158.html. गायब अथवा खाली |title= (मदद)

35. ↑ http://bharatvanisamachar.com/3444/. गायब अथवा खाली |title= (मदद)

36. ↑ http://www.gjesr.com/Issues%20PDF/Archive-2019/July-2019/6.pdf. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

37. ↑ https://www.thecore.page/2019/01/raamapaal-sinh-sabdalapuriya-Dy5UXG.html. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

38. ↑ https://www.thecore.page/2019/01/svatantrata-senaaniyon-se-saak-lh9kW2.html. गायब अथवा
खाली |title= (मदद)

39. ↑ https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/bijnor/dr-sanjay-gets-the-state-award-in-bijnor. गायब
अथवा खाली |title= (मदद)


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